M’Cheyne Bible Reading Plan
मिरियन मरत ह
20 इस्राएल क मनई सीन रेगिस्तान मँ पहिले महीना मँ पहोंचेन। लोग कादेस मँ रुकि गएन। मिरियम क मउत भइ अउ उ हुवाँ दफनाई गइ।
मूसा क गलती
2 उ जगह प मनइयन बरे पानी जियादा नाहीं रहा। एह बरे लोग मूसा अउ हारून क खिलाफ सिकाइत करइ बटुर गएन। 3 मनइयन मूसा स बहस किहेन। उ सबइ केहन, “इ नीक होत कि हम आपन भइयन क तरह यहोवा क समन्वा मर गए होतेन। 4 तू यहोवा क मनइयन क इ रेगिस्तान मँ काहे लियाया? का तू चाहत ह कि हम अउ हमार गोरु हिआँ मरि जाइँ? 5 तू हम पचन क मिस्र स काहे लिआया? तू हम पचन क बुरे ठउर प काहे लिआया ह? हिआँ कउनो अनाज नाहीं अहइ, कउनो अंजीर, अंगूर या अनार नाही अहइ। अउर हिआँ पिअइ बरे पानी नाहीं अहइ।”
6 एह बरे मूसा अउ हारून उ मनइयन क तजि दिहन अउ उ पचे मिलापवाला तम्बू क दुआरे पहोंचेन। उ पचे हुआँ पैलगी किहेन। यहोवा क मोजूदगी क तेज ओन पइ परगट भवा।
7 यहोवा मूसा स बात किहेस। उ कहेस, 8 “आपन भाई हारून अउ मनइयन क भीड़ क संग ल्या अउ उ चट्टान तलक जा। आपन टहरइ वाली कुबरी क ल्या। मनइयन क समन्वा चट्टान स बात करा। तबहिं चट्टान स पानी बही। अउर तू उ पानी आपन मनइयन अउ जानवरन क दइ सकत ह।”
9 टहरइ वाली कुबरी यहोवा क समन्वा पवित्तर तम्बू मँ रही। जइसा यहोवा कहे रहा, मूसा टहरइवाली कुबरी लिहस। 10 मूसा अउ हारून मनइयन स चट्टाने क समन्वा मिलइ क कहेन। तब मूसा कहेस, “तू लोग सदा बिद्रोह करत ह। अब मोरउ सुना। का हम इ चट्टाने स पानी बहाउब?” 11 मूसा आपन भुजा उठाएस अउ दुइ दाईं चट्टानें प चोट किहेस। चट्टान स पानी बहइ लाग। मनइयन अउ गोरुअन पानी पिएन।
12 मुला यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, “इस्राएल क सबहिं मनइयन चारिहुँ कइँती बटुरा रहेन। मुला तू पचे मोका उ लोगन क समन्वा पवित्तर नाहीं ठहराया। तू पचे मनइयन क नाहीं बताएस कि मइँ चट्टान स पानी कइसा बहाएस ह। तू सबइ मनइयन क नाहीं बताया कि तू सबइ मोहे प पतियाना ह। मइँ ओन मनइयन क उ देस देब जेका देइ क मइँ बचन दिहेउँ ह। मुला तू सबइ उ देस मँ ओनका पहोंचावइ वाला न रहब्या।”
13 इ ठउर क नाउँ मरीबा क पानी कहा जात रहा। इ उहइ ठउर अहइ जहाँ इस्राएल क मनइयन यहोवा स वाद-विवाद किहन। अउर इ उहइ ठउर रहा जहाँ यहोवा इ देखँए रहा कि उ पवित्तर रहा।
एदोम इस्राएल क पार नाहीं होइ दिहस
14 जब मूसा कादेस मँ रहा, उ कउनो मनइयन क एदोम क राजा क लगे एक संदेसा क संग पठएस। संदेसा इ रहा:
