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Revised Common Lectionary (Complementary)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with thematically matched Old and New Testament readings.
Duration: 1245 days
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
Version
यिर्मयाह 15:15-21

15 हे यहोवा, तू मुझे समझता है।
    मुझे याद रख और मेरी देखभाल कर।
लोग मुझे चोट पहुँचाते हैं।
    उन लोगों को वह दण्ड दे जिसके वह पात्र हैं।
तू उन लोगों के प्रति सहनशील है।
    किन्तु उनके प्रति सहनशील रहते समय मुझे नष्ट न कर दे।
मेरे बारे में सोच।
    यहोवा उस पीड़ा को सोच जो मैं तेरे लिये सहता हूँ।
16 तेरा सन्देश मुझे मिला और मैं उसे निगल गया।
    तेरे सन्देश ने मुझे बहुत प्रसन्न कर दिया।
मैं प्रसन्न था कि मुझे तेरे नाम से पुकारा जाता है।
    तेरा नाम यहोवा सर्वशक्तिमान है।
17 मैं कभी भीड़ में नहीं बैठा क्योंकि उन्होंने हँसी उड़ाई और मजा लिया।
    अपने ऊपर तेरे प्रभाव के कारण मैं अकेला बैठा।
तूने मेरे चारों ओर की बुराइयों पर मुझे क्रोध से भर दिया।
18 मैं नहीं समझ पाता कि मैं क्यों अब तक घायल हूँ
    मैं नहीं समझ पाता कि मेरा घाव अच्छा क्यों नहीं होता
और भरता क्यों नहीं हे यहोवा,
    मैं समझता हूँ कि तू बदल गया है।
तू सोते के उस पानी की तरह है जो सूख गया हो।
    तू उस सोते की तरह है जिसका पानी सूख गया हो।

19 तब यहोवा ने कहा, “यिर्मयाह, यदि तुम बदल जाते हो
    और मेरे पास आते हो, तो मैं तुम्हें दण्ड नहीं दूँगा।
यदि तुम बदल जाते हो और मेरे पास आते हो तो
    तुम मेरी सेवा कर सकते हो।
यदि तुम महत्वपूर्ण बात कहते हो
    और उन बेकार बातों को नहीं कहते, तो तुम मेरे लिये कह सकते हो।
यिर्मयाह, यहूदा के लोगों को बदलना चाहिये
    और तुम्हारे पास उन्हें आना चाहिये।
किन्तु तुम मत बदलो और उनकी तरह न बनो।
20 मैं तुम्हें शक्तिशाली बनाऊँगा।
    वे लोग सोचेंगे कि तुम काँसे की बनी दीवार
जैसे शक्तिशाली हो यहूदा के लोग तुम्हारे विरुद्ध लड़ेंगे,
    किन्तु वे तुम्हें हरायेंगे नहीं।
वे तुमको नहीं हरायेंगे।
    क्यों क्योंकि मैं तुम्हारे साथ हूँ।
मैं तुम्हारी सहायता करुँगा, तुम्हारा उद्धार करुँगा।”
    यह सन्देश यहोवा को है।
21 “मैं तुम्हारा उद्धार उन बुरे लोगों से करूँगा।
    वे लोग तुम्हें डराते हैं। किन्तु मैं तुम्हें उन लोगों से बचाऊँगा।”

भजन संहिता 26:1-8

दाऊद को समर्पित।

हे यहोवा, मेरा न्याय कर, प्रमाणित कर कि मैंने पवित्र जीवन बिताया है।
    मैंने यहोवा पर कभी विश्वस करना नहीं छोड़ा।
हे यहोवा, मुझे परख और मेरी जाँच कर,
    मेरे हृदय में और बुद्धि को निकटता से देख।
मैं तेरे प्रेम को सदा ही देखता हूँ,
    मैं तेरे सत्य के सहारे जिया करता हूँ।
मैं उन व्यर्थ लोगो में से नहीं हूँ।
उन पापी टोलियों से मुझको घृणा है,
    मैं उन धूर्तो के टोलों में सम्मिलित नहीं होता हूँ।

हे यहोवा, मैं हाथ धोकर तेरी वेदी पर आता हूँ।
हे यहोवा, मैं तेरे प्रशंसा गीत गाता हूँ,
    और जो आश्चर्य कर्म तूने किये हैं, उनके विषय में मैं गीत गाता हूँ।
हे यहोवा, मुझको तेरा मन्दिर प्रिय है।
    मैं तेरे पवित्र तम्बू से प्रेम करता हूँ।

