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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
निर्गमन 34

पाथर क नई पाटी

34 तब यहोवा मूसा स कहेस, “दुइ अउर समथर पाथरन ठीक वइसे ही बनावा जइसे पहिले दुइ रहीं जेका तू तोग दिहे रहा। मइँ एह प ओनही सब्दन क लिखब जउन पहिले दुइनउँ पाथर क पाटी प लिखा रहेन। भियान भिन्सारे तइयार रह्या अउ सीनै पहाड़े प आवा। हुवाँ मोरे समन्वा पहाड़े क चोटी प ठाड़ रह्या। कउनो मनई क तोहरे संग नाहीं आवइ दीन्ह जाइ। हिआँ तलक कि तोहरे गोरू अउ भेड़ी क झुण्ड क भी पहाड़े क उ पार घास नाहीं चरइ चाही।”

ऍह बरे मूसा पहिले पाथर क तरह पाथर क दुइ समथर पाटी बनएस। तब दूसर दिन भिन्सारे उ सीनै पहाड़े प गवा। मूसा उहइ किहेस जइसा यहोवा ओका हुकुम दिहे रहेन। मूसा आपन संग पाथर क दुइ पाटी लइ गवा। मूसा क पहाड़े प पहोंच जाइ क पाछे यहोवा ओकरे लगे बादर मँ खाले पहाड़े प आवा। यहोवा हुवाँ मूसा क लगे ठाड़ रहा। उ यहोवा क नाउँ लिहेस।

यहोवा मूसा क समन्वा स गवा अउ उ कहेस, “यहोवा, दयालु यहोवा, अउ कृपालु परमेस्सर अहइ। यहोवा कोहाइ मँ धीरे करत ह। यहोवा महान पिरेम स सराबोर बा। यहोवा बिस्सास क जोग्ग बा। यहोवा हजारन पीढ़िन प कृपा करत ह। यहोवा लोगन क जउन उ पचे पापन्क करत हीं, छिमा करत ह। मुला यहोवा अपराधी क सजा देइ मँ चूकत नाहीं। यहोवा सिरिफ अपराधी क सजा नाहीं देइ मुला ओनके बेटवन, नाती, पंती अउ संती क भी बुरी बात क सजा देइ जउन उ पचे किहे रहेन।”

तब तुरन्तइ मूसा धरती प निहुरा अउ यहोवा क पूजेस। मूसा कहेस, “सुआमी। जदि आप मोसे खुस अहइँ तउ हमार साथे चलइँ। मइँ जानत हउँ कि उ पचे हठी लोग अहइँ। मुला हम पचन्क ओन पापन्क अउ अपराधन्क छिमा कइ द्या, जउन हम पचे किहेन ह।”

10 तब यहोवा कहेस, “मइँ तोहरे सबहिं लोगन क संग इ करार करत हउँ। मइँ अइसा अचरज कार्य करब जइसे इ धरती प कउनो भी दूसर रास्ट्र क खातिर पहिले कबहुँ नाहीं कीन्ह गवा रहा। तोहरे संग सबहिं लोगन उ अचभ्बा क निहरिहीं जउन मइँ तोहरे बरे करब। 11 आज मइँ जउन हुकुम देत हउँ ओका माना। मइँ कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिब्बी, अउ यबूसी क बाहेर निकरि जाइ क मजबूर करब। 12 होसियार रहा। उ लोगन क संग कउनो समझौता जिन करा जउन उ पहँटा मँ रहत अहइँ जहाँ तू जात अहा। जदि तू ओनकइ संग समझौता करब्या तउ तू ओहमाँ फँस जाब्या। 13 ओनके वेदी क नास कइ डावा उ पाथरन क तोड़ि डावा जेका उ पचे पूजत बाटेन। ओनकइ मूरत[a] क काटिके बहाइ द्या। 14 कउनो दूसर देवता क आराधना जिन करा। मइँ ‘यहोवा-कना ईर्स्यालु यहोवा’ अहउँ। इ मोर नाउँ अहइ। मइँ ‘एल-कना’ ईर्स्यालु परमेस्सर हउँ।

