M’Cheyne Bible Reading Plan
माँस भोजन क नेम
11 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स कहा: इ सबइ पसु अहइँ जेनका तू खाइ सकत ह: 3 अगर पसु क खुर दुइ हिस्सा मँ बँटा होइ अउ उ पसु जुगाली करत होइ तउ तू उ पसु क गोस खाइ सकत ह।
4-6 “कछू पसु जुगाली[a] करत हीं, मुला ओनकइ खुर नाहीं फाट होतेन। तउ अइसे पसु क जिन खा। ऊँट, सापान अउ खरहा वइसेन दर्जा क अहइँ। एह बरे उ सबइ तोहरे बरे असुद्ध अहइँ। 7 दुसर पसु दुइ हिस्सा मँ बँटा भवा खुरवाला अहइँ, मुला उ पचे जुगाली नाहीं करतेन। ओन पसुअन क जिन खा। सुअर वाइसेन ही अहइँ, एह बरे उ सबइ असुद्ध अहइँ। 8 ओन पुसुअन क गोस जिन खा। ओनके ल्हासे क जिन छुआ। उ सबइ तोहरे बरे असुद्ध अहइँ।
समुद्री भोजन क नेम
9 “अगर कउनो जनावर समुद्दर या नदी मँ बसत ह अउ ओकरे पखना अउ परत होत हीं तउ तू उ जनावर क खाइ सकत ह। 10-11 मुला जदि जनवार समुद्दर या नदी मँ बसत ह अउ ओकरे पखना अउ परत नाहीं होतिन तउ उ जनावर क तोहका नाहीं खाइ चाही। तोहका उ तरह जनावरन क घिनौना समुझइ चाही। उ तरह क पसु क गोस जिन खा। इहाँ तक कि ओकर ल्हासे क जिन छुआ। 12 तोहका पानी क हर एक पसु क जेकरे पखना अउ परत नाहीं होतिन असुद्ध जनावर मँ समझइ चाही। तोहका उ तरह क समुद्दर क जनावरन क घिनौना चिजियन मँ स समुझइ चाही।
अभोज्य पंछिन
13 “तोहका नीचे लिखे भए पंछिन क भी घिनौना पंछी समझइ चाही। इन पंछिन मँ स कउनो क जिन खा: उकाब, गीध, सिकारी पंछी, 14 चील, सबहिं तरह क बाज नाउँ क पंछी, 15 सब तरह क काला पंछी, 16 सुतुर्मुर्ग, सीगंवाला कुचकुचवा, समुद्री जलमुर्गा, सबहिं प्रकार क बाज, 17 कुचकुचवा, समुद्री कौआ, बड़का कुचकुचवा, 18 जलमुर्गी, मछरी खाइवाला पेलिकन नाउँ क खेत जल पंछी, समुद्री गीध, 19 हंस, सब तरह क सारस, कठफोड़वा अउ चमगादड़।
कीड़ा पतंगा खाइ क नेम
20 “अउ सबहिं अइसे उड़इवाला कीड़ा पतंग जउन चार गोड़े प चलत इ सबइ तोहार लइ घिनौना अहइ। 21 मुला अगर उड़इवाला कीड़ा पतंगा क पखना होत हीं अउ चार गोड़े प चलत ह अगर ओकरे गोड़े क ऊपर टांगन मँ अइसे जोड़ अहइँ कि उ जमीन प उछरि सकइ तउ तू ओन पतंगन क खाइ सकत ह। 22 इ सबइ बाटेन जेनका तू खाइ सकत ह: हर किसिम क टिड्यिन, हर किसिम क उड़इवाला टिड्डियन, हर तरह क झीगुंर, हर तरह क घास चट कइ देइवाला टिड्डन।
23 “मुला दूसर उ सबहिं उड़इवाला कीड़ा पतंगन जउन चार गोड़े प चलि सकत हीं, तोहरे बरे घिनौना प्राणी अहइ। 24 उ सबइ कीड़ा पतंगन तोहका सबन क असुद्ध करिहीं। कउनो मनई जउन मरे भए कीड़ा पतंगन क छुई, साँझ तलक असुद्ध रही। 25 अगर कउनो मनई ओन मरे भए किरवन मँ स कउनो क उठावत ह तउ उ मनई क आपन ओढ़ना धोइ लेइ चाही। उ मनई साँझ तलक असुद्ध रही।
