Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
18 परमेस्सर, मइँ बहोत दुःखी
अउर भयभीत अहउँ।
19 मोर लोगन क सुना।
इ देस मँ उ पचे चारिहुँ कइँती मदद बरे गोहरावत अहइँ।
उ पचे कहत अहइँ, “का यहोवा अब भी सिय्योन मँ अहइ?
का सिय्योन क राजा अब भी हुआँ अहइँ?”
किन्तु परमेस्सर कहत ह,
“यहूदा क लोग, आपन देव मूरतियन क पूजा कइके
मोका किरोधित काहे करत अहा?
उ पचे आपन बियर्थ बिदेसी देव मूरतियन क पूजा किहन ह।”
20 लोग कहत हीं,
“फसल काटइ क समइ
अउर गरमी क मौसम चला गवा ह
किन्तु हम बचावा नाहीं जाइ सके।”
21 मोर लोग बीमार अहइँ, एह बरे मइँ बीमार हउँ।
मइँ एन बीमार लोगन क चिन्ता मँ दुःखी अउ निरास हउँ।
22 निहचय ही, गिलाद प्रदेस मँ कछू दवा अहइ।
निहचय ही, गिलाद प्रदेस म बैद्य अहइ।
तउ भी मोरे लोगन क घाव काहे नीक नाहीं होतेन?
9 कास मोर सिर पानी मँ डूबा होत,
अउर मोर आँखिन आँसू क झरना होतिन
तउ मइँ आपन नस्ट कीन्ह गए लोगन बरे दिन रात रोवत रहत।
आसाफ क एक ठु गीत।
1 हे परमेस्सर, विदेसी लोग तोहरे सेवकन क संग लड़इ बरे आवा अहइँ।
उ मनइयन तोहरे पवित्तर मन्दिर क बर्बाद किहन,
अउ यरूसलेम क उ पचे खण्डहर बनाइ दिहन।
2 तोहरे चेलन क ल्हासन क उ पचे जंगली पंछी क खाइ बरे डाइ दिहन।
तोहरे मनवइयन क ल्हासन क उ पचे जनावरन क खाइ बरे डाइ दिहन।
3 ओन लोगन तोहार लोगन क रक्त पानी जइसा यरूसलेम क चारिहुँ कइँती फइलाएन।
ओनकर ल्हासन क दफनावइ क कउनो भी नाहीं बचा।
4 हमार पड़ोसी देस हमका अपमानित किहन ह।
हमरे आस पास क लोग सबहिं हँसत हीं, अउर हमार मसखरी उड़ावत हीं।
5 हे यहोवा कब तलक अइसा रहब्या, का तू सदा क बरे हम पइ कोहान रहब्या?
का तोहार किरोध आगी क तरह धधकत रही?
6 आपन किरोध क ओन रास्ट्रन क विरोध मँ जउन तोहका नाहीं पहिचानतेन मोड़ द्या
आपन किरोध क ओन रास्ट्रन क खिलाफ मोड़ द्या जउन तोहरे नाउँ क मदद बरे नाहीं पुकारतेन।
7 काहेकि उ सबइ रास्ट्र याकूब क नास किहन।
उ पचे याकूब क देस क नास किहन।
8 तू हमरे पुरखन क पापन बरे कृपा कइके हमका सजा जिन द्या।
हाली करा, तू हम पइ निज करुणा हाली देखॅावा
काहेकि हम पचन्क बहोत अपमानित बाटइ।
9 मोर परमेस्सर, मोर उद्धारकर्ता, हमका सहारा द्या।
आपन ही नाउँ क महिमा बरे हमार मदद करा।
हमका बचाइ ल्या।
निज नाउँ क महिमा क खातिर हम लोगन क पाप क प्रायस्चित करा।
स्त्री-पुरुसन बरे कछू नेम
2 सबसे पहिले मोर बिसेस रूपे स इ निवेदन बा कि सबके बरे आवेदन, पराथना, अनुरोध अउर सब मनइयन कहँती स धन्यबाद दिहा जाइ। 2 सासकन अउर सभन अधिकरियन क धन्यबाद दिहा जाइ। ताकि हम चैन क साथे सांतिपूर्वक पूरे स्रद्धा अउर परमेस्सर बरे सम्मान स भरा जीवन जी सकी। 3 इ हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर क खुसी करईवाल अहइ। उ उत्तिम अहइ।