रोमियों 12:9-21

तुम्हारा प्रेम सच्चा हो। बुराई से घृणा करो। नेकी से जुड़ो। 10 भाई चारे के साथ एक दूसरे के प्रति समर्पित रहो। आपस में एक दूसरे को आदर के साथ अपने से अधिक महत्व दो। 11 उत्साही बनो, आलसी नहीं, आत्मा के तेज से चमको। प्रभु की सेवा करो। 12 अपनी आशा में प्रसन्न रहो। विपत्ति में धीरज धरो। निरन्तर प्रार्थना करते रहो। 13 परमेश्वर के लोगों की आवश्यकताओं में हाथ बटाओ। अतिथि सत्कार के अवसर ढूँढते रहो।

14 जो तुम्हें सताते हैं उन्हें आशीर्वाद दो। उन्हें शाप मत दो, आशीर्वाद दो। 15 जो प्रसन्न हैं उनके साथ प्रसन्न रहो। जो दुःखी है, उनके दुःख में दुःखी होओ। 16 मेलमिलाप से रहो। अभिमान मत करो बल्कि दीनों की संगति करो। अपने को बुद्धिमान मत समझो।

17 बुराई का बदला बुराई से किसी को मत दो। सभी लोगों की आँखों में जो अच्छा हो उसे ही करने की सोचो। 18 जहाँ तक बन पड़े सब मनुष्यों के साथ शान्ति से रहो। 19 किसी से अपने आप बदला मत लो। मेरे मित्रों, बल्कि इसे परमेश्वर के क्रोध पर छोड़ दो क्योंकि शास्त्र में लिखा है: “प्रभु ने कहा है बदला लेना मेरा काम है। प्रतिदान मैं दूँगा।”(A) 20 बल्कि तू तो

“यदि तेरा शत्रु भूखा है
    तो उसे भोजन करा।
यदि वह प्यासा है
    तो उसे पीने को दे।
क्योंकि यदि तू ऐसा करता है तो वह तुझसे शर्मिन्दा होगा।”(B)

21 बुराई से मत हार बल्कि अपनी नेकी से बुराई को हरा दे।

मत्ती 16:21-28

यीशु द्वारा अपनी मृत्यु की भविष्यवाणी

(मरकुस 8:31-9:1; लूका 9:22-27)

21 उस समय यीशु अपने शिष्यों को बताने लगा कि, उसे यरूशलेम जाना चाहिये। जहाँ उसे यहूदी धर्मशास्त्रियों, बुज़ुर्ग यहूदी नेताओं और प्रमुख याजकों द्वारा यातनाएँ पहुँचा कर मरवा दिया जायेगा। फिर तीसरे दिन वह मरे हुओं में से जी उठेगा।

22 तब पतरस उसे एक तरफ ले गया और उसकी आलोचना करता हुआ उससे बोला, “हे प्रभु! परमेश्वर तुझ पर दया करे। तेरे साथ ऐसा कभी न हो!”

23 फिर यीशु उसकी तरफ मुड़ा और बोला, “पतरस, मेरे रास्ते से हट जा। अरे शैतान! तू मेरे लिए एक अड़चन है। क्योंकि तू परमेश्वर की तरह नहीं लोगों की तरह सोचता है।”

24 फिर यीशु ने अपने शिष्यों से कहा, “यदि कोई मेरे पीछे आना चाहता है, तो वह अपने आपको भुलाकर, अपना क्रूस स्वयं उठाये और मेरे पीछे हो ले। 25 जो कोई अपना जीवन बचाना चाहता है, उसे वह खोना होगा। किन्तु जो कोई मेरे लिये अपना जीवन खोयेगा, वही उसे बचाएगा। 26 यदि कोई अपना जीवन देकर सारा संसार भी पा जाये तो उसे क्या लाभ? अपने जीवन को फिर से पाने के लिए कोई भला क्या दे सकता है? 27 मनुष्य का पुत्र दूतों सहित अपने परमपिता की महिमा के साथ आने वाला है। जो हर किसी को उसके कर्मों का फल देगा। 28 मैं तुम से सत्य कहता हूँ यहाँ कुछ ऐसे हैं जो तब तक नहीं मरेंगे जब तक वे मनुष्य के पुत्र को उसके राज्य में आते न देख लें।”

Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)

© 1995, 2010 Bible League International