Old/New Testament
पवित्तर वस्तु बरे भेंट
25 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क लोगन स मोरे बरे भेंट लइ आवइ क कहा। हर मनई अपने मनवा मँ इ ठान लेइ चाही जउन उ मोका देइ चाहत ह। इ भेंटन क मोरे बरे मंजूर कइ ल्या। 3 इ चीजन्क पत्री इ अहइ जेनँका तू मनइयन स अंगीकार करब्या: सोना, चाँदी, काँसा 4 नीला बैगनी अउ लाल धागा, सुन्नर रेसमी कपड़ा, बोकरी क बार, 5 भेड़ी क लाल रंगे क खाल, नरम खाल, बबुरे क काठ, 6 दिया मँ बारइ क तेल: अभिसेक क तेल, धूपे बरे महकउआ मसाला, भीनी सुगन्धे बरे मसाला। 7 सुलेमानी पाथर अउ दूसर कीमती रतन जउन याजक क एपोद मँ जड़ दीन्ह जाइँ अउ निआव क थइला।”
पवित्तर तम्बू
8 यहोवा इहउ कहेस, “मनई मोरे बरे एक पवित्तर स्थल बनइहीं। तबहिं मइँ ओनके संग रहि सकब। 9 मइ तोहका देखाउब कि पवित्तर तम्बू कइसा देखाइ देइ चाही। जइसा मइँ देखाएउँ ह हर एक चीज ठीक वइसा ही होइ चाही।
करार क संदूख
10 “बबुरे क काठ बइपरा अउ एक खास संदूख बनावा। इ पवित्तर संदूख क ढाई हाथ लम्बा डेढ़ हाथ चौड़ा अउ डेढ़ हाथ ऊँचा होइ चाही। 11 संदूखे क भीतर अउ बाहर पत्तर चढ़ावइ बरे सुद्ध सोना लगावा। संदूखे क कोना क सोना स मढ़ा। 12 संदूखे क उठावइ बरे सोना क चार कड़ा बनवा। सोने क कड़ा क चारिहुँ कोना प लगावा। दुइनउँ कइँती दुइ दुइ कड़ा होइँ। 13 तब संदूखे क ढोवइ बरे खम्भा बनावा। इ खम्भन बबुरे क काठे क होइ अउ सोना स जरूर जड़ी होइँ चाही। 14 संदूखे क बगल क कोन प लगा भवा कड़ा मँ इ खम्भन क घुसेड़ द्या। इ खम्भन क बइपरब संदूखे क ढोवइ बरे करा। 15 इ खम्भा संदूखे क कड़न मँ सदा छुई रहइ चाही। खम्भन क बाहेर जिन खइँचा।”
16 यहोवा कहेस, “मइँ तोहका करार देत अही।” ऍका करार क संदूखे मँ धरा। 17 तब एक ढकना[a] बनावा। एका सुद्ध सोने क बनावा। एका ढाइ हाथ लम्बा अउ डेढ़ हाथ चौड़ा बनावा। 18 तब दुइ करूब सरगदूतन क बनावा अउ ओनका ढकना क दुइनउँ सिरा प लगावा। इ सरगदूत क बनवइ बरे सोना क पत्तर बइपरा। 19 एक करूब क ढकना क सिरे प लगावा अउ दूसर क दुसरे सिरे प। एक टूकड़ा बनावइ बरे करूब सरगदूत क ढकना क संग जोड़ द्या। 20 करूब क पाखा ढकना प उपर की ओर पसरा होइ चाही। करूब क मुँहना ढकना कँइती लखत होइ करूब एक दूसरे क आमना सामना होइ चाही।
21 “मइँ तोहका करार देब। उ करार क संदूखे मँ धरा अउ खास ढकना स संदूखे क बंद करा। 22 जब मइँ तू पचन स भेंटब तबहिं मइँ करूब सरगदूतन क बीच स बात करब, जउन करार क संदूख खास ढकना प अहइ। मइँ आपन सबहिं आदेसन क इस्राएल क मनइयन क उहइ ठउरे स देब।
खास रोटी क मेज
