Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
20 किन्तु सच यही है कि मसीह मरे हुओं में से जीवित किए गए हैं—उनके पहिले फल, जो सो गए हैं. 21 जिस प्रकार एक मनुष्य के द्वारा मृत्यु का प्रवेश हुआ, उसी प्रकार एक मनुष्य के द्वारा मरे हुओं के पुनरुत्थान का प्रवेश भी हुआ. 22 जिस प्रकार आदम में सब की मृत्यु होती है, उसी प्रकार मसीह में सब जीवित भी किए जाएँगे. 23 किन्तु हर एक अपनी बारी से: पहिले फल मसीह, इसके बाद वे सब, जो मसीह के आगमन तक उनमें स्थिर बने रहेंगे. 24 तब, जब वह सारी प्रभुता, अधिकार और सामर्थ्य को नाश कर राज्य पिता परमेश्वर को सौंप देंगे, युगान्त हो जाएगा. 25 यह ज़रूरी है कि वह उस समय तक शासन करें जब तक वह अपने सभी शत्रुओं को अपने अधीन न कर दें. 26 जिस शत्रु को सबके अन्त में नष्ट किया जाएगा, वह है मृत्यु 27 क्योंकि उन्होंने सब कुछ उनके अधीन कर दिया है. किन्तु जब वह कहते हैं, “सब कुछ उनके अधीन कर दिया गया है”, यह साफ़ ही है कि परमेश्वर इसमें शामिल नहीं, जिन्होंने सब कुछ उनके अधीन कर दिया है. 28 जब सब कुछ मसीह के अधीन कर दिया गया है, तब स्वयं पुत्र भी परमेश्वर के अधीन हो जाएँगे, जिन्होंने सब कुछ पुत्र के अधीन कर दिया कि परमेश्वर ही स्वामी हों.
29 यदि पुनरुत्थान जैसा कुछ नहीं होता तो उनका क्या होगा, जो मरे हुओं के स्थान पर बपतिस्मित हो रहे हैं? यदि मृतक जीवित नहीं किए जाते तो लोग उनके लिए बपतिस्मित क्यों किए जा रहे हैं? 30 तो फिर हम क्यों हर घड़ी अपने जीवन को जोखिम में डाले फिर रहे हैं? 31 मैं हर दिन मृत्यु का सामना करता हूँ. यह मैं उस गौरव की शपथ खाकर कह रहा हूँ, जो मसीह येशु में मुझे तुम पर है. 32 इफ़ेसॉस नगर में यदि मैं जंगली पशुओं से सिर्फ मनुष्य की रीति से लड़ता तो मुझे क्या लाभ होता? यदि मरे हुए जीवित नहीं किए जाते तो, जैसी कि उक्ति है:
“आओ, हम खाएं-पिएं,
क्योंकि कल तो हमें मरना ही है.”
33 धोखे में मत रहना: बुरी संगति अच्छे चरित्र को बिगाड़ देती है. 34 सावधान हो जाओ, पाप करना छोड़ दो. यह मैं तुम्हें लज्जित करने के लिए ही कह रहा हूँ क्योंकि तुममें से कुछ तो परमेश्वर को जानते ही नहीं.
New Testament, Saral Hindi Bible (नए करार, सरल हिन्दी बाइबल) Copyright © 1978, 2009, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.