Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
मन्दिर क आरोहण गीत।
1 मइँ ऊपर ऊँच पहाड़न क कइँती लखत हउँ।
मुला फुरइ मइँ कहाँ स पावइँ?
2 मोका तउ सहारा यहोवा स मिली
जउन सरग अउ धरती क बनावइवाला अहइ।
3 परमेस्सर तोहका गिरइ नाहीं देइ।
तोहर बचवइया कबहुँ भी नाहीं सोइ।
4 इस्राएल क उद्धारकर्त्ता कबहुँ न ही ओंघात ही
अउर न ही सोवत अहइँ।
5 यहोवा तोहार रच्छक अहइ।
उ तोहका आस्रय देइ बरे तोहार बगल मँ अहइ।
6 दिन क समइ सूरज तोहका हानि नाहीं पहोंचाइ सकत।
राति मँ चाँद तोहार नोस्कान नाहीं कइ सकत।
7 यहोवा तोहार रच्छा हर संकट स करी।
यहोवा तोहरी आतिमा क रच्छा करी।
8 यहोवा उ सबइ पइ धियान रखी जउन कछू तू करब्या।
जहाँ कहुँ भी तू जाब्या अउ आउब्या, अबहुँ अउ सदा सर्वदा उ तोहार रच्छा करी।
4 “हे मेरे लोगो, मोर सुना! मइँ तू पचन क आपन उपदेसन क देब।
मइँ आपन नेमन क प्रकास क तरह बनाउब जउन लोगन क देखइहीं कि कइसे ठीक तरह स जिया जात ह।
5 मइँ हाली ही परगट करब कि मइँ निआव स पूर्ण हउँ।
मइँ हाली ही तोहार पचन्क रच्छा करब।
मइँ आपन सक्ति क काम मँ लिआउब अउर मइँ सबहिं रास्ट्रन क निआव करब।
सबहिं दूर-दूर क देस मोर बाट जोहत अहइँ।
ओनकर मोर सक्ति क प्रतीच्छा अहइ जउन ओनका बचाई।
6 ऊपर अकासन क लखा,
अकास अइसे लोप होइ जाइ जइसे धुआँ क एक बादर खोइ जात ह।
अउर धरती अइसे ही बेकार होइ जाइ
जइसे पुरान ओढ़ना बगैर कीमत क होत हीं।
धरती क वासी आपन प्राण तजिहीं
किन्तु मोर मुक्ति सदा ही बनी रही।
मोर उत्तिमता कबहुँ नाहीं मिटी।
7 अरे ओ उत्तिमता क समुझइवाले लोगो, तू पचे मोर बात सुना।
अरे ओ मोर सिच्छन पइ चलइवालो, तू पचे उ सबइ बातन सुना जेनका मइँ बतावत हउँ।
दुट्ठ लोगन स तू पचे जिन डेराअ।
ओन बुरी बातन स जेनका उ पचे तू पचन्स कहत हीं, तू पचे भयभीत जिन ह्वा।
8 काहेकि उ पचे पुराना कपड़न क नाईं होइहीं।
ओनका किरवन खाइ जइहीं, उ पचे ऊन क जइसे होइहीं जेका किरवन चाट जइहीं।
संसार क लोग मरिहीं, किन्तु मोर मुक्ति सदा ही बना रही।
मोर अच्छाइ निरन्तर बनी रही।”
बिसवास क सक्ती
(मत्ती 8:5-13; यूहन्ना 4:43-54)
7 ईसू मनइयन क जउन सुनावा चाहत रहा, ओका कहि चुकइ क पाछे उ कफरनहूम चला गवा। 2 हुवाँ एक फऊजी नायक रहा जेकर नउकर ऍतना बेरमिया रहा कि मरइ के नगीचे रहा। उ नउकर ओकर बहोत पियारा रहा। 3 फऊजी नायक जब ईसू क बारे मँ सुनेस तउ उ कछू बुजुर्ग यहूदी नेतन क इ बिनती करइ क ओकरे लगे पठएस कि उ आइके ओकरे नउकर क प्राण बचाइ लेइ। 4 जब उ पचे ईसू क नगीचे पहुँच गएन तउ उ सबइ सच्चे मने स बिनती करत भए कहेन, “उ इ जोग्ग अहइ कि तू ओकरे बरे अइसा करा। 5 काहेकि उ हमरे मनइयन स पिरेम करत ह। उ हमरे बरे आराधनालय क बनवाएस ह।”
6 ऍह पर ईसू ओनके संग चल दिहेस। अबहिं जब उ घरे स जिआदा दूर नहीं रहा, उ फऊजी नायक ओकरे लगे आपन मीतन क इ कहइ बरे पठएस, “पर्भू आपन क कस्ट जिन द्या काहेकि मइँ ऍतना नीक मनई नाहीं कि तू मोरे घरवा आवा। 7 एह बरे मइँ तोहरे लगे आवइ तलक नाहीं सोचेउँ। मुला तू बस कहि भर द्या, मोर नउकर नीक होइ जाई। 8 मइँ खुद कउनो अधिकारी क मातहत काम करत हउँ अउर मोरे मातहत भी कछू सिपाही अहइँ। मइँ जब कउनो स कहत हउँ, ‘जा’ तउ उ चला जात ह। अउर जब मइँ आपन नउकर स कहत हउँ, ‘आवा’ तउ उ आइ जात ह अउर जब मइँ आपन नउकर स कहत हउँ, ‘इ करा’ तउ उ ओका करत ह।”
9 ईसू जब इ सुनेस तउ ओका ओह प बहोत अचरज भवा। जउन भारी मनइयन क भीड़ ओकरे पाछे चली आवत रही, ओनके कइँती मुड़िके ईसू कहेस, “मइँ तोहका बतावत हउँ अइसा बिसवास मोका इस्राएल मँ भी कहूँ नाहीं मिला।”
10 फिन पठए भए उ पचे जब वापस घरे पहुँचेन तउ उ सबइ उ नउकरे क बेरामी स जरटुट पाएन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.