“तोहरे भाई लोग तोहसे इ कहत हीं: तू जानत ह कि हम पचे केतॅनी तकलीफ उठावा ह। 15 बहोत बहोतइ बरिस पहिले हमार पुरखन मिस्र चला ग रहेन। अउर हम पचे हुवाँ देर बरिस रहेन। मिस्र क मनई हम सबन बरे निर्दयी रहेन। 16 मुला हम पचे यहोवा क मदद क बिनती कीन्ह। अउर उ हम सबन क मदद बरे एक सरगदूत पठाएस। यहोवा हम पचन क मिस्र स बाहेर लइ आएन ह।
“अब हम पचे कादेस मँ अही जहाँ स तोहार पहँटा सुरु होत ह। 17 कृपा कइके आपन देस स हम पचन क जात्रा करइ देइँ। हम पचे कउनो खेत या अंगूरे क बाग स जात्रा नाहीं करब। हम पचे तोहरे कउनो इनारा स पानी नाहीं पिअब। हम पचे सिरिफ राजपथ स जात्रा करब। हम पचे राजपथ क तनिके दाहिन बाऍ नाहीं बढ़ब। हम पचे तब तलक राजपथ प ठहरब जब तलक तोहरे धरती क पार नाहीं कइ जाइत।”
18 मुला एदोम क राजा उत्तर दिहस, “तू हमरे देस स होइके जात्रा नाहीं कइ सकत्या। जदि तू हमरे देस स जात्रा करइ क कोसिस करत ह तउ हम पचे आउब अउ तोहसे तरवारे स लड़ब।”
19 इस्राएल क मनइयन जवाब दिहन, “हम पचे बड़की सड़क स जात्रा करब। जदि हम या हमार गोरु तोहार कछू पानी पीहीं तउ हम पचे ओकरे दाम क भुगतान करब। हम सबइ तोहरे देस स सिरिफ चलिके पार जाइ चाहित ह। हम सबइ ऍका आपन बरे लेइ नाहीं चाहित।”
20 मुला एदोम फिन जवाब दिहस, “हम पचे आपन देस स होइके तोहका जाइ नाहीं देब।”
तब एदोम क राजा एक ठु बहोत बड़वार अउ ताकतवर फउज बटोरेस अउ इस्राएल क मनइयन स लड़इ बरे निकर पड़ा। 21 एदोम क राजा इस्राएल क मनइयन क अपने देस स जात्रा करइ बरे मना कइ दिहस। अउर इस्राएल क लोग मुड़ गए अउर दूसरे राहे स चल पड़ेन।
हारून मरि जात ह
22 इस्राएल क सब मनइयन कादेस स होर पहाड़े तलक जात्रा किहन। 23 होर पहाड़ एदोम क चौहद्दी प रहा। यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, 24 “अब हारून क मरि क समइ अउर आपन पुरखन क लगे जा मिलइ क समइ आ गवा ह। इ उ पहॅटा मँ न जाइ जेका देइ क मइँ इस्राएल क मनइयन क बचन दिहेउँ ह। मूसा, मइँ इ तोहसे कहत हउँ काहेकि मरीबा क पानी क बारे मँ तू अउ हारून मोरे दीन्ह ग हुकुम क खिलाफ बिद्रोह किहस।
25 “हारून अउ ओकरे पूत एलीआज़ार क हॉर पहाड़े प लिआवा। 26 हारून क खास ओढ़ना क ओसे ल्या अउ ओन ओढ़नन क ओकर पूत एलीआज़ार क पहिरावा। हारून हुवाँ पहाड़े प मरी। अउर उ आपन पुरखन क संग होइ जाइ।”