23 “बबुरे क काठे क एक ठु मेज बनावा। मेज दुइ हाथ लम्बा, एक हाथ चौड़ा अउ डेढ़ हाथ ऊँचा होइ चाही। 24 मेज क निखालिस सोना स मढ़ द्या अउ ओकरे चारिहुँ कइँती सोना क झालर लगावा। 25 तब चार अँगली चौड़ी सोना क पट्टी मेज क चारिहुँ कइँती ठोंक द्या। अउ पट्टी क चारिहुँ कइँती सोना क झालर लगावा। 26 तब सोना क चार कड़ा बनावा अउ मेज क चारिहुँ कोने प ओकर पावा प लगावा। 27 कड़ा पट्टा क लगे होइ चाही। इ कड़न मँ मेज क ढोवइ बरे खम्भन फँसाइ दीन्ह जइहीं। 28 खम्भन बनवइ बरे बबुरे क काठ बइपरा अउ ओका सोना स मढ़ि द्या। खम्भन मेज क ढोवइ बरे अहइँ। 29 हर परात, चम्मच, सुराही अउ खोराइ सब चीज निखालिस सोना क बनावा। सुराही अउ खोरा पिअइ क भेंट उड़ेलइ बरे बइपरा जइहीं। 30 खास रोटी मोरे समन्वा मेज प धरा। इ सदा मोरे समन्वा हुवाँ रहइ चाही।
डीबट
31 “तब तोहका एक डीबट बनवावइ चाही। सुद्ध सोना बइपरा। एकर पेदी अउ चपटी नोंक बनावइ बरे निखालिस सोना क पत्तर बइपरा। एकर फूल, कली अउर पंखड़ी निखालिस सोना क बनी होइ चाही। अउ इ सबहिं चीज़ डीबट मँ एक ठुकड़ा मँ होइ चाही।
32 “डीबट क छ: ठु डार होइ चाही। तीन डार एक कइँती अउ तीन डार दूसर कइँती होइ चाही। 33 हर डारे प तीन ठु फूल होइ चाही। इ फूलन क बदाम क फूल क नाई कली अउ पंखड़ी जोरिके बनावा। 34 डीबट बरे चार ठु फूल बनवा। इ फूलन क बदामे क कली अउ पंखुड़ी क नाई बनावइ चाही। 35 डीबटे प छ: ठु डार होइ चाही-दुइ हींसा मँ दुइनउँ कइँती तीन तीन डार होइ चाही। तीनउँ जगहिया क नीचे जहाँ डार मिलत ह कली अउ पंखुड़ी क संग एक ठू फूल बनवा। 36 पूल अउ पंखुड़ी क संग समूचा डीबट निखालिस सोना स बनवई चाही। इ सबहिं डार अउ कली एक एकाई मँ निखालिस सोना क होइ चाही। 37 तबहि 7 दिया डीबट प धरइ बरे बनावा। इ दिया डीबट क समन्वा क ठउरे प रोसनी देइहीं। 38 दिया क झालर अउ थाली सबहिं निखालिस सोना क होइ चाही। 39 पचहत्तर पौंड[b] सुद्ध सोना क प्रयोग डीबट अउ एकरे साथे क सब चीज बनवइ मँ करा। 40 धियान दइ क हर चीज ठीक-ठीक उहइ तरह स बनइ जाइ जइसा मइँ पहाड़े प तोहका देखावा ह।”
पवित्तर तम्बू
26 परमेस्सर मूसा स कहेस, “पवित्तर तम्बू क दस पर्दा स बनावा। इ परदन क बढ़िया सनीवाला अउ नीला, लाल अउर बैगनी कपरा स बनावा। कउनो कुसल कारीगर क चाही कि उ करूब सरगदूत क पखना क संग पर्दन प कढ़ाई करइ। 2 हर एक पर्दा अट्ठाइस हाथ लम्बा अउ चार हाथ चौड़ा होइ चाही। अउर हर कनात क नाप बराबर होइ चाही। 3 सब पर्दन क दुइ समूह मँ सिआ। पहिले हींसा मँ पाँच पर्दन क एक संग अउ दूसर हींसा मँ पँच पर्दन क एक संग सी द्या। 