Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
धन्यवाद क एक ठु गीत।
1 हे धरती, तू यहोवा बरे गावा।
2 आनन्द स रहा जब तू यहोवा क सेवा करा।
खुसी क गीतन क संग यहोवा क समन्वा आवा।
3 तू जान ल्या कि यहोवा ही परमेस्सर अहइ।
उ हमका बनएस ह अउ हम ओकर भगत अही।
हम ओकर भेड़ अही।
4 धन्यवाद क गीत संग लिए यहोवा क नगर मँ आवा,
गुणगान क गीत संग लिए यहोवा क मन्दिर मँ आवा।
ओकर आदर करा अउर ओकर नाउँ क धन्य करा।
5 यहोवा उत्तिम अहइ।
ओकर पिरेम सदा सदा ही अहइ।
हम ओह पइ सदा सर्वदा बरे भरोसा कइ सकित ह।
15 अउर इस्राएल यूसुफ क आसीर्बाद दिहस अउ कहेस,
“मोरे पुरखा इब्राहीम अउ इसहाक हमरे परमेस्सर क आराधना किहस
अउ उहइ परमेस्सर मोर पूरी जिन्नगी क रास्ता क देखॅवइया रहा बाटइ।
16 उहइ सरगदूत रहा जउन मोका सबहि कस्टन स बचाएस
अउर मोर पराथना अहइ कि इ सबइ लरिकन क उ असीसइ।
अब इ सबइ बच्चन मोर नाम पइही।
उ पचे हमरे पुरखा इब्राहीम अउ इसहाक क नाउँ पइहीं।
मइँ पराथना करत हउँ कि उ पचे धरती प महान परिवार
अउ रास्ट्र बनिही।”
17 यूसुफ लखेस कि ओकर पिता एप्रैम क मूँड़े प दाहिना हाथ रखेस ह। इ यूसुफ क खुस न कइ सका। यूसुफ आपन पिता क हाथे क धरेस। उ ओका एप्रैम क मूँड़े स हटाइके मनस्से क मूँड़ प रखइ चाहत रहा। 18 यूसुफ आपन पिता स कहेस, “आप आपन दाहिन हाथ गलत लरिका प धरे अहा। मनस्से क जन्म पहिले अहइ।”
19 मुला ओकर पिता नकारेस, अउ कहेस, “पूत, मइँ जानत हउँ। मनस्से क जन्म पहिले अहइ अउर उ महान होइ। उ बहोत स लोगन क पिता भी होइ। मुला लहुरा भाई जेठ भाई स बड़ा होइ अउ लहुरे भाई क परिवार ओसे बहोत बड़ा होइ।”
20 इ तरह इस्राएल उ दिन ओनका आसीर्बाद दिहस। उ कहेस,
“इस्राएल क लोग तोहरे नाउँ क प्रयोग
आसीर्बाद देइ बरे करिही,
उ लोगन कहब्या: ‘परमेस्सर तोहका एप्रैम
अउ मनस्से क तरह बनावइ।’”
इ तरह इस्राएल एप्रैम क मनस्से स बड़वार बनाएस।
21 तब इस्राएल यूसुफ स कहेस, “लखा मोरी मउत क टेम निचकाइ ग अहइ। मुला परमेस्सर तोहरे साथ अब भी रही। उ तोहका तोहरे पुरखन क देस तलक लउटाइ लइ जाइ। 22 मइँ तोहका अइसा कछू दिहेउँ ह जउन तोहरे भाइयन क नाही दिहेउँ ह। मइँ तोहका उ पहाड़े क देत अहउँ जेका मइँ एमोरी लोगन स जीतेउँ ह। उ पहाड़ बरे मइँ आपन तरवार अउ आपन धनुख स जुद्ध किहेउँ रहे अउर मोर जीत भइ रही।”
छुट्ठा मनइयन क गाना
14 फिन मइँ देखेउँ कि मोरे समन्वा सिय्योन पर्वत प मेमना खड़ा अहइ। ओकरे साथे 1,44,000 मनई खड़ा रहेन जेकरे माथे प ओकर अउर ओकरे बाप क नाम लिखा रहा।
2 फिन मइँ एक आकासबाणी सुनेउँ ओकर महानाद एक विसाल जल प्रपात क तरह रहा यो भयंकर बादर क गरजइ क तरह रहा। जउन महानाद मइँ सुनेउँ रहा उ तमाम वीणा बादकन क बजावा वीणा स पइदा संगीत क तरह रहा। 3 उ सबेन्ह सिंहासन चारउँ प्रानीयन अउर बुजुर्गन क सामने एक ठु नवा गना गावत रहेन। जउने 1,44,000 मनइयन क धरती प फिरौती दइके बन्धन स छुड़ाइ लीन्ह ग रहा, जउने क कउनउँ मनई उ गाना क नाहीं सिख सकत रहा।
4 उ अइसेन मनई रहेन जउन कि कउनउँ स्त्री क संसर्ग स आपन का दूसित नाहीं किए रहेन साथ जुड़ा नाहीं रहेन, उ पचे कुँवारा रहेन, जहाँ जहाँ मेमना जात रहा ओकर पीछा करत रहेन। पूरी मनइयन क जाति स ओनका फिरौती दइके बंधन स छुटकारा दीन्ह ग रहा। उ पचे परमेस्सर अउर मेमना क बरे फसल क पहिला फल रहेन। 5 उ कबहुँ झूठ नाहीं बोले रहेन, अउर निर्दोस रहेन!
तीन सरगदूत
6 फिन मइँ आसमान मँ उँची उड़ान भरत एक अउर सरगदूत देखेउँ। ओकरे लगे धरती प रहइ वालेन, हर देस, जाति, भाखा अउर सभी कुल क मनइयन क बरे अनन्त सुसमाचार क एक संदेस रहा। 7 ऊँची आवाज मँ उ बोला, “परमेस्सर स डेराअ अउर ओकर स्तुति करा। काहेकि ओकरे निआव क समइ आइ ग अहइ। ओकर आराधाना करा जे आसमान, धरती, समुद्दर अउर जल स्रोत क बनाएस।”
8 एकरे बाद ओकरे पाछे एक अउर सरगदूत आवा अउर बोला, “ओकर पतन होइ चुका अहइ! महान नगरी बाबुल क पतन होइ चुका अहइ। उ सब जाति क अपने पइदा अनैतिक व्यभिचार स परमेस्सर क गुस्सा क वासना भरी दाखरस पिआएस।”
9 उ दूइनउँ क बाद फिन अउर एक सरगदूत आवा अउर जोर स बोला, “जदि केहू जानवर अउर जानवर क मूर्ति क पूजा करत ह अउर अपन हाँथे मँ माथे प ओकर मोहर लगवाए रहत ह। 10 अउर उ भी परमेस्सर क गुस्सा क दाखरस पिई। अइसी सुद्ध तीखी दाखरस जउन परमेस्सर क गुस्सा क कटोरिया मँ बनाई ग अहइ। उ मनई क पवित्तर सरगदूनत अउर मेमनन क सामने धधकत गंधक मँ यातना दीन्ह जाई। 11 जुग जुग तलक ओनकी यातना स धूँआ उठत हमेसा रही। अउर जउने पे जानवर क नाउँ क छाप छपी रही अउर उ जानवर अउ ओकर अउर ओकरी मूर्ति क पूजा करत रही। ओनका दिन रात कबहूँ चइन न मीली।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.