Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
15 फिन इ दिनन मँ पतरस भाई-बन्द क बीच खड़ा होइके, जेकर गनती कउनो एक सउ बीस रही, कहेस, 16-17 “मोरे भाइयो, ईसू क गिरफतार करावइ वाले मनइयन क अगुआ यहूदा क बारे मँ, पवित्तर सास्तर कउ लेख जेका दाऊद आपन मुँहे स पवित्तर आतिमा बहोत पहिले ही कहे रही, ओकर पूर होब जरूरी रहा। उ हम पचन मँ गना गवा रहा अउर इ सेवा मँ ओकर हाथ रहा।”
21-22 “यह बरे इ जरुरी अहइ कि जब पर्भू ईसू हमरे बीच रहा तउ जउन मनइयन हमरे संग सदा रहेन, ओहमाँ स कउनो एक क चुना जाए। कहइ क मतलब उ समइ स लइके जब स यूहन्ना मनइयन क बपतिस्मा देब सरू किहेस अउर जब तलक ईसू क हमरे बीच स उठइ लीन्ह गवा रहा। इ मनइयन मँ स कउनो एक क ओकरे फिन स जी उठइ क महरे संग साच्छी होइ चाही।”
23 यह बरे उ पचे दुइ मनई न नाउँ दिहेन। एक यूसुफ जेका बरसबा कहा जात रहा। (यूसतुस ऩाउँ स जाना जात रहा) अउर दूसर मत्तियाह। 24 फिन उ पचे इ कहत भवा पराथना करइ लागेन, “पर्भू! तू सबहि क मनवा क जानत ह, हमका बतावा कि इ दुइनउँ मँ स तू केका चुन्या ह। 25 जउऩ एक प्रेरित क तरह सेवा करइ बरे इ ओहदा क लइ लेई जेका आपन ठउर पर जाइ बरे ओहदा छोड़िके चला गवा रहा!” 26 फिन उ पचे एकरे बरे पर्ची नाएन अउर पर्ची मत्तियाह क नाउँ क निकरी। इ तरह गियारह प्रेरितन क दल मँ गना गवा।
पहिला भाग
(भजन 1–41)
1 उ मनई सचमुच धन्य होइ जउन दुस्टन क सलाह न मानी,
अउर पापियन क संग सामिल नाहीं होत ह
अउर ओनकर संग नाहीं रहत ह
जउन परमेस्सर क बरे सम्मान नाहीं दिखावत ह।[a]
2 उ नीक मनई अहइ जउन यहोवा क उपदेसन स पिरेम राखत ह।
उ तउ दिन रात ओन उपदेसन क मनन करत ह।
3 एहसे उ मनई उ बृच्छ जइसा मजबूत बनत ह
जेका सिंचाई क नहर क किनारे रोपा गवा ह।
उ उ बृच्छ क नाई बाटइ, जउन छेत्र मँ फल देत ह
अउ जेकर पत्ता कबहुँ नाहीं मुरझातेन।
उ जउन भी करत ह सफल ही होत ह।
4 मुला टुस्ट मनई अइसे नाहीं होतेन।
दुस्ट मनई उ भूसा क नाई होत हीं जेनका हवा क झोकां उड़ाइ लइ जात ह।
5 एह बरे दुस्ट मनई निआव क मुकाबला नाहीं कइ पइहीं।
सज्जन लोगन क सभा मँ उ पचे दोखी ठहरावा जइहीं अउर ओन पापी लोगन क बख्सा न जाइ।
6 एकर कारण इ बाटइ कि यहोवा सज्जन लोगन क अगुवाइ करत ह,
मुला दुर्जन लोग खो जाइहीं।
9 जउ हम मनई क दीन्ह साच्छी क मानित ह तउ परमेस्सर क दीन्ह साच्छी अउर मूल्यवान अहइ। परमेस्सर क दीन्ह साच्छी क सबसे बड़ा महत्व इ बात मँ अहइ कि उ अपने पूत क बावत साच्छी दिहे अहइ। 10 जउन मनई परमेस्सर क पूत मँ बिसवास करत ह उ अपने अन्दर साच्छी क रखत ह। परमेस्सर जउन कहे अहइ, ओह प जउ बिसवास नाहीं करत, तउ उ मनई परमेस्सर क झूठा साबित करत ह। काहेकि उ परमेस्सर क अपने पूत क बावत दीन्ह साच्छी मँ बिसवास नाहीं किहेस। 11 अउर उ साच्छी आटै कि परमेस्सर हमका अन्नत जीवन देहे अहइ। अउर उ जीवन ओकरे पूत (ईसू) मँ मिलतह। 12 जउन मनई ओहके पूत क धारन करत ह, उ उही जीवन क धारन करतह। मुला जेकरे पास परमेस्सर क पूत नाहीं अहइ, ओकरे पास उ जीवनौ नाहीं अहइ।
