M’Cheyne Bible Reading Plan
सिमसोन क बियाह
14 सिमसोन तिम्ना नगर क गवा। उ हुवाँ एक ठु पलिस्ती जुवती क लखेस। 2 जब उ वापस लउटा तउ उ आपन महतारी बाप स कहेस, “मइँ एक पलिस्ती लड़की क तिम्ना मँ लखेउँ ह। मइँ चाहत हउँ तू ओका मोरे बरे लिआवा। मइँ ओहसे बियाह करइ चाहत हउँ।”
3 ओकर बाप अउ महतारी जवाब दिहेन, “निहचय ही हमार सम्बंधियन मँ या हमार लोगन मँ स एक लड़की अहइ जेहसे तू बियाह कइ सकत ह। का तू पलिस्ती लोगन मँ स एक ठु लड़की स बियाह करब्या? पलिस्ती लोगन मँ स कउनो क भी खतना नाहीं भएस ह।”
किन्तु सिमसोन कहेस, “मोरे खातिर उहइ लड़की लिआवा। मइँ ओका ही चाहत हउँ।” 4 (सिमसोन क महतारी-बाप नाहीं समझुत रहेन कि यहोवा अइसा ही होइ देइ चाहत ह। यहोवा एक पलिस्ती लोगन क खिलाफ जाई बरे कारण खोजइ चाहत रहा। उ समइ पलिस्ती लोग इस्राएल क लोगन पइ हुकूमत करत रहेन।)
5 सिमसोन आपन महतारी-बाप क संग तिम्ना नगर क गवा। उ पचे नगर क निचके अंगूर क खेतन तलक पहँचन। उ ठउरे पइ एक ठु जवान सेर गरज उठा अउर सिमसोन पइ कूदा। 6 यहोवा क आतिमा क बड़की ताकत स सिमसोन पइ उतरी। उ अपने खाली हाथन स सेर क चीर डाएस। इ ओकरे बरे सहल मालूम भवा। इ वइसा सहल मालूम भवा जइसा एक ठु बोकरी क बच्चा क चीरब। किन्तु सिमसोन आपन महतारी-बाप क नाहीं बताएस कि उ का किहेस ह।
7 एह बरे सिमसोन नगर मँ गवा अउ पलिस्ती लड़की स बातन किहेस। उ ओका खुस किहेस। 8 कईउ दिना पाछे सिमसोन उ पलिस्ती लड़की क संग बियाह करइ वापस आवा। आवत समइ रास्ता मँ मरा सेर क लखइ गवा। उ मरे सेर क तने मँ मधुमकिाखयन क एक ठु छत्ता पाएस। उ सबइ कछू सहद तइयार कइ लिहे रहिन। 9 सिमसोन अपने हाथे स कछू सहद निकारेस। उ सहद चाटत भवा रास्ते पइ चल पड़ा। जब उ आपन महतारी-बाप क लगे आवा तउ उ ओनका कछू सहद दिहस। उ पचे भी ओका खाएन किन्तु सिमसोन अपने महतारी-बाप क नाहीं बताएस कि उ मरे सेर क तने स सहद लिहस ह।
10 सिमसोन क बाप पलिस्ती लड़की क लखइ गवा। दूल्हे बरे इ रिवाज रहा कि ओका एक दावत देब होत ह। एह बरे सिमसोन दावत दिहेस। 11 जब लोग लखेन कि उ एक ठु दावत देत अहइ तउ उ पचे ओकरे संग तीस मनई पठएन।
12 तब सिमसोन ओन तीस मनइयन स कहेस, “मइँ तू पचन्क एक ठु पहेली सुनावइ चाहत हउँ। मोर दावत सात दिन तलक चली। उ समइ ही जवाब हेरइ क कोसिस कर्या। जदि तू पचे पहेली क जवाब उ समइ क अन्दर दइ सक्या तउ मइँ तू पचन्क तीस ठु सूती कमीजन, तीस ओढ़नन क जोड़ा देब। 13 किन्तु जदि तू पचे एकर जवाब न निकारि सक्या तउ तू पचन्क तीस सूती कमीजन अउ तीस जोड़ी ओढ़नन मोका देइ क होइ।” एह बरे तीस मनइयन कहेन, “पहिले आपन पहेली सुनावा, हम एका सुनइ चाहित ह।”
