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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Saral Hindi Bible (SHB)
Version
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2 कोरिन्थॉस 6

परमेश्वर के सहकर्मी होने के कारण हमारी तुमसे विनती है कि तुम उनसे प्राप्त उनके अनुग्रह को व्यर्थ न जाने दो क्योंकि परमेश्वर का कहना है:

“अनुकूल अवसर पर मैंने तुम्हारी पुकार सुनी,
    उद्धार के दिन मैंने तुम्हारी सहायता की.”

सुनो! यही है वह अनुकूल अवसर; यही है वह उद्धार का दिन!

पौलॉस के कष्ट

हमारा स्वभाव किसी के लिए किसी भी क्षेत्र में बाधा नहीं बनता कि हमारी सेवकाई पर दोष न हो. इसलिए हम हर एक परिस्थिति में स्वयं को परमेश्वर के सुयोग्य सेवक के समान प्रस्तुत करते हैं: धीरज से पीड़ा सहने में, दरिद्रता में, कष्ट में, सताहट में, जेल में, उपद्रव में, अधिक परिश्रम में, अपर्याप्त नींद में, उपवास में, शुद्धता में, ज्ञान में, धीरज में, सहृदयता में, पवित्रता के भाव में, निश्छल प्रेम में, सच के सन्देश में, परमेश्वर के सामर्थ्य में, वार तथा बचाव दोनों ही पक्षों के लिए परमेश्वर की धार्मिकता के शस्त्रों से सुसज्जित, आदर-निरादर में और निन्दा-प्रशंसा में; हमें भरमानेवाला समझा जाता है, जबकि हम सत्यवादी हैं; हम तुच्छ समझे जाते हैं फिर भी प्रसिद्ध हैं; हम मरे हुए समझे जाते हैं किन्तु देखो! हम जीवित हैं! हमें दण्ड तो दिया जाता है किन्तु हमारे प्राण नहीं लिए जा सके. 10 हम कष्ट में भी आनन्दित रहते हैं. हालांकि हम स्वयं तो कंगाल हैं किन्तु बाकियों को धनवान बना देते हैं. हमारी निर्धनता में हम धनवान हैं.

11 कोरिन्थवासियो! हमने पूरी सच्चाई में तुम पर सच प्रकट किया है—हमने तुम्हारे सामने अपना हृदय खोल कर रख दिया है. 12 हमने तुम पर कोई रोक-टोक नहीं लगाई; रोक-टोक स्वयं तुमने ही अपने मनों पर लगाई है. 13 तुम्हें अपने बालक समझते हुए मैं तुमसे कह रहा हूँ: तुम भी अपने हृदय हमारे सामने खोल कर रख दो.

विश्वासियों और अविश्वासियों में मेल-जोल असम्भव

14 अविश्वासियों के साथ असमान सम्बन्ध में न जुड़ो. धार्मिकता तथा अधार्मिकता में कैसा मेलजोल या ज्योति और अंधकार में कैसा सम्बन्ध? 15 मसीह और शैतान में कैसा मेल या विश्वासी और अविश्वासी में क्या सहभागिता? 16 या परमेश्वर के मन्दिर तथा मूर्तियों में कैसी सहमति? हम जीवित परमेश्वर के मन्दिर हैं. जैसा कि परमेश्वर का कहना है:

मैं उनमें वास करूँगा,
    उनके बीच चला फिरा करूँगा,
मैं उनका परमेश्वर होऊँगा और वे मेरी प्रजा.

17 इसलिए

उनके बीच से निकल आओ
    और अलग हो जाओ.
            यह प्रभु की आज्ञा है
उसका स्पर्श न करो, जो अशुद्ध है तो मैं तुम्हें स्वीकार करूँगा.
18 मैं तुम्हारा पिता होऊँगा
    और तुम मेरी सन्तान.
            यही है सर्वशक्तिमान प्रभु का कहना.

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Saral Hindi Bible (SHB)

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