M’Cheyne Bible Reading Plan
गंभीर चर्मरोग क बारे मँ नेम
13 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, 2 “कउनो व्यक्ति क चाम पइ भयंकर सूजन या खजुरी या सफेद दाग होइ सकत हीं। अगर घाव चर्मरोग क नाई देखाइ पड़इँ तउ उ मनई क याजक हारून या ओकरे कउनो याजक पूतन क लगे लिआवा जाइ चाही। 3 याजक लोगन क मनई क चर्म क घाव क देखइ चाही। अगर घाव क बार सफेद होइ गवा होइँ अउर घाव मनई क चाम स जियादा गहिर मालूम होइ तउ इ भयंकर चर्मरोग बाटइ। जब याजक मनई क जाँच खतम करइ तउ ओका एलान करइ चाही कि मनई असुद्ध अहइ।
4 “कबहुँ कबहुँ कउनो मनई क चाम पइ कउनो सफेद दाग होइ जात ह मुला दाग चाम स गहिर नाहीं मालूम होत। अगर उ सच होइ तउ याजक उ मनई क सात दिना बरे दूसर लोगन स अलग करी। 5 सतएँ दिन याजक क उ मनई क फुन स जरूर जाँच करइ चाही। अगर घाव मँ कउनो बदलाव नाहीं आएस ह। अउर चाम पइ नाहीं फइलेस ह। तउ याजक क दूसर सात दिना बरे उ व्यक्ति क दूसर लोगन स जरूर अलगाइ देइ चाही। 6 तब याजक क उ व्यक्ति क सात दिना पाछे जरूर जाँच करइ चाही। जदि दाग गहिर होइ गवा ह अउ चाम पइ न फइला होइ तब याजक क जरूर एलान करइ चाही कि उ व्यक्ति सुद्ध अहइ। इ सिरिफ खुरंड अहइ। तब उ व्यक्ति क आपन ओढ़ना धोवइ चाही अउ उ फुन स सुद्ध होइ चाही।
7 “मुला अगर मनई याजक क फिन अपने आप क सुद्ध बनावइ बरे देखाइ लिहे होइ अउ ओकरे पाछे चर्मरोग चमड़ी पइ फइलइ लागइ तउ उ मनई क फुन याजक क लगे आवइ चाही। 8 याजक क जाँच कइके देखइ चाही। अगर घाव चाम पइ फइला होइ तउ याजक क एलान करइ चाही कि उ मनई असुद्ध अहइ अर्थातू ओका कउनो भयानक रोग अहइ।
9 “अगर मनई क भयानक चर्मरोग भवा होइ तउ ओका याजक क लगे लइ आवा जाइ चाही। 10 याजक क उ मनई क जाँच कइके देखइ चाही। अगर चाम पइ सफेद दाग होइ अउ ओहमाँ सूजन होइ, उ जगह क बार सफेद होइ ग होइँ अउर अगर हुआँ घाव कच्चा होइ। 11 तउ इ कउनो भयानक चर्मरोग अहइ जउन उ मनई क बहोत समइ स अहइ। ऍह बरे याजक क उ मनई क असुद्ध घोसित कइ देइ चाही। याजक उ मनई क सिरिफ तनिक समइ क बरे ही दूसर मनइयन स न अलगाई। काहेकि उ जानत ह कि उ मनई असुद्ध अहइ।