4 उ सभन मनइयन क उद्धार चाहत ह अउर सत्य का गियान चाहत ह। 5 काहेकि परमेस्सर एक्कई बा। अउर मानुस अउर परमेस्सर क बीच मँ मध्यस्थता एक्कई बा। उ खुदइ एक मानुस अहइ ईसू मसीह। 6 उ सबन क बरे खुद क फिरौती क रूप मँ दइ डाए अहइ। अउर परमेस्सर क सब लोगन क बचाबै क उदेस्स को व्यक्त किहे अहइ। 7 अउर इ साच्छी क प्रचार करइ बरे मोका एक प्रचारक अउर प्रेरित रखा गवा (इ मइँ सचइ कहत हउँ, झूठ नाहीं) मोका गैर यहूदियन क बरे बिसवास अउर सत्य के उपदेसक के रूपे मँ ठहरावा गवा।
साँच धन
16 फिन ईसू आपन चेलन स कहेस, “एक धनी मनई रहा। ओकर एक प्रबन्धक रहा। उ प्रबन्धक प लांछन लगाइ गवा कि उ ओकर धन दौलत क नासत रहा। 2 तउ उ ओका बोलाएस अउर कहेस, ‘तोहरे बारे मँ इ मइँ का सुनत रहत हउँ? आपन संरजाम क हिसाब किताब द्या काहेकि अब अगवा तू प्रबन्धक नाहीं रहि सकत्या।’
3 “ऍह पइ प्रबन्धक मन ही मन मँ कहेस, ‘मोर स्वामी मोसे मोर प्रबन्धक क नउकरी छीनत अहा, तउ अब मइँ का करउँ? मोहमाँ अब ऍतनी ताकत भी नाहीं बा कि मइँ खेते खोदाई अउर गोंड़ाई क काम तलक कइ सकउँ। अउर माँगइ मँ तउ मोका लाज आवति बाटइ। 4 ठीक, मोरी समझ मँ आइ गवा कि मोका का करइ चाही जेहॅसे जब मइँ प्रबन्धक क ओहदा स हटाइ दीन्ह जाउँ तउ मनई आपन घरे मँ मोर सुआगत करइँ।’
5 “तउ उ स्वामी क हर देनदार क बोलाएस। पहिले मनई स उ पूछेस, ‘तोहका मोरे स्वामी क केतॅना देब अहइ?’ 6 उ कहेस, ‘3,000 लीटर जौतून क तेल।’ ऍह पइ उ ओसे बोला, ‘इ ल्या आपन बही खाता अउर बैठिके हाली 1,500 लीटर कइ द्या।’
7 “फिन उ दूसर स कहेस, ‘अउर तोह प केतनी देनदारी अहइ?’ उ बताएस, ‘270 क्विंटल गोहूँ।’ उ ओसे बोला, ‘इ ल्या आपन बही अउर 225 क्विंटल कइ द्या।’
8 “ऍह प ओकर स्वामी उ बेइमान प्रबन्धक क सराहेस काहेकि उ होसियारी स काम लिहे रहा। संसारे मँ रहइवाला मनई आपन जइसे मनइयन स ब्यौहार करइ मँ परमेस्सर क जोतिवाला स जिआदा चालाक अहइ।
9 “मइँ तोहसे कहत हउँ संसारे क धन दौलत स आपन बरे मीत बनावा। काहेकि जब उ धन दौलत खतम होइ जाइ, उ पचे अनंत निवासे मँ तोहार सुआगत करिहीं। 10 उ सबइ जेनॅ पइ तनिक बरे बिसवास कीन्ह जाइ सकत ह, ओन पइ जिआदा बरे भी बिसवास कीन्ह जाइ अउर इहइ तरह जउन तनिक बरे बेइमान होइ सकत हीं उ जिआदा बरे बेइमान होइहीं। 11 इ तरह जदि तू संसारे क धन दौलत बरे तू बिसवासनीय नाहीं रह्या तउ साँच धने क बारे मँ तोह पइ कउन भरोसा करी? 12 जदि जउन कउनो दूसर क अहइ, तू ओकरे बरे बिसवास क जोग्ग नाहीं, बाट्या, तउ जउन तोहार अहइ, ओका तोहरा कउन देइ?
13 “कउनो भी नउकर दुइ मालिक क सेवा नाहीं कइ सकत। उ या तो एक स घिना करी अउर दूसर स पिरेम या उ एक क बरे न्यौछावर करी अउर दूसर क दुरियाई। तू धने अउर परमेस्सर दुइनउँ क सेवा एक संग नाहीं कई सकत्या।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.