Read the Gospels in 40 Days
यीसू ह जनम के अंधरा ला बने करथे
9 जब यीसू ह जावत रिहिस, त रसता म ओह एक जनम के अंधरा मनखे ला देखिस। 2 तब ओकर चेलामन ओकर ले पुछिन, “हे गुरू, कोन ह पाप करे रिहिस कि ए मनखे ह अंधरा जनमिस, खुद ए मनखे या फेर ओकर दाई-ददा?”
3 यीसू ह कहिस, “एह एकर या एकर दाई-ददा के पाप के कारन नो हय; पर एह एकरसेति होईस कि परमेसर के काम ह एकर जिनगी म परगट होवय। 4 जऊन ह मोला पठोय हवय, ओकर काम ला दिन के रहिते-रहत हमन ला करना जरूरी ए। रात आवत हे, जब कोनो मनखे काम नइं कर सकंय। 5 जब तक मेंह संसार म हवंव, तब तक मेंह संसार के अंजोर अंव।”
6 ए कहिके यीसू ह भुइयां म थूकिस, अऊ थूक ले माटी ला सानिस अऊ ओला ओ अंधरा के आंखीमन म लगाईस, 7 अऊ ओला कहिस, “जा अऊ सीलोह (एकर मतलब होथे – पठोय गेय) के कुन्ड म धो ले।” तब ओ मनखे ह कुन्ड म जाके अपन आंखीमन ला धोईस, अऊ ओह देखे लगिस, अऊ देखत वापिस आईस।
8 ओकर पड़ोसीमन अऊ जऊन मन ओला पहिली भीख मांगत देखे रिहिन, ओमन कहिन, “का एह ओहीच मनखे नो हय, जऊन ह बईठके भीख मांगे करत रिहिस?” 9 कुछू मनखेमन कहिन, “हव, एह ओहीच अय।”
आने मन कहिन, “नइं, ओह सिरिप ओकर सहीं दिखथे।”
पर ओ मनखे ह कहिस, “मेंह ओहीच मनखे अंव।”
10 ओमन ओकर ले पुछिन, “तब तोर आंखीमन कइसने ठीक हो गीन?”
11 ओह जबाब दीस, “ओ मनखे जऊन ला यीसू कहिथें, ओह थोरकन माटी ला सानिस अऊ ओला मोर आंखीमन म लगाईस, अऊ मोला कहिस कि सीलोह के कुन्ड म जाके धो ले। तब मेंह उहां जाके अपन आंखीमन ला धोएंव अऊ तब देखन लगेंव।”
12 ओमन ओकर ले पुछिन, “ओह कहां हवय?” ओह कहिस, “मेंह नइं जानव।”
फरीसीमन मनखे के चंगई के बारे म छानबीन करथें
13 ओमन ओ मनखे जऊन ह पहिली अंधरा रिहिस, ओला फरीसीमन करा लानिन। 14 जऊन दिन यीसू ह माटी सान के ओ मनखे के आंखीमन ला ठीक करे रिहिस, ओह बिसराम के दिन रिहिस। 15 एकरसेति फरीसीमन घलो ओ मनखे ले पुछिन कि कइसने ओकर आंखीमन ठीक हो गीन। ओ मनखे ह ओमन ला कहिस, “ओह मोर आंखीमन म माटी ला सान के लगाईस, अऊ मेंह आंखीमन ला धोएंव अऊ अब देखत हंव।”
16 कुछू फरीसीमन कहिन, “ओ मनखे ह परमेसर करा ले नइं आय हवय, काबरकि ओह बिसराम दिन के कानून ला नइं मानय।” पर आने मन कहिन, “एक पापी मनखे ह अइसने चमतकार के काम कइसने कर सकथे?” अऊ ओमन के बीच म फूट पड़ गीस।
17 आखिर म, ओमन फेर एक बार ओ मनखे ले पुछिन, “ओ मनखे जऊन ह तोर आंखीमन ला ठीक करिस, ओकर बारे म तेंह का कहिथस?” ओ मनखे ह कहिस, “ओह एक अगमजानी ए।”
18 यहूदीमन अभी तक ले बिसवास नइं करत रिहिन कि ओह अंधरा रिहिस अऊ अब देखत हवय; एकरसेति ओमन ओकर दाई-ददा ला बलाके पुछिन, 19 “का एह तुम्हर बेटा ए, जऊन ला तुमन कहिथव कि एह अंधरा जनमे रिहिस। पर एह कइसने होईस कि ओह अब देखत हवय?”