12 “अगर कबहुँ चर्मरोग मनई क समूचइ सरीर मँ फइल जाइ, उ चर्मरोग उ मनई क मूँड़े स गोड़े तलक ढक लेइ, 13 अउर याजक लखइ कि चर्मरोग समूचइ सरीर पइ इ तरह ढके अहइ कि उ मनई क पूरा सरीर ही सफेद होइ ग अहइ तउ याजक क ओका सुद्ध घोसित कइ देइ चाही। 14 मुला अगर मनई क चर्म घाव जइसा कच्चा होइ तउ उ सुद्ध नाहीं अहइ। 15 जब याजक कच्चा चाम लखइ, तब ओका घोसित कइ देइ चाही कि मनई असुद्ध अहइ। कच्चा चाम सुद्ध नाहीं अहइ। इ भयानक चर्मरोग अहइ।
16 “अगर कच्चा चाम फुन सफेद होइ तउ उ मनई क याजक क लगे आवइ चाही। 17 याजक क उ मनई क जरूर जाँच करइ चाही। अगर व्याधि सफेद होइ गवा अहइ तउ याजक क घोसित करइ चाही कि रोग ग्रस्त व्यक्ति सुद्ध अहइ। तउ उ मनई सुद्ध अहइ।
18 “होइ सकत ह कि कउनो व्यक्ति क सरीर क चाम पइ कउनो फोड़ा होइ जउन कि ठीक होइ ग रहा। 19 अउर उ जगह पइ सफेद सूजन, या लाली लिए भए सफेद दाग जाहिर हो जात ह अउ तब एका याजक क जरूर देखावइ चाही। 20 याजक क ओका निहारइ चाही। अगर सूजन चमड़ी स गहिर बाटइ अउ एह पइ क बार सफेद होइ ग अहइँ तउ याजक क एलान करइ चाही कि उ मनई असुद्ध बाटइ। उ दाग भयानक चर्मरोग अहइ। इ फोड़ा क भितरे स फूट पड़ा बाटइ। 21 मुला अगर याजक उ जगह क लखत ह अउ ओह पइ सफेद बार नाहीं अहइँ अउर दाग चमड़ी स गहिर नाहीं अहइ, मुला धुँधला बाटइ तउ याजक क उ मनई क सात दिन बरे अलग कइ देइ चाही। 22 अगर दाग क जियादा हिस्सा चमड़ी पइ फइलत ह तब याजक क एलान करइ चाही कि मनई असुद्ध अहइ। इ छूत रोग अहइ। 23 मुला अगर सफेद दाग अपनी जगह बना रहत ह, फइलत नाहीं तउ उ पुराना फोड़ा क सिरिफ घान अहइ। याजक क एलान करइ चाही कि मनई सुद्ध अहइ।
24-25 “कउनो व्यक्ति क चाम जरि सकत ह। अगर कच्चा चाम सफेद या लाली लिए भए सफेद दाग मँ बदल जाइ, तउ याजक क ऍका जाँच करइ चाही। अगर उ दाग चमड़ी स गहिर मालूम होइ अउ उ जगह क बार सफेद होइ जाइँ तउ इ अत्यधिक व्याधिक चर्मरोग अहइ। जउन जरा भवा मँ स फूट पड़ा अहइ। तउ याजक क उ व्यक्ति क असुद्ध घोसित करइ चाही। इ भयंकर चर्म रोग अहइ। 26 मुला याजक इ जगह क लखत ह अउर सफेद दाग मँ सफेद बार नाहीं अहइँ अउ दाग चमड़ी स गहिर नाहीं अहइ, मुला हल्का बा तउ याजक क ओका सात दिना बरे अलग करइ चाही। 27 सतएँ दिन याजक क उ मनई क फुन देखइ चाही। अगर दाग चमड़ी पइ फइलइ तउ याजक क एलान करइ चाही कि मनई असुद्ध अहइ। इ भयंकर चर्मरोग अहइ। 28 मुला अलग सफेद दाग चमड़ी पइ न फइलइ, मुला धुँधला होइ तउ इ जरइ स पइदा भइ सूजन अहइ। याजक क उ मनई क सुद्ध घोसित करइ चाही। इ सिरिफ बर जाइ क चीन्हा अहइ।
