New Testament in a Year
14 तब यीसू ह मनखेमन ला अपन करा बलाके कहिस, “जम्मो झन मोर गोठ ला सुनव अऊ समझे के कोसिस करव। 15 अइसने कोनो चीज नइं ए, जऊन ह मनखे म बाहिर ले हमाके असुध करय, पर जऊन चीज मनखे के भीतर ले निकरथे, ओहीच ह ओला असुध करथे। 16 जेकर सुने के कान हवय, ओह सुन ले।”
17 जब यीसू ह भीड़ ला छोंड़के घर के भीतर गीस, तब ओकर चेलामन ए पटंतर के बारे म ओला पुछिन? 18 ओह कहिस, “का तुमन घलो नासमझ अव? का तुमन नइं जानव कि जऊन चीज ह बाहिर ले मनखे के भीतर हमाथे, ओह ओला असुध नइं कर सकय। 19 काबरकि ओह मनखे के हिरदय म नइं, पर पेट म जाथे अऊ फेर संडास दुवारा देहें ले बाहिर निकर जाथे।” ए कहे के दुवारा यीसू ह जम्मो खाय के चीजमन ला सुध ठहराईस।
20 फेर ओह कहिस, “जऊन ह मनखे के भीतर ले निकरथे, ओहीच ह ओला असुध करथे। 21 काबरकि भीतर ले याने कि मनखे के हिरदय ले खराप सोच-बिचार, छिनारी, चोरी, हतिया, काम-बासना, 22 लोभ, दुस्टता, छल, उघरापन, जलन, निन्दा, अहंकार अऊ गंवारपन निकरथे। 23 ए जम्मो खराप चीज हिरदय के भीतर ले निकरथे अऊ मनखे ला असुध करथे।”
एक माईलोगन के बिसवास
(मत्ती 15:21-28)
24 यीसू ह ओ जगह (गलील) ला छोंड़के सूर सहर के इलाका म गीस अऊ उहां ओह एक ठन घर म गीस अऊ चाहत रिहिस कि ओकर बारे म कोनो झन जानय, पर ए बात ह छिपे नइं रहे सकिस। 25 ओतकीच बेर एक माईलोगन, जेकर नानकून बेटी म असुध आतमा रहय, ओकर करा आईस। ओह यीसू के बारे म सुने रहय अऊ अब आके ओकर गोड़ खाल्हे म गिरिस। 26 ओ माईलोगन ह आनजात (यूनानी) के रिहिस अऊ सुरूफिनीकी जाति म जनमे रिहिस। ओह यीसू ले बिनती करके कहिस कि असुध आतमा ला ओकर बेटी ले निकार दे।
27 यीसू ह ओला कहिस, “पहिली लइकामन ला पेट-भर खावन दे। काबरकि ए ठीक नो हय कि लइकामन के रोटी ला लेके कुकुरमन ला दिये जावय।”
28 तब ओ माईलोगन ह कहिस, “एह सही अय, परभू। तभो ले कुकुरमन घलो मेज के खाल्हे म लइकामन के जूठा-काठा ला खा लेथें।”
29 यीसू ह ओला कहिस, “तेंह सही कहय। जा, असुध आतमा ह तोर बेटी ले निकर गे हवय।”
30 तब ओह अपन घर जाके देखिस कि ओकर लइका ह खटिया म लेटे हवय अऊ असुध आतमा निकर गे रहय।
यीसू ह एक कोंदा-भैंरा मनखे ला बने करथे
31 तब यीसू ह सूर सहर के इलाका ले निकरके सैदा होवत, गलील के झील के खाल्हे दस सहर के इलाका म आईस। 32 उहां मनखेमन एक भैंरा अऊ कोंदा मनखे ला ओकर करा लानिन अऊ ओकर ले बिनती करिन कि ओह ओ मनखे ऊपर अपन हांथ रखके ओला बने करय।
33 तब यीसू ह ओला भीड़ ले अलग ले जाके अपन अंगरी ला मनखे के कान म डारिस अऊ थूकिस, अऊ थूक ला लेके ओकर जीभ ला छुईस। 34 अऊ स्वरग कोति निहारके सांस भरिस अऊ ओ मनखे ला कहिस, “इफ्फतह, जेकर मतलब होथे ‘खुल जा’।” 35 ओतकीच बेर ओ मनखे के कानमन खुल गीन अऊ जीभ घलो ठीक हो गीस अऊ ओह साफ-साफ सुने अऊ गोठियाय लगिस।
36 यीसू ह ओमन ला चेताके कहिस कि ए बात कोनो ला झन बतावव, पर जतका ओह ओमन ला चेताईस, ओतका ओमन ओ बात ला अऊ बताय लगिन। 37 मनखेमन बहुंत अचम्भो करके कहन लगिन, “जऊन कुछू ओह करथे, बहुंत बढ़िया करथे। इहां तक कि ओह भैंरामन ला सुने के अऊ कोंदामन ला गोठियाय के सक्ति देथे।”
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