M’Cheyne Bible Reading Plan
लोग फुन सिकाइत करत हीं
14 उ रात सिबिर क सब मनइयन जोर स रोउब सुरु किहन। 2 इस्राएल क सबहिं लोग हारून अउ मूसा क खिलाफ फुन सिकाइत किहन। सब मनइयन एक संग आएन अउ मूसा अउ हारून स कहेन, “हम पचन क मिस्र या रेगिस्तान मँ मरि जाइ चाही रहा। आपन इ नवा देस मँ तरिवारि स मरि जाइ क बजाय इ बहोतइ नीक भवा होत। 3 का यहोवा हम पनच क इ नवा प्रदेस मँ मरइ बरे लइ आएन? हमरी मेहररुअन अउ हमरे गदेलन क हम पचन स छीन लइ लीन्ह जाइ अउ हम तरिवारे स मारि डावा जाब। इ हम पचन बरे नीक होइ कि हम पचे मिस्र क लउटि जाइ।”
4 तब मनइयन एक दूसर स कहेन, “हम पचन क दूसर नेता चुनइ चाही अउ मिस्र लउटि चलइ चाही।”
5 मूसा अउ हारून हुवाँ बटुरा भवा सारे इस्राएली मनइयन क समन्वा भुइयाँ प गिरि गएन। 6 अउर उ दुइनउँ मनई जउन नवा पहँटा का छानबीन करइ बरे गए रहेन आपन ओढ़ना क सोक परगट करइ बरे फाड़ दिहस। (उ पचे दुइनउँ नून क पूत यहोसू अउ यपुन्ने क पूत कालेब रहेन।) 7 इ दुइनउँ हुवाँ बटुरा भए इस्राएलियन स कहेन, “जउने पहँटा क हम पचे लखे अही, उ बहोतइ नीक बाटइ। 8 अउर जदि यहोवा हम पचन स खुस अहइ तउ उ हम पचन क उ पहँटा मँ लइ चली। उ पहँटा नीक अउ उपजाउ अहइ, अइसा बाटइ जइसन हुवाँ दूध अउ मधु क नदी बहत होइँ। अउर यहोवा उ पहँटा क हम पचन क देइ बरे आपन सक्ती क बइपरी। 9 मुला हम पचन क यहोवा क खिलाफ नाहीं जाइ चाही। हम पचन क उ पहँटा क लोगन स नाहीं सिबिरइ चाही। हम पचे ओनका आसानी स हराइ देब। ओनके लगे कछू सुरच्छा नाहीं अहइ, ओनका सुरच्छित राखइ बरे ओनके लगे कछू नाहीं अहइ। मुला हम पचन क संग यहोवा अहइ। एह बरे इ मनइयन स जिन सिबिरअ।”
10 तब इस्राएल क सबहिं लोग यहोसू अउ कालेब क पाथर मारि देइ क बात करइ लागेन। मुला यहोवा क तेज मिलापवाला तम्बू प आवा। इस्राएल क सबहिं लोग ऍका लखि सकत रहेन। 11 यहोवा मूसा स कहेस, “इ पचे इ तरह मोका घिना स लखत रइहीं? उ पचे परगट करत रहेन कि उ पचे मोह पइ बिस्सास नाहीं करतेन। उ सबइ परगट करत हीं कि ओनकइ मोहे प बिस्सास नाहीं अहइ अउर उ पचे देखॉवत हीं कि उ पचे मोरी सक्ती प बिस्सास नाहीं करतेन। उ सबइ मोहे प बिस्सास करइ स तब भी मना कइ देत हीं जबहि मइँ ओनका बहोत स सक्तिसाली संकेत दिहेउँ ह। मइँ ओनके बीच कइ बड़की चीजन किहेउँ ह। 12 मइँ ओनका नास एक महामारी स करब अउ मइँ ओका बेदखल कइ देब, अउ तोहार प्रयोग दूसर रास्ट्र बनवइ बरे करब। अउर तोहार रास्ट्र इ सब लोग स बड़ा अउ जियादा ताकतवर होइ।”
13 तब मूसा यहोवा स कहेस, “जदि आप अइसा करत हीं तउ मिस्र मँ लोग इ सुनिहीं कि आपन सबहिं मनइयन क मारि डाएन। आप आपन बड़की सक्ती स प्रयोग ओन मनइयन क मिस्र स बाहेर लइ आवइ मँ किहन। 14 अउर मिस्र क लोग इ भूइँया (कनान) मँ रहइवालन स तोहार महान सक्ती क बारे मँ कइहीं। हे यहोवा! उ पचे पहिले स सुनि लिहेन कि। तू ऍन लोगन (इस्राएलियन) क परमेस्सर अहइ। उ पचे सबइ जानत ह कि तू प्रत्येच्छ रूप स आपन लोगन क समन्वा परगट भवा। उ पचे तोहरे बादर क बारे मँ जानत ह जउन उ पचन्क ऊपर ठहरत ह। तू उ बादर क प्रयोग दिन मँ ओन लोगन क राह दिखावइ बरे किहा अउर राति मँ उ बादर लोगन क राह दिखावइ बरे आगी मँ बदल जात रहा। 15 एह बरे आप क अब मनइयन क मारइ नाहीं चाही। जदि आप ओनका मारत हीं तउ सबहिं रास्ट्र, जउन आपक सक्ती क बारे मँ सुनि चुका अहइँ, कइहीं, 16 ‘यहोवा इ मनइयन क उ पहँटा मँ लइ जाइ मँ समर्थ नाहीं रहेन जउने पहँटा क उ पचे ओनका देइ क बचन दिहे रहेन। एह बरे यहोवा ओनका मरु भूमि मँ मारि दिहन।’