अब अनन्त जीवन हमार अहइ
13 परमेस्सर मँ बिसवास करइवालो, तोहका इ बातिन क मइँ इ बरे लिखत अहउँ जइसेन कि तू जानि ल्या कि अनन्त जीवन तोहरे पास अहइ।
6 “दुनिया स जउऩ मनइयन क तू मोका दिए अहा, मइँ ओनका तोहरे नाउँ क बोध कराएउँ। उ पचे लोग्ग तोहार रहेन, मुला तू ओनका मोका दिहा अउर उ सबेन्ह तोहरी आग्या क मानेन। 7 अब उ पचे जानत अहइँ कि उ चीज जउन तू मोका दिए अहा, उ तू ही स पइदा होत ह। 8 मइँ ओनका उहइ उपदेस दिए अही जउन तू मोका दिए रह्या अउर उ सबेन्ह ओका स्वीकार कइ लिहेन्ह। उ सबेन्ह अच्छी तरह बिसवास करत हीं कि तू मोका पठए अहा। 9 मइँ ओनके बरे पराथना करत अही। मइँ दुनिया क बरे पराथना नाहीं करत अही, मइँ तउ ओनही क बरे पराथना करत अही, जेका तू मोका दिए अहइ, काहेकि उ सबइ तोहार अहइँ। 10 सब चिज जउन कछू मोरी अहइँ, उ तोहार अहइँ, अउर जउन तोहार अहइँ, उ मोर अहइँ। अउर मइँ ओनही स महिमा पाए अही।
11 “मइँ अउर जियादा समइ तलक दुनिया मँ न रहब मुला उ पचे दुनिया मँ अहइँ, अउर मइँ तोहरे पास आवत अही। हे पवित्तर परमपिता अपने उ नाउँ क ताकत स ओनकइ रच्छा करा, जउन तू मोका दिए अहा ताकि मइँ अउर तू एक अहीं, वइसे ओनहू पचे एक होइ जाइँ। 12 जब मइँ ओनके साथ रहेउँ मइँ तोहरे नाउँ क ताकत स ओनकइ रच्छा कीन्ह, जउन तू मोका दिए रह्या। मइँ रच्छा कीन्ह अउर ओनके मँ स कउनो क नास नाहीं भवा, ओका छोड़के जउने क बिनास क पूत रहा, ताकि पवित्तर सास्तर क बात सच होइ सकइ।
13 “अब मइँ तोहरे लगे आवत अही, मुला इ सब बात मइँ दुनिया मँ रहि क कहत अही जइसे कि उ सबेन्ह अपने दिलन मँ मोर पूरा आनन्द पाइ सकइँ। 14 मइँ तोहार बात ओनसे बताइ दिए अही, मुला दुनिया ओनसे नफरत करेस काहेकि उ पचे संसारिक नाहीं अहइँ। वइसेन जइसेन कि मइँ दुनिया क न अही।
15 “मइँ इ पराथना नाहीं करत अही कि तू ओनका दुनिया स निकार द्या, मुला इ बरे कि तू दुस्ट आतिमा स ओनकर रच्छा करा। 16 उ पचे दुनिया क न अहीं जइसे कि मइँ दुनिया क न अही। 17 सच्चाई क जरिए तू ओनका सबेन्ह अपने सेवा मँ लगाइ द्या। तोहार बचन सच्चा अहइ। 18 जइसेन तू मोका दुनिया मँ भेजे अहा, वइसेन मइँ ओनका इ दुनिया मँ भेजे अही। 19 मइँ ओनके बरे खुदइ क तोहरी सेवा मँ लगावत अही, जइसे कि ओनहू पचे सच्चाई क जरिए खुद क तोहरी सेवा मँ लगाइ सकइँ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.