20 ओकर दाई-ददा जबाब दीन, “हमन जानथन कि एह हमर बेटा ए, अऊ एह अंधरा जनमे रिहिस। 21 पर एह अब कइसने देखे लगिस या कोन ह एकर आंखीमन ला ठीक करिस, हमन नइं जानन। एकरे ले पुछव। एह लइका नो हय; एह अपन बारे म खुद बताही।” 22 ओकर दाई-ददा ए बात एकर खातिर कहिन, काबरकि ओमन यहूदीमन ले डर्रावत रिहिन; यहूदीमन पहिली ले ठान ले रिहिन कि यदि कोनो यीसू ला मसीह मान लिही, त ओला सभा घर ले निकार दिये जाही। 23 एकरसेति ओकर दाई-ददा कहिन, “एह लइका नो हय; एकरे ले पुछव।”
24 तब ओमन दूसर बार ओ मनखे ला बलाईन जऊन ह पहिली अंधरा रिहिस, अऊ ओला कहिन, “परमेसर के महिमा कर। हमन जानथन कि ओ मनखे (यीसू) ह पापी ए।”
25 ओह जबाब दीस, “ओह पापी ए या नो हय, मेंह नइं जानंव। पर मेंह एक बात ला जानथंव कि मेंह अंधरा रहेंव, पर अब देखत हंव।”
26 तब ओमन ओकर ले पुछिन, “ओह तोर संग का करिस? ओह तोर आंखीमन ला कइसने ठीक करिस?”
27 ओह जबाब दीस, “मेंह तुमन ला पहिलेच बता डारे हवंव अऊ तुमन नइं सुनेव। तुमन एला फेर काबर सुने चाहत हव? का तुमन घलो ओकर चेला बने बर चाहत हव?”
28 तब ओमन ओला दबकारके कहिन, “तेंह ओकर चेला अस। हमन तो मूसा के चेला अन। 29 हमन जानथन कि परमेसर ह मूसा ले गोठियाईस, पर ओ मनखे (यीसू) के बारे म हमन ए घलो नइं जानन कि ओह कहां के अय।”
30 ओ मनखे ह जबाब दीस, “एह अचम्भो के बात ए। तुमन नइं जानव कि ओह कहां के अय, जबकि ओह मोर आंखीमन ला ठीक कर दे हवय। 31 हमन जानथन कि परमेसर ह पापीमन के नइं सुनय, पर जऊन मनखे ह परमेसर के भक्ति करथे अऊ ओकर ईछा के मुताबिक चलथे, परमेसर ह ओकर सुनथे। 32 संसार के सुरू ले लेके आज तक, ए कभू सुने म नइं आईस कि कोनो जनम के अंधरा मनखे के आंखीमन ला ठीक करिस। 33 यदि ए मनखे ह परमेसर करा ले नइं आय होतिस, त ओह कुछू नइं कर सकतिस।”
34 ओमन ओला कहिन, “तेंह तो पूरा पाप म जनमे हवस, अऊ तेंह हमन ला का सिखोथस।” अऊ ओमन ओला सभा घर ले बाहिर निकार दीन।
आतमिक अंधरापन
35 यीसू ह सुनिस कि फरीसीमन ओ मनखे ला बाहिर निकार दे हवंय, अऊ जब ओह ओला भेंटिस त कहिस, “का तेंह मनखे के बेटा ऊपर बिसवास करथस?”
36 ओ मनखे ह पुछिस, “ए महाराज, ओह कोन ए? मोला बता, ताकि मेंह ओकर ऊपर बिसवास करंव।”
37 यीसू ह ओला कहिस, “तेंह ओला देख डारे हस। एह ओहीच अय, जऊन ह तोर संग गोठियावत हवय।”
38 तब ओ मनखे ह कहिस, “हे परभू, मेंह बिसवास करथंव।” अऊ ओह ओकर दंडवत करिस।
39 यीसू ह कहिस, “मेंह ए संसार म मनखेमन के नियाय करे बर आय हवंव, ताकि जऊन मन अंधरा अंय, ओमन देखंय अऊ जऊन मन देखत हवंय, ओमन अंधरा हो जावंय।”
40 कुछू फरीसीमन यीसू के संग रिहिन। जब ओमन यीसू के ए गोठ ला सुनिन, त ओकर ले पुछिन, “का तेंह ए कहिथस कि हमन घलो अंधरा अन?”