27 मूसा यहोवा क हुकुम क मानेस। मूसा, हारून अउ एलीआज़ार हॉर पहाड़े प गएन। इस्राएल क सब मनइयन ओका जात लखेन। 28 मूसा हारून क ओढ़ना उतार लिहस अउ ओन ओढ़ना क हारून क पूत एलीआज़ार क पहिराएस। तब हारून पहाड़े क चोटी प मरि गवा। मूसा अउ एलीआज़ार पहाड़े स उतरि आएन। 29 तबहिं इस्राएल क सब मनइयन जान लिहन कि हारून गुजर गवा। एह बरे इस्राएल क हर मनई तीस दिना तलक हारून बरे गमी मनाएस।
“नास जिन करा” धुन पइ संगीत निदेर्सक बरे दाऊद क एक ठु कलात्मक।
1 निआवधीसो, तू पचे पच्छपात रहित नाहीं रह्या।
तू लोगन क निआउ निज निर्णयन मँ निस्पच्छ नाहीं करत अहा।
2 नाहीं, तू पचे तउ सिरिफ बुरी बातन ही सोचत अहा।
इ देस मँ तू पचे हिंसा स भरा अपराध करत अहा।
3 उ सबइ दुट्ठ लोग जइसे ही पइदा होत हीं, बुरे कामन क करइ लग जात हीं।
उ पचे पइदा होत ही झूठ बोलइ लग जात हीं।
4 उ पचे उ भयानक साँप अउ नाग जइसे होत हीं, जउन सुन नाहीं सकत।
उ सबइ दुट्ठ जन भी आपन कान सच्चाई स मूँद लेत हीं।
5 बुरे लोग वइसे ही होत हीं जइसे सँपेरन क गीतन क
या ओनकर संगीतन क करिया नाग सुन नाहीं सकत।
6 हे यहोवा! उ सबइ लोग अइसेन होत हीं जइसे सिंह।
एह बरे हे यहोवा, ओनकर दाँत तोड़ा।
7 जइसे बहत जल लुप्त होइ जात ह, वइसेन ही उ सबइ लोग लुप्त होइ जइहीं।
अउर जइसे राह क उगी भइ दूब कुचर दीन्ह जात ह, वइसेन उ सबइ भी कुचरि दीन्ह जइहीं।
8 उ सबइ घोंघा क नाई होइँ जउन चलइ मँ गल जात हीं।
उ सबइ उ गदेला क नाई होइँ जउन मरा ही पइदा भवा, जउन दिन क प्रकास कबहुँ नाहीं लखेस।
9 उ सबइ उ बाड़े क काँटन क तरह हाली ही बरबाद होइँ,
जउन आगी पइ चढ़ी भइ हाँड़ी गरमावइ बरे हाली जरि जात हीं।
10 जब सज्जन ओन लोगन क सजा पावत लखत ह
जउन ओकरे संग बुरा किहेन ह,
उ खुस होत ह।
उ आपन गोड़ ओन दुट्ठन क खून मँ धोइ।
11 जब अइसा होत ह, तउ लोग कहइ लागत हीं, “सज्जनन क ओनकर फल निहचय मिलत ह।
फुरइ परमेस्सर जगत क निआउ कर्ता अहइ।”
संगीत निर्देसक बरे “नास जिन करा” धुन पइ दाऊद क उ समइ क एक ठु भक्ति गीत जब साऊल लोगन क दाऊद क घर पइ निगरानी राखत भए ओका मारि डावइ क जुगुत करइ बरे पठए रहा।
1 हे परमेस्सर, तू मोका मोरे दुस्मनन स बचाइ ल्या
मोर मदद ओनसे विजयी बनवइ मँ करा जउन मोरे खिलाफ जुद्ध करइ आवा अहइँ।
2 अइसे ओन लोगन स, तू मोका बचाइ ल्या।
तू ओन हत्यारन स मोका बचाइ ल्या। जउन बुरे कामन क करत रहत हीं।
3 लखा! बलवान लोग मोका घात लगाए अहइँ।
उ पचे मोका मारि डावइ क बाट जोहन अहइँ।
एह बरे नाहीं कि मइँ कउनो पाप किहेउँ ह या मोसे कउनो अपराध बन पड़ा अहइ।
4 उ पचे मोरे पाछे पड़ा अहइँ, मुला मइँ कउनो भी बुरा करम नाहीं किहेउँ ह।
हे यहोवा, आवा! तू खुद अपने आप लख ल्या!