14 सिमसोन इ पहेली सुनाएस:
“खाइवालन मँ स कछू खाइ क चीज।
अउर ताकतवर मँ स कछू मधुर चीज निकरेस।”
एह बरे तीस मनइयन तीन दिना तलक एकर जवाब हेरइ क जतन किहेन, किन्तु उ पचे कउनो जवाब न पाइ सकेन।
15 चउथे दिन[a] उ सबइ मनई सिमसोन क मेहरारू क निचके आएन। उ पचे कहेन, “का तू हम पचन्क गरीब बनावइ खातिर हिआँ हम क बोलाया ह? तू अपने भतार क, हम लोगन क पहेली क जवाब देइ बरे फुसलावा। जदि तू हम लोगन बरे जवाब नाहीं निकारतिउ तउ हम लोग तोहका अउर तोहरे बाप क घरे मँ रहइवालन सबहिं लोगन क बार देब।”
16 एह बरे सिमसोन क मेहरारू ओकरे लगे गइ अउर रोवइ-चिचियाइ लाग। उ कहेस, “तू मोहसे सिर्फ घिना करत अहा। तू मोहसे सच्चा पिरेम नाहीं करत अहा। तू मोरे लोगन क एक ठु पहेली सुनाया ह अउर तू ओकर जवाब मोका नाहीं बताइ सकत्या।”
सिमसोन जवाब दिहेस, “किन्तु मँ आपन माता-पिता क भी नहीं बताएस, फुन फिर मोका इ तोहका काहे बताइ चाही।”
17 सिमसोन क मेहरारू दावत क आखिर सात दिना तलक रोवत चिचियात रही। एह बरे आखिर मँ उ सतएँ दिन पहेली क जवाब ओका दिहस। उ बताइ दिहस काहेकि उ ओका बराबर परेसान करत रही। तब उ आपन लोगन क बीच गइ अउर ओनका पहेली क जवाब दइ दिहस।
18 इ तरह दावत वाले सतएँ दिन सूरज बूड़इ स पहिले पलिस्ती लोगन क लगे पहेली क जवाब रहा। उ पचे सिमसोन क लगे आएन अउर उ पचे कहेन,
“सहद स मीठ का बाटइ?
सेर स ताकतवर कउन अहइ?”
तब सिमसोन ओनसे कहेस,
“जदि तू पचे मोरी गइया क न जोते होत्या तउ,
मोरी पहेली क जवाब नाही निकार पाए होत्या।”
19 सिमसोन बहोतइ कोहाइ गवा। यहोवा क आतिमा ओकरे ऊपर बड़की ताकत क संग आइ। उ आस्कलोन नगर क गवा। उ नगर मँ उ ओनकर तीस पलिस्तिय मनइयन क मारेस। तब उ ल्हासन स सारे ओढ़नन अउ सारी दौलत लिहस। उ ओन ओढ़नन क लइके लउटा अउर ओन मनइयन क दिहस, जउन पहेली क जवाब दिहे रहेन। तब उ आपन बाप क घर लउटा। 20 सिमसोन आपन मेहरारू क नाहीं लइ गवा। बियाह समारोह मँ हाजिर सब स नीक मनई ओका रख लिहस।
पौलुस कुरिन्थुस मँ
18 एकरे पाछे पौलुस एथेंस तजिके कुरिन्थुस चला गवा। 2 हुवाँ उ जउ पुन्तुस मा पइदा भवा रहा अक्विला नाउँ क एक यहूदी स मिला। जउन हाल मँ ही आपन पत्नी प्रिस्किला क संग इटली स आवा रहा उ पचे इटली यह बरे तजेन कि क्लौदियुस सबहिं यहूदियन क रोम स निकरि जाइ क हुकुम दिहे रहा तउ पौलुस ओनसे भेंटइ आवा। 3 अउर काहेकि ओनकइ धन्धा एक ही रहा तउ उ ओनही क संग ठहरा अउर काम करइ लाग। बइपार स उ पचे तम्बू बनावइवाला रहेन।