41 यीसू ह ओमन ला कहिस, “यदि तुमन अंधरा होतेव, त तुमन पाप के दोसीदार नइं होतेव, पर जब तुमन ए कहिथव कि तुमन देख सकत हव, त तुम्हर पाप ह तुमन म बने रहिथे।”
चरवाहा (गड़रिया) अऊ ओकर झुंड
10 “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जऊन मनखे ह दुवारी म ले होके भेड़ के कोठा म नइं आवय, पर कोनो आने कोति ले चघके आथे, ओह चोर अऊ डाकू अय। 2 जऊन मनखे ह दुवारी म ले होके भीतर जाथे, ओह अपन भेड़मन के चरवाहा अय। 3 ओकर बर रखवार ह दुवारी ला खोल देथे अऊ भेड़मन ओकर अवाज ला सुनथें; अऊ ओह अपन भेड़मन ला नांव लेके बलाथे अऊ ओमन ला बाहिर ले जाथे। 4 जब ओह अपन जम्मो भेड़मन ला बाहिर निकार लेथे, तब ओह ओमन के आघू-आघू जाथे अऊ ओकर भेड़मन ओकर पाछू-पाछू चलथें, काबरकि ओमन ओकर अवाज ला चिनथें। 5 ओमन कोनो अनजान मनखे के पाछू नइं जावंय, पर ओमन ओकर ले दूरिहा भाग जाथें, काबरकि ओमन अनजान मनखे के अवाज ला नइं चिनहें।” 6 यीसू ह ओमन ला ए पटंतर कहिस, पर ओमन नइं समझिन कि ओह का कहत रिहिस।
7 एकरसेति यीसू ह ओमन ला फेर कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि भेड़मन बर मेंह दुवारी अंव। 8 ओ जम्मो जऊन मन मोर पहिली आईन, ओमन चोर अऊ डाकू रिहिन, अऊ भेड़मन ओमन के नइं सुनिन। 9 दुवारी मेंह अंव, जऊन ह मोर ले होके भीतर जाही, ओह उद्धार पाही। अऊ ओह भीतर-बाहिर आय-जाय करही अऊ चारा पाही। 10 चोर ह सिरिप चोरी करे बर, हतिया करे बर अऊ नास करे बर आथे, पर मेंह एकरसेति आय हवंव, ताकि ओमन जिनगी पावंय अऊ भरपूर जिनगी पावंय।
11 बने चरवाहा मेंह अंव। बने चरवाहा ह भेड़मन बर अपन परान देथे। 12 बनिहार ह न तो चरवाहा अय अऊ न तो भेड़मन के मालिक। एकरसेति जब ओह भेड़िया ला आवत देखथे, त ओह भेड़मन ला छोंड़के भाग जाथे। तब भेड़िया ह भेड़मन ऊपर झपटथे अऊ ओमन ला तितिर-बितिर कर देथे। 13 ओ मनखे ह भाग जाथे काबरकि ओह एक बनिहार ए अऊ ओला भेड़मन के कोनो फिकर नइं रहय।
14 बने चरवाहा मेंह अंव; मेंह अपन भेड़मन ला जानथंव, अऊ मोर भेड़मन मोला जानथें – 15 जइसने ददा ह मोला जानथे अऊ मेंह ददा ला जानथंव – अऊ मेंह भेड़मन बर अपन परान देथंव। 16 मोर अऊ घलो भेड़ हवंय, जऊन मन ए भेड़ के कोठा म नइं एं। मोला ओमन ला घलो लाना जरूरी ए। ओमन घलो मोर अवाज ला सुनहीं; तब एके ठन झुंड अऊ एके झन चरवाहा होही। 17 मोर ददा ह मोर ले एकरसेति मया करथे, काबरकि मेंह अपन परान ला देथंव कि मेंह ओला फेर लेय लेवंव। 18 कोनो मोर परान नइं ले सकय; पर मेंह अपन खुद के ईछा ले एला देथंव। मोर करा ए अधिकार हवय कि मेंह अपन परान ला दे दंव अऊ ओला फेर लेय लेवंव। ए हुकूम मोला मोर ददा ले मिले हवय।”
19 यीसू के ए गोठ के खातिर, यहूदीमन म फेर फूट पर गीस। 20 ओमन ले कतको झन कहिन, “ओम परेत आतमा हवय अऊ ओह बइहा ए। ओकर गोठ ला काबर सुनबो?”