5 हे परमेस्सर! इस्राएल क परमेस्सर! तू सर्वसक्तिसाली अहा।
तू उठा अउर ओन लोगन क दण्डित करा।
ओन बिस्सासघातियन ओन दुर्जन लोगन पइ तनिकउ भी दया जिन देखाँवा।
6 उ सबइ दुर्जन साँझ क होत ही सहर मँ घुसि आवत हीं।
उ सबइ लोग गुर्रात कूकुरन स
सहर क बीच मँ घूमत रहत हीं।
7 तू ओनकर धमकियन अउर अपमानन क सुना।
उ पचे अइसी क्रूर बातन कहा करत ही।
उ सबइ इ बात क चिंता तलक नाहीं करतेन कि ओनकर कउन सुनत ह।
8 हे यहोवा, तू ओनकर उपहास कइके
ओन सबहिं लोगन क मजाक बनाइ द्या।
9 हे परमेस्सर, तू मोर सक्ति अहा, मइँ तोहार बाट जोहत हउँ।
हे परमेस्सर, तू ऊँचे पहाड़न पइ मोर सुरच्छा क ठउर अहा।
10 परमेस्सर मोहसे पिरेम करत ह, अउर उ जीतइ मँ मोर सहायक होइ।
उ मोरे दुस्मनन क हरावइ मँ मोर मदद करी।
11 हे परमेस्सर, बस ओनका जिन मार डावा, नाहीं तउ होइ सकत ह मोर लोग बिसरि जाइँ।
हे मोर सुआमी अउ संरच्छक, तू आपन सक्ती स ओनका छितराइ द्या अउर हराइ द्या।
12 उ सबइ बुरे लोग कोसत अउ झूठ बोलत रहत हीं।
ओन बुरी बातन क सजा ओनका द्या, जउन उ पचे कहे अहइँ।
ओनका आपन अभिमान मँ फँसइ द्या।
13 तू आपन किरोध स ओनका बरबाद करा।
ओनका पूरी तरह बरबाद करा।
लोग तबहिं जनिहीं कि परमेस्सर,
याकूब क लोगन क अउर उ सारे संसार क राजा अहइ।
14 फुन अगर उ सबइ लोग संझा क एहर ओहर टहरत
गुर्रातन कूकुरन स सहर मँ आवइँ,
15 तउ उ सबइ खाइ क कउनो क चीज हेरत फिरिहीं,
अउर खाइ क कछू भी नाहीं पइहीं अउर न ही सोवइ क कउनो ठउर पइहीं।
16 मुला मइँ तोहार बड़कई क गीत गाउब।
हर भिन्सारे मइँ तोहरे पिरेम मँ आनन्दित होब।
काहेकि तू पर्वतन क ऊपर मोर सरणस्थल अहा मइँ तोहरे लगे आइ सकत हउँ,
जब मोका विपत्तियन घेरिहीं।
17 मइँ आपन गीतन क तोहरी बड़कइ मँ गाउब
काहेकि पर्वतन क ऊपर तू मोर सरणस्थल अहा।
तू परमेस्सर अहा, जउन मोका पिरेम करत ह।
परमेस्सर इस्राएल क सजा देइ
8 याकूब क लोगन क खिलाफ मोर यहोवा एक आग्या दिहेस। इस्राएल क खिलाफ दीन्ह गइ उ आग्या क पालन होइ। 9 तब एप्रैम क हर मनई क अउर हिआँ तलक कि सोमरोनक मुखिया लोगन क इ पता चलि जाइ कि परमेस्सर ओनका सजा दिहे रहा।
आजु उ सबइ लोग अभिमानी अउ बड़बोला अहइँ। उ सबइ लोग कहा करत हीं, 10 “होइ सकत ह इ सबइ ईटन भहराइ जाइँ किन्तु हम एकर अउर जियादा मजबूत पाथरन स निर्माण करब। सम्भव अहइ इ सबइ नान्ह नान्ह बृच्छ काट गिराव जाइँ। किन्तु हम नवा नवा बृच्छ खड़ा कइ देब अउर इ सबइ बृच्छ बिसाल तथा मजबूत बृच्छ होइहीं।”
11 तउ यहोवा इस्राएल क लोगन क खिलाफ जुद्ध करइ बरे हुसकाइ। यहोवा रसीन क सत्रुअन क ओनकर विरुद्ध लइ आई। 12 यहोवा पूरब स आराम क लोगन क अउ पच्छिम स पलिस्तियन क लिआइ। उ सबइ सत्रु आपन फउज स इस्राएल क हराइ देइहीं। किन्तु परमेस्सर इस्राएल स तब भी कुपित रही। यहोवा तब भी लोगन क सजा देइ क तत्पर रही।