घिनौना पसुअन क किसय मँ अन्य नेम
26-27 “कछू जनावरन क खुर होत ह मुला उ खुर दुइ भाग मँ फटि नाहीं होतेन। कछू जनावर जुगाली नाहीं करतेन। कछू जनावरन क खुर नाहीं होतेन, उ आपन पंजे पइ चलतहीं। इ सबइ प्रकार क जनावरन असुद्ध अहइँ। अगर एक व्यक्ति ओकर ल्हासे क छुअत ह तउ उ व्यक्ति साँझ तलक असुद्ध रहीं। 28 अगर एक व्यक्ति ओकर ल्हासे क उठावत ह तउ उ व्यक्ति क आपन ओढ़ना क जरूर धोवइ चाही। उ व्यक्ति साँझ तलक असुद्ध रहीं। उ सबइ जनावरन तू पचन्क बरे असुद्ध अहइ।
रेगंइवालन पसुअन क बारे मँ नेम
29 “इ सबइ रेगंइवालन पसु तू पचन बरे असुद्ध अहइँ: छछून्दर, चूहा, सबहिं तरह क गिरगिट, 30 छिपकली, मगरमच्छ, गिरगिट, रेगिस्तानी गोहेर, अउ रंग बदलत गिरगिट। 31 इ सबइ रेगंइवाला पसु तोहरे बरे असुद्ध अहइँ। कउनो मनई जउन ओन मरे भएन क छुई साँझ तलक असुद्ध रही।
घिनौना पसुअन क बारे मँ नेम
32 “अगर कउनो असुद्ध पसुअन मँ स एक मरा भवा पसु कउनो चीज प गिर पड़इ तउ उ चीज असुद्ध होइ जाइ। इ काठ, चाम, कपड़ा, सोक ओढ़ना या कउनो भी औजार होइ सकत ह। जउन कछू भी उ होइ ओका पानी स धोवइ चाही। इ साँझ तलक असुद्ध रही। तबहिं इ फुन सुद्ध होइ जाइ। 33 अगर कउनो असुद्ध पसुअन मँ स एक मरा भवा माटी क कटोरा मँ गिर जाइ तउ कटोरा क कउनो भी चीज असुद्ध होइ जाइ। तू पचन क कटोरा जरुर तोड़ देइ चाही। 34 अगर असुद्ध माटी क कटोरा क पानी कउनो खइया या पेय खोरा पइ पड़इ तउ उ असुद्ध होइ जाइ। 35 अगर कउनो मरे भए घिनौने पसु क कउनो हिस्सा कउनो चीजे पइ आइ पड़इ तउ उ चीज सुद्ध नाहीं रही। एका टूका टूका कइ देइ चाही। चाहे उ चूल्हा होइ या कड़ाही। उ सबइ तू पचन क बरे हमेसा असुद्ध रइहीं।
36 “कउनो सोता या कुआँ, जेहमाँ पानी रहत ह, सद्ध बना रही। मुला कउनो व्यक्ति जउन कउनो मरे भए असुद्ध जनवार क छुइ उ असुद्ध होइ जाइ। 37 अगर ओन घिनौने मरे पसुअन क कउनो हिस्खा बोवा जाइवाला बिआ पइ आइ पड़इ तउ भी उ सुद्ध ही रही। 38 मुला बोवइ बरे तू पचे कउनो बिआ प पानी डावत ह अउ तब अगर मरे असुद्ध पसु क कउनो हिस्सा ओन बिअन पइ आइ पड़इ तउ उ सबइ बिआ तोहरे बरे असुद्ध अहइँ।
39 “अउर भी, अगर भोजन बरे कउनो पसु जेका तू बइपरत ह अपने आप मरि जाइ तउ जउन मनई उसके मरे सरीर क छुअइ, साँझ तलक असुद्ध रही। 40 जउन व्यक्ति मरे भए पसु क गोस खाइ, ओका आपन ओढ़ना जरूर धोवइ चाही। उ मनई साँझ तलक असुद्ध रही। जउन व्यक्ति मरे पसु क सरीर उठावइ ओका भी आपन ओढ़ना जरूर धोवइ चाही। इ व्यक्ति साँझ तलक असुद्ध रही।