4 हर सबित क दिन उ आराधनालय मँ बाद बिवाद कइके यहूदियन अउर यूनानियन क समुझावइ बुझावइ क जतन करत। 5 जब उ सबइ मैसीडोनिया स सीलास अउर तीमुथियुस आएन तब पौलुस आपन सारा समइ बचन क प्रचार करइ मँ लगाए रहा। यहूदियन क इ परमान देइ चाहत रहा कि ईसू ही मसीह अहइ। 6 तउ जब्बहिं उ पचे ओकर खिलाफत किहेन अउर ओसे फूहर पातर कहेन तउ उ ओनकइ खिलाफ ओढ़ना झारत भवा ओनसे कहेस, “तोहार रकत तोहारे मूँडे प पड़इ। ओकर मोसे कउनो मतलब नाहीं बा। अबहिं स अगवा मइँ गैर यहूदियन क लगे चला जाबा”
7 इ तरह पौलुस हुवाँ स चला गवा अउर तीतुस यूस्तुस नाउँ क एक मनई क घरे गवा। उ परमेस्सर क आराधक रहा। ओकर घर आराधनालय स सटा रहा। 8 क्रिसिपुस, जउन आराधनालय क प्रधान रहा, आपन समूचइ घराना क संग सत्य पर्भू मँ बिसवास धारण किहेस। साथ ही बहोत स कुरिन्थुस जउन पौलुस क प्रबचन सुने रहेन, बिसवास ग्रहण कइके बपतिस्मा लिहेस।
9 एक राति सपना मँ पर्भू पौलुस स कहेस, “डेरा जिन, बोलत रहा अउर चुप जिन हवा। 10 काहेकि मइँ तोहरे संग हउँ। तउ तोहरे प हमला कइके कउनो भी तोहका नस्कान नाहीं पहुँचाइ काहेकि इ सहर मँ मोर ढेर मिला बाटइँ।” 11 तउ पौलुस, हुवाँ डेढ़ बरिस तलक परमेस्सर क बचन क ओनकइ बीच मँ सिच्छा देत भवा, ठहरा रहा।
पौलुस गल्लियन क समन्वा लइ आवा जाब
12 जब अखाया क राज्यपाल गल्लियो रहा तबहिं यहूदी लोग एक एक अउरटिके पौलुस प धावा बोलि दिहेन अउर ओका धइके कचहरी लइ आएऩ। 13 अउर बोलेन, “इ मनई परमेस्सर क आराधना अइसे तरीका स करइ बरे हुस्कावत अहइ हउन व्यवस्था क विधान क खिलाफ बा।”
14 पौलुस अबहिं आपन मुँहना खोलइ क ही रहा कि गल्लियन यहूदियन स कहेन, “अरे यहूदियो, जदि इ कछू कउनो अनिआव या गहिर अपराध क होत तउ तोहार बात सुनब मोरे बरे निआव क मुताबिक होत 15 मुला काहेकि इ विसय सब्दन, नाउँ अउर तोहार आपन व्यवस्था क सवाल स जुड़ा अहइ, यह बरे ऍका तू सबइ खुद ही सुलझावा। अइसी बातन क बारे मँ मइँ न्यायाधीस नाहीं बनइ चाहत हउँ।” 16 अउर फिन उ ओनका कचहरी स बाहेर निकाल दिहिस।
17 तउ उ पचे आराधनालय क नेता सोस्थिनेस क धइ दहबोचेन अउर अदालत क समन्वा ही ओका पीटइ लागेन। मुला गल्लियन इ बातन प तनिकउ भी धियान नाहीं दिहेन।
अन्ताकिया क पौलुस क वापसी
18 बहोत दिनाँ तलक पौलुस हुवाँ ठहरा रहा। फिन भाइयन स बिदा होइके उ नाउ क मारग स सीरिया क चला गवा। ओकरे संग प्रिस्किल्ला अउर अक्विला भी रहेन। पौलुस किंखिया मँ आपन बार कटवाएस काहेकि उ एक ठु मन्नत माने रहा। 19 फिन उ पचे इफिसुस पहोंचेन अउर पौलुस प्रिस्किल्ला अउर अक्विला क हुवँइ छोर दिहेन। अउर खुद आराधनालय मँ जाइके यहूदियन क संग बहस करइ लाग। 20 जब हुवाँ क मनइयन ओसे कछू दिन अउर रूक जाइके निवेदन किहेन तउ उ इन्कार कइ दिहेस। 21 मुला जात भए समइ मँ उ कहेस, “अगर परमेस्सर क इच्छा भइ तउ मइँ तोहरे लगे फिन अउबइ।” फिन उ इफिसुस स नइया स जात्रा किहेस।
