Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
1 यहोवा सासन करत ह!
उ महिमा अउर सक्ति क पहिर लिहस
ताकि धरती स्थिर रहइ
अउर गिरे नाहीं।
2 हे परमेस्सर, तोहार साम्राज्य अनादि काल स टिका भवा अहइ।
तू सदा जिअत अहा।
3 हे यहोवा, नदियन क गर्जन बहोत तीव्र बा।
ओनकर लहरन क
नस्ट करइया अहइ।
4 समुद्र क पछारा खात भइ लहरन गरजत हीं, अउर उ सबइ सक्तिसाली अहइँ।
मुला ऊपर वाला यहोवा जियादा सक्तिसाली अहइ।
5 हे यहोवा, तोहार कानून बहोत स्थिर अहइ।
तोहार पवित्तर मन्दिर लम्बी समई तलक खड़ा रही।
13 एलिय्याह क अंगरखा भुइँया पइ गिर पड़ा रहा। एह बरे एलीसा ओका उठाइ लिहस। फुन उ वापिस आएन अउर यरदन नदी क किनारे पइ खड़ा होइ गवा। 14 एलीसा एलिय्याह क अंगरखा लिहेस, जउन भूइँया पइ गिर गवा रहा। एलीसा एका पानी पइ चोट किहस अउर कहेस, “एलिय्याह क परमेस्सर यहोवा, कहाँ अहइ?” जइसेन ही एलीसा पानी पइ चोट किहस, पानी दाईं अउ बाईं कइँती फट गवा अउ एलीसा नदी पार किहेस।
नबी एलिय्याह क माँग करत हीं
15 जब यरीहो क नबियन क समूह एलीसा क लखेस, उ पचे कहेन, “एलिय्याह क आतिमा अब एलीसा पइ अहइ।” उ पचे एलीसा स मिलइ आएन। उ पचे एलीसा क समन्वा खाले भुइँया तलक प्रणाम करइ निहुरेन।
यहूदियन क ईसू क बारे मँ अगियान
21 ईसू ओनसे एक बार फिन कहेस, “मइँ चला जाब अउर तू पचे मोका खोजब्या। मुला तू पचे अपने पापन क कारण मरि जाब्या। जहाँ मइँ जात अही तू पचे हुँवा नाहीं आइ सकत ह।”
22 फिन यहूदी कहइ लागेन, “का तू इ सोचत अहा। कि उ खुदकुसी करइवाला अहइ? काहेकि उ कहेस ह, ‘तू पचे हुवाँ नाहीं आइ सकत ह जहाँ मइँ जात अहउँ।’”
23 एह पइ ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे नीचे क अहा अउर मइँ ऊपर स आवा हउँ, तू पचे संसारिक अहा अउर मइँ इ दुनिया मँ नाहीं हउँ। 24 इ बरे मइँ तू सबन स कहत हउँ तू पचे अपने पाप मँ मरि जाब्या। जब तू बिसवास नाहीं करत अहा कि उ मइँ अहउँ। तउ तू अपने पाप मँ मरि जाब्या।”
25 उ पचे ईसू स फिन पूछेन, “तू कउन अह्या?”
ईसू ओनका जवाब दिहेस, “मइँ उहइ अहउँ, जइसे कि सुरूआत मँ मइँ तोहका बताए रहेउँ। 26 तू पचेन्क बतावइ क बरे अउर तू पचन क निआव करइ क मोरे पास बहुत कछू अहइ। मुला सच्ची बात इ अहइ कि सत्य उहइ अहइ जउन मोका भेजेस। मइँ उहइ बतावत अही जउन मइँ ओसे सुने अहउँ।”
27 उ पचे इ नाहीं जान पाएन्ह कि ईसू ओनका परमपिता क बाबत बतावत अहइ। 28 फिन ईसू ओनसे कहेस, “जब तू मनई क पूत क ऊँचा उठाय लेब्या तू जान लेब्या कि उ मइँ अहउँ। मइँ अपनी ओर स कछू नाहीं करत अहउँ। मइँ जउन करत अहउँ, इ उहइ अहइ जउन मोका परमपिता सिखाए अहइ 29 अउर उ जउऩ मोका इहाँ भेजेस, उ मोरे साथ अहइ। उ कबहूँ मोका अकेले नाहीं छोड़ेस, इ बरे कि मइँ उहइ कारज करित ह जइसा उ चाहत ह।” 30 ईसू जब इ बात बातवत रहा, तउ बहुत मनई ओकर बिसवासी होइ गएन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.