4 आखिरी क पर्दा क सिरे क नीचे फन्दा बनावा। इ फन्दन क बनवइ बरे नीला कपरा लगावा। दुसरे समूह क पर्दन क आखरी पर्दा मँ भी उहइ काम करा। 5 पहिले अउ दुसरे समूह क पर्दन क आखिरी पर्द मँ पचास फन्दा बनवा। फन्दा एक दुसरे फन्दा क आमने सामने होइ चाही। 6 तब पचास सोना क हुक पर्दन क एक संग मिलवइ बरे बनावा। इ पर्दन क एक दुसरे क संग हुक स इ तरह जोरिहीं कि पुरा पवित्तर तम्बू एक ही होइ जाइ।
7 “तब तू दूसर तम्बू बनउब्या जउन पवित्तर तम्बू क ढाकि लेइ। इ तम्बू बरे ग्यारह पर्दन बइपरा। इ परदन क बोकरी क बारे स बनावा। 8 इ सबहिं पर्दा नाप मँ एक बराबर होइ चाही। उ सबहिं तीस हाथ लंबा चार हाथ चौड़ा होइ चाही। 9 पाँच ठु पर्दे क एक समूह मँ जुड़वावा अउ फुन दुसर छ: पर्दे क एक दुसर समूह मँ जुड़वावा। छठे पर्दे क आधे हींसा क तम्बू क समन्वा ऊपर मोड़ि द्या। 10 एक समूह क आखिरी पर्दा क छोर प पचास फन्दा बनवा अइसा ही दूसरे समूह क आखिरी पर्दा क छोरा प भी पचास फन्दा बनावा। 11 तब काँसे क पचास फन्दा बनवा। इ काँसे क फन्दा क प्रयोग तम्बू क परदन क एक साथे जोरइ बरे करा। इ सबइ तम्बू क एक संग जोरइ क एक एकाई क रूप मँ बनिहीं। 12 तम्बू क आखरी पर्दे क आधा हींसा तम्बू क पीछे क किनारे लटका रही। 13 तम्बू क किनारन मँ इ तम्बू क पर्दा पवित्तर तम्बू क पेंदी स एक हाथ नीचे लटकत रही। तउ इ तम्बू पवित्तर तम्बू क पूरी तरह ढाँकि लेइ। 14 बाहेर क तम्बू क ढाकइ बरे दुइ पर्दा बनवा। एक पर्दा लाल रंग स रंगी भइ भेड़ा क खाल स बनइ चाही अउ दूसर पर्दा उत्तम खाल सुइसों क बनी होइ चाही।
15 “पवित्तर तम्बू क सहारा देइ बरे बबुरे क काठ क तखता क प्रयोग करा। 16 तखता दस हाथ ऊँचा अउ डेढ़ हाथ चौ़ड़ा होइ चाही। 17 हर तखता क तले मँ ओनका जोड़इ बरे एक दूसरे प धरइ बरे दुइ खूँटी होइ चाही। पवित्तर तम्बू क हर एक तखता बरे इहइ करा। 18 पवित्तर तम्बू क दक्खिन कइँती बीस तखता क प्रयोग करा। 19 बीस तखता बरे चाँदी क चालीस आधार बनावा। हर एक ढाँचा नीचे चाँदी क दुइ आधार एका दुइ खम्भा बरे होइ चाही। 20 पवित्तर तम्बू क उत्तरी हींसा बरे बीस तखता अउर ल्या। 21 इ तखता बरे चालीस कुसिर्यन क बनवावा हर एक तखता क नीच बरे दुइ आधार होई चाही। 22 तोहका पवित्तर तम्बू क पच्छिउँ छे बरे छ: अउर तखता लइ चाही। 23 पवित्तर तम्बू क पाछे कोना बरे दुइ तखता ल्या। 24 कोने क दुइनउँ तखता क नीचे एक साथ जोरि द्या। ऊपरी छल्ला दुइनउँ तखतन क एक कइके जोड़ी। दुइनउ कोन बरे उहइ करा। 25 इ तरह सब मिलिके आठ ठु तखता पवित्तर तम्बू के पच्छिउँ छोर बरे होइहीं। हर तखता क नीचे दुइ कुर्सी होइस चाँदी क सोलह कुर्सी होइहीं।