22 फिन कैसरिया पहोंचिके उ यरुसलेम गवा अउर हुवाँ कलीसिया क मनइयन स भेंटेस। फिन उ अन्ताकिया कइँती चला गवा। 23 हुवाँ कछू समइ बिताए क पाछे उ बिदाई लिहेस अउर गलातिया अउर फ्रूगिया क पहँटा मँ एक ठउर स दूसर ठउर क जात्रा करत भवा सबहि चेलन क बिसवास बढ़ावइ लाग।
इफिसुस अउर आखया मँ अपुल्लोस
24 हुवँइ अपुल्लोस नाउँ क यहूदी रहत रहा। उ सिकुन्दरिया मँ पइदा भवा रहा। उ बिद्धान बोलवइया रहा। उ इफिसुस मँ आवा। सास्तर क ओका पूरा पूरा ज्ञान रहा। 25 ओका पर्भू क मारग क दीच्छा भी मिली रही। उ हिरदय मँ उमंग भरिके प्रबचन करत अउर ईसू क बारे मँ बड़ी हुसियारी स उपदेस देत रहा। तउ भी ओका यूहन्ना क बपतिस्मा क गियान रहा। 26 आराधनालय मँ उ निडर होइके बोलइ लाग। जब प्रिस्किल्ला अउर अक्विला ओका बोलत सुनेन तउ उ पचे ओका एक कइँती लइ गएन अउर जिआदा बारीकी स ओका परमेस्सर क मारग क बियाख्या समझाएऩ।
27 तउ जब उ अखाया क जाइ चाहेस तउ भाइयन ओकर हिम्मत बढ़ाएन अउर हुवाँ क चेलन क ओकर सुआगत करइ बरे लिखिके पठएन। जब उ हुवाँ पहोंचा तउ ओनकइ बरे बड़कवा सहायक सिद्ध होइ गवा जउन पहमेस्सर क अनुग्रह स बिसवास ग्रहण किहेन। 28 काहेकि सास्तरन स इ परमान देत भए कि ईसू ही मसीह अहइ, उ यहूदी लोगन क मजमा मँ जोरदार सब्दन स ललकारत भवा सास्तरन मँ पछारे रहा।
यहोवा नबूकदनेस्सर क सासक बनाएस ह
27 यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। यहूदा क राजा सिदकिय्याह क राज्जकाल क चउथे बरिस उ आवा। सिदकिय्याह राजा योसिय्याह क पूत रहा। 2 यहोवा मोहसे जउन कहेस, उ इ अहइ: “यिर्मयाह छड़ अउर चमड़े क पट्टियन स जुआ बनावा। उ जुआ क आपन गटइया पइँ रखा। 3 तब एदोम, मोआब, अम्मोन सोर अउर सीदोन क राजा लोगन क कइँती ओनका पठवा। इ सबइ सँदेसन एन राजा लोगन क राजदूतन क जरिये पठवा जउन यहूदा क राजा सिदकिय्याह स मिलइ यरूसलेम आवा अहइँ। 4 ओन राजदूतन स कहा कि उ पचे सँदेसा आपन सुआमियन क द्या। ओनसे इ कहा कि इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह: ‘आपन सुआमियन स कहा कि 5 मइँ पृथ्वी अउर ऍह पइ रहइवाले सबहिं लोगन क बनाएउँ। मइँ पृथ्वी क सबहिं जनावरन क बनाएउँ। मइँ इ आपन बड़की सक्ति अउर सक्तिसाली भुजा स किहेउँ। मइँ इ पृथ्वी कउनो क भी चाहउँ दइ सकत हउँ। 6 इ समइ मइँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क इ सबइ भुइँया दइ दिहेउँ। उ मोर सेवक अहइ। मइँ जंगली जनावरन क भी ओकरे आग्याकारी बनाउब। 7 सबहिं रास्ट्र नबूकदनेस्सर ओकर पूत अउर ओकर पौत्र क सेवा करिहीं। तब बाबुल क पराजय क समइ आइ। कइउ रास्ट्र अउर बड़के सम्राट बाबुल क आपन सेवक बनइहीं।
