Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
प्रभारी प्रवर
3 यह बात विश्वासयोग्य है: यदि किसी व्यक्ति में अध्यक्ष पद की इच्छा है, यह एक उत्तम काम की अभिलाषा है. 2 इसलिए आवश्यक है कि अध्यक्ष प्रशंसनीय, एक पत्नी का पति, संयमी, विवेकी, सम्मान-योग्य, अतिथि-सत्कार करने वाला तथा निपुण शिक्षक हो. 3 वह पीनेवाला, झगड़ालू, अधीर, विवादी तथा पैसे का लालची न हो. 4 वह अपने परिवार का उत्तम प्रबन्धक हो. सन्तान पर उसका गरिमा से भरा अनुशासन हो. 5 यदि कोई व्यक्ति अपने परिवार का ही प्रबन्ध करना नहीं जानता तो भला वह परमेश्वर की कलीसिया की देख-रेख किस प्रकार कर पाएगा? 6 वह नया शिष्य न हो कि वह अहंकारवश शैतान के समान दण्ड का भागी न हो जाए. 7 यह भी आवश्यक है कि कलीसिया के बाहर भी वह सम्मान-योग्य हो कि वह बदनामी तथा शैतान के जाल में न पड़ जाए.
सेवक सम्बन्धी निर्देश
8 इसी प्रकार आवश्यक है कि दीकन भी गंभीर तथा निष्कपट हों. मदिरा पान में उसकी रुचि नहीं होनी चाहिए, न नीच कमाई के लालची. 9 वे निर्मल मन में विश्वास का भेद सुरक्षित रखें.
New Testament, Saral Hindi Bible (नए करार, सरल हिन्दी बाइबल) Copyright © 1978, 2009, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.