17 “एह बरे सुआमी आपन सामर्थ देखावा! देखावा वइसा ही जइसा देखॉवइ क कहे रह्या! 18 तू कहे रहा, ‘यहोवा कोहाइ मँ धीरा करत हीं। यहोवा पिरेम स भरपूर अहइँ। यहोवा पाप क छिमा करत हीं अउर ओन मनइयन क छिमा करत हीं जउन ओनके खिलाफ भी होइ जात हीं। मुला यहोवा ओन मनइयन क जरुर सजा देइहीं जउन अपराधी अहइँ। यहोवा पूत, पूतन अउ ओकर पूतहू क भी सजा देत हीं।’ 19 एह बरे इ मनइयन क आपन बड़का पिरेम देखावा। ओनके पाप क छिमा करा। ओनका उहइ तरह छिमा करा जइसा तू मिस्र छोड़इ क टेमॅ स अब तलक छिमा करत आवत ह।”
20 यहोवा उत्तर दिहस, “मइँ मनइयन क तोहरे कहे क मुताबिक छिमा कइ दीन्ह ह। 21 मुला मइँ तोहसे फुरइ कहत हउँ काहे की मइँ जब तलक रहबूँ अउ मोर महिमा इ धरती प फइली अहइ। एह बरे मइँ तोहका इ बचन देत हउँ। 22 उ मनइयन मँ स कउनो भी मनई जेका मइँ मिस्र स बाहेर लइ आएउँ, उ पचे कनान क भूइँया क कबहुँ नाहीं क लखिहीं। उ मनइयन मिस्र मँ मोर तेज अउ मोर संकेत क लखेन ह। अउर उ मनइयन उ महान कारज क निहारेन ह जउन मइँ रेगिस्तान मँ कीन्ह ह। मुला उ पचे मोर आग्या क नाहीं मानेन अउर दसहु बार मोर परीच्छा किहेन ह। 23 मइँ ओनके पुरखन क बचन दिहेउँ ह। मइँ प्रण किहेउँ रहा कि ओनका एक बड़का देस देब। मुला ओहमा स कउनो मनई जउन मोरे खिलाफ होइ चुका ह उ देस मँ घुस न पाइ। 24 मुला मोर सेवक कालेब एनॅ स अलग रहा। उ पूरी तरह मोर बात मानत रहा। एह बरे मइँ ओका उ देस मँ लइ जब जेका उ पहिले लखेस ह। अउ ओकर सन्तानन भी उ पहँटा क उत्तराधिकार होइ जाब। 25 अमालेकियन अउ कनानी लोग घाटी मँ रहत अहइँ। भियान इ जगहिया क तज़ा अउ रेगिस्तान कइँती लउटि जा। लाल सागर स होइके जा।”
यहोवा मनइयन क सजा देत हीं
26 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, 27 “इ पचे कब तलक मोरे खिलाफ सिकाइत करत रइहीं? मइँ इ मनइयन क ओराहना अउ पीरा क सुन चुकेउँ ह। 28 एह बरे एनसे कहा, ‘यहोवा कहत ह उ फुरइ ही सबहि काम करी जेकरे बारे मँ तू पचे सिकाइत किहा ह। 29 तू मनइयन क इ सब होइ। तू मनइयन क देह इ रेगिस्तान मँ मरा भवा गिरिहीं। हर एक मनई जउन बीस बरिस या जियादा उमर क रहा। हमार मनइयन क निअंबर क रूप मँ गना गवा। अउर तू पचन मँ स हर कउनो मोरे यानी परमेस्सर क खिलाफ सिकाइत किहस। एह बरे तू मनइयन मँ स हर एक रेगिस्तान मँ मरी। 30 तू पचन मँ स कउनो भी कबहुँ उ देस मँ नाहीं घुसी जेका मइँ तोहका देइ क बचन दिहेउँ ह। सिरिफ युपुन्ने क पूत कालेब अउ नून क पूत यहोसू उ देस मँ प्रवेस करिहीं। 31 तू पचे सिबिरइ गए रह्या अउ तू पचे ओराहना दिहा कि उ नवा देस मँ तोहार दुस्मनन तोहरे गदेलन क तोहसे छिनि लेइहीं। मुला मइँ तोहसे कहत हउँ कि मइँ ओन गदेलन क देस मँ लइ जाब। उ पचे उ चीजन क भोग करिहीं जेनकइ भोग तू अंगीकार नाहीं किहा। 32 जहाँ तलक तू पचन क बात बा, तू पचे इ रेगिस्ताने मँ मरि बिलाइ जाब्या।