8 “‘किन्तु इ समइ कछू रास्ट्र या राज्ज बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क सेवा करइ स इन्कार कइ सकत हीं। उ पचे ओकरे जुआ क आपन गटइया पइ धरइ स इन्कार कइ सकत हीं। जदि अइसा होत ह तउ जउन मइँ करब उ इ अहइ: मइँ उ रास्ट्र क तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी क सजा देब,’” यहोवा कहत ह। “‘मइँ उ तब तलक करब जब तलक मइँ उ रास्ट्र क नस्ट न कइ देउँ। मइँ नबूकदनेस्सर क उपयोग उ रास्ट्र क नस्ट करइ क बरे करब जउन ओकरे बिरुद्ध करत ह। 9 एह बरे आपन नबियन क एक स सुना। ओन मनइयन क एक न सुना जउन भविस्स क घटनन क जानइ बरे जादू क उपयोग करत हीं। ओन लोगन क एक न सुना जउन इ कहत हीं कि हम सपन क फल बताइ सकित ह। ओन मनइयन क एक न सुना जउन मरन स बात करत हीं या उ सबइ लोग जउन जादूगर अहइँ। उ पचे सबहिं तू पचन्स बातन करत हीं, “तू पचे बाबुल क राजा क दास नाहीं बनब्या।” 10 किन्तु उ सबइ लोग तू पचन्स झूठ बोलत हीं। मइँ तू पचन्क तोहरे पचन्क जन्मभूमि म दूर जाइ पइ बिबस करब अउर तू पचे दूसर देस मँ मरब्या।
11 “‘किन्तु उ सबइ रास्ट्र जउन बाबुल क राजा क जुआ क आपन कंधन पइ धरिहीं अउर ओकर आग्या मानिहीं, जिअत रहिहीं। मइँ ओन रास्ट्रन क ओनके आपन देस मँ रहइ देब।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। ‘ओन रास्ट्रन क लोग आपन भुइँया पइ रहिहीं अउर ओह पइ खेती करिहीं।’”
12 मइँ यहूदा क राजा सिदकिय्याह क भी इहइ सँदेसा दिहउँ। मइँ कहेउँ, “सिदकिय्याह, तोहका बाबुल क राजा क जुआ क खाले आपन गटइ देइ चाही अउर ओकर आग्या मानइ चाही। जदि तू बाबुल क राजा अउर ओकर लोगन क सेवा करब्या तउ तू रहि सकब्या। 13 जदि तू बाबुल क राजा क सेवा करब कबूल नाहीं करत्या तउ तू अउर तोहार लोग दुस्मन क तरवार क घाट उतारा जइहीं, तथा भूख अउर भयंकर बीमारी स मरिहीं। यहोवा कहेस कि इ सबइ घटनन होइहीं। 14 किन्तु लबार नबी कहत अहइँ: ‘तू बाबुल क राजा क दास कबहुँ नाहीं होब्या।’
“ओन नबियन क एक न सुना। काहेकि उ पचे तोहका झूठा उपदेस देत अहइँ। 15 ‘मइँ ओन नबियन क नाहीं पठएउँ ह।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। ‘उ पचे झूठ उपदेस देत अहइँ अउर कहत अहइँ कि उ सँदेसा मोरे हिआँ स अहइ। एह बरे यहूदा क लोगो, मइँ तोहका पचन्क दूर पठउब। तू पचे मरब्या अउर उ सबइ नबी भी जउन झूठ उपदेस देत अहइँ मरिहीं।’”