29 “कउनो मनई या मेहरारू क मूँड़ि या दाढ़ी क चाम पइ कउनो छूत रोग होइ सकत ह। 30 याजक क उ छूत क रोग (व्याधि) क जरूर लखइ चाही। अगर छूत क रोग चमड़ी स गहिर मालूम होइ अउ एकरे चारिहुँ कइँती क बार पियार अउर पतला अहा तउ याजक क एलान करइ चाही कि उ व्यक्ति असुद्ध अहइ। इ मूँड़ि या दाढ़ी क बुरा चर्मरोग अहइ। 31 अगर रोग चमड़ी स गहिर न मालूम होइ, अउर एहमाँ कउनो करिया बार न होइ तउ याजक क ओका सात दिन बरे अलग कइ देइ चाही। 32 सतएँ दिन याजक क छूत क रोगी क फुन जाँच करइ चाही। अगर रोग फइला नाहीं बाटइ अउर बार पिआर नाहीं होइ अउ जदि रोग चमड़ी स गहिर नाहीं अहइ, 33 तउ उ मनई क बार जरूर काट देइ चाही। मुला ओका रोगवाले जगह क बार नाहीं कटावइ चाही। याजक क रोग लखइ बरे उ व्यक्ति क अउर सात दिना बरे अलगाइ देइ चाही। 34 सतएँ दिन याजक क रोगी क निहारइ चाही। अगर रोग चमड़ी मँ फइला नाहीं अहइ अउर इ चमड़ी स गहिर नाहीं मालूम होत ह तउ याजक क एलान करइ चाही कि मनई सुद्ध अहइ। मनई क आपन ओढ़ना धोवइ चाही अउ सुद्ध होइ जाइ चाही। 35 मुला अगर मनई क सुद्ध होइके जाइके पाछे चमड़ी मँ रोग फइलत ह। 36 तउ याजक क फिन मनई क लखइ चाही। अगर रोग चमड़ी मँ फइलत ह तउ याजक क पिअर बाल लखइ क जरुरत नाहीं मनई असुद्ध अहइ। 37 मुला अगर याजक इ समुझत ह कि रोग क बढ़ब रुकि गवा बाटइ अउ एहमाँ करिया बार जमत अहइँ तउ रोग नीक होइ गवा अहइ। मनई सुद्ध अहइ। याजक क एलान करइ चाही कि मनई सुद्ध अहइ।
38 “जदि कउनो मनई या मेहरारू क चाम पइ सफेद दाग होइँ, 39 तउ याजक क ओन दागन क लखइ चाही। अगर मनई क चमड़ी क दाग धुँधला होइँ, तउ रोग सिरिफ हानि न पहुँचावइवाली फोड़िया अहइ। उ मनई सुद्ध अहइ।
40 “कउनो मनई आपन मूँड़े क बार क झरते हुए लख सकत हीं। उ सुद्ध अहइ। इ सिरिफ गंजापन बाटइ। 41 कउनो मनई क मूँड़े क बार झरि सकत हीं। उ सुद्ध अहइ। इ दूसर तरह क गंजापन अहइ। 42 मुला ओकरे मूँड़े क चमड़ी पइ लाल सफेद फोड़िया बाटिन तउ इ भयानक चर्मरोग अहइ। 43 याजक क अइसे व्यक्ति क जाँच करइ चाही। अगर चमड़ी क व्याधि सरीर पइ उ चाम रोग की नाईं ललछौंड़ सफेद अहइ। 44 तउ उ मनई क मूँड़े क चमड़ी पइ भयानक चर्मरोग अहइ। मनई असुद्ध अहइ, याजक क एलान करइ चाही।
