Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
1 उ जउन कउनो सर्वोच्च परमेस्सर क सरण मँ रहत ह,
तउ उ सर्वसक्तिमान परमेस्सर क सुरच्छा मँ रहत ह।
2 मइँ यहोवा स कहत हउँ, “तू मोर सुरच्छा स्थल अहा मोर गढ़।
हे परमेस्सर, मइँ तोहरे भरोसे हउँ।”
3 यहोवा तोहका सबहिं छिपे भए खतरा स बचाइ।
उ तोहका सब खउफनाक विपत्तियन स बचाइ।
4 तू परमेस्सर क सरण मँ संरच्छण पावइ बरे जाइ सकत ह।
उ तोहार अइसे रच्छा करी जइसे एक ठु पंछी आपन पखना फइलाइके आपन बच्चन क रच्छा करत ह।
परमेस्सर क बिस्सास एक बिसाल ढाल क नाईं अहइ जउन चारिहुँ कइँती स रच्छा करत ह।
5 राति मँ तोहका कउनो क भय नाहीं होइ,
अउ दुस्मन क बाणन स तू दिन मँ डेराब्या नाहीं।
6 तोहका अँधियारे मँ आवइवालन रोगन
अउ उ खउफनाक रोग स जउन दुपहर मँ आवत हीं डर नाहीं होइ।
14 यहोवा कहत ह, “मइँ आपन सेवकन क रच्छा करब जउन मोहसे पिरेम करत ह।
मइँ ओनॅ व्यक्ति क पालन-पोसन करब जउन मोर उपासना करत ह।”
15 उ सहारा पावइ बरे मोका गोहरइहीं, मइँ ओनकर जवाब देब।
उ पचे जब कस्ट मँ होइहीं मइँ ओनके संग रहब।
मइँ ओनकर बचाव करब अउर ओनका आदर देब।
16 मइँ आपन व्यक्तियन क एक लम्बी उमिर क आसीस देब।
अउर मइँ ओका ओकर आपन बचान क सक्ति दिखाउब।
झूठे नबियन क विरूद्ध निआव
9 नबियन बरे सँदेस अहइ:
“मइँ बहोत दुःखी हउँ, मोर हिरदय विदीर्ण होइ ग अहइ।
मोर सारी हड्डियन काँपत अहइँ।
मइँ (यिर्मयाह) मतवाला क तरह अहउँ।
काहे? यहोवा अउर ओकर पवित्तर सँदेसा क कारण।
10 यहूदा अइसे लोगन स भरा अहइ
जउन परमेस्सर बरे बिस्सासघाती अहइँ।
यहोवा भुइँया क अभिसाप दिहस
अउर इ बहोत झुराइ गइ।
पौधन चरागाहन मँ झुरात अहइँ
अउर मरत अहइँ।
खेत रेगिस्ताने जइसा होइ ग अहइँ।
नबियन बुरा करम करत ह अउर ओनकर सक्ति नकली अहइ।
11 नबी अउर याजक तलक भी पापी अहइँ।
मइँ ओनका आपन मँन्दिर मँ पाप करत लखेउँ ह।
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
12 एह बरे मइँ ओनका आपन सँदेस देब बन्द करब।
इ अइसा होइ माना उ पचे अंधकार मँ चलइ क मजबूर कीन्ह ग होइँ।
इ अइसा होइ माना नबियन अउर याजकन बरे फिसलइवाली सड़किया होइ।
उ अँधियारी जगह मँ उ सबइ नबी अउ याजक गिरिहीं।
मइँ ओन पइ बिपत्तियन ढाउब।
उ समइ मइँ ओन नबियन अउर याजकन क सजा देब।”
इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
13 “मइँ सोमरोन क नबियन क कछू बुरा करत लखेउँ।
मइँ ओन नबियन क लबार बाल देवता क नाउँ भविस्सवाणी करत लखेउँ।
ओन नबियन इस्राएल क लोगन स दूर भटकाएन।
14 मइँ यहूदा क नबियन क यरूसलेम मँ बहोत भयानक करम करत लखेउँ।
एन नबियन बिभिचार करइ क पाप किहन।
उ पचे झूठी सिच्छन पइ बिस्सास किहन,
अउर ओन लबार उपदेसन क कबूल किहन।
उ पचे दुट्ठ लोगन क पाप करत रहइ क बरे उत्साहित किहन।
एह बरे लोग पाप करब नाहीं तजेन।
उ पचे सबहिं लोग एदोप नगर क तरह अहइँ।
यरूसलेम क लोग मोरे बरे अमोरा नगर क तरह अहइ।”
15 एह बरे सर्वसक्तिमान यहोवा नबियन क बारे मँ इ बातन कहत ह,
“मइँ आव नबियन क दण्ड देब।
उ सजा बिख स भरा भोजन पानी खाइ पिअइ जइसा होइ।