41 “हर एक अइसा पसु जउन धरती प रेंगत ह, उ ओन पसुअन मँ स एक बाटइ, जेका यहोवा खाइ क मना किहे अहइ। 42 तू पचन क अइसे कउनो रेगंइवाले पसुअन क जरूर खाइ नाहीं चाही जउन पेटे क बल रेगंत ह या चारउँ गोड़न प चलत ह, या जेकरे बहोत स गोड़ अहइँ। उ पचे तोहरे बरे असुद्ध पसु अहइँ। 43 ओन पसुअन स आपन क गन्दा जिन बनावा अउ ओनके बरे आपन क असुद्ध जिन बनावा। 44 काहेकि मइँ यहोवा तोहार परमेस्सर अहउँ। मइँ पवित्तर अहउँ। एह बरे तू पचन क आपन क पवित्तर राखइ चाही। ओन घिनौने रेगंइवाला पसुअन स आपन क घिनौना जिन बनावा। 45 मइँ तू लोगन क मिस्र स लइ आवा अहउँ। मइँ इ एह बरे किहेउँ कि तू लोग मोर खास जन बना रहि सका। मइँ इ एह बरे किहेउँ कि मइँ तोहार परमेस्सर बन सकउँ। मइँ पवित्तर अहउँ, एह बरे तोहे सबन क पवित्तर रहब अहइ।”
46 उ सबइ नेम सबहिं गोरुअन, पंछियन अउ भुइँया क दूसर पसुअन बरे अहइ। उ सबइ नेम समुद्दर मँ रहइवालन सबहिं पसुअन अउ भुइँया पइ रेगंइवालन सब पसुअन बरे अहइँ। 47 उ सबइ उपदेस एह बरे अहइँ कि लोग सुद्ध अउ असुद्ध पसुअन मँ अन्तर कइ सकइँ। इ तरह लोग जनिहीं कि उ पचे कउन सा पसु खाइ सकत हीं अउर कउन सा नाहीं खाइ सकत हीं।
नई महतारिन बरे नेम
12 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स इ नेमन क कहा:
“अगर कउनो स्त्री एक ठु लरिका क जन्मत ह तउ उ स्त्री सात दिना तलक असुद्ध रही। इ ओकरे मासिक धर्म क समइ असुद्ध होइ क तरह होइ। 3 अठऍ दिन लरिका क खतना होइ चाही। 4 उ आपन सुद्धीकरण क टेमॅ क लइके तैंतीस दिना पाछे तलक असुद्ध रहीं। उ स्त्री क उ समइ मँ कछू नाहीं छुअइ चाही जउन पवित्तर अहइ। ओका पवित्तर ठउरे मँ तब तलक नाहीं जाइ चाही जब तलक ओकरे सुद्धीकरण क समइ पूरा न होइ जाइ। 5 मुला अगर स्त्री लरिकी क जन्मत ह तउ महतारी क मासिक धर्म क समइ क तरह उ दुइ हफ्ता तलक असुद्ध रही। उ आपन सुद्धीकरण क टेम स लइके छहसठ दिना पाछे असुद्ध रही।
6 “नई महतारी जउन अबहिं बच्चा जनम दिहे अहइ, चाहे उ बच्चा लरिका होय या लरिकी तउ अइसी महतारी क सुद्धीकरण क समइ पूरा होइ क पाछे ओका मिलापवाला तम्बू मँ खास भेंटन लइ आवइ चाही। ओका ओन भेंटन क मिलापवाला तम्बू क दुआर पइ याजक क जरूर देइ चाही। ओका एक बरिस क मेमना होमबलि बरे अउ एक ठु फाख्ता या कबूतर क बच्चा पापबलि बरे लइ आवइ चाही। 7-8 अगर स्त्री मेमन देइ मँ असमर्थ होइ तउ उ दुइ फाख्ता या दुइ कबूतरे क बच्चा लिआइ सकत ह। एक ठु पंछी होमबलि बरे अउ एक ठु पापबलि बरे होइ। याजक यहोवा क सामने ओनका भेंट करी। इ तरह उ ओकरे पाप बरे प्रायस्चित करी। तब उ आपन रकत क हानि स सुद्ध होइ। इ सबइ नेम ओन स्त्रियन बरे अहइँ जउन एक ठु लरिका या लरिकी क जन्मत ह।”
संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु पद।
1 हे यहोवा, तू कब तलक मोका बिसरा रहब्या?
कब तलक तू मोका अंगीकार नाहीं करब्या?
2 तू मोका बिसरि गया इ कब तलक मइँ सोचउँ?
आपन हिरदइ मँ कब तलक इ दुःख भोगउँ?