45 “अगर कउनो मनई क भयानक चर्मरोग होइ तउ उ मनई क दूसर लोगन क होसियार करइ चाही। उ मनई क जोर से ‘असुद्ध! असुद्ध!’ कहइ चाही, उ मनई क ओढ़नन क, सिलाइ स फाड़ देइ चाही। उ मनई क आपन बारन क सँवारइ नाहीं चाही अउ उ मनई क आपन मुँह ढाँकइ चाही। 46 जउन मनई असुद्ध होइ ओहमाँ छूत क रोग हमेसा रही। उ मनई असुद्ध अहइ। ओका अकेल्ॅले रहइ चाही। ओकरे निवास डेरा स बाहेर होइ चाही।
47-48 “कछू ओढ़नन पइ फपूँदी[a] लागि सकत ह। ओढ़ना सन या ऊनी होइ सकत ह। ओढ़ना बुना भवा या कढ़ा भवा होइ सकत ह। फपूँदी कउनो चमड़ा या चमड़ा स बना भवा कउनो चीज पइ होइ सकत ह। 49 अगर फपूँदी हरिअर या लाल होइ तउ ओका याजक क देखाँवइ चाही। 50 याजक क फपूँदी लखइ चाही। ओका उ चीज क सात दिना तलक अलग जगह पइ धरइ चाही। 51-52 सतएँ दिन, याजक क फपूँदी लखइ चाही। इ महत्वपूर्ण नाहीं बा कि ओढ़ना क ताना बाना मँ फपूँदी अहइ या नाहीं इ महत्वपूर्ण नाहीं बा कि चमड़ा क प्रयोग काहे बरे कीन्ह गवा रहा। अगर फपूँदी फइलत ह तउ उ कपड़ा या चाम असुद्ध बाटइ। उ फपूँदी असुद्ध अहइ। याजक क उ कपड़ा या चमड़ा क बारि देइ चाही।
53 “अगर याजक देखइ कि फपूँदी फइली नाहीं तउ तउ उ कपड़ा या चाम धोवा जाइ चाही। इ महत्वपूर्ण नाहीं कि इ चाम अहइ या कपड़ा या कपड़ा क ताना बाना मँ फपूँदी अहइ या नाहीं। ऍका धोवइ चाही। 54 याजक क मनइयन क इ हुकुम देइ चाही कि उ पचे चाम या कपड़ा क टूका क धोवइँ, तबहिं याजक ओढ़नन क अउर सात दिना बरे अलग करइ। 55 उ समइ क पाछे याजक क फुन देखइ चाही। अगर फपँदी ठीक वइसेन ही देखाइ देत ह तउ उ ओढ़ना असुद्ध अहइ। इ महत्वपूर्ण नाहीं अहइ कि छूत फइली नाहीं अहइ। तू पचन क उ कपड़ा या चमड़ा बारि देइ चाही।
56 “मुला अगर याजक उ चाम या कपड़ा क लखत ह कि फपँदी मुरझान बा तउ याजक क चमड़ा या कपड़ा क फपूँदी स लाग दाग क चमड़ा या कपड़ा स फाड़ि देइ चाही। इ महत्वपूर्ण नाहीं कि कपड़ा क ताना बाना मँ फफूँदी अहइ या नाहीं। 57 मुला फपूँदी उ चमड़ा या कपड़ा पइ लौटि सकत ह। अगर अइसा होत ह तउ फपूँदी बढ़ति अहइ। उ चमड़ा या कपड़ा क बारि देइ चाही। 58 मुला अगर धोवइ क पाछे फपूँदी न लउटइ, तउ उ चाम या कपड़ा सुद्ध अहइ। एकर कउनो महत्व नाहीं कि कपड़ा क ताना बाना मँ फपूँदी अहइ या नाहीं। उ कपड़ा फुन धोइव चाही अउर उ सुद्ध होइ।”
59 चाम या कपड़ा पइ फपूँदी क बारे मँ फइसला करइ बरे इ सबइ नेम अहइ कि उ सुद्ध अहइ या असुद्ध। ऍकर कउनो महत्व नाहीं कि कपड़ा क ताना बाना मँ फपूँदी अहइ या नाहीं।
दाऊद क एक गीत।
1 हे यहोवा, तोहरे तम्बू मँ कउन समइ बिताई सकत ह?
