Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
आरोहण क गीत।
1 यहोवा क बड़कई करा, ओकरे सब सेवको,
जउन सारी राति मन्दिर मँ सेवा किह्या।
2 हे सेवको, पवित्तर ठउर मँ आपन हाथन उठावा
अउर यहोवा क बड़कई करा।
3 यहोवा तोहका सिय्योन स आसीस देइ।
यहोवा सरग अउ धरती रचेस ह।
32 “तउ अब, मोर पूतो, मोर बात सुना।
ओ धन्न अहइ जउन जन मोर राह पइ चलत हीं।
33 मोर उपदेस सुना अउर बुद्धिमान बना।
एनकर उपेच्छा जिन करा।
34 उहइ जन धन्न अहइ, जउन मोर बात सुनत अउर रोज मोरे दुआरन पइ दृस्टि लगाए रहत
एवं मोर ड्योढ़ी पइ बाट जोहत रहत ह।
35 काहेकि जउन मोका पाइ लेत उहइ जिन्नगी पावत
अउर उ यहोवा क अनुग्रह पावत ह।
36 मुला उ जउन मोर खिलाफ पाप करत ह खूद ही चोट खावत ह
उ जउन मोहे स घिना करत ह उ मउत स गले लगावत ह।”
सुबुद्धि अउर दुर्बुद्धि
9 बुद्धि आपन घर बनाएस ह। उ आपन सात खम्भन[a] गढ़ेन ह। 2 उ आपन खइया क तइयार किहस अउर मिलावा भवा दाखरस आपन खइया क खाइ क मेजे पइ सजाइ लिहस ह। 3 अउर आपन दासियन क सहर क सबन त ऊँचके जगहिया स बोलावइ क पठएस ह। 4 “जउन भी नादान अहइ, किरपा कइ क हिआँ पइ आइ।” जउन मनइ क समुझ नाहीं अहइ उ ओनसे कहत ह, 5 “आवइँ, मोर खइया क खाइँ, अउर मोर दाखरस पिअइँ जेका मइँ बनाएस हउँ। 6 तू पचे आपन नादानी तजि द्या तउ तू जिअब्या। समुझ-बूझिके मारग पइ सिधे आगे बढ़ा।”
सजीब पाथर अउर पवित्तर प्रजा
2 इहइ खातिर सब बुराइयन, छल-छदम पाखण्ड अउर बैर-विरोधन अउर दुसर क दोख मढ़इ स अलग रहा। 2 नवजात बचवन क तरह सुद्ध आत्मिक दूध खातिर ललचावा करा जेहसे तोहार विकास अउर तोहका बचावा जाइ सकइ। 3 अब देखा तू पचे तउ परमेस्सर क अच्छाई क स्वाद तउ लइ ही लिहे अहा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.