16 तब मइँ (यिर्मयाह) याजक अउर ओन सबहिं लोगन स कहेस, “यहोवा कहत ह: ‘उ पचे लबार नबी कहत अहइँ, कसदियन बहोत स चिजियन यहोवा क मन्दिर स लिहन। उ सबइ चिजियन हाली ही वापस लिआइ जइहीं।’ ओन नबियन क एक न सुना काहेकि उ पचे तू पचन्क झूठ उपदेस देत अहइँ। 17 ओन नबियन क एक न सुना। बाबुल क राजा क सेवा करा अउर तू पचे जिअत रहब्या। तोहरे पचन्क बरे कउनो कारण नाहीं कि तू पचे यरूसलेम सहर क बर्बाद करवाआ। 18 जदि उ सबइ लोग नबी अहइँ अउर ओनके लगे यहोवा क सँदेसा अहइ तउ ओनका पराथना करइ द्या। ओन चीजन क बारे मँ ओनका पराथना करइ द्या जउन अबहिं तलक राजा क महल मँ अहइँ अउर ओनका ओन चिजियन क बारे मँ ओनका पराथना करइ द्या जउन अबहिं तलक राजा क महल मँ अहइँ ओनका ओन चिजियन क बारे मँ पराथना करइ द्या जउन अब तलक यरूसलेम मँ अहइँ। ओन नबियन क पराथना करइ द्या ताकि उ पचे सबहिं चिजियन बाबुल नाहीं लइ जाइ जाइँ।
19 “सर्वसक्तिमान यहोवा ओन सबइ चिजियन क बारे मँ इ कहत ह जउन अबहिं तलक यरूसलेम मँ बची रहि गइ अहइँ। मन्दिर मँ खम्भा, काँसा क बना सागर, हटावइ जोग्ग आधार अउर दूसर चिजियन अहइँ। बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर ओन चिजियन क यरूसलेम मँ तजि दिहन। 20 नबूकदनेस्सर जब यहूदा क राजा यकोन्याह क बन्दी बनाइके लइ गवा तब ओन चिजियन क नाहीं लइ गवा। यकोन्याह राजा यहोयाकीम क पूत रहा। नबूकदनेस्सर यहूदा अउर यरूसलेम क दूसर बड़के लोगन क भी लइ गवा। 21 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा मन्दिर मँ बची, राजमहल मँ बची अउर यरूसलेम मँ बची चिजियन क बारे मँ इ कहत ह, “उ सबइ चिजियन भी बाबुल लइ जाइ जइहीं। 22 ‘उ सबइ चिजियन बाबुल मँ तब तलक रहिहीं जब तलक उ समइ आइ कि मइँ ओनका लेइ जाब।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। ‘तब मइँ ओन चिजियन क वापस लिआउब। मइँ ओन चिजियन क इ ठउरे पइ वापस रखब।’”
बिनासे क भविस्सबाणी
(मत्ती 24:1-25; लूका 21:5-24)
13 जब उ मन्दिर स जात रहा, ओकर एक ठु चेला ओसे कहेस, “गुरु, लखा इ सबइ पाथर अउर इमारतन केतॅना अजूबा अहइँ।”
2 तउ ईसू ओनसे कहेस, “तू इन भारी इमारत क देखत बाट्या? हिआँ एक पाथर प दूसर पाथर टिकाइ कइ रखा बाटइ। एक एक ठु पाथर ढकेल दीन्ह जाई।”
3 जबहिं उ मन्दिर क समन्वा जैतून क पर्वत प बइठा रहा तउ पतरस, याकूब, यूहन्ना अउर अन्द्रियास अकेल्ले मँ पूछेन, 4 “हमका बतावा, इ सब कछू कब घटी? जब इ सब कछू पूरा होइ जाई तउ कउन निसान देखॉइ देइहीं?”