कउन व्यक्ति तोहरे पवित्तर पर्वते पइ रहि सकत ह?
2 सिरिफ उहइ मनई जउन खरी जिन्नगी जिअत ह, अउर जउन उत्तिम करमन क करत ह,
अउर जउन हिरदइ स फुरइ बोलत ह।
उहइ तोहरे पर्वते पइ रह सकत ह।
3 अइसा मनई अउरन क बारे मँ कबहुँ बुरा नाहीं बोलत ह।
उ आपन घराने क बुराई नाहीं करत ह।
4 उ ओन मनइयन क इज्जत नाहीं करत जउन परमेस्सर स घिना राखत हीं।
अउर उ ओन सबहिं क सम्मान करत ह, जउन यहोवा क सेवक अहइँ।
अइसा मनई अगर कउनो वचन देत ह तउ उ उ वचन क पूरा भी करत ह,
जउन उ दिहे रहा।
5 उ मनई अगर कउनो क धन उधार देत ह
तउ ओह पइ ब्याज नाहीं लेत।
उ मनई कउनो निरपराध मनई क
नस्कान पहोंचावइ बरे घूस नाहीं लेत।
अगर कउनो मनई उ खरा मनई क तरह जिन्नगी जिअत ह तउ उ मनई कबहुँ भी ठोकर नाहीं खाइहीं।
दाऊद क एक गीत।
1 हे परमेस्सर, मोर रच्छा करा, काहेकि मइँ तोहे पइ निर्भर अहउँ।
2 मोर यहोवा स निवेदन अहइ, “यहोवा, तू मोर सुआमी अहा।
मोरे लगे जउन कछू उत्तिम अहइ
उ सबइ तोहसे ही अहइ।”
3 यहोवा आपन लोगन क धरती पइ अद्भूत काम करत ह।
यहोवा इ देखाँवत ह कि
उ फुरइ ओनसे पिरेम करत ह।
4 मुला जउन दूसर देवतन क पाछे ओनकर पूजा बरे परात हीं, उ पचे दुःख उठइहीं।
ओन मूरतियन क जउन रकत अर्पण कीन्ह गवा, ओनकर ओन बलियन मँ मइँ हीसां नाहीं लेब।
मइँ ओन मूरतियन क नाउँ तलक नाहीं लेब।
5 नाहीं, बस मोर हींसा यहोवा मँ अहइ।
बस यहोवा स ही मोर अंस अउर मोर पात्र आवत ह।
हे यहोवा मोका सहारा द्या अउर मोर हींसा द्या।
6 मोर हींसा बहोतइ अद्भुत अहइ।
असल मँ मोरे लगे बहोत स सुन्नर उत्तराधिकार अहइ।
7 मइँ यहोवा क गुण गावत हउँ काहेकि उ मोका गियान दिहस।
मोरे अन्तर्मन स राति मँ सिच्छन निकरिके आवत हीं।
8 मइँ यहोवा क सदा ही आपन सम्मुख राखत हउँ।
मइँ ओकर दाहिने छोर
कबहुँ नाहीं छोड़ब।[a]
9 इहइ स मोर मन अउर मोर आतिमा बहोतइ आनन्दित होइ
अउर मोरी देह तलक सुरच्छित रही।
10 काहेकि, यहोवा, तू मोर प्राण कबहुँ भी मउत क जगह मँ न तजी।
तू आपन वफ़दार क कब्र मँ सड़इ नाहीं देब्या।
11 तू मोका जिन्नगी क राह देखउब्या
जउन मोका तोहार मौजूदगी मँ पूरा आनन्द देत ह।
तोहार दाहिन कइँती होब मोका सदा सदा ही आनन्द देइ।
27 भविस्स क बरे सेखी जिन बघाड़ा। कउन जानत ह कि आगे का घटइ।
2 आपन ही मुँहे स आपन बड़कई जिन करा दूसरन क तोहार तारीफ करइ द्या।
3 कठिन अहइ पाथर ढोउब, अउर ढोउब रेत क, मुला इन दुइनउँ स कहूँ जियादा कठिन अहइ मूरख क जरिये उपजावा भवा कस्ट।
