New Testament in a Year
22 दूसर दिन, ओ मनखेमन के भीड़, जऊन ह समुंदर के ओ पार तीर म रूके रहय, ए देखिस कि उहां सिरिप एक ठन डोंगा रिहिस, अऊ ओमन जानत रिहिन कि यीसू ह अपन चेलामन संग ओ डोंगा म नइं गे हवय, पर चेलामन यीसू के बिगर डोंगा म चल दे रिहिन। 23 तब कुछू आने डोंगामन तिबिरियास ले ओ जगह के लकठा म आईन, जिहां परभू के धनबाद करे के बाद मनखेमन रोटी खाय रिहिन। 24 जब भीड़ ह ए देखिस कि उहां न तो यीसू हवय अऊ न ही ओकर चेलामन, त ओमन डोंगामन म चघिन अऊ यीसू के खोज म कफरनहूम गीन।
यीसू ह जिनगी के रोटी
25 जब ओ मनखेमन ला यीसू ह समुंदर के ओ पार मिलिस, त ओमन ओकर ले पुछिन, “हे गुरू! तेंह इहां कब आय?”
26 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, तुमन मोला एकरसेति नइं खोजत हव कि तुमन अचरज के चिन्हां ला देखेव, पर एकरसेति कि तुमन छक के रोटी खाय रहेव। 27 ओ भोजन बर मिहनत झन करव, जऊन ह नास हो जाथे, पर ओ भोजन बर मिहनत करव, जऊन ह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी तक ठहरथे, जऊन ला मनखे के बेटा ह तुमन ला दिही। काबरकि परमेसर ददा ह ओकर ऊपर अपन मंजूरी के मुहर लगाय हवय।”
28 तब ओमन ओकर ले पुछिन, “परमेसर के काम करे बर, हमन का करन?”
29 यीसू ह ए जबाब दीस, “परमेसर के काम ए अय कि जऊन ला ओह पठोय हवय, ओकर ऊपर बिसवास करव।”
30 तब ओमन ओकर ले पुछिन, “तेंह हमन ला का अचरज के चिन्हां देखाबे कि हमन ओला देखके तोर ऊपर बिसवास करन? तेंह का काम करबे? 31 हमर पुरखामन निरजन जगह म मन्ना खाय रिहिन; जइसने परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: ‘ओह ओमन ला खाय बर स्वरग ले रोटी दीस[a]।’ ”
32 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव कि मूसा ह तुमन ला स्वरग ले ओ रोटी नइं देय रिहिस, पर ओह मोर ददा ए, जऊन ह तुमन ला स्वरग ले सच्चई के रोटी देथे। 33 काबरकि परमेसर के रोटी ओह अय, जऊन ह स्वरग ले उतरथे अऊ संसार ला जिनगी देथे।”
34 ओमन कहिन, “हे महाराज, ओ रोटी हमन ला हमेसा देय कर।”
35 तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “जिनगी के रोटी मेंह अंव। जऊन ह मोर करा आथे, ओह कभू भूखन नइं होवय अऊ जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, ओह कभू पीयासन नइं होवय। 36 पर जइसने मेंह तुमन ला कहेंव कि तुमन मोला देख घलो ले हवव, अऊ तभो ले तुमन बिसवास नइं करथव। 37 जऊन कुछू ददा ह मोला देथे, ओ जम्मो ह मोर करा आही अऊ जऊन कोनो मोर करा आथे, मेंह ओला कभू नइं निकारंव। 38 काबरकि मेंह अपन ईछा ला नइं, पर अपन पठोइया के ईछा ला पूरा करे बर स्वरग ले उतरे हवंव। 39 अऊ मोर पठोइया के ईछा ए अय कि जऊन कुछू ओह मोला देय हवय, ओम ले कोनो ला घलो मेंह झन गंवावंव, पर आखिरी दिन म ओमन ला जियावंव। 40 काबरकि मोर ददा के ईछा ए अय कि जऊन कोनो बेटा ला देखय अऊ ओकर ऊपर बिसवास करय, ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पावय, अऊ मेंह आखिरी दिन म ओला जीयाहूं।”
41 तब यहूदीमन यीसू ऊपर बड़बड़ाय लगिन, काबरकि ओह ए कहे रिहिस, “मेंह ओ रोटी अंव, जऊन ह स्वरग ले उतरिस।” 42 ओमन कहिन, “का एह यूसुफ के बेटा यीसू नो हय, जेकर दाई-ददा ला हमन जानथन? तब ओह कइसने कह सकथे कि ओह स्वरग ले उतरे हवय?”
43 यीसू ह ओमन ला ए जबाब दीस, “आपस म बड़बड़ाय बर बंद करव। 44 मोर करा कोनो नइं आ सकय, जब तक ददा जऊन ह मोला पठोय हवय, ओला मोर तरफ नइं खींचय; अऊ मेंह ओला आखिरी दिन म जीयाहूं।
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