15 “जउन लोग उ पहँटा मँ रहत हीं ओनसे कउनो समझौता जिन करा। जदि तू इ करब्या तउ जब उ सबइ आपन देवतन क पूजिहीं तब तू ओनके साथे होइ सकब्या। उ पचे तोहका सामिल होइ बरे न्यौतिहीं अउर तू ओनकइ भेंट क खाब्या। 16 तू आपन बेटवन क पत्नी बनवइ बरे ओनकइ कछू बिटियन क चुन सकत ह। उ पचे बिटियन झूठ देवतन क पूजा करत रहत हीं। उ पचे तोहरे बेटवन स उहइ करवाइ सकत हीं।

17 “मूरत जिन बनाया।

18 “बे खमीरे क रोटी क दावत क त्यौहार मनावा। मोरे हुकुम बरे सात दिना तलक बेखमीरे क रोटी खाया। एका उहइ महीना मँ करा जेका मइ चुनेउँ ह जउन कि अबीब क महीना अहइ। काहेकि उहइ महीना अहइ जब तू मिस्र स बाहेर आए रह्या।

19 “कउनो भी मेहरारू क पहिलौटी बेटवा मोर बा। पहिला जनावर भी जउन तोहार गाय-बोकरी अउ भेड़ी स पइदा होइ, मोर अहइ। 20 जदि तू पहिले पइदा भए गदहा क आपन बरे राखइ चाहत बाट्या तउ तू एका भेड़ी क बच्चा स बेसहि सकत ह। मुला अगर तू उ गदहा क भेड़ी क बच्चा स नाहीं वेसहत्या तउ तोहका उ गदधा क गरदन जरूर तोड़ दइ चाही। तोहका आपन पहिलौटी सब पूतन बरे मोसे बेसहइ क होइ। कउनो व्यक्ति बे भेंटे क मोरे समन्वा न आइ।

21 “तू छ: दिन काम करा। मुला सातँवा दिन अराम करा।। पौध रोपइ अउ फसिल काटइ क समइया भी तोहका सबित क दिन क धियान रखइ चाही।

22 “हफ्तन क त्यौहार मनावा। फसल कटाइ क त्यौहार क मनावा। आखीर मँ फसल काटइ क दावत करा।

23 “हर साल तोहार सब मनई तीन दाई आपन सुआमी, यहोवा इस्राएल क परमेस्सर क लगे जइहीं।

24 “जबहिं तू आपन भुइँया मँ पहुँचब्या मइँ तोहरे दुस्मनन क उ भुइँया स बाहेर जाइके मजबूर करब। मइँ तोहरे चौहद्दी क बढ़ाउब अउर तू जिआदा स जिआदा धरती पउब्या। तोहका आपन परमेस्सर यहोवा क समन्वा बरिस मँ तीन दाई जाइ चाही। अउर तोहसे उ टेमॅ तोहर देस लेइ क कउनो जतन न करी।

25 “जब तू बलि स खून भेंट करा तउ उहइ समइया खमीर जिन भेंट करा।

“अउर फसह त्यौहार क कछू भी गोस दूसर भिन्सारे तलक नाहीं राखइ चाही।

26 “यहोवा क आपन पहली काटी भइ फसल द्या। उ चीजन्क यहोवा आपन परमेस्सर क घरे लइ आवा।

“बोकरी क बच्चा क ओकर महतारी क दूध मँ जिन पकावा।”

27 तब यहोवा मूसा स कहेस, “जउन बातन क मइँ बतायउँ ह ओनका लिखि ल्या। इ आदेस क अनुसार मइँ तोहार अउर आपन बीच करार किहउँ ह।”

28 मूसा हुवाँ यहोवा क संग चालीस दिना अउ चालीस रात रहा। उ पूरे टेम तलक न खइया क खाएस अउर न पानी पिएस। अउर मूसा क करार क सब्दन क दस-आग्यन क दुइ समथर पाथरन प लिखेस।

मूसा क चमचमात मुँह

29 तब मूसा सीनै पहाड़े स तरखाले उतरा। इ यहोवा क दुइनउँ पाथरे क समथर पाटी क संग लइ आवा। मूसा क मुँह चमकत रहा। काहेकि उ यहोवा स बात किहेस। मुला मूसा इ बरे नाहीं जानत रहा। 30 हारून अउ इस्राएल क सब लोगन लखेन कि मूसा क मुँह चमकत रहा। ऍह बरे उ पचे ओकरे पास जाइ स डेरानेन। 31 मुला मूसा ओनका बोलाएस। ऍह बरे हारून अउ सबहिं अगुवा लोग मूसा क लगे गएन। मूसा ओनसे बतियान। 32 ओनके पाछे इस्राएल क सबहिं लोग मूसा क लगे आएन। अउर मूसा ओनका उ आदेस दिहेस जउन यहोवा सीनै पहाड़े प दिहे रहा।