4 किरोध क्रूर होत ह। प्रकोप बाढ़ क नाईं अहइ मुला जलन बहोत ही घातक अहइ।
5 छुपे भए पिरेम स, खुली घुड़की उत्तिम अहइ।
6 दोस्त क तमाचा पइ विस्सास कइ जा सकत ह कि तोहार मदद कइ सकत ह। किन्तु दुस्मन तोहार संग दाया करइ क बहाना बनावत ह। उ तोहका नोस्कान पहोंचाहीं।
7 पेट भरि जाए पइ सहद भी नाहीं भावत मुला भुखिया मँ तउ हर चीज भावत ह।
8 आपन घर स दूर भटकत भवा मनई अइसा अहइ जइसे कउनो चिरइया आपन घोंसला स दूर भटकत ह।
9 इत्र अउर सुगंधित धूप मने क आनन्द स भरि देत हीं अउर मीत क सच्ची सम्मति स मन उल्लासे स भरि जात ह।
10 आपन मीत क जिन बिसरा न ही आपन बाप क मीत क। अउर बिपत्ति मँ मदद बरे दूर आपन भाई क घरे जिन जा। दूर क भाई स पास क पड़ोसी नीक बा।
11 हे मोर पूत, तू बुद्धिमान बन जा अउर मोर मन आनन्द स भरि द्या। ताकि मोरे निन्दा करइ वाला क मइँ जवाब दइ सकउँ।
12 बिपत्ति क आवत लखिके बुद्धिमान जन दूर हट जात हीं किंतु मूरख जन बगैर राह बदले चलत रहत हीं अउर फँस जात हीं।
13 जउन कउनो पराए मनई क जमानत भरत ह ओका आपन ओढ़ना भी खोवइ पड़ी।
14 ऊँच सुरे मँ “सुप्रभात” कहिके अलख भिंसारे आपन पड़ोसी क जिन जगाया करा। उ एक सराप क रूप मँ झेली आसीर्वाद मँ नाहीं।
15 झगड़ालू मेहरारू अइसी होत ह जइसी बर्खा क दिनन मँ लगातार टपकइ वाला बर्खा।
16 ओका रोकब वइसा ही होत ह जइसे कउनो हवा क रोकइ क बेकार जतन करत ह या मूठी मँ तेल क धरइ क जतन करत ह।
17 जइसे लोहे स लोहा धार धरत ह, वइसे ही एक व्यक्ति दूसर व्यक्ति स सीखत ह।
18 जउन कउनो अंजीरे क बृच्छ सींचत ह, उ ओकर फल खात ह। वइसे ही जउन आपन सुआमी क सेवा करत ह, उ आदर पाइ लेत ह।
19 जइसे जल मुखड़ा क प्रतिबिंबित करत ह, वइसे ही हिरदय मनई क प्रतिबिंबित करत ह।
20 मउत अउ कबर कबहुँ तृप्त नाहीं अइसा ही मनई क आँखिन भी तृप्त नाहीं होत ह।
21 चाँदी अउ सोना क भट्ठी-वुठाली मँ परख लीन्ह जात ह। वइसे ही मनई उ तारीफ स परखा जात ह जउन उ पावत ह।
22 तू कउनो मूरख क चूना मँ पीसिके चाहे जेतना महीन करा अउर ओका पीसिके अनाज जइसा बनाइ द्या ओकर चूरन मुला ओकरी मूरखता क, कबहुँ भी ओहसे दूर न कइ पउब्या।