13 परमेस्सर लोगन क सजा देइ, किन्तु उ पचे फुन भी पाप करब नाहीं छोड़िहीं। उ पचे परमेस्सर कइँती नाहीं मु़ड़िहीं। उ पचे सर्वसक्तिमान यहोवा क अनुसरण नाहीं करिहीं। 14 तउ यहोवा इस्राएल क मूँड़ अउ पूँछ काट देइ। एक ही दिन मँ यहोवा ओकर साखा अउर ओकरे तने क लइ लेइ। 15 (हिआँ मूँड़ क अरथ अहइ अग्रज तथा महत्वपूर्ण अगुवा लोग अउर पूँछ स अरथ अहइ अइसे नबी जउन झूठ बोला करत हीं।)
16 उ सबइ लोग जउन अगुवाइ करत हीं ओनका बुरे मारग पइ लइ जात हीं। जउन लोग ओनके पाछे चलत हीं, बर्बाद कइ दीन्ह जइहीं। 17 इ सबइ सबहिं लोग दुस्ट अहइँ। एह बरे यहोवा एन युवकन स खुस नाहीं अहइ। यहोवा ओनकर राँड़ अउरत अउ ओनकर अनाथ लरिकन पइ दाया नाहीं करी। काहेकि इ सबइ लोग दुस्ट अहइँ। इ सबइ लोग अइसे काम करत हीं जउन परमेस्सर क खिलाफ अहइँ। इ सबइ लोग झूठ बोलत हीं। तउ परमेस्सर एन लोगन क बरे कुपित बना रही अउ सजा देत रही।
18 बुराई एक ठु छोटकी सी आगी अहइ, आगी पहिले घास फूस अउर काँटन क बारत ह, फुन उ बड़की बड़की झाड़ियन अउ जंगल क बारइ लागत ह अउर अंत मँ जाइके उ बियापक आगी का रूप लइ लेत ह अउर हर वस्तु धुँआ बनिके ऊपर उड़ि जात ह।
19 सर्वसक्तिमान यहोवा कुपित अहइ। एह बरे इ प्रदेस भसम होइ जाइ। उ आगी मँ सबहिं लोग भसम होइ जइहीं। कउनो मनई आपन भाई तलक क बचावइ क जतन नाहीं करी। 20 तब ओनके आस-पास, जउन भी कछू होइ, उ पचे ओका जब दाहिन कइँती लेइहीं, या बाई कइँती स लेइहीं, भूखा ही रइहीं। फुन उ सबइ लोग आपुस मँ आपन ही परिवार क लोगन क खाइ लगिहीं। 21 (अर्थात् मनस्से, एप्रैम क खिलाफ लड़ी अउर एप्रैम मनस्से क खिलाफ लड़ाइ करी अउर फुन दुइनउँ ही यहूदा क खिलाफ होइ जइहीं।)
यहोवा इस्राएल स अबहिं भी कोहान अहइ। यहोवा ओकर लोगन क सजा देइ बरे अबहिं भी तत्पर अहइ।
10 ओन नेम बनावइवालन क लखा अउर जउन अनिआव स भरा नेम बनाइके लिखत हीं। अइसे नेम बनावइवाले अइसे नेम बनाइके लिखत हीं जेहसे लोगन क जिन्नगी दूभर होत ह। 2 उ पचे गरीब लोगन क खिलाफ नेम बतावइ बरे उचित मार्ग स हटत ही। उ पचे राँड़ क जब्त करत हीं अउर अनाथन क हिआँ चोरी करत हीं।
3 अरे ओ, नेम क बनावइवालो, जब तू पचन्क, जउन काम तू पचे किहा ह, ओनकर हिसांब देइ क होइ तब तू पचे का करब्या? सुदूर देस स तोहार पचन्क बिनास आवत अहइ। मदद बरे तू पचे केकरे लगे दउड़ब्या? तोहार पचन्क धन अउर तोहार पचन्क सम्पत्ति तोहार सबन्क रच्छा नाहीं करि पइहीं। 4 तू पचन्क एक ठु बंदी क नाई खाले निहुरइ ही होइ। तू पचे मुर्दा क नाई धरती मँ भहराइके प्रणाम करब्या किन्तु ओहसे तू पचन्क कउनो मदद नाहीं मिली। परमेस्सर तब भी कुपित रही। परमेस्सर तू पचन्क दण्ड देइ बरे तब भी तत्पर रही।
बानी क संयम
3 मोर भाइयो तथा बहिनियो, तोहमाँ स बहुतन क सिच्छक बनइ क इच्छा न करइ चाही। तू जनतइ अहा कि हम सिच्छकन क अउर जियादा कड़ाइ क साथे निआव कीन्ह जाई।