33 जब मूसा बात करब खतम किहेस तउ उ आपन मुँह क एक ओढ़ना स ढाँकि लिहस। 34 जब कबहुँ मूसा यहोवा क समन्वा बात करइ जात तउ ओढ़ना क हटाइ लेत। तब मूसा बाहेर आवत अउ इस्राएल क लोगन क इ बतावत जउन यहोवा क हुकुम होत रहा। 35 इस्राएल क मनइयन देखत रहेन कि मूसा क मुँह तेज स चमकत रहा। ऍह बरे मूसा आपन मुँह फुन ढाँकि लेत। मूसा आपन मुँहना क तब तलक ढाँके रखत रहा जब तलक उ यहोवा क संग बात करइ अगली दाई नाहीं जात रहा।

यूहन्ना 13

ईसू अपने चेलन क गोड़ धोएस

13 फसह क त्यौहार क पहिले ईसू देखेस कि इ दुनिया क छोड़इ अउर परमपिता क पास जाइ क ओकर समइ आइ गवा अहइ तउ इ दुनिया मँ जउन आपन रहेन अउर जेका उ पिरेम करत रहा, ओनके ऊपर उ बहुत जियादा पिरेम देखॉएस।

संझा क खाना खावा जात रहा। सइतान अब तलक समौन क बेटवा यहूदा इस्करियोती क मन मँ इ डाइ चुका रहा कि उ ईसू क धोखे स पकड़वाइ देइ। ईसू इ जानत रहा कि परमपिता सब चीज ओकरे हाथन मँ सौंप दिहे अहइ अउर परमेस्सर स आवा बाटइ, अउर परमेस्सर क पास वापस जात अहइ। इ बरे उ खाना छोड़के ठाढ़ होइ गवा। उ आपन ऊपर क सब कपरा उतार दिहेस अउर एक ठु अँगौछा अपने चारों तरफ लपेट लिहेस। फिन एक ठु घड़ा मँ पानी भरेस अउर अपने चेलन क पाँव धोअइ लाग अउर जउन अँगौछा लपेटे रहा, उहइ स सबकइ पाँव पोंछइ लाग।

फिन जब उ समौन पतरस क लगे पहुँचा तउ पतरस ओसे कहेस, “पर्भू, का तू मोरे पाँव धोअइ आवत अहा?”

ऍकरे जवाब मँ ईसू कहेस, “अबहीं तू नाहीं जानत अहा कि मइँ का करत अही, बाद मँ तू जान जाब्या।”

परतस ओसे कहेस, “तू मोर पाँव कबहूँ नाहीं धोउब्या।”

ईसू जवाब दिहेस, “जब तोहार पाँव मइँ न धोउब तउ तू मोरे लगे जगह नाहीं पाइ सकत्या।”

समौन पतरस ओसे कहेस, “पर्भू, तू मोर पाँव नाहीं मोर हाथ अउर मुँड़वा क भी धोइ द्या।”

10 ईसू ओसे कहेस, “जे नहाइ चुका अहइ, ओका पैर धोअइ क अलावा अउर कउनो चीज धोअइ क जरूरत नाहीं अहइ। उ तउ पूरी तरह साफ सुथरा होत ह। तू पचे साफ अहा, मुला सब जने नाहीं।” 11 उ ओका जानत रहा जउन ओका धोखा स पकड़वावइ चाहत रहा। इ बरे उ कहे रहा, “तोहरे मँ स सब पवित्तर नाहीं अहइँ।”