33 “‘तोहार बेटवन हिआँ रेगिस्तान मँ चालीस बरिस तलक गड़ेरिया क रूप मँ आपन जिन्नगी बिताइ। उ पचे तोहार अबिस्सासी क कारण कस्ट झेलब। उ पचे इ रेगिस्तान मँ तब तलक कस्ट झेलिहीं जब तलक तू सबहिं मरि नाहीं जाब्या। 34 तू पचे आपन पाप बरे चालीस बरिस तलक कस्ट झेलब्या। (तू पचे इ देस क छानबीन मँ चालीस दिन लगाया। ओकरे हर दिन बरे एक बरिस होइ।) तू पचे जनब्या कि हमार तू पचन क खिलाफ होब केतँना खतरनाक अहइ।’
35 “‘मइँ यहोवा अहउँ अउर मइँ इ घोसना करत हउँ। अउर मइँ बचन देत हउँ कि मइँ इ सबहिं बुरे मनइयन बरे इ करब। इ पचे मोरे खिलाफ एक संग आएन। एह बरे उ सबइ इ रेगिस्तान मँ मरिहीं।’”
36 जउन मनइयन क मूसा नवा प्रदेस क छान-बीन करइ पठाएस ह उ पचे अइसा रहेन जउन लउटि आएन अउर सबहिं इस्राएलियन मँ सिकाइत करत भए सँचर गएन। उ मनइयन कहेन कि मनई उ प्रदेस मँ प्रवेस करइ खातिर जियादा बरिआर नाहीं रहेन। 37 उ मनइयन उ भूइयाँ क बारे मँ बुरी खबर लइहीं। एह बरे यहोवा एक बेरामी पइदा कइके ओन सबहिं क मरि बिलाइ जाइ दिहस। 38 मुला नून क पूत यहोसू अउ युपुन्ने क पूत कालेब ओन मनइयन मँ रहेन जेनका देस क छानबीन करइ पठवा गवा रहा। अउर यहोवा ओन दुइनउँ मनइयन क बचाएस। ओनका उ बेरामी नाहीं भइ जउन दूसर मनइयन क मारि डाएस।
मनइयन कनान मँ जाइके जतन करत हीं।
39 मूसा इ सबइ बातन इस्राएल क मनइयन स कहेस। लोग बहोत जियादा दुखी भएन। 40 दूसर दिन बहोतइ तड़के मनइयन ऊँचा पहाड़ी पहँटा कइँती बढ़ब सुरु किहेन। मनइयन कहेन, “हम पचे पाप किहे अहेन। हम पचन क दुःख अहइ कि हम पचे यहोवा प बिस्सास नाहीं किहेन ह। हम पचे उ ठउरे प जाब जेका यहोवा देइ क बचन दिहे अहइ।”
41 मुला मूसा कहेस, “तू पचे यहोवा क हुकुम क काहे नाहीं मानत अहा? तू पचे कामयाब न होइ सकब्या। 42 उ देस मँ जिन जा। यहोवा तू पचन क संग नाहीं अहइ। तू पचे आसनी स आपन दुस्मनन स हारि जाब्या। 43 अमालेकी अउ कनानी लोग हुवाँ तोहरे खिलाफ लड़ीहीं। तू पचे यहोवा स खिलाफत किहा ह। एह बरे उ तोहरे संग न होइ जब तू पचे ओनसे लड़ब्या। अउर तू सबहिं लड़ाइ मँ मारा जाब्या।”
44 मुला मनइयन मूसा प बिस्सास नाहीं किहेन। उ पचे ऊँची पहाड़ी कइँती गएन। मुला मूसा अउ यहोवा क करार क सन्दूख मनइयन क संग नाहीं गएन। 45 तब अमालेकी अउ कनानी लोग जउन पहाड़ी देस मँ रहत रहेन, आएन अउ उ पचे इस्राएलियन प हमला बोलि दिहन। अमालेकी अउ कनानी लोग ओनका आसानी स हराइ दिहन अउ होर्मा तलक ओनका खदेरेन।
आसाफ क भक्ति गीतन मँ स एक ठु पद।
1 देवतन क देवता यहोवा कहेस ह।
पूरब स पच्छिम तलक धरती क सब मनइयन क उ बोलाएस।
2 सिय्योन स परमेस्सर क सुन्नरता प्रकासित होत बाटइ।
3 हमार परमेस्सर आवत अहइ, अउर उ चुप नाहीं रही।
ओकरे समन्वा बरत ज्वाला बा,
ओका एक ठु बड़का तूफान घेरे बाटइ।
4 हमार परमेस्सर आकास अउ धरती क गोहराइके
आपन निजी लोगन क निआउ करइ बोलावत ह।
5 “मोर मनवइयो, मोरे लगे बटुरा।
मोर उपासको आवा हम आपुस मँ एक ठु करार किहे अही।”
6 परमेस्सर निआउ क जज अहइ
अकास ओकरी धार्मिक भावना क घोसणा करत ह।
7 परमेस्सर कहत ह, “सुना मोरे भक्तो!