21 पर आने मन कहिन, “एक परेत आतमा के धरे मनखे ह अइसने नइं गोठियावय। का एक परेत आतमा ह अंधरा के आंखीमन ला बने कर सकथे?”
यहूदीमन के अबिसवास
22 जड़काला के समय रहय, अऊ ओ समय यरूसलेम सहर म अरपन के तिहार मनाय जावत रहय। 23 यीसू ह मंदिर के इलाका म रहय अऊ ओह सुलेमान के परछी म टहलत रहय। 24 यहूदीमन ओकर चारों खूंट जुरके ओला कहिन, “तेंह कब तक हमन ला दुबिधा म रखबे? यदि तेंह मसीह अस, त हमन ला साफ-साफ बता दे।”
25 यीसू ह जबाब देके कहिस, “मेंह तुमन ला बता डारे हवंव, पर तुमन बिसवास नइं करव। जऊन काममन ला मेंह अपन ददा के नांव म करथंव, ओही काममन मोर गवाह हवंय, 26 पर तुमन बिसवास नइं करव, काबरकि तुमन मोर भेड़ नो हव। 27 मोर भेड़मन मोर अवाज ला सुनथें; मेंह ओमन ला जानथंव, अऊ ओमन मोर पाछू-पाछू चलथें। 28 मेंह ओमन ला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी देथंव, अऊ ओमन कभू नास नइं होहीं; अऊ ओमन ला कोनो मोर हांथ ले छीन के नइं ले जा सकय। 29 मोर ददा जऊन ह ओमन ला मोला दे हवय, ओह सबले बड़े अय, अऊ कोनो ओमन ला मोर ददा के हांथ ले छीन नइं सकय। 30 मेंह अऊ मोर ददा एकेच अन।”
31 यहूदीमन यीसू ला मारे बर फेर पथरा उठाईन। 32 पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला ददा कोति ले बहुंते बने काम देखाय हवंव। एम के कोन काम के सेति तुमन मोर ऊपर पथरा फेंकथव?”
33 यहूदीमन ओला ए जबाब दीन, “ए बने काम बर हमन तोला पथरा नइं मारत हवन, पर परमेसर के निन्दा करे के कारन अइसने करथन, काबरकि तेंह एक मनखे होके अपन-आप ला परमेसर बनावत हस।”
34 यीसू ह जबाब दीस, “का तुम्हर कानून म ए नइं लिखे हवय, जिहां परमेसर ह कहिस, ‘तुमन ईसवर अव’[a]? 35 ओह ओमन ला ईसवर कहिस, जेमन करा परमेसर के बचन आईस अऊ परमेसर के बचन गलत नइं हो सकय। 36 ओकर बारे म तुमन का कहिथव जऊन ला ददा ह अपन खुद के रूप म अलग करिस अऊ ओला संसार म पठोईस? तुमन ओकर ले कहिथव कि तेंह परमेसर के निन्दा करथस, काबरकि मेंह ए कहेंव कि मेंह परमेसर के बेटा अंव। 37 यदि मेंह अपन ददा के काममन ला नइं करत हंव, त मोर ऊपर बिसवास झन करव। 38 पर यदि मेंह ओ काममन ला करथंव, त चाहे तुमन मोर ऊपर बिसवास झन करव, पर मोर काम ऊपर तो बिसवास करव, ताकि तुमन जान सकव अऊ समझ सकव कि ददा ह मोर म हवय अऊ मेंह ददा म हवंव।” 39 तब ओमन फेर यीसू ला पकड़े के कोसिस करिन, पर ओह ओमन के हांथ ले बचके निकर गीस।
40 तब यीसू ह यरदन नदी के ओ पार वापिस ओ जगह म गीस, जिहां यूहन्ना ह पहिली बतिसमा देवत रिहिस। अऊ ओह उहां रूक गीस। 41 बहुंते मनखेमन ओकर करा आईन अऊ ओमन कहंय, “हालाकि यूहन्ना ह कोनो चमतकार के काम नइं देखाईस, पर जऊन बात यूहन्ना ह ए मनखे के बारे म कहिस, ओ जम्मो बात सच रिहिस।” 42 अऊ उहां बहुंते मनखेमन यीसू ऊपर बिसवास करिन।
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