23 आपन रेवड़ क हानत तोहका निहचित ही जानइ चाही। आपन रेवड़ क धियान स देखरेख करा। 24 काहेकि धन-दौलत तउ टिकाऊ नाहीं होतेन। इ राजमकुट पीढ़ी-पीढ़ी तलक बना नाहीं रहत ह। 25 जब चारा कट जात ह, तउ नवी घास उग आवत ह। उ घास पहाड़ियन पइ स फुन बटोर लीन्ह जात ह। 26 मेमनन क ऊन काट ल्या अउर ओढ़ना बना ल्या बोकरियन क खेतन खरीदइ बरे बेच ल्या। 27 तोहरे परिवार क, तोहरे दास दासियन क अउर तोहरे आपन बरे भरपूर बोकरी क दूध होइ।
1 पौलुस, सिलवानुस अउर तीमुथियुस क ओर स,
हमरे परमपिता परमेस्सर अउर पर्भू ईसू मसीह मँ स्थित थिस्सलुनीकियन क कलीसिया क नाउँ,
2 तू सबन क पिता परमेस्सर अउर ईसू मसीह कइँती स अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ।
3 भाइयो तथा बहिनियो, तू पचन क बरे हमका हमेसा परमेस्सर क धन्यबाद करइ चाही: अइसेन करब उचित बा। काहेकि तू पचन क बिसवासे क अचरज भरा रुप स विकास होत बा अउर तोहमाँ आपस इ मँ पिरेम बढ़त बा। 4 इही बरे परमेस्सर क कलीसियन मँ हम खुद तू सबन प गरब करित अही। तू पचन क यातना क बीच अउर कस्टन क सहत धैर्यपूर्वक सहन करई तू सबन क बिसवासे क परगट करत ह।
परमेस्सर क निआव क चर्चा
5 इ एह बाते क स्पस्ट प्रमाण बा कि परमेस्सर क निआव सच्चा बा। ओकर उद्देस इहई बा कि तू पचे परमेस्सर क राज्य मँ प्रवेस करइ योग्ग ठहरा। तू सबइ अब उही क बरे तउ कस्ट उठावत अहा। 6 निस्चय ही परमेस्सर क दिस्टी मँ इ निआव ठीक बा कि तोहे सबन क जउन दुखन देत अहइँ, ओनका बदले मँ दुख हीं दीन्ह जाइ। 7 अउर तू जउन कस्ट सहत अहा, ओनका हमरे साथे ओह समइ आराम दीन्ह जाई जब पर्भू ईसू अपने समरथ दूतन क साथे सरग स 8 धधकत आगी मँ परगट होई। अउर जउन परमेस्सर क नाहीं जनतेन अउर हमरे पर्भू ईसू मसीह क सुसमाचार पर नाहीं चलतेन, ओनका दण्ड दीन्ह जाई। 9 ओन्हे अनंत बिनास क दण्ड दीन्ह जाई। ओन्हे पर्भू अउर ओनकर महिमा भरी सक्ति क सामने स हटाइ दीन्ह जाई। 10 उ अपने पवित्तर लोगन क साथ महिमा प्राप्त करइ आई, अउर अपने आस्चर्यचकित करइ क अभिव्यक्ति करी ओनके बीच जो उन पर बिसवास करत हीं।
11 इही बरे हम तोहरे बरे परमेस्सर स हमेसा पराथना करित ह कि हमार परमेस्सर तोहे ओह जीवन क योग्ग समझई जेका जिअइ क बरे तोहे सबन क बोलावा गवा बा। अउर उ तोहार सब सुभ इच्छा क प्रबल रुप स पूरा करइ अउर सब ओह कामे क उ सफल बनावइ जउन तोहरे बिसवासे क प्रमाण अहइ। 12 इही तरह हमर पर्भू ईसू मसीह क नाउँ तोहरे द्वारा आदर पइहीं। तू पचे ओकरे द्वारा आदर पउब्या। इ सब कछू हमरे परमेस्सर क अउर पर्भू ईसू क अनुग्रह स होइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.