इस्राएल क लोगो, मइँ तू पचन्क खिलाफ साच्छी देबउँ।
मइँ परमेस्सर हउँ, तोहार परमेस्सर।
8 मोका तोहरी बलियन स सिकाइत नाहीं।
इस्राएल क लोगो, तू पचे सदा होम बलियन मोका चढ़ावत रहा।
तू पचे हर रोज अर्पित करा।
9 मइँ तोहरे घरे स कउनो बर्धा नाहीं लेब।
मइँ तोहरे गोरू घरे स कउनो बोकरा नाहीं लेब।
10 मोका तोहरे ओन गोरुअन क जरूरत नाहीं।
मइँ ही तउ वन क सबहिं गोरुअन क सुआमी हउँ।
हजारन पहाड़न पइ जउन गोरू विचरत हीं, ओन सबन क मइँ सुआमी हउँ।
11 जिन चिरइयन क बसेरा सब स ऊँच पहाड़ पइ अहइ, ओन सबन क मइँ जानत हउँ।
अचलन पइ जउन सचल अहइँ उ सबइ सब मोरे ही अहइँ।
12 मइँ भुखान नाहीं हउँ, अगर मइँ भूखा होतउँ, तउ भी तू पचन्स मोका भोजन नाहीं माँगइ क पड़त।
मइँ जगत क सुआमी हउँ अउर ओकर भी हर चीज जउन इ जगत मँ बाटइ।
13 मइँ बर्धा क गोस नाहीं खावा करत हउँ।
बोकरन क खून नाहीं पिअत हउँ।”
14 फुरइ जउन बलि क परमेस्सर क प्रसन्न करत ह धन्यवाद क भेंटन होइ
अउर उ प्रतिग्या क पूरा करत ह जउन तू सर्वोच्च परमेस्सर क समन्वा किहे रह्या।
15 परमेस्सर कहत ह, “मोका पुकारा जब तू मुसीबत मँ रह्या,
मइँ तू पचन्क खतरा स निकारब, अउर तब तू पचे मोर मान कइ सकब्या।”
16 दुट्ठ लोगन स परमेस्सर कहत ह,
“तू पचे मोर व्यवस्था क बातन करत अहा,
तू पचे मोरे करार क भी बातन करत अहा।
17 फुन जब मइँ तू पचन्न्क सुधारत हउँ, तब भला तू पचे मोसे बैर काहे करत अहा?।
तू पचे ओन बातन क उपेच्छा काहे करत अहा जेनका मइँ तू पचन्क बतावत हउँ?
18 तू पचे चोर क लखिके ओसे मिलइ बरे दौड़ जात अहा।
तू पचे ओनके संग बिछउना मँ कूद पड़त अहा जउन बिभिचार करत हीं।
19 तू पचे बुरा वचन अउ झूठ बोलत अहा।
20 तू पचे दूसर लोगन क हिआँ तलक कि
आपन भाइयन क निन्दा करत अहा।
21 तू पचे बुरा करम करत अहा, अउर तू सोचत अहा मोका चुप रहइ चाही।
तू कछू नाहीं कहत अहा अउर सोचत अहा कि मोका चुप रहइ चाही।
लखा, मइँ चुप नाहीं रहब, तोहका स्पस्ट कइ देब।
तोहरे ही मुँहे पइ तोहार दोख बताउब।
22 तू लोग परमेस्सर क बिसरि गवा अहा।
एकरे पहिले कि मइँ तोहका चीर डावउँ,
अच्छी तरह समुझ ल्या।
जब वइसा होइ कउनो भी मनई तू पचन्क बचाइ नाहीं पाई।
23 अगर कउनो मनई स्तुति अउ धन्यवादन क बलि चढ़ावइ, तउ उ सचमुच मोर मान करी।
अगर कउनो मनई आपन जिन्नगी बदल डावइ तउ ओका मइँ परमेस्सर क सक्ति देखाँउब जउन बचावत हीं।”
3 इ सबइ बातन मइँ तू पचन्क बतावत हउँ, तू पचे समुझ ल्य। सर्वसक्तिसाली यहोवा सुआमी, ओन सबहिं वस्तुअन क छोरि लेइ जेन पइ यहूदा अउ यरूसलेम निर्भर रहत हीं। परमेस्सर समूचइ भोजन अउ जल भी छोरि लेइ। 2 परमेस्सर सबहिं नायकन अउ महाजोधन क छोरि लेइ। सबहिं निआवा धीसन, भविस्सवक्तन, जूतिसियन अउ बुजुर्गन क परमेस्सर छोरि लेइ। 3 परमेस्सर सेनानायकन अउर प्रसासनिक नेतन क छोरि लेइ। परमेस्सर सलाहकारन अउर ओन बुद्धिमान क छोरि लेइ जउन जादू करत हीं अउर भविस्स बतावइ क जतन करत हीं।
4 परमेस्सर कहत ह, “मइँ जवान बच्चन क ओनका नेता बनाइ देबउँ। बच्चन ओन पइ राज्ज करिहीं। 5 हर मनई आपुस मँ एक दूसर क बिरुद्ध होइ जाइ। नवयुवक बड़के बूढ़न क आदर नाहीं करिहीं। साधारण लोग महत्वपूर्ण लोगन क आदर नाहीं देइहीं।”