12 जब उ सबक पाँव (गोड़) धोइ लिहेस तउ फिन स आपन बाहरी कपड़ा पहिर लिहेस अउ, अपनी जगह प आइके बइठ गवा। अउर ओनसे बोला, “का तोहका मालूम अहइ कि मइँ तोहरे बरे का किहेउँ? 13 तू पचे मोका ‘गुरू’ अउर ‘पर्भू’ कहत ह, अउर ठीक कहत ह, काहेकि मइँ उहइ अही। 14 इ बरे जब मइँ पर्भू अउर गुरू होइके तोहार पचे का पाँव धोवा तउ तोहका सबेन्ह क एक दूसरे क पाँव धोवइ चाही। मइँ तोहरे सामने एक उदाहरण पेस करत अहउँ। 15 तू पचे दूसरे क साथ वइसे करा जइसे मइँ तोहरे साथ करत अही। 16 मइँ तोहका सच्ची बात बतावत अही कि दास मालिक स बड़ा नाहीं होत अउर संदेस देइवाला ओसे बड़ा नाहीं होत जउन ओका भेजेस। 17 जब तू पचे इ बात जानत अहा। अउ ओकर पालन करब्या तउ तू पचे सुखी रहब्या।

18 “मइँ तोहरे सबेन्ह क बारे मँ नाहीं कहत अहउँ। मइँ ओनका जानित ही जेनका मइँ चुने अहउँ। अउर इहउ कि यहूदा बिसवासघाति अहइ मुला मइँ इ बरे चुने अही जइसे कि पवित्तर सास्तर क बचन सही उतरइ, ‘उहइ जउन मोरे साथ रोटी खाएस, मोरे विरोध मँ होइ गवा।’ 19 इ सब घट जाइ क पहले मइँ इ बरे बतावत अहउँ जइसे कि जब इ घटित होइ जाइ तउ तू पचे बिसवास करा कि उ मइँ अहउँ। 20 मइँ तोहका सही सही बतावत अहउँ कि उ जउन मोरे भेजा गवा क लइ लेत ह, उ मोका स्वीकार कर लेत ह, अउर जउन मोका स्वीकार कर लेत ह, ओका स्वीकार कर लेत ह, जे मोका भेजेस।”

ईसू क कहब: मरवावइ क बरे ओका कउन पकड़वाई

(मत्ती 26:20-25; मरकुस 14:17-21; लूका 22:21-23)

21 इ कहे क बाद ईसू बहुत घबड़ाइ गवा अउर इ साच्छी दिहेस, “मइँ तोहसे सच्ची बात कहत अहउँ तोहरे मँ स एक ठु मनई धोखा दइके मोका पकड़वाई।”

22 तब ओकर चेलन एक दूसरे क देखइ लागेन। उ पचे इ तय नहीं कइ पावत रहेन कि उ केहिके बारे मँ बतावत अहइ। 23 ओकर एक चेला ईसू क लगे बइठा रहा। ईसू ओका बहुत चाहत रहा। 24 तउ समौन परतस ओका इसारा कइके पूछइ बरे कहेस कि ईसू केकरे बारे मँ बतावत अहइ।

25 ईसू क चहेता चेला ओकरी छाती प झुकके ओसे पूछेस, “पर्भू उ कउन अहइ?”

26 ईसू जवाब दिहेस, “रोटी क टुकड़ा कटोरा मँ बोर के जेका मइँ देब, उहइ उ अहइ।” फिन ईसू रोटी क टुकड़ा कटोरा मँ बोर के ओका उठाइके समौन क बेटवा यहूदा इरूकरियोती क दिहेस। 27 जइसे यहूदा रोटी क टुकड़ा लिहेस ओहमा सइतान समाइ गवा। फिन ईसू ओसे कहेस, “जउन तू करइ जात अहा, ओका जल्दी स कइ ल्या!” 28 मुला हुवाँ बइठे लोगन मँ स केहू नाहीं समझ पाएस कि ईसू ओसे अइसी बात काहे करत अहइ। 29 कछू सोचेन कि रूपियन क थैली यहूदा क लगे रहत ह, इ बरे ईसू ओसे कहत अहइ कि त्यौहार क बरे जरूरी सामान खरीद ल्या या इ कहत अहइ कि गरीबन क कछू दइ द्या।

30 इ बरे यहूदा रोटी क टुकड़ा लइ लिहेस अउर तुरन्त चला गवा। इ रात क समइ रहा।

अपनी मउत क बावत ईसू क बात

31 ओकरे चला जाइ क बाद ईसू कहेस, “मनई क पूत अब महिमावान भवा अहइ। अउर ओसे परमेस्सर क महिमा भइ अहइ। 32 जदि ओसे परमेस्सर क महिमा भइ अहइ तउ परमेस्सर खुदइ स ओका महिमावान बनाई। अउर उ ओका जल्दी महिमा देइ।