5 ऍह पइ ईसू कहइ लाग, “होसियार! कउनो तोहका न छली। 6 मोरे नाउँ स बहोत लोग अइहीं अउर इ दावा करिहीं, ‘मइँ उहइ हउँ।’ उ पचे बहोतन क छलिहीं। 7 जब तू जुद्ध अउर जुद्धन क अफवाह क बारे मँ सुन्या तउ घबराया जिन अइसा तो होइ मुला अबहिं अंत नाहीं बाटइ। 8 एक रास्ट्र दूसर रास्ट्र क खिलाफ अउर एक ठु राज्य दूसर राज्य क खिलाफ खड़ा होइहीं। बहोतन स ठउरन प भूइँडोल अइहीं अउर अकाल पड़ी। ई उ पीरा क सुरुआत होइ।
9 “आपन बारे मँ होसियार रहा। उ पचे तोहका अदालत मँ पेस करिहीं अउर फिन तोहका आराधनालयन मँ पीटा जाई अउर मोरे कारण तोहका सासक राजा लोगन क समन्वा खड़ा होइ क होई जइसे ओनका प्रमाण मिलि जाइ। 10 लेकिन इ जरूरी अहइ कि पहिले स हि सबन्क क सुसमाचार सुनाइ दीन्ह जाइ। 11 जब कबहुँ तोहका पकरि के तोहरे प मुकदमा चलइहीं तउ पहिले स इ फिकिर जिन कर्या कि तोहका का कहइ क अहइ। उ समइ प जउन कछू तोहका बतावा जाइ, उहइ बोल्या काहेकि इ सबइ तू पचे नाहीं जउन तू बोलत ह, मुला बोलइवाला पवित्तर आतिमा अहइ।
12 “भाई, भाई क धोखा दइके पकड़ावावत मरवाइ देइ। बाप, बेटवा क धोखा दइ के पकड़वाई अउर बाल-बच्चे आपन महतारी अउर बाप के खिलाफत मँ खड़ा होइके मरवइहीं। 13 मोरे कारण सब जने तोसे घिना करिहीं मुला जउन अंत समइ तलक धीरज धरी, ओकर उद्धार होई।
14 “जब तू पचे ‘घृनित खउफनाक अउर बिनास करइवाली चीजन्क,’ जहाँ उ सबन क न होइ चाही, हुवाँ खड़ा देख्या।” (पढ़वइया खुद समझि लेई कि ऍकर का अरथ अहइ।) “तब जउन लोग यहूदिया मँ होइहीं, ओनका पर्वत प पराय जाइ चाही। 15 अउर जउन लोग आपन घरवा क छतवा प होइहीं, उ पचे घरवा मँ घुसुरि क कछू भी लइ आवइ क तरखाले न उतरइ। 16 अउर जउन बाहेर मैदान मँ होई, उ पचे पाछे घूमि के आपन ओढ़ना तलक न लेई।”
17 उ स्त्रियन बरे जेकर पैर भारी होइ अउर जेकर दूध पिअइया बचवन गोदी मँ होइहीं, उ दिनन बहोतई खउफनाक होइहीं। 18 पराथना करा कि इ सब कछू सर्दी क रितु मँ न होइ। 19 उ दिनन अइसी बिपत आई जइसी आजु तक नाहीं इ जबहिं ते परमेस्सर इ संसार क रचि दिहन ह, आजु तक नाहीं आइ अउ कबहुँ अगवा न आई। 20 अउर जदि परमेस्सर उ दिनन क कमती कइ न दिहेस होत तउ कउनो न बच पावत। मुला उ खात रूप स चुना गवा मनइयन क कारण जेनका उ चुनेस, उ उ समइ क कब कम दिहस ह।