6 उ समय, आपन ही परिवारे स कउनो मनई आपन ही कउनो भाई क धरि लेइ। उ मनई आपन भाई स कही, “काहेकि तोहरे लगे एक ठु ओढ़नाबा, तउ तू हमार नेता होब्या। एन सबहिं खण्डरहन क तू नेता बनिजा।”
7 किन्तु उ भाई ठाड़ होइके कही, “मइँ तू पचन्क सहारा नाहीं दइ सकत। मोरे घरे काफी भोजन अउ ओढ़ना नाहीं बाटइ। तू मोका आपन मुखिया नाहीं बनउब्या।”
8 अइसा एह बरे होइ काहेकि यरूसलेम ठोकर खाएस अउर उ बुरा किहस। यहूदा क पतन होइ गवा अउर उ परमेस्सर क अनुसरण करब तजि दिहस। उ पचे जउन कहत हीं अउर जउन करत हीं उ यहोवा क खिलाफ अहइ। उ पचे यहोवा क महिमा बरे विद्रोह किहन।
9 लोगन क चेहरन पइ जउन भाव अहइँ ओनसे साफ देखाइँ देत ह कि उ सबइ बुरा करम करइ क अपराधी अहइँ। किन्तु उ पचे एन अपराधन क छुपावत नाहीं अहइ, बल्कि ओन पइ गर्व करत भए आपन पापन क डोंडी पीटत हीं। उ पचे ढीठ अहइँ। उ पचे सदोम नगरी क लोगन जइसे अहइँ। ओनका इ बात क परवाह नाहीं अहइ कि ओनके पापे क कउन लखत अहइ। इ ओनके बरे बहोत बुरा होइ। आपन ऊपर ऍतनी बड़की विपद उ पचे खुद बोलाएन ह।
10 अच्छे लोगन क बताइ द्या कि ओनके संग अच्छी बातन घटिहीं। जउन नीक करम उ पचे करत हीं, ओनकर सुफल उ पचे पइहीं। 11 किन्तु बुरे लोगन बरे इ बहोत बुरा होइ। ओन पइ बड़ी विपद टूट पड़ी। जउन बुरे करम उ पचे किहेन ह, ओन सबन बरे ओनका सजा दीन्ह जाइ। 12 मोर लोगन क बच्चन बेरहमी स सतइहीं। ओन पइ मेहररूअन राज करिहीं। हे मोर लोगो, तोहार पचन्क अगुआ तू पचन्क बुरे राहन पइ लइ जइहीं। सही मारग स उ पचे तू पचन्क भटकाइ देइहीं।
आपन लोगन क बारे मँ परमेस्सर क निर्णय
13 यहोवा आपन लोगन क विरोध मँ मुकदमा लड़इ बरे खड़ा होइ। उ आपन लोगन क निआव करइ बरे खड़ा होइ। 14 बुजुर्गन अउ अगुवा लोग जउन काम किहेन ह यहोवा ओनके बिरुद्ध मुकदमा चलाइ।
यहोवा कहत ह, “तू लोग अंगूरे क बागन क (यहूदा क) बारि डाया ह। तू पचे गरीब लोगन क चिजियन क लइ लिहा अउर उ सबइ वस्तुअन अबहिं भी तोहरे पचन्क घरन मँ अहइँ। 15 मोरे लोगन क सतावइ क अधिकार तू पचन्क कउन दिहस? गरीब लोगन क मुँहे क बल धूरि मँ ढकेलइ क अधिकार तू पचन्क कउन दिहस?” मोर सुआमी, सर्वसक्तीमान यहोवा इ सबइ बातन कहे रहा।
16 यहोवा कहत ह, “सिय्योन क मेहररूअन बहोत घमण्डी होइ गइ अहइँ। उ पचे मूँड़ी उठाए भए अउर अइसा आचरण करत भए, जइसे उ पचे दूसर लोगन स उत्तिम होइँ, एहर-ओहर घूमति रहत हीं। उ सबइ मेहररूअन आपन आँखिन मटकावत रहत हीं तथा आपन गोड़े क पाजेब झंकारत भइ एहर-ओहर ठुमकत फिरत हीं।”
17 सिय्योन क अइसी मेहररूअन क मूँड़े पइ मोर सुआमी फोड़न निकारी। यहोवा ओन मेहररूअन क गंजा कइ देइ। 18 उ समय, यहोवा ओनसे उ सब चिजियन छोरी लेइ जउने पइ ओनका नाज रहा: गोड़न क सुन्नर पाजेब, सूरज अउर चाँद जइसे देखाइवाले कंठहार, 19 बुन्दे, कंगना अउर ओढ़नी, 20 माथापट्टी, गोड़े क झाँझर, कमरबंद, इत्र क सीसियन अउ ताबीज जेनका उ पचे आपन कंठहारन मँ धारण करत रहिन। 21 मुहरदार अंगूठियन, नाके क बालियन, 22 उत्तिम ओढ़ना, टोपियन, चद्दरन, बटुअन, 23 दर्पण, मलमले क कपड़न, पगड़ीदार टोपियन अउर लम्बा दुसालन।
