Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
मसीह के दुवारा छुटकारा
6 जब तुमन मसीह यीसू ला परभू मान ले हवव, त ओम बने रहव। 7 ओम जरी धरत अऊ बढ़त जावव, अऊ जइसने तुमन ला सिखोय गे हवय, बिसवास म मजबूत होवत जावव, अऊ धनबादी हिरदय ले भरे रहव।
8 सचेत रहव कि कोनो बेकार के गियान अऊ चापलूसी गोठ के दुवारा तुमन ला अपन बस म झन कर लेवय, जऊन ह मनखे के रीति अऊ ए संसार के मूल नियम के ऊपर निरभर रहिथे, पर मसीह के ऊपर निरभर नइं रहय।
9 काबरकि मसीह म जम्मो ईसवरीय परिपूरनता ह देहें के रूप म वास करथे, 10 अऊ ए परिपूरनता मसीह म तुम्हर करा हवय, जऊन ह हर सक्ति अऊ अधिकार के ऊपर मुखिया ए। 11 तुम्हर पापी सुभाव ला अलग करके, मसीह म तुम्हर घलो खतना करे गे हवय। ए खतना अइसने नो हय, जऊन ह मनखेमन के हांथ ले करे जाथे, पर ए खतना मसीह के दुवारा करे गे हवय। 12 मसीह संग तुमन बतिसमा म दफनाय गेव अऊ अपन बिसवास के जरिये ओकर संग जी उठेव, अऊ एह परमेसर के सामरथ के दुवारा होईस, जऊन ह मसीह ला मरे म ले जियाईस।
13 जब तुमन अपन पाप म अऊ अपन पापी सुभाव के बिगर खतना के हालत म मर गे रहेव; तभे परमेसर ह मसीह के संग तुमन ला जियाईस। ओह हमर जम्मो पाप ला छेमा करिस। 14 अऊ ओ लिखित बंधक पत्र जऊन ह हमर बिरोध म रिहिस अऊ जेकर बिधि-बिधान घलो रिहिस; ओह ओ जम्मो ला खारिज कर दीस। ओह ओला कुरुस म खीला ठोंकके हटा दीस। 15 ओह अपन-आप ला सक्ति अऊ अधिकार के बंधन ले मुक्त करिस अऊ कुरुस के दुवारा ओमन के ऊपर जय पाईस अऊ ओह ओमन के खुल्लम-खुल्ला तमासा बनाईस।
16 एकरसेति, तुम्हर खाना-पीना या धारमिक तिहार या नवां चांद के उत्सव या बिसराम दिन के बारे म कोनो ला तुम्हर ऊपर दोस लगाय के कोनो मऊका झन देवव। 17 ए जम्मो ह अवइया बातमन के सिरिप एक छइहां अय। पर सही बात ह मसीह म मिलथे। 18 सचेत रहव कि जऊन ह झूठ-मूठ के दीनता अऊ स्वरगदूतमन के पूजा म खुस रहिथे, ओह तुमन ला इनाम ले अलग झन कर देवय। अइसने मनखे ह जऊन चीज ला देखथे, ओहीच म अपन मन ला लगाथे अऊ बिगर कारन के अपन सोच-बिचार म घमंड करके फूलथे। 19 ओह मुड़ी याने मसीह ले जुरे नइं रहय, जेकर ले जम्मो देहें के पालन-पोसन होथे अऊ देहें के जोड़ अऊ नस मन ले एक संग जुड़े रहिथे अऊ जइसने परमेसर चाहथे, वइसने बढ़त जाथे।
पराथना के बिसय म यीसू ह बताथे
(मत्ती 6:9-13)
11 एक दिन यीसू ह एक जगह म पराथना करत रिहिस। जब ओह पराथना कर लीस, त ओकर एक झन चेला ह ओला कहिस, “हे परभू, जइसने यूहन्ना बतिसमा देवइया ह अपन चेलामन ला पराथना करे बर सिखोय रिहिस, वइसने तेंह घलो हमन ला पराथना करे बर सीखा।”
2 यीसू ह ओमन ला कहिस,
“जब तुमन पराथना करव,
त अइसने कहव:
हे ददा, तोर पबितर नांव के आदर होवय,
तोर राज आवय।
3 हमन ला दिन ब दिन हमर भोजन दे।
4 हमन ला हमर पाप के छेमा दे,
काबरकि जऊन मन हमर बिरूद्ध पाप करथें, ओमन ला हमन छेमा करथन।
अऊ हमन ला लालच म झन पड़न दे।”
5 तब यीसू ह अपन चेलामन ले कहिस, “मान लव, तुमन ले एक झन के एक संगवारी हवय अऊ ओह अपन संगवारी करा आधा रतिहा जाके कहिथे, ‘ए संगवारी, मोला तीन ठन रोटी उधार देय दे, 6 काबरकि एक झन मोर संगवारी ह कहीं जावथे अऊ ओह अभीच मोर करा आय हवय, अऊ मोर करा ओला खवाय बर कुछू नइं ए।’
7 तब भीतर ले ओह जबाब देथे, ‘मोला परेसान झन कर। कपाट म ताला लग चुके हवय, अऊ मोर लइकामन मोर संग खटिया म हवंय। एकरसेति मेंह उठके तोला कुछू नइं दे सकंव।’ 8 मेंह तुमन ला कहत हंव, हालाकि एक संगवारी के रूप म ओह उठके ओला रोटी नइं दिही, पर लाज-सरम ला छोंड़के ओकर मांगे के कारन, ओह उठही अऊ ओकर जरूरत के मुताबिक ओला दिही।
9 एकरसेति, मेंह तुमन ला कहत हंव: मांगव, त तुमन ला दिये जाही; खोजव, त तुमन पाहू; खटखटावव, त कपाट ह तुम्हर बर खोले जाही। 10 काबरकि जऊन ह मांगथे, ओला मिलथे; जऊन ह खोजथे, ओह पाथे; अऊ जऊन ह खटखटाथे, ओकर बर कपाट ह खोले जाथे।
11 तुमन ले अइसने कोन ददा होही कि कहूं ओकर बेटा एक ठन मछरी मांगय, त बदले म ओह ओला सांप दिही? 12 या कहूं ओह एक ठन अंडा मांगय, त ओह ओला बिच्छू दिही? 13 जब तुम्हर सहीं खराप मनखेमन अपन लइकामन ला बने चीज देय बर जानथव, तब तुम्हर स्वरग के ददा ह कतेक जादा ओमन ला पबितर आतमा दिही, जऊन मन ओकर ले मांगथें।”
Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.