33 “ऐ मोर चहेता बच्चो! मइँ तनिक देर अउर तोहरे साथ अहउँ। तू पचे मोका ढूँढ़िब्या अउर जइसे कि मइँ यहूदियन स कहे अहउँ, तू सबेन्ह हुवाँ नाहीं जाइ सकत्या, जहाँ मइँ जात अहउँ, वइसे मइँ तोहसे अब कहत अहउँ।

34 “मइँ तोहका सबेन्ह क एक नवा आदेस देत अहउँ कि तू सबेन्ह एक दूसरे स पिरेम करा। जइसे मइँ तोहसे सबेन्ह स पिरेम करेउँ ह, वइसे तू पचे एक दूसरे स पिरेम करा। 35 जब तू पचे एक दूसरे स पिरेम करब्या, तबहीं सब जानि पइहीं कि तू सबेन्ह मोर चेलन अह्या।”

ईसू क बताउब पतरस ओका पहिचानइ स मना कइ देई

(मत्ती 26:31-35; मरकुस 14:27-31; लूका 22:31-34)

36 समौन पतरस ओसे पूछेस, “पर्भू, तू कहाँ जात अहा?”

ईसू जवाब दिहेस, “जहाँ मइँ जात हउँ, अब तू मोरे पाछे नाहीं आइ सकत्या, मुला तू बाद मँ मोरे पाछे अउब्या।”

37 पतरस ओसे पूछेस, “पर्भू, मइँ तोहरे पाछे काहे बरे नाहीं आइ सकत? मइँ तउ तोहरे बरे आपन जान तक दइ देब!”

38 ईसू जवाब दिहेस, “तू मोरे लिए आपन जान देब्या? मइँ तोहसे सच्ची बात कहत अहउँ कि जब तलक तू तीन दाई इन्कार न कइ देब्या तब तक एक मुर्गा बाँग न देई।”

नीतिवचन 10

सुलेमान क कहावत

10 इ सबइ सुलैमान क नीतिवचन (कहावतन) अहइ।

एक बुद्धिमान पूत अपने बाप क आनन्द देत ह। मुला एकठु मूरख पूत, महतारी क दुःख देत ह।

बुराई स कमाए भए धन क खजाना हमेसा बियर्थ रहत हीं। जबकि धार्मिकता मउत स छोड़ावत ह। सत्य क मारग हम लोगन क मउत स बचावत ह।

यहोवा कउनो भी नेक व्यक्ति क भूखा नाहीं रहइ देत ह। मुला दुट्ठ क लालसा पइ पानी फेरि देत ह।

सुस्त हाथ मनई क दरिद्र कइ देत ह, मुला मेहनती हाथ सम्पत्ति लिआवत हीं।

ग्रीस्मकाल मँ जउन उपज क बटोरके राखत ह, उहइ पूत बुद्धिमान अहइ; किन्तु जउन कटनी क समइ मँ सोवत ह उ पूत सर्मनाक होत ह।

नीक लोगन क मूँड़ पइ आसीसन क मुकुट होत ह मुला दुद्ठ क मुँह हिंसा स भरा होत ह।

नीक लोगन क यादगार आसीस होत ह, मुला दुट्ठ लोगन क नाउँ मिट जाहीं।

उ आग्या मानी जेकर मन विवेकसील अहइ, जबकि बकवास मूरख नस्ट होइ जाइ।

विवेकवाला मनई सुरच्छित रहत ह, मुला टेंढ़ी चाल चलइवाले क भण्डा फूटी।

10 जउन बुरे इरादे स आँखी क इसारा करइ, तउ ओका ओहसे दुःख ही मिली। अउर बकवासी मूरख नस्ट होइ जाइ।

11 धर्मी व्यक्ति क मुँह तउ जिन्नगी क सोता अहइ, मुला दुट्ठ व्यक्ति क मुँहे हिंसा स भरा पड़त ह।

12 घिना वाद-विवाद क कारण अहइ। जबकि पिरेम सबइ अपराध क ढाँपि लेत ह।

13 बुद्धि क निवास हमेसा समुझदार ओंठन पइ होत ह, मुला जेनमाँ नीक बुरा क बोध नाहीं होत, ओकरे पिठिया पइ डंडा होत ह।