24 उ समय मँ सुगंधित इत्र जउन अबहुँ अच्छा सुगंध देत अहइ, ओकर उ सुगंध सड़ा भवा फफूँद क संग दुर्गन्ध मँ बदल जाइ। अब उ पचे कमर-बंध पहिरत हीं, किन्तु उ समय पहिरइ क बस ओनके लगे रस्सन होइहीं। इ समय उ पचे आपन बार मँ सुसोभित जूड़न बाँधत हीं, किन्तु उ समय ओनकर मूँड़ मुड़वाइ दीन्ह जइहीं। ओनके एक ठु बार तलक नाहीं होइ।[a] अब ओनके लगे सुन्नर पोसाकन अहइँ। किन्तु उ समय ओनके लगे सिरिफ सोक वस्त्र होइहीं। ओकर सुन्नरता क चीन्ह दासिता क चीन्ह मँ बदलि जाइ।
25 तू पचन्क मनइयन तरवारन स काटि जाइ अउर तोहार मेहरारुअन जुद्ध मँ मारि जाइ। 26 नगर दुआर क निअरे सभा ठउरन मँ रोउब बिलखब अउर दुःख ही फइला होइ। यरूसलेम उ मेहरारू क नाई हर चीज स वंचित होइ जाइ जेकर सब कछू चोर अउ लुटेरन लूट गवा होंइ। उ धरती पइ बइठी अउर बिलखी।
4 उ समय, सात सात मेहररूअन एक ठु मनसेधू क दबोच लेइहीं अउर ओहसे कहिहीं, “आपन खाइ क बरे हम आपन रोटियन क जुगाड़ खुद कइ लेब, आपन पहिरइ बरे ओढ़ना हम खुद बनाउब। बस तू हमसे बियाह कइ ल्या। इ सबइ काम अपने बरे हम खुद कइ लेब। बस तू हमका आपन नाउँ द्या। कृपा कइके हमरी सरम पइ पर्दा डाइ द्या।”
2 मुला इ मुसीबत क समइ मँ भी यहोवा क पौधा इस्राएल क सेवकन क खुस करिहीं। इ एक सुन्नर अउ सम्मानित क रास्ट्र होइ! 3 सिय्योन अउर यरूसलेम मँ जिअत बचा भवा सबइ लोग परिवत्तर कहलाउब्या। यरूसलेम मँ उ पचे ही अहइँ जेकर नाउँ क जिअत रहइ बरे जिन्नगी क पुस्तक मँ सूचीबंध कीन्ह गवा रहेन।
4 यहोवा सिय्योन क मेहररूअन क असुद्धता क धोइ देइ। यहोवा यरूसलेम स खून क धोइ क बहाइ देइ। यहोवा निआव क चेतना क प्रयोग करी अउर बिना कउनो पच्छपात क निर्णय लेइ। वह दाहक चेतना क प्रयोग करी अउर हर वस्तु क सुद्ध कइ देइ। 5 तब परमेस्सर इ साबित करी कि उ आपन मनइयन क संग अहइ। उ दिन क समय, धुँए क एक बादर क रचना करी अउर रात क समय एक चमचमात लपट स मिली भइ आगी। इ सबइ चीन्ह सिय्योन पर्वते पइ, लोगन क हर सभा क ऊपर अउर उ सहर मँ ओकरे हर भवन क ऊपर परगट होइहीं। सुरच्छा बरे हर मनई क ऊपर एक आवरण छाइ जाइ। 6 मण्डप क इ आवरण एक ठु सुरच्छा ठउर होइ। इ आवरण लोगन क सूरज क गर्मी स बचाइ। मण्डप क इ आवरण सब प्रकार क बाढ़न अउ बर्खा स बचइ क एक सुरच्छित ठउर होइ।
बिसवास क महिमा
11 बिसवास क मतलब बा, जेकर हम आसा करित ह, ओकरे बरे सुनिस्चित होब। अउर बिसवास क मतलब बा कि हम चाहे कउनो चीज क देखत न अही मुला ओकरे अस्तित्व क बारे मँ सुनिस्चित होब कि उ बा। 2 इही कारण पुरानन क परमेस्सर क आदर मिला भआ रहा।
3 बिसवास क आधार पर ही हम इ जानित ह कि परमेस्सर क आदेस स जगत क रचना भइ रही। इही बरे जउन दृस्य बा, उ दृस्य स नाहीं बना बा।
4 हाबिल तउ बिसवास क कारण ही परमेस्सर क कैन स अच्छी बलि चढ़ाए रहा। बिसवास क कारण ही ओका एक धर्मी मनई क रूप मँ तब सम्मान मिला रहा जब परमेस्सर त ओकरी भेंटन क प्रसंसा किहे रहा। अउर बिसवास क कारण उ आजऊ बोल थीं जद्यपि उ मरी चुका अहइ।