26 “बबुरे क काठ बइपरा अउ पवित्तर तम्बू क तखता बरे बेड़ा बनवा। पवित्तर तम्बू क एक कइँती क हींसा क तखता बरे पाँच बेड़ा बनवा। 27 अउ पवित्तर तम्बू क दूसर हींसा क तखता बरे पाँच अउर बेड़ा होइहीं। अउर पवित्तर तम्बू क पाछे क तखता बरे पाँच बेड़ा होइहीं 28 बीच क बेंड़ा फरेम एक सिरा स दूसर सिरा तलक पहोंचइ चाही।
29 “तखतन क सोने स मढ़ा। अउ तखतन क बेड़न क फँसावइ बरे छल्ला बनवा। इ छल्ला भी सोने क होइ चाही। बेड़े क सोने स मढ़ा। 30 पवित्तर तम्बू क तू अहइ तरह क बनवा जइसा मइँ तोहका पहाड़े प देखाए रहेउँ।
पवित्तर तम्बू क भीतर
31 “बढ़िया सनी क बइपरा अउ पवित्तर तम्बू क भीतर भाग बरे एक खास पर्दा बनावा। इ पर्दा क नीला, बैगनी अउ लाल ओढ़ना स बनवा। करूब सरगदूत क तस्बीर कपरा मँ काढ़ा। 32 बबुरे क लकड़ी क चार खंभा बनावा। खम्भन क सोने स मढ़ द्या। चारिहुँ खम्भन प सोने स बना हुकन लगावा। खम्भन की नीचे चाँदी क चार आधार लगावा। तउ सोने क हुक मँ पर्दा टाँगा। 33 पर्दा क सोने क हुक क नीचे टाँगा, अउ करार क संदूखे क पर्दा क पाछे धरा। इ पर्दा पवित्तर ठउर क सब ते जिआदा पवित्तर ठउर क अलगाइ देइ। 34 सबते जिआदा पवित्तर ठउर मँ करार क संदूखे प ढकना राखा।
35 “पवित्तर ठउर मँ पर्दा क दुरसे कइँती खास मेज क धरा। मेज पवित्तर तम्बू क उत्तर मँ होइ चाही। तब डीबट क पवित्तर तम्बू क दखिन मँ राखा। डीबट मेज क ठीक समन्वा होइ।
पवित्तर तम्बू क बड़का दुआर
36 “तब पवित्तर तम्बू क दुआर बरे एक पर्दा बनावा। इ पर्दा क बनवइ बरे नीला, बैगंनी, लाल उत्तिम सन क कपरा क बइपरा। अउर कपरा मँ तस्बीर क बुन द्या। 37 दुआरे क पर्दा बरे सोना क हुक बनवा। सोना स मढ़ा बबुरे क काठे क पाँच खम्भा बनवा। अउ पाँचउ खम्भा बरे काँसे क पाँचे कुर्सी ढलवाइ ल्या।”
ईसू आपन मउत क बारे मँ बताएस
(मरकुस 10:32-34; लूका 18:31-34)
17 जब ईसू आपन बारहु चेलन क संग यरूसलेम जात रहा तउ उ ओनका एक कइँती लइ गवा अउर चलत चलत ओनसे बोला, 18 “सुना, हम यरूसलेम पहुँचइ क अही। मनई क पूत हुवाँ मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन क हाथे मँ दइ दीन्ह जाई। उ पचे ओका मृत्युदण्ड क काबिल ठहरइहीं। 19 फिन ओकर हँसी हँसारत करवावइ अउर कोड़न स पिटवावइ बरे ओका गैर यहूदियन क दइ देइहीं। फिन ओका क्रूस प चढ़ाइ दीन्ह जाई। मुला तिसरे दीन उ फिन जी उठी।”
एक महतारी क गदेलन बरे खास चिरौरी
(मरकुस 10:35-45)
20 फिन जब्दी क पूतन की महतारी आपन पूतन क संग ईसू क नगिचे गई अउर उ निहुरिके पराथना करत ओसे कछू माँगेस।
21 ईसू ओसे पूछेस, “तू का चाहति अहा?”