कब तलक मोर दुस्मन मोका जीतत रइहीं?
3 हे यहोवा, मोर परमेस्सर, मोर सुनि ल्या!
अउर तू मोरे सवाल क जवाब द्या, मोका जवाब द्या नाहीं तउ मइँ मरि जाबउँ।
4 साइद मोर सत्रु अइसेन ही कहइ लागेन, “मइँ ओका पीट दिहउँ।”
मोर दुस्मन खुस होइहीं कि मोर अंत होइ गवा बाटइ।
5 हे यहोवा, मइँ तोहरी करुणा पइ मदद पावइ बरे भरोसा राखेउँ।
तू मोका बचाइ लिहा अउर मोका सुखी किहा।
6 मइँ यहोवा बरे खुसी क गीत गावत हउँ,
काहेकि उ मोरे बरे बहोत सी अच्छी बातन किहस ह।
संगीत निर्देसक बरे दाऊद क पद।
1 मूरख आपन मने मँ कहत बाटइँ, “परमेस्सर नाहीं अहइ।”
मूरख लोग तउ अइसे कारज करत हीं जउन भ्रस्ट अउ घिन स भरा होत हीं।
ओनमाँ स कउनो भी भला काम नाहीं करत ह।
2 यहोवा अकासे स मनइयन क लखत ह,
कि कउनो बुद्धिमान मनई ओका मिलि जाइ।
बुद्धिमान मनई परमेस्सर कइँती मदद पावइ बरे मुड़ि जात ह।
3 मुला परमेस्सर स मुड़िके सबहिं दूर होइ ग अहइँ।
आपुस मँ मिलिके सबहिं लोग पापी होइ ग अहइँ।
कउनो भी मनई नीक काम
नाहीं करत अहइ।
4 मोरे मनइयन क दुष्ट लोग नस्ट कइ दिहन।
उ सबइ दुर्जन परमेस्सर क नाहीं जनतेन।
दुस्टन क लगे खाइ बरे भरपूर भोजन बाटइ।
इ सबइ लोग यहोवा क उपासना तलक भी नाहीं करतेन।
5-6 इ सबइ दुस्ट मनई निर्धन क राय सुनइ नाहीं चाहतेन।
अइसा काहे अहइ? काहेकि दीन लोग तउ परमेस्सर पइ निर्भर अहइँ।
मुला दुट्ठ लोगन पइ भय छाइ गवा अहइ।
काहेकि परमेस्सर खरे लोगन क संग अहइ।
7 सिय्योन पइ कउन जउन इस्राएल क बचावत ह? उ तउ यहोवा अहइ,
जउन इस्राएल क रच्छा करत ह!
यहोवा क मनइयन क दूर लइ गवा जवा अउर ओनका दबाव डाइके बन्दी बनावा गवा।
मुला यहोवा आपन मनइयन क वापिस छुड़ाइ लिआइ।
तब याकूब बहोतइ खुस होइ।
मूरखन क सम्बन्ध मँ विवेक स भरी सूक्तियन
26 जइसे बरफ क गर्मी मँ पड़ब अउर जइसे कटनी क समइ पइ बर्खा का आउब उपयुक्त नाहीं अहइ वइसे ही मूरख क मान देब उपयुक्त नाहीं अहइ।
2 अगर तू कउनो क कछू बिगाड़्या नाहीं अउर तोहका उ सराप देइ, तउ उ सराप बियर्थ होइ। ओकर सरापपूर्ण बचन तोहरे ऊपरि स यूँ उड़िके निकरि जाइ जइसे चंचल चिरइया जउन टिकिके नाहीं बइठत।
3 जइसे घोड़े क चाबुक अहइ अउर खच्चर लगाम स काबू होत ह अइसे ही मूरख बरे डंडा अहइ।
4-5 मूरख क ओकर मूरखता क अनुसार जवाब जिन द्या नाहीं तउ तू भी खुद मूरख सा देखब्या। तउ मूरख क मूरख वाला जवाब द्या नाहीं तउ उ आपन ही आँखिन मँ बुद्धिमान बन बइठी।
6 मूरख क हाथन सँदेसा पठउब वइसा ही होत ह जइसे आपन ही गोड़न पइ कुल्हाड़ी मारब। इ बिपत्ति क बोलाउब क नाईं अहइ।
7 कउनो मूरख क कहावत कहइ क जतन करइ वइसा ही अहइ जइसे कउनो लँगड़े क आपन लँगाड़ा गोड़ पइ चलइ क जतन करब।
8 मूरख क सम्मान देब वइसा ही होत ह जइसे कउनो गुलेल मँ पाथर राखब।