5 बिसवास क कारण ही हनोक क एह जीवन स उप्पर उठाइ लिहा गवा रहा ताकि ओका मउत क अनुभव न होइ। परमेस्सर तउ काहेकि ओका दूर हटाइ दिहे रहा इही बरे उ पावा नाहीं गवा। काहेकि ओका उठावा जाइ स पहिले परमेस्सर क प्रसन्न करइवाले क रूप मँ ओका सम्मान मिल चुका रहा। 6 बिसवास के बिना परमेस्सर क खुस करब असम्मभव रहा। काहेकि हरएक उ जउन ओकरे लगे आवत ह, ओकरे बरे इ जरूरी बा कि उ एह बात क बिसवास करइ कि परमेस्सर क अस्तित्व बा अउर उ जउन ओका सच्चाई क साथ खोजत ह, उ ओन्हे ओकर प्रतिफल देत ह।
7 बिसवास क कारण ही नूह क जब ओन्हन बातन क चेतावनी दीन्ह गइ जउन उ देखे तक नाहीं रहा तउ उ पवित्तर भय स भरा आपन परिवार क बचावइ क बरे एक नाव क निर्माण किहे रहा। अपने बिसवासे स ही उ एह संसार क दोसपूर्ण मानेस अउर ओह धार्मिकता क उतराधिकारी बना जउन बिसवास स आवत ह।
8 बिसवास क कारण ही, जब इब्राहीम क अइसेन स्थान प जाइके बरे बोलावा गवा रहा, जेका बाद मँ उतराधिकार क रुप मँ ओका पावइ क रहा, जदि उ इ जानत तक नाहीं रहा कि उ कहाँ जात बा, फिन भी उ आज्ञा मानेस अउर उ चला गवा। 9 बिसवास क कारण ही जउने धरती क देइ क ओका बचन दीन्ह गवा रहा, ओह प उ एका अनाजान परदेसी क समान आपन घरे बनाइके निवास किहेस। उ तम्बुवन मँ वइसेन रहा जइसेन इसहाक अउर याकूब रहत रहेन जउन ओकरे संग परमेस्सर क ओह प्रतिज्ञा क उतराधिकारी रहेन। 10 उ मजबूत आधारवाली उ नगरी क बाट जोहत रहा जेकर सिल्पी अउर निर्माण कर्ता परमेस्सर अहइ।
11 बिसवास क कारण ही, इब्राहीम जउन बूढ़ा होइ चुका रहा अउर सारा जउन खुद बाँझ रही, जे बचन दिहे रहा, ओका बिसवासनीय समझिके गर्भवती भइ अउर इब्राहीम क बाप बनाइ दिहेस। 12 अउर एह तरह इ एक्कइ मनई स जउन मरियल स रहा, अकास क तारन जेतनी असंख्य अउर सागर-तट क रेत-कणन जेतनी अनगिनत संतान भइन।
13 बिसवास क अपने मन मँ लिए भए इ लोग मरि गएन। जिन चीजन क प्रतिज्ञा दीन्ह गइ रही, उ ओ चीजन क नाहीं पाएन। उ पचे बस ओनका दुर स ही देखेन अउर ओनकर स्वागत किहेन अउर उ इ मानि लिहेन कि ओ पचे इ धरती प परदेसी अउर अनजान अहइँ। 14 उ लोग जउन अइसेन बात कहत हीं, उ इ देखावत हीं कि उ पचे एक अइसेन देस क खोज मँ अहइँ जउन ओनकर आपन अहइ। 15 अगर उ पचे ओह देस क बारे मँ सोचतेन जेका उ छोड़ि चुका अहइँ तउ ओनके फिन स लउटइ क अवसर रहत। 16 मुला ओन्हे तउ सरगे क एक अच्छा प्रदेस क उत्कट अभिलासा बा। इही बरे परमेस्सर क ओनकर परमेस्सर कहवावइ मँ संकोच नाहीं होत काहेकि उ तउ ओनके बरे एक नगर तइयार कइ रखे अहइ।
17-18 बिसवास क कारण ही इब्राहीम तउ, जब परमेस्सर ओकर परीच्छा लेत रहा, इसहाक क बलिदान चढ़ाएस। उहइ जेका प्रतिज्ञा मिली भइ रही, अपने एक मात्र बेटवा क जब बलिदान देई बाला रहा। तउ जद्यपि परमस्सर त ओसे कहे रहा, “इसहाक क द्वारा ही तोहरा वंस बाढ़ी।” 19 मुला इब्राहीम तउ सोचेस क परमेस्सर मरे भएन क भी जियाइ सकत ह अउर अगर अलंकारित भाखा मँ कहा जाइ तउ उ इसहाक क मउत स फिन वापस पाइ लिहेस।
20 बिसवास क कारण ही इसहाक तउ याकूब अउर एसाब क ओनके भविस्स क बारे मँ आसीर्बाद दिहेस। 21 बिसवास क कारण ही याकूब तउ जब उ मरत रहा।
