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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यसायाह 49:1-7

आपन बिसेस सेवक क परमेस्सर क बोलावा

49 हे दूर देसन क लोगो, मोर बात सुना।
    हे धरती क निवासियो, तू सबहिं मोर बात सुना।
मोरे जनम स पहिले ही यहोवा मोका आपन सेवा बरे बोलाएस।
    जब मइँ आपन महतारी क गरभ मँ ही रहेउँ, यहोवा मोर नाउँ रख दिहे रहा।
यहोवा मोर जरिया स लोगन स बात किहेस।
उ मोर जीव क तेज तरवार क नाईं बनाएस ह,
    किन्तु उ मोका आपन हाथ क छाया मँ छुपाएस ह।
उ मोका तेज तीर क समान बनाएस ह,
    किन्तु उ आपन तीरन क तरकास मँ राखिके मोर रच्छा किहेस ह।

यहोवा मोका बताएस ह, “इस्राएल, तू मोर सेवक अहा।
    मइँ तोहरे संग मँ अजूबा काम करब।”

मइँ कहेस, “महँ कड़ी मेहनत किहे रहे हउँ,
    किन्तु मइँ कछू भी पूरा नाहीं किहस।
मइँ आपन सब सक्ति लगाइ दिहेस,
    किन्तु मइँ कउनो काम पूरा नाहीं कइ सकेउँ!
एह बरे यहोवा क मोर बरे जरूर निआव करइ चाही।
    मोर परमेस्सर क मोरे प्रतिफल क निर्णय जरूर करइ चाही।
यहोवा ही एक अहइ जउन मोका अपना सेवक उ टेम मँ बनाएस ह जे टेम मइँ आपन महतारी क गर्भ मँ रहा।
    उ मोका बनाएस ताकि मइँ याकूब क लोगन क ओकरे लगे लउटाइके लइ आउँ बरे,
    अउर इस्राएलियन क धर्म-संध मँ जमा कइ बरे लउटाइके लइ आउँ।
यहोवा मोका मान देइ।
    मइँ परमेस्सर क स्तुति गीत गाएस।”[a]

अब, यहोवा कहत ह: 6 “याकूब क पुन:स्थापित करइ
    अउर इस्राएल क बचा भवा क जेका परमेस्सर बचाएस रहा
    वापिस लइ आवइ महत्वपूर्ण अहा।
किन्तु मोर सेवक मोरे लगे तोहरे बरे एह स जियादा महत्वपूर्ण कार्य अहइ।
    मइँ तोहका पूरे धरती क उद्धार करइ बरे
    ‘रास्ट्र बरे एक प्रकास’ बनाएउँ ह।”

इहइ इस्राएल यहोवा ह, इस्राएल क पवित्तर ह,
    इस्राएल क रच्छा करत ह अउर यहोवा कहत ह,
“मोर दास विनम्र अहइ
    जउन सासकन क सेवा करत ह,
अउर लोग ओहसे घिना करत हीं।
    राजा ओकर दर्सन करिहीं अउर ओकरे सम्मान मँ खड़ा होइहीं।
    महान नेता भी ओकरे समन्ना निहुरिहीं,”