9 मूरख क मुँहे मँ सूक्ति अइसी होत ह जइसे सराबी क होथे मँ काँटेदार झाड़ी होइ।
10 कउनो मूरख क या कउनो अनजाने मनई क काम पइ लगाउब खतरनाक होइ सकत ह। तू नाहीं जानत्या कि केका दुःख पहोंची।
11 जइसे कउनो कुकुर खाइके बेराम होइ जात ह अउर उल्टी कइके फुन ओका खात ह वइसे ही मूरख आपन मूरखता बार-बार दोहरावत ह।
12 उ मनई जउन आपन क बुद्धिमान मानत ह, मुला होत नाहीं ह तउ उ कउनो मूरख स भी बुरा होत ह। ओकर बरे कउनो आसा नाहीं अहइ। आलसी लोगन बरे कहावतन
13 आलसी चिचियात रहत ह, काम नाहीं करइ क बहाने कबहुँ उ कहत ह सड़क पइ सेर बाटइ।
14 जइसे आपन चूड़ी पइ चलत रहत ह किवाड़। वइसे ही आलसी बिस्तर पइ आपन ही करवटन बदलत ह।
15 आलसी आपन हाथ थारी मँ डावत ह मुला ओकर आलस, ओकरे आपन ही मुँहे तलक ओका खइयाके नाहीं लिआवइ देत।
16 आलसी मनई, निज क मानत ह महाबुद्धिमान। सातउँ गियानी पुरुखन स भी बुद्धिमान।
17 अइसे राही जउन दूसरन क झगड़न मँ टाँग अड़ावत ह जइसे कुकुर पइ काबू पावइ बरे कउनो ओकर कान धरइ।
18-19 कउनो मनई जउन आपन पड़ोसी क छलत ह अउर तउ कहत ह: मइँ तउ बस यूँ ही मजाक करत रहेउँ। वइसा ही अहइ जइसे कउनो पागल घातक तीर फेंकत ह अउर कउनो क मार देत ह।
20 जइसे ईंधन बगैर आग बुझि जात ह वइसे ही कानाफूसी क बिना झगड़े मिटि जात हीं।
21 कोयला अंगारन क अउर आगी क लपट क काठ जइसे भड़कावत ह, वइसे ही झगड़ालू झगड़न क भड़कावत ह।
22 कानाफूसी करइ वाला क सब्दन वइसा ही सुआदिस्ट अहइ जइसा कि उ भोजन जउन आसानी स लोगन क पेट मँ उतरत चला जात ह।
23 दुट्ठ मनवाले क चिकनी चुपड़ी बातन होत हीं अइसी, जइसे माटी क बर्तन पइ चिपके चाँदी क बर्क। 24 घिना स पूर्ण मनई आपन मीठ वाणी स घिना क ढाँपत ह। किंतु आपन हिरदय मँ उ छले क पालत ह। 25 ओकर मोहक वाणी स ओकर भरोसा जिन करा, काहेकि ओकरे मने मँ घिना स भरी बातन समाई अहइँ। 26 छले स कउनो क घिना चाहे छुप जाइ मुला ओकर दुट्ठता सभा क बीच परगट हो जाइ।
27 अगर कउनो गड़हा खोदत ह कउनो क बरे तउ उ खुद ही ओहमाँ गिरी सकत ह; अगर कउनो मनई कउनो पाथर क कउनो पइ लुढ़कावत जतन करत ह तउ उ उहइ पाथर स कुचला जाइ सकत ह।
28 अइसा मनई जउन झूठ बोलत ह, ओनसे घिना करत ह जेनका नोस्कान पहोंचावत अउर चापलूस खुद क नास करत ह।
पर्भू क अवाई क सुवागत बरे तइयार रहा
5 भाइयो तथा बहिनियो, समइ अउर तिथियन क बारे मँ तोहे लिखइ क कउनउ जरूरत नाहीं बा 2 काहेकि तू खुदई बहुत अच्छी तरह जानत ह कि जइसे चोर रस्ता स चुप्पे चला आवत ह, वइसेन ही पर्भू क फिन स लउटइ क दिन भी आइ जइहीं। 3 जब लोग कहत होइहीं कि “सब कछू सांत अउर सुरच्छित बा” तबइ जइसे एक गर्भवती स्त्री क अचानक प्रसव वेदना आइ घेरत ह वइसेन ही ओह पर बिनास उत्तर आइ अउर उ कहूँ बचिके भाग न पावइ।