22 यूसुफ जब ओकर अंत निकट रहा हर बेटवा क आसीर्बाद दिहेस अउर लाठी क उपर सिरे झुकि के सहरा लेत परमेस्सर क आराधना किहेस।
23 बिसवास क अधार पर ही, मूसा क महतारी-बाप तउ, मूसा क जनम क बाद ओनका तीन महिना तक छुपाये रखेन काहेकि ओ देखि लिहे रहेन कि उ कउनो सामान्य बालक नाहीं रहा अउर उ राजा क आज्ञा स नाहीं डरेन।
24-25 बिसवास स ही, मूसा जब बड़ा भवा तउ फिरौन क बिटिया क बेटवा कहवावइ स इन्कार कइ दिहेस। उ पाप क छणिक सुक भोगन क अपेच्छा परमेस्सर क लोगन क साथे दुर्व्यवहार झेलबइ ही चुनेस। 26 उ मसीह क बरे अपमान झेलइ क मिस्र क धन भंडारन क अपेच्छा जियादा मूल्यवान मानेस काहेकि उ आपन प्रतिफल पावइ क बाट जोहत रहा।
27 बिसवास क कारण ही, राजा क क्रोध स न डरत भए उ मिस्र क परित्याग कइ दिहेस। उ डटा रहा, मान ओका अदृस्य परमेस्सर देखात अहइ। 28 बिसवास स ही, उ फसह क त्यौहार अउर लहू छिड़कइ क पालन किहेस, ताकि पहिलौठा क बिनास करइवाला इस्राएल क पहिलौठा क छू तक न पावइ।
29 बिसवास क कारण ही, लोग लाल-सागर स अइसेन पार होइ गएन जइसेन उ कउनो सूखी जमीन होइ। मुला जब मिस्र क लोगन अइसेन करइ चाहेन तउ उ पचे डूबि गएन।
30 बिसवास क कारण ही, यहीहो क नगर-परकोट लोगन क सात दिन तलक ओकरे चारिहुँ कइँती परिक्रमा कइ लेइके बाद ढह गवा।
31 बिसवास क कारण ही, राहाब नाउँ क बेस्या आज्ञा क उल्लंघन करइवालन क साथे नाहीं मारी गइ रही काहेकि उ गुप्तचरन क स्वागत सत्कार किहे रही।
32 अब मइँ अउर जियादा का कही। गिदोन, बाराक, सिमसोन, यिफतह, दाऊद, समूएल अउर ओन्हन नबियन क चर्चा करइ क मोरे लगे समइ नाहीं बाटइ। 33 जे बिसवास स, राज्यन क जीत लिहेस, निआवपूर्ण काम किहेस अउर परमेस्सर जउन देइ क बचन दिहे रहा, ओका पाएस। जे सिंहन क मुँह बन्द कइ दिहेस, 34 लपलपात लपटन क क्रोध क सान्त किहेस अउर तलवार क धार स बच निकलेन, जेकरे कमजोरी इ सकित मँ बदल गइ, अउर युद्ध मँ जउन सक्तिसाली बनेन अउर जे बिदेसी सेनन क छिन्न-भिन्न कइ डाएन।
35 स्त्रियन तउ अपने मरन हुवन क फिन स जिन्दा पाएन। बहुतन क सतावा गवा, मुला उ छुटकारा पावइ स मना कइ दिहेन ताकि ओनका एक अउर अच्छा जीवन मँ पुनरूत्थान मिलि सकइ। 36 कछू क उपहासन अउर कोड़न क सामना करइ पड़ा जबकि कछू क जंजीरन स जकड़िके बन्दी घरे मँ डालि दीन्ह गवा। 37 कछू पइ पथराऊ कीन्ह गवा। ओनका आरा स चीरके दुइ फाँक कइ दीन्ह गवा, ओनका तलवार स मउत क घाट उतारि दीन्ह गवा। उ पचे गरीब रहेन, ओनका जातना दीन्ही गइ अउर ओनके साथे बुरा व्यवहार कीन्ह गवा! उ पचे भेड़ बकरियन क खाल ओढ़े रहेन अउर एहर ओहर भटकत रहेन। 38 इ संसार ओनके योग्य नाहीं रहा। उ पचे रेगिस्तानन अउर पहाड़न मँ घूमत रहेन अउर सबइ गुफा अउर धरती मँ बने भए बिलन मँ छुपत-छुपावत फिरेन।
39 अपने बिसवासे क कारण ही इ लोग सब स सराहा गएन। फिन भी परमेस्सर क जेकर महान बचन ओनका दीन्ह गवा रहा, ओका एनमाँ स कउनो नाहीं पाइ सका। 40 परमेस्सर क लगे आपन योजना क अनुसार हमरे बरे कूछ अउर जियादा अच्छा रहा जइसेन ओनहूँ बस हमरे साथे ही पूरा सिद्ध कीन्ह जाइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.