काहेकि यहोवा बिस्सवासी अहइ। इस्राएल ही एक पवित्तर अहइ जेका यहोवा चुनेस ह।

भजन संहिता 71:1-14

हे यहोवा, मोका तोहार भरोसा अहइ,
    एह बरे मइँ कबहुँ निरास नाहीं होब।
आपन नेकी स तू मोका बचाई।
    तू मोका छोड़ाइ लेब्या, मोर सुना।
    मोर उद्धार करा।
तू मोर गढ़ बना।
    सुरच्छा बरे अइसा गढ़ जेहमाँ मइँ दौड़ जाउँ।
मोर सुरच्छा बरे तू हुकुम द्या,
    काहेकि तू ही तउ मोर चट्टान अहा:मोर सरणस्थल अहा।
मोर परमेस्सर, तू मोका दुट्ठ जनन स बचाइ ल्या।
    तू मोका क्रूर कुटिल लोगन स छोड़ाइ ल्या।
मोर सुआमी, तू मोर आसा अहा।
    मइँ आपन बचपन स ही तोहरे भरोसे हउँ।
जब मइँ आपन महतारी क गरभ मँ रहेउँ, तबहिं स तोहरे भरोसे रहेउँ।
    जउने दिन स मइँ जन्म धारण किहेउँ, मइँ तोहरे भरोसे हउँ।
    मइँ तोहार पराथना सदा करत रहत हउँ।
मइँ दूसर लोगन बरे एक उदाहरण रहेउँ ह।
    काहेकि तू मोर सक्ति क सोता रह्या ह।
ओन अद्भुत कामन क सदा गावत रहेउँ ह, जेनका तू करत अहा।
सिरिफ इ कारण कि मइँ बुढ़वा होइ गवा हउँ मोका निकारिके जिन लोकावा।
    सिरिफ इ कारण कि मइँ दुर्बल होइ गवा हउँ मोका निज छोड़्या।
10 फुरइ, मोर दुस्मनन मोरे खिलाफ कुचक्र रच डाए बाटेन।
    फुरइ उ पचे सब बटुर ग अहइँ, अउर ओनकर जोजना मोका मार डावइ क अहइ।
11 मोर दुस्मन कहत हीं, “परमेस्सर ओका तजि दिहस ह। जा, ओका धइ ल्या।
    कउनो भी मनई ओका मदद न देई।”
12 हे परमेस्सर, तू मोका जिन बिसरा।
    हे परमेस्सर, हाली करा। मोका सहारा द्या।
13 मोरे दुस्मनन क पूरी तरह स हराइ द्या।
    तू ओनकर नास कइ द्या।
मोका कस्ट देइ क उ पचे जतन करत अहइँ।
    उ पचे लज्जा महसूस करइँ अउ अपमान सहइँ।
14 फुन मइँ तोहरे ही भरोसे, सदा रहब।
    अउर तोहार गुण मइँ जियादा अउ जियादा गाउब।

1 कुरिन्थियन 1:18-31

परमेस्सर क सक्ति अउर गियान-सरूप मसीह

18 उ जउन भटकत हयेन, ओनके बरे क्रूस क संदेस एक निरी मूरखतइ अहइ। मुला जउन उद्धार पावत हयेन ओनके बरे उ परमेस्सर क सक्ति बा। 19 पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा

“गियानियन क गियान क मइँ नस्ट कइ देबइ,
अउर मइँ सब चतुरन क चतुरइ कुंठित करबइ।” (A)

20 कहाँ अहइ गियानी मनइँ? कहाँ बा विद्वान? अउर एह युगे क सास्त्रार्थी कहाँ अहइ? का परमेस्सर संसारी क बुद्धिमानी क मूर्खता नाहीं सिद्ध किहेस? 21 इही बरे काहेकि परमेस्सर गियान क जरिये इ संसार अपने बुद्धि बले स परमेस्सर क नाहीं पहिचान सका तउ हम सँदेस क कही भइ मूर्खता क प्रचार करत अही।

22 यहूदियन लोग त अदभुत चीन्हन क मांग करत हीं अउर गैर यहूदियन विवेक क खोज मँ अहइँ। 23 मुला हम तउ बस क्रूस पर चढ़ावा गवा मसीह क ही उपदेस देइत अही। एक अइसेन उपदेस जउन यहूदियन क बरे विरोध क कारण अहइ अउर गैर यहूदियन क बरे निरी मूर्खता। 24 मुला ओनके बरे जेनका परमेस्सर द्वारा बोलॉइ लिहा गवा बा, फिन चाहे ओ यहूदी होइँ या गैर यहूदी, इ उपदेस मसीह अहइ जउन परमेस्सर क सक्ती अहइ, अउर परमेस्सर क विवेक अहइ। 25 काहेकि परमेस्सर क कही गइ “मूर्खता” मनइयन क गियान स कहूँ जियादा विवेकपूर्ण बा। अउर परमेस्सर क कही गइ “कमजोरी” मनइयन क सक्ती स कहूँ जियादा सच्छम बा।

26 भाइयो तथा बहिनियो, अब तनिक सोचा कि जब परमेस्सर तउ तू बोलाये रहा तउ तोहमें स बहुत जनेन संसारिक दिस्टी स न तउ बुद्धिमान रहेन अउर न त सक्तिसाली। तोहमें स कइयउ क सामाजिकइ स्तर भी कउनउ ऊँचा नाहीं रहा। 27 बल्कि परमेस्सर तउ संसार मँ जउन कही गइ मूर्खतापूर्ण रहा, ओका चुनेस ताकि बुद्धिमान लोग लज्जित होइँ। परमेस्सर तउ संमार मँ कमजोरन क चुनेस ताकि जउन मजबूत अहइँ, उ सबइ लज्जित होइँ। 28 परमेस्सर संसार मँ स इन बातन क चुनेस जउन नीचे रहिन अउर जउन तुच्छ रहिन अउर जउन कछू नाहीं रहिन। परमेस्सर एनका चुनेस ताकि संसार जेका कछू समझत ह, ओका उ खराब कइ सकइ। 29 ताकि परमेस्सर क सामने कउनउ मनई अभिमान न कइ पावइ। 30 मुला तू मसीह ईसू मँ उही क कारण स्थित ह्वा, उहइ परमेस्सर क बरदान क रूप मँ हमार बुद्धि बनिगइ अहइ। उही क जरिये हम निर्दोस ठहरावा गएन अउर हम परमेस्सर क समर्पित होइ सकी अउर हमका पापन स छुटकारा मिलि जाइ। 31 जइसेन कि पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा, “अगर कीहीउ क कउनउ घमण्ड करब बाटइ तउन उ पर्भू मँ घमण्ड करइ।”(B)