4 मुला भाइयो तथा बहिनियो, तू अँधियारे (पाप) क वासी नाहीं अहा कि तोह पर उ दिन अचानक ही चोर की नाई आइ जाइ। 5 तू सब तउ प्रकास (भलाई) स जुड़ा अहा अउर दिन क संतान स भी। हम न तउ रात या अँधियारा (बुराई) जुड़ा हई। 6 इही बरे हमका अउरन क नाई सोवत रहत न चाही, बल्कि सावधानी क साथे हमका तउ अपने प नियन्त्रण रखइ चाहीं। 7 काहेकि जउन सोवत हीं, रात मँ सोवत ही अउर जउन नसा करत हीं, उ रात मँ ही मदमस्त होत हीं। 8 मुला हम पचे तउ दिने (भलाई) स जुरा हई इही बरे हमका अपने प काबू रखई चाही। आवा बिसवास अउर पिरेम क चिलम धारण कइ लेई अउर उद्धार पावई क आसा क सिरस्त्राण क तरह ओढ़ि लेई।
9 काहेकि परमेस्सर हमका ओनके प्रकोपे क बरे नाहीं चुनेस ह बल्कि हमार पर्भू ईसू मसीह द्वारा उद्धार पावई क बरे बनाए अहइ। 10 ईसू तउ हमरे बरे परान तियाग दिहेस ताकि चाहे हम सजीव ओकरे संग होई, इ जरूरी नाहीं कि जब उ आवइ हम जिअत या मरा रही। 11 इहीं बरे एक दुसरे क सुख पहुँचाव अउर एक दुसरे क आध्यात्मिक रूपे स मजबूत बनावत रहा। जइसेन कि तू करत अहा।
अन्तिम निर्देस अउर अभिवादन
12 भाइयो तथा बहिनियो, हमार तोहसे निवेदन बा कि जउन लोग तोहरे बीच मेहनत करत हीं अउर पर्भू मँ जउन तोहे राह देखावत हीं, ओनकर आदर करत रहा। 13 हमार तोहसे निवेदन बा कि ओनके कामे क कारण पिरेम क साथे ओन्हे पूरा आदर देत रहा।
परस्पर सान्ति स रहा 14 अउर भाइयन, हमार तोहसे निवेदन बा आलसियन क चेतावा, डरपोकन क प्रेरित करा, दीनन क सहायता मँ रुचि ल्या, सबके साथे-धीरज रखा। 15 देखत रहा केउ क बुराई क बदला बुराई स न द्या बल्कि सब जने हमेसा एक दुसरे क साथे भलाई करई क जतन करा।
16 हमेसा आनन्दित रहा। 17 पराथना करब कबहुँ न छोड़ा। 18 हर परिस्थिति मँ परमेस्सर क धन्यबाद द्या, काहेकि मसीह ईसू मँ, तोहरे बरे परमेस्सर क इहइ इच्छा बाटइ।
19 पवित्तर आतिमा क कार्य क दमन मत करत रहा।
20 नबियन क संदेसन क कभउँ छोट न जान। 21 सब बातन क असलियत क परखा, जउन अच्छा बा, ओका ग्रहण किहे रहा 22 अउर हर तरह क बुराई स बचा रहा।
23 सान्ति क स्रोत परमेस्सर खुद तोहे पूरे तरह पवित्तर करी। पूरी तरह स ओनका समर्पित होई जा अउर तू अपने पूरा अस्तित्व अर्थात आतिमा, परान अउर देह क हमार पर्भू ईसू मसीह क अवाई तलक सब तरह स दोस रहित बनाए रखा। 24 उ परमेस्सर जे तोहे बोलाए अहइ, बिसवास क योग्ग बाटइ। निस्चय ही उ अइसनई करी।
25 भाइयो तथा बहिनियो, हमरे भी बरे पराथना करा। 26 सब भाइयन अउर बहिनियन क पवित्तर चुम्मा स सत्कार करा। 27 तोहे पर्भू क सपथ दई क मइँ इ आग्रह करित ह कि इ चिठ्ठी क सब भाइयन क पढ़ाई क सुनावा जाइ। 28 हमार पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह तोहरे साथे रहइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.