नबियन आध्यात्मिक बीमारी पइदा किहन अउर उ बीमारी पूरे देस मँ फइल गइ।
एह बरे मइँ ओन नबियन क सजा देब।
उ बीमारी यरूसलेम मँ नबियन स आइ।”
16 सर्वसक्तिमान इ सब कहत ह:
“उ पचे नबी तू पचन स जउन कहइँ ओकर अनसुनी करा।
उ पचे तू पचन्क मूरख बनावइ क जतन करत अहइँ।
उ पचे नबी अन्तदर्सन करइ क बात करत हीं।
किन्तु उ पचे आपन अन्त दर्सन मोहसे नाहीं पाउतेन।
ओनकर अन्तदर्सन ओनकर मन क उपज अहइ।
17 कछू लोग यहोवा क सच्चे सँदेसा स घिना करत हीं।
एह बरे उ सबइ नबी ओन लोगन स अलग-अलग कहत हीं।
उ पचे कहत हीं, ‘तू सान्ति स रहब्या।’
कछू लोग बहोत हठी अहइँ।
उ पचे उहइ करत हीं जउन उ पचे करइ चाहत हीं।
एह बरे उ सबइ नबी कहत हीं,
‘तोहार पचन्क कछू भी बुरा नाहीं होइ।’
18 किन्तु एन नबियन मँ स कउनो भी स्वर्गीय परिषद मँ सामिल नाहीं भवा ह।
ओनमाँ स कउनो भी यहोवा क सँदेसा क न लखेस ह न ही सुनेस ह।
ओनका स कउनो भी यहोवा क सँदेसा पइ गंभीरता स धियान नाहीं दिहेस ह।
19 अब यहोवा क हिआँ स सजा आँधी क तरह आइ।
यहोवा क किरोध बौंड़र क तरह होइ।
इ ओन दुट्ठ लोगन क मूँड़न क कुचरत भवा आइ।
20 यहोवा क किरोध तब तलक नाहीं रूकी
जब तलक उ पचे जउन करइ चाहत हीं, पूरा न कइ लेइँ।
जब उ दिन चला जाइ
तब तू पचे एका ठीक ठीक समुझब्या।
21 मइँ ओन नबियन क नाहीं पठएउँ।
किन्तु उ पचे आपन सँदेसा देइ दउड़ पड़ेन।
मइँ ओनसे बातन नाहीं किहेउँ।
किन्तु उ पचे मोर नाउँ क उपदेस दिहन।
22 जदि उ पचे मोर स्वर्गीय परिषद मँ सामिल भए होतेन
तउ उ पचे यहूदा क लोगन क मोर सँदेसा दिए होतेन।
उ पचे लोगन क बुरे करम करइ स रोक दिए होतेन।
उ पचे लोगन क पाप करम करइ स रोक दिए होतेन।”
8 इ मइँ आदेस क रूपे मँ नाहीं कहित ह बल्कि अउर मनइयन क मने मँ तोहारे बरे जउन तेजी बा, उ पिरेम क सच्चाई क परख करइ क बरे अइसेन करत इउँ। 9 काहेकि हमार पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह स तू परिचित अहा। तू इ जानत अहा कि धनी होके तोहरे बरे उ निर्धन बन गवा। ताकि ओनकइ गरीबी स तू मालामाल होइ जा।
10 इ बिसय मँ मइँ तोहे आपन सलाह देत हउँ, तोहे इ सोभा देत ह। तू पिछले साल न केवल दान देइ क इच्छा मँ सबसे आगे रह्या। बल्कि दान देइ मँ भी सबसे आगे रह्या। 11 अब दान करइ क उ तेज इच्छा क तू जउन कछू तोहरे पास बा, ओहसे पूरा करा। तू एका ओतनेन लगन से “पूरा करा।” जेतने लगन से तू एका “चाहे” रह्या। 12 काहेकि अगर दान स देइ क लगन अहइ तउ मनइयन क लगे जउन कछू बा, उहइ क अनुसार ओकर दान ग्रहण करइ क जोग्ग बनत ह। न कि ओनके अनुसार जउन ओनके पास नाहीं बा। 13 हम इ नाहीं चाहित ह कि दुसरन क तउ सुख मिलई अउर तोहे कस्टन, बल्कि हम तउ बराबरी चाहित ह। 14 हमार इच्छा बा कि ओनके इ अभाऊ क समइ मँ तोहर सम्पन्नता ओनके अभाव क दूर कइ सकइ आवस्यकता पड़े पर आगे चलिके ओनकी सम्पन्नता भी तोहरे अभाव क दूर करइ, ताकि समता स्थापित हो सकइ। 15 जइसे कि पवित्तर सास्तर मँ कहा गवा बा:
“जे बहुत बटोरेस ओकरे लगे न जियादा रहा,
अउर जे कम बटोरेस ओकरे लगे न तनिकउ रहा।” (A)
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.