Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
20 मइँ आपन सेवक दाऊद क पाइ लिहेउँ,
अउर मइँ ओकर ताजपोसी किहेउँ ह अउ ओकरे अभिसेक आपन तेल स किहेउँ ह।
21 मइँ आपन दाहिने हाथे स दाऊद क सहारा दिहेउँ,
अउर मइँ ओका आपन सक्ति स बलवान बनाएउँ।
22 कउनो दुस्मन चुने भए राजा क धोखा नाहीं देइ सकतेन।
दुट्ठ जन ओहे पइ अत्याचार नाहीं कइ सकतेन।
23 मइँ ओकरे दुस्मनन क समाप्त कइ दिहेउँ।
जउन लोग चुने भए राजा स बैर राखत रहेन, मइँ ओनका हराइ दिहेउँ।
24 मइँ हमेसा आपन चुने भए राजा स पिरेम राखब अउर ओका समर्थन देब।
उ मोहे पइ निर्भर रहिके मोर सक्ती स भरि जाइ।
25 मइँ आपन चुने भए राजा क महासागर क नियंत्रक तइनात करब।
उ नदियन पइ हुकुमत करी।
26 उ मोहसे कही, ‘तू मोर पिता अहा।
तू मोर परमेस्सर, मोर चट्टान अउ मोर उद्धारकर्ता अहा।’
27 मइँ ओका आपन पहिलौटा पूत बनाउब।
उ सबइ राजन पइ प्रमुख होइ।
28 मइँ सदा ओका आपन पिरेम दिखावत हउँ।
मोर करार ओकरे संग दृढ़ता स स्थापित होइ।
29 मइँ इ बंस क अमर बनाउब।
ओकर सासन हुआँ तब तलक टिका रही जब तलक कटनी क समई रही।
30 अगर ओकर संतानन मोर कानून अउर आदेस क पालन तजि दिहन ह,
अउर अगर उ लोग मोरे उपदेसन क मानब तजि दिहन ह।
31 अगर मोर अभिसिक्त राजा क संतानन मोरे कानून क पालन नाहीं किहन
अउर अगर मोरे आदेसन क न मानेन।
32 तउ मइँ ओकर बिद्रोह बरे ओका दण्ड देइ बरे अधर्म चिजियन क न होइ देब,
अउर मइँ ओकरे आग्याभंग करइ बरे मनइयन क दण्ड क रूप मँ देब।
33 मुला मइँ ओन लोगन क परिवार स आपन पिरेम क नाहीं हटाउब।
मइँ सदा ही ओनके बरे बिस्सासी रहब।
34 जउन करार मोर दाऊद क संग अहइ, मइँ ओका नाहीं तोड़ब।
मइँ आपन वाचा क नाहीं बदलब।
35 मइँ आपन पवित्तरता प्रतिग्या लेब,
अउर मइँ ओहे स आपन वाचा क नाहीं तोड़ब।
36 दाऊद क बंस हुवाँ सदा बना रही।
जब तलक हुवाँ सूरज रही तब तलक ओकर सिंहासन भी रही।
37 उ सदा हुवाँ रहब।
निहचय ही जब तलक आकासे मँ चन्द्रमा साच्छी रही तब तलक लगातार रही।” (सेला)
करार क सन्दूख यरूसलेम मँ
15 दाऊद, अपने बरे दाऊद नगर मँ महल बनवाएस। तब उ करार क सन्दूख क बरे एक ठु जगहिया बनाएस। उ एकरे बरे एक तम्बू डाएस। 2 तब दाऊद कहेस, “सिरफ लेवीबंसियन क करार क सन्दूख लइ चलइ क मंजूरी अहा। यहोवा ओनका करार क सन्दूख चलइ अउर ओकर सदा ही सेवा बरे चुनेस ह।”
4 तब दाऊद करार क सन्दूख क समन्वा सेवा बरे कछू लेवीबंसियन क चुनेस। ओन लेवीबंसियन क इस्राएलियन क यहोवा परमेस्सर बरे उत्सव क मनावइ, आभार परगट करइ अउ स्तुति करइ क जिम्मेदारी सौंपा गवा। 5 आसाप, पहिले समूह क प्रमुख रहा। आसाप क समूह सारंगी बजावत रहा। जकर्याह दूसरे समूह क प्रमुख रहा। इ सबइ दूसर लेवीबंसियन रहेन: यीएल, समीरामोत, यहीएल, मत्तित्याह, एलीआब, बनायाह, ओबेद-एदोम अउ यीएल। इ सबइ मनई वीणा अउ तम्बूरा बजावत रहेन 6 बनायाह अउर यहजीएल अइसे याजक रहेन जउन करार क सन्दूख क समन्वा सदा ही तुरही बजावत रहेन। 7 इ उहइ समइ रहा जब दाऊद पहिली बार आसाप अउर ओकरे भाइयन क यहोवा क स्तुति करइ क काम किहस।
दाऊद क आभार गीत
8 यहोवा क स्तुति करा, ओकर नाउँ ल्या।
लोगन क ओन महान कार्यन क जानकारी द्या जेनका यहोवा किहेस ह।
9 यहोवा क गीत गावा, यहोवा क स्तुतियाँ गवा।
ओकर सबहिं महान कार्यन क गुणगान करा।
10 यहोवा क पवित्तर नाउँ पइ गर्व करा।
सबहिं लोग जउन यहोवा क मदद पइ भरोसा करत हीं, खुस ह्वा।
11 यहोवा अउर ओकरी सक्ती क खोज करा।
सदा ही मदद बरे ओकरे लगे जा।
12 ओन अजूबे कार्यन क याद करा जउन यहोवा किहेन ह।
ओकरे निर्णयन क याद राखा अउर सक्ती स भरपूर कार्यन क जउन उ किहेस।
13 इस्राएल क सन्तानन यहोवा क सेवक अहइँ।
याकूब क पूतन यहोवा क जरिये चुने गए लोग अहइँ।
आँधर क आँखिन
(मत्ती 20:29-34; मरकुस 10:46-52)
35 ईसू जब यरीहो क लगे पहुँचा रहा तउ भीख माँगत भवा एक आँधर, हुवँई राह किनारे बइठा रहा। 36 आँधर जब मनइयन क जाइ क आवाज सुनेस तउ उ पूछेस, “का होत अहइ?”
37 तउ मनइयन ओसे कहेन, “नासरत क ईसू हिआँ स जात अहइ।”
38 तउ आँधर इ कहत भवा पुकार उठा, “दाऊद क पूत, ईसू। मोहे प द्या करा!”
39 उ जउन अगवा चलत रहेन उ पचे ओसे खमोस रहइ क कहेन, मुला उ अउर जिआदा पुकारइ लाग, “दाऊद क पूत मोरे प द्या करा!”
40 ईसू थम गवा अउर उ हुकुम दिहेस कि आँधर क ओकरे लगे लइ आवा जाइ! तउ जब उ नगिचे आवा तउ ईसू ओसे पूछेस, 41 “तू का चाहत ह, मइँ तोहरे बरे का करउँ?”
उ कहेस, “पर्भू, मइँ फिन स देखइ चाहत हउँ।”
42 ऍह पइ ईसू कहेस, “तोहका जोति मिलइ, तोहार बिसवास स तोहार उद्धार भवा ह।”
43 अउर फउरन ही ओका आँखिन मिल गइन। उ परमेस्सर क महिमा क बखान करत भवा ईसू क पाछे होइ गवा। जब सब मनइयन इ देखेन तउ उ पचे परमेस्सर क स्तुति करइ लागेन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.