यूहन्ना 12:20-36

मउत क बावत ईसू क बताउब

20 फसह क त्यौहार प यरूसलेम मँ आराधना करइवालेन मँ कछू यूनानी रहेन। 21 उ सबेन्ह गलील मँ बैतसैदा क रहइवाले फिलिप्पुस क लगे गएन अउर ओसे विनती करत भए कहइ लागेन, “महासय, हम पचे ईसू क दर्सन करइ चाहत अही।” तउ फिलिप्पुस आइके अन्द्रियास स बाताएस। 22 फिन अन्द्रियास अउर फिलिप्पुस ईसू क पास आइके कहेन।

23 ईसू ओनका जवाब दिहेस, “मनई क पूत क महिमावान होइ क समइ आइ ग बाटइ। 24 मइँ तोहसे सही सही बतावत अहउँ कि जब तलक गोहूँ क एक दाना जमीन प गिरके मर नाहीं जात, तब तक उ एकइ रहत ह, मुला जब उ मरि जात ह तउ अनगिनत दानन क पइदा करि देत ह। 25 जेका आपन जिन्नगी पियारी अहइ उ ओका खोइ देइ, मुला जेका इ दुनिया मँ अपनी जिन्नगी स पिरेम नाहीं अहइ, उ ऍका अनन्त जीवन क वास्ते रखे रही। 26 जदि कउनो मोरी सेवा करत ह तउ जरूर मोर पाछा करत ह अउर जहाँ मइँ अही, हुवाँ मोर सेवक भी रही। जब कउनो मोर सेवा करत ह तउ परमपिता ओकर सम्मान करी।

ईसू अपनी मउत क तरफ इसारा किहेस

27 “अब मोर जिअरा घबरात अहइ। मइँ का कहउँ, हे परमपिता, मोका दुःख क इ घड़ी स बचावा? मुला इहइ समइ क बरे तउ मइँ आइ अहउँ। 28 हे परमपिता, अपने नाम क महिमा दूया!”

तउ आकासवाणी भइ, “मइँ एकर महिमा किए अहउँ अउर मइँ फिन ऍकर महिमा करब।”

29 तउ हुवाँ मौजूद भीड़ जउन एक सुने रहेन, कहइ लाग कि कउनो बादर गरजा बाटइ। दूसर इ कहइ लागेन, “कउनो सरगदूत ओसे बतिआन ह।”

30 ऍकरे जवाब मँ ईसू कहेस, “इ आकासबाणी मोरे बरे नाहीं भइ, इ तोहरे बरे भइ रही। 31 अब इ दुनिया क निआव क समइ आइ ग बाटइ। अब इ दुनिया क सासक (हियाँ प मतलब अहइ सइतान) क निकार दीन्ह जाई। 32 अउर जब मइँ धरती क ऊपर उठाइ लीन्ह जाबइ तउ फिन सब लोगन क अपनी ओर खींचब।” 33 उ इ बतावइ क बरे अइसा कहत रहा कि उ कइसी मउत मरइ जात अहइ।

34 इ सुनिके भीड़ ओका जवाब दिहेस, “हम पचे व्यवस्था क इ बात सुने अही कि मसीह हमेसा रही। इ बरे तू कइसे कहत अहा, ‘मनई क पूत क जरूर स ऊपर उठाइ लीन्ह जाई?’ इ ‘मनई क पूत कउन अहइ’?”

35 तउ ईसू ओनसे कहेस, “तोहरे बीच मँ ज्योति अबे कछू समइ अउर रही। जब तक ज्योति अहइ, चलत रहा, जइसे कि अँधियारा (पाप) तोहका घेर न लेइ, काहेकि जउन मनई अँधेरे मँ चलत ह, उ इ नाहीं जानत कि कहाँ जात अहइ। 36 जब तक ज्योति तोहरे लगे अहइ, ओहमाँ बिसवास बनाए रखा जइसे कि तू पचे ज्योति क सन्तान होइ सका।” ईसू इ कहिके कहूँ चला गवा अउर ओऩसे छिप गवा।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.