Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
परमेस्सर सदा आपन लोगन क साथ रहत ह
43 याकूब, तोहका यहोवा बनाए रहा। इस्राएल, तोहार रचना यहोवा किहे रहा। अब यहोवा कहत ह: “भयभीत जिन ह्वा! मइँ तोहका बचाइ लिहेउँ। मइँ तोहका नाउँ स पुकारेउँ ह। तू मोर अहा। 2 जब तोहे पइ बिपत्तियन पड़त हीं, मइँ तोहरे संग रहत हउँ। जब तू नदी पार करब्या, तू बहब्या नाहीं। तू जब आगी स होइके गुजरब्या, तउ तू बरब्या नाहीं। लपटन तोहका नोस्कान नाहीं पहोंचइही। 3 काहेकि मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा हउँ। मइँ इस्राएल क पवित्तर तोहार उद्धारकर्ता हउँ। तोहरे बदले मँ मइँ मिस्र क दइके तोहका आजाद कराएउँ ह। मइँ इथोपिया अउ सबा क तोहका आपन बनावइ क दइ डाएउँ ह। 4 तू मोरे बरे बहोत महत्वपूर्ण अहा। एह बरे मइँ तोहार आदर करब। मइँ तोहसे पिरेम करत हउँ, ताकि तू जी सका, अउर मोर होइ सका। एकरे बरे मइँ सबहिं मनइयन अउर जातियन क बदले मँ देबउँ।” परमेस्सर आपन सन्तानन क घर लिआई
5 “एह बरे जिन डेराअ। मइँ तोहरे सगं हउँ। तोहार बच्चन क एकट्ठा कइके मइँ ओनका तोहरे लगे लिआउब। मइँ तोहरे लोगन क पूरब अउ पच्छिम स एकट्ठा करब। 6 मइँ उत्तर स कहब: मोर बच्चे मोका लौटाइ द्या।” मइँ दक्खिन स कहब: “मोरे लोगन क बंदी बनाइके जिन रखा। दूर-दूर स मोरे पूत अउर बिटियन क मोरे लगे लिआवा। 7 ओन सबहिं लोगन क, जउन मोर अहइँ, मोरे लगे लइ आवा अर्थात् ओन लोगन क जउन मोर नाउँ लेत हीं। मइँ ओन लोगन क खुद अपने बरे बनाएउँ ह। ओनकर रचना मइँ किहेउँ ह अउर उ पचे मोर अहइँ।” जगत बरे इस्राएल परमेस्सर क साच्छी अहइ
दाऊद क एक गीत।
1 परमेस्सर क पूत लोगो, यहोवा क स्तुति करा।
ओकर महिमा अउ सक्ती क प्रसंसा गीत गावा।
2 यहोवा क प्रसंसा करा अउ ओकरे नाउँ क आदर करा।
पवित्तर ओढ़ना पहिरिके यहोवा क आराधना करा।
3 समुद्र क ऊपर यहोवा क वाणी खुद क गरजत ह।
परमेस्सर क वाणी महासागर क ऊपर मेघ क गरजन क तरह गरजत ह।
4 यहोवा क वाणी ओकर सक्ती क देखाँवत ह।
ओकर ध्वनि ओकर महिमा क परगट करत ह।
5 यहोवा क वाणी देवदार बृच्छन क तोड़के चकनाचूर कइ देत ह।
यहोवा लबानोन क विसाल देवदार बृच्छन क तोड़ देत ह।
6 यहोवा लबानोन क पहाड़न क कपाँइ देत ह।
उ नाचत भए बछवा क तरह देखाँइ लागत ह।
हेर्मोन क पहाड़ काँप उठत ह अउर उछरत जवान बकरी क तरह देखाँत ह।
7 यहोवा क वाणी बिजली क कौंध स टकरात ह।
8 यहोवा क वाणी मरुस्थल क कँपाइ देत ह।
यहोवा क स्वर स कादेस क मरुस्थल काँप उठत ह।
9 यहोवा क वाणी स हिरन डेराइ जात हीं।
यहोवा दुर्गम जंगलन क नस्ट कइ देत ह।
मुला ओकरे मन्दिर मँ लोग ओकर प्रसंसा क गीत गावत हीं।
10 जल प्रलय क समय यहोवा राजा रहा।
उ सदा बरे राजा रही।
11 यहोवा आपन भगतन क रच्छा सदा करी,
अउर आपन जनन क सांति क आसीस देइ।
14 जब यरूसलेम मँ प्रेरितन इ सुनेन कि सामरिया क मनइयन परमेस्सर क बचन क मान लिहे अहइँ तउ उ पचे पतरस अउर यूहन्ना क ओनके लगे पठएन। 15 जबहिं उ पचे आएऩ, तब उ दुइनउँ सामरियन बरे पराथना किहेन कि ओनका पवित्तर आतिमा मिलि जाइ। 16 काहेकि अबहुँ तलक पवित्तर आतिमा कउनो प नाहीं ओतरी, ओनका फिन पर्भू ईसू क नाउँ प बपतिस्मा हि दीन्ह गवा रहा। 17 तउ पतरस अउर यूहन्ना ओन पइ आपन हाथ धरेस अउर ओनका पवित्तर आतिमा मिलि गइ।
15 लोग बड़की आसा स बाट जोहत रहेन अउर यूहन्ना क बारे मँ आपन मने मँ इ बिचारत रहेन कि कहूँ, “इ तउ मसीह नाहीं बा।”
16 तबहीं यूहन्ना इ कहत भवा उ सबन क उत्तर दिसह, “मइँ तउ तोहका जले स बपतिस्मा देत हउँ मुला उ जउन मोसे जिआदा बरियार बा, आवत अहइ। मइँ ओकरे पनही क फीता तलक खोलइ क जोग्ग नाहीं हउँ। उ तोहका पवित्तर आतिमा अउर आगी स बपतिस्मा देइ। 17 ओकरे हाथ मँ ओसावइ क पाँचा अहइ, जइसे उ दाना क भूसा अलगाइ क आपन खरिहाने मँ उठाइके धरत ह। मुला उ भूसा क अइसी आगी मँ झोंकी जउन कबहुँ नाहीं बुताइवाली अहइ।”
यूहन्ना क जरिए ईसू क बपतिस्मा
(मत्ती 3:13-17; मरकुस 1:9-11)
21 अइसा भवा कि जब सब लोग बपतिस्मा लेत रहेन तउ ईसू भी बपतिस्मा लिहेस। अउर जब ईसू पराथना करत रहा, तबहिं अकास खुलि गवा 22 अउर पवित्तर आतिमा एक ठु कबूतरे क देह धइके ओह प तरखाले ओतरा। अउर अकासबाणी भइ, “तू मोर पियारा पूत अहा, मइँ तोहसे बहोत खुस हउँ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.