उ बोली, “मोका बचन द्या कि मोर इ दुइनउँ बेटवन तोहरे राज्य मँ एक तोहरे दाहिन अउर दूसर तोहरे बाईं कइँती बइठँइ।”
22 ईसू जबाव दिहस, “तू नाहीं जानत अहा कि तू का माँगत बाट्या? का तू यातनाओं क कटोरा पिउ सकत अहा, जेहका मइँ पिअइवाला हउँ?”
उ सबइ ओसे कहेन, “हाँ पिउ सकित ह।”
23 ईसू ओनसे बोला, “तू पचे सचमुच उ पिआला पीब्या। मुला मोर दाहिन अउर बाएँ कइँती हक क देवइया मइँ नाहीं हउँ। हियाँ बइठइ क हक तउ ओनही का बा, जेनके बरे इ मोर परमपिता क जारिये रक्खा गवा अहइ।”
24 जब बाकी दसउ चेलन इ सुनेन कि तउ उ पचे दुइनउँ भाइयन प बहोत कोहाय गएन। 25 तब्बइ ईसू ओनका आपन नगिचे बोलाइके कहेस, “तू जानत ह कि गैर यहूदियन राजा, प्रजा प आपन सक्ती देखावा चाहत हीं अउर ओनके खास नेता, मनइयन प आपन हक जमावा चाहत हीं। 26 मुला तोहरे बीच अइसा न होइ चाही। मुला तो हम स जउन बड़वार बनब चाही, तोहार नउकर बनइ। 27 अउ तोहमाँ जउन कउनो पहिला बनब चाही, ओका तोहार गुलाम जरूर बनइ क होई। 28 तोहका मनई क पूत जइसा होइ क चाही जउन आपन सेवा करावइ नाहीं, मुला सेवा करइ अउर बहोतन क छुटौती बरे आपन प्रान क फिरौती देइ आवा अहइ।”
अँधरे क आँखी
(मरकुस 10:46-52; लूका 18:35-43)
29 जब उ सबई यरीहो सहर स जात रहेन भारी भीड़ ईसू क पाछे होइ गइ। 30 हुवाँ सरक क किनारे दुइ आँधर बइठा रहेन। जब उ सबइ सुनेन कि ईसू हुवाँ स जात बाटइ, उ पचे नरियानेन, “पर्भू, दाऊद क पूत! हम प दाया कर!”
31 ऍह प भीड़ ओनका धमकावत चुप रहइ क कहेस। पर उ पचे अउ जिआदा चिल्लानेन, “पर्भू, दाऊद क पूत। हम प दाया कर।”
32 फिन ईसू रूकि गवा अउ ओनका बोलाएस। उ कहेस, “तू का चाहत अहा, मइँ तोहरे बरे का करउँ?”
33 उ पचे ओसे कहेन, “पर्भू, हम चाहित ह कि फिन स निहारइ लागी।”
34 ईसू क ओन प दाया आइ। उ ओनकइ अँखियन क छुएस, अउर तुरंतहि उ पचे फिन लखइ लागेन। उ पचे ओकरे पाछे होइ गएन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.