New Testament in a Year
31 सिमोन, सिमोन, सुन! सैतान ह तुमन ला परखे बर अनुमती मांगे हवय कि जइसने किसान ह गहूं ला भूंसी से अलग करथे, वइसने ओह तुमन ला अलग करय। 32 पर मेंह तोर बर पराथना करे हवंव, सिमोन! ताकि तोर बिसवास ह बने रहय। अऊ जब तेंह मोर करा लहुंटके आ जाबे, त अपन भाईमन ला बिसवास म मजबूत करबे।”
33 पर सिमोन पतरस ह यीसू ला कहिस, “हे परभू, मेंह तोर संग जेल जाय बर तियार हवंव अऊ मरे बर घलो तियार हवंव।”
34 यीसू ह कहिस, “पतरस, मेंह तोला कहत हंव कि आज कुकरा बासे के पहिली, तेंह तीन बार इनकार करबे कि तेंह मोला जानथस।”
35 तब यीसू ह ओमन ले पुछिस, “जब मेंह तुमन ला बिगर पईसा, झोला या पनही के पठोय रहेंव, त का तुमन ला कोनो चीज के कमी होईस?”
ओमन कहिन, “कोनो चीज के कमी नइं होईस।”
36 यीसू ह ओमन ला कहिस, “पर अब जेकर करा पईसा हवय, ओह ओला ले लेय, अऊ झोला घलो धर ले; अऊ जेकर करा तलवार नइं ए, ओह अपन ओन्ढा ला बेंचके एक ठन तलवार बिसो ले। 37 परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: ‘अऊ ओकर गनती अपराधी मन संग होईस,’ अऊ मेंह तुमन ला कहथंव कि ए बात के मोर ऊपर पूरा होना जरूरी ए। काबरकि जऊन बात ह मोर बारे म लिखे गे हवय, ओह पूरा होवत हवय।”[a]
38 चेलामन कहिन, “हे परभू, देख, इहां दू ठन तलवार हवय।”
ओह कहिस, “ए किसम के बात बहुंत हो गीस।”
यीसू ह जैतून के पहाड़ म पराथना करथे
(मत्ती 26:36-46; मरकुस 14:32-42)
39 यीसू ह घर के बाहिर निकरिस अऊ अपन रीति के मुताबिक ओह जैतून पहाड़ ला गीस अऊ ओकर चेलामन ओकर पाछू-पाछू गीन। 40 ओ जगह म हबरके यीसू ह ओमन ला कहिस, “पराथना करव ताकि तुमन परिछा म झन पड़व।” 41 तब ओह ओमन ले कुछू दूरिहा गीस अऊ माड़ी टेकके ए पराथना करे लगिस, 42 “हे ददा, कहूं तोर ईछा हवय, त ए दुःख के कटोरा ला मोर करा ले टार दे; तभो ले मोर नइं, पर तोर ईछा पूरा होवय।”
43 तब स्वरग ले एक स्वरगदूत ओकर करा आईस अऊ ओला मजबूत करिस। 44 अऊ ओह बहुंते बियाकुल होके, अऊ लगन से पराथना करे लगिस, अऊ ओकर पसीना ह लहू के बूंद सहीं भुइयां म गिरत रहय।
45 जब ओह पराथना करके उठिस, अऊ चेलामन करा गीस, त ओह ओमन ला दुःख के मारे सोवत अऊ थके पाईस। 46 ओह ओमन ला कहिस, “तुमन काबर सुतत हवव? उठव अऊ पराथना करव ताकि तुमन परिछा म झन पड़व।”
Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.