21 “उ दिनन मँ जदि कउनो तोसे कहइ कि, ‘देखा, इ रहा मसीह!’ या ‘उ अहइ मसीह।’ तू ओकर बिसवास न कर्या। 22 काहेकि झूठे मसीहन अउर झूठे नबियन देखॉइ देइहीं अउर उ सबइ अइसा अद्भुत चीन्हन देखइहीं अउर अचरज कारजन करिहीं कि जदि होइ जाए तउ उ पचे चुना गएन मनइयन क भी अड़पेंचे मँ डाइ देइहीं। 23 एह बरे तू सब होसियार रहा। मइँ समइ स पहिले ही तो पचन्क सब कछू बताइ दीन्ह।
24 “उ दिनन मँ दारून कस्ट क समइ क पाछे:
‘सूरज करिया पड़ि जाई,
चंदा स ओकर चाँदनी न निकसी।
25 अकास स तारे टूटइ लगिहीं,
अउर अकासे मँ बड़वार सक्ती झकाझोरि दीन्ह जइहीं।’ (A)
26 “तब्बइ मनइयन मनई क पूत क महासक्ती अउर महिमा क संग बदरवन मँ निहरिही। 27 फिन उ आपन दूतन क पठइके चारहु दिसा मँ धरती क छोरे स दूसर छोरे तक सब कइँती स आपन चुना भवा मनइयन क जमा करी।
28 “अंजीरे क बिरवा स उपदेस ल्या कि जबहिं ओकर टहनियन नरम अउर हरिअर होइ जात हीं तउ ओह पइ कोंपर फूटइ लागत हीं। तउ तू पचे जान लेत ह्या कि गर्मी क रितु आवइ क अहइ। 29 अइसे ही जबहिं तू पचे इ सब कछू होत लख्या तउ समझ लिहा कि उ समइ नगिचे आइ ग अहइ, मुला ठीक स दरवज्जे प। 30 मइँ तोसे सच-सच कहत हउँ कि इ सब घटना इत मनइयन क जिअते जी होइहीं. 31 धरती अउर अकास बरबाद होइ जइहीं लेकिन मोर बचन कबहुँ न टारे टरी।
32 “उ दिन या उ घड़ी क बारे मँ कउनो कछू गियान नाहीं, न सरग क दूतन अउर न अबहिं मनई क पूत क, सिरिफ परमपिता जानत बाटइ। 33 होसियार! जागत रहा काहेकि तू नाहीं जनत्या कि उ समइया कब आइ जाई।
34 “ई अइसे अहई कि जइसे कउनो मनई कउनो जात्रा प जात जात आपन नउकरन प आपन घरवा छोड़ि जाए अउर हर मनई क ओकर आपन आपन काम बाँटि दे अउर चौकीदार क हुकुम दइ जाए कि तू जागत रहा। 35 एह बरे तू जागत रहा काहेकि घरे क मालिक न जानी कब आइ जाए। चाहे सांझ होई, की आधी रात की मुर्गन क बाँग क समइ की फिन दिन निकरि आवइ। 36 जदि उ अचानक आइ जा तउ अइसा करा कि जेसे उ तोहका सोवत न पावइ। 37 जउन मइँ तोसे कहत हउँ, उहइ सबते कहत हउँ, ‘जानत रहा!’”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.