2 काहेकि मइँ सब कइयउ बातन मँ चूक जाइत ह। सभन स बहुत स भूल होतइ रहत हीं। अगर केउ बोलइ मँ कउनउ चूक न करइ तउ उ एक सिद्ध मनई अहइ तउ फिन अउर उ पूरी देह प नियन्त्रण कइ सकत ह? 3 हम घोड़न क मुँह मँ एह बरे लगाम लगावत अही कि उ हमरे बस मँ रहइ। अउर एह तरह ओनके पूरे सरीर क हम बस मँ कई सकित ह। 4 अउर जल-यानन क बारे मँ भी इ बात सत्य अहइ। देखा, चाहे उ जहानन केतनउ बड़ा होत हीं अउर सक्तिसाली हवा क द्वारा चलावा जात हीं, परन्तु एक छोटी स पतवार स ओनका नाविक ओन्हे जहाँ कहूँ लइ जाइ चाहत ह। ओह प काबू पाइ क ओन्हे लइ जात ह। 5 इही तरह जीभ, जउन सरीर क एव्क छोटी स अंग अहइ, तबहुँ बड़ी बड़ी बात कहि डावइ क डींग मारत रहत ह।
अब तनिक सोचा एक जरा स लपट पूरा जंगल क जराइ सकत ह। 6 हाँ, जीभ: एक एक आग क साथ अहइ। इ बुराइ क एक पूरा संसार अहइ। इ जीभ हमरे सरीर क अंग मँ एक अइसेन अंग अहइ, जउन पूरा सरीर क नियन्त्रण मँ रखीके भ्रस्ट कइ डावइत ह अउर हमार पूरा जीवन चक्र मँ ही आग लगाइ देत ह। इ जीभ नरक क आग स धधकत रहत ह।
7 देखा, हर तरह क हिंसक पसु, पंछी, रेंगइवाला जीव जंतु अउर मछरी प्राणी मनई द्वारा बस मँ कीन्ह जाइ सकत ह अउर कीन्ह भी गवा अहइँ। 8 परन्तु जीभ क केउ भी मनई बस मँ नाहीं कइ सकत। इ घातक बिस स भरा एक अइसेन बुराइ अहइ जउन कभउँ चैन स नाहीं रहत। 9 हम इही जीभ स अपने पर्भू अउर परमेस्सर क स्तुति करत अही अउर इही जीभ स लोगन क जउन परमेस्सर क समानता मँ पैदा कीन्ह गवा अहइँ, मनइयन क कोसत अही। 10 एक्कइ मुँहे स स्तुति अउर अभिसाप दुन्नऊ निकरत हीं! मोर भाइयो तथा बहिनियो, अइसेन तउ न होइ चाही। 11 सोतन क एक्कइ मुहाने स भला का मीठ अउर खारा दुन्नऊ तरह क जल निकर सकत ह। 12 मोर भाइयो तथा बहिनियो, का अंजीर क पेड़े पे जइतून क लता प कभउँ अंजीर लगत ह? निस्चय ही नाहीं। अउर न तउ खारा स्रोत स कभउँ मीठ जल निकर पावत ह।
सच्चा विवेक
13 भला तोहमाँ, गियानी अउर समझदार कउन हयेन? जउन हयेन, ओका अपने करमन अपने अच्छे चाल चलन स उ नम्रता स प्रकट करम जउ गियान स उत्पन्न होत ह। 14 परन्तु अगर तू जउने लोगन क हिरदइ कड़वाहट, ईर्सा अउर सुवारथ भरा हुआ बा, तउन ओनके सामने अपने गियान क ढोल न पीटा। अइसेन कइके त तू सत्य प परदा डावत भए असत्य बोलत अहा। 15 अइसेन “गियान” तउ परमेस्सर स नाहीं, बल्कि उ त सांसारिक अहइ। आत्मिक नाहीं अहइ। अउर सइतान क अहइ। 16 काहेकि जहाँ ईर्सा अउर सुवारथ पूर्ण महत्वपूर्ण इच्छा रहत ह, उहाँ अव्यवस्था अउर भरम अउर हर तरह क खराब बात रहत हीं। 17 परन्तु परमेस्सर आवइवाला गियान सबसे पहिले तउ पवित्तर होत ह, फिन सान्तिपूर्ण, सहज-खुस करुना स भरा होत ह। अउर ओसे अच्छा करमन क फसल उपजत ह। उ पच्छपात रहित अउर सच्चा भी होत ह। 18 सान्ति क बरे काम करइवाले लोगन क भी धरमपूर्ण जीवन क फल मिली अगर ओका सान्तिपूर्ण तरीके मँ कीन्ह गवा अहइ।
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