14 बुद्धिमान लोग, गियान क संचित करत रहेन, भुला मूरख क बाणी विपत्ति क बोलावत ह।

15 धनिक क धन, ओनकर मजबूत किला होत, दीन क दीनता पइ ओकर बिनास अहइ।

16 धर्मी मनइ क कमाई ओनका जिन्नगी प्रदान करत ह। मुला दुट्ठ मनइ आपन पाप बरे कीमत चुकावत ह।

17 उ जउन अनुसासन स सीखत ह उ दूसर क जिन्नगी क मारग बरे निर्देस दे सकत ह। मुला उ जउन हिदायत क उपेच्छा करत ह अइसा मनई दूसर क भटकावा करत ह।

18 जउन मनई बैर पइ परदा डाए राखत ह, उ मिथ्यवादी अहइ अउर उ जउन निन्दा फइलावत ह, मूरख अहइ।

19 जियादा बोलइ स, कबहुँ पाप दूर नाहीं होत मुला जउन आपन जवान क लगाम देता ह, उहइ बुद्धिमान अहइ।

20 धर्मी क वाणी विसुद्ध चाँदी अहइ, मुला दुट्ठ क हिरदय क कउनो मोल नाहीं।

21 धर्मी जन क बातन चाँदी क नाई होत ह। मुला दुट्ठ मनइ क सुझाव क कउनो कीमत नाहीं होत ह।

22 यहोवा क वरदान स जउन धन मिलत ह, ओकरे संग उ कउनो दुःख नाहीं जोड़त।

23 बुरे आचार मँ मूरख क सुख मिलत ह, मुला एक समुझदार विवेक मँ सुख लेत ह।

24 जेहसे मूरख भयभीत होत ह ओका उहइ क कस्ट झेलइ क होइ। किन्तु एक धर्मी मनइ आपन इच्छा स आसिसित कीन्ह जाइ।

25 आँधी जब गुजरत ह, दुट्ठ उड़ जात हीं, मुला धर्मी लोग तउ सदा ही बिना हिले डुले खड़ा रहत हीं।

26 काम पइ जउन कउनो आलसी क पठवत ह, उ बन जात ह जइसे अम्ल सिरका दाँत क खटावत ह, अउर धुआँ आँखिन क तड़पावत दुःख देत ह।

27 यहोवा क भय उमिर बढ़ावत ह। मुला एक दुट्ठ मनई क उमिर तउ घट जात ह।

28 धमीर् क भविस्स आनन्द-उल्लास अहइ। मुला दुट्ठ क आसा तउ बियर्थ रहि जात ह।

29 इमानदार लोगन बरे यहोवा क मारग सरणस्थल अहइ; मुला जउन बुरा जन अहइँ, ओनकर इ बिनास अहइ।

30 धर्मी जन क कबहुँ उखाड़ा न जाइ, मुला दुट्ठ धरती पइ कबहुँ टिक नाहीं पाइ।

31 धर्मी क मुँहे स बुद्धि क धार बहत ह, मुला कुटिल जीभ क तउ काटिके लोकावा जाइ।

32 धर्मी क ओंठ जउन उचित अहइ जानत हीं, मुला दुट्ठ क मुँह बस कुटिल बातन बोलन ह।

इफिसियन 3

गैर यहूदियन मँ पौलुस क प्रचार-काम

इही बरे मइँ, पौलुस तू गैर यहूदियन क तरफ स मसीह ईसू बरे बंदी बना हउँ। तोहरे कल्लयान बरे परमेस्सर अनुग्रह क साथे जउन काम मोका संउपे अहइ, ओकरे बारे मँ तू जरुर ही सुने होब्या। कि उ रहस्यमयी योजना दिव्यदर्सन क द्वारा मोका जनाई गइ रही, जइसेन कि मइँ तू सबन क संक्षेप मँ लिख ही चुका अहउँ। अउर अगर तू पचे ओका पढ़ब्या तउ मसीह-बिसयक रहस्यपूर्ण सच मँ मोरी अन्तरदृस्टी क समझ तू पचन क होइ जाइ। इ रहस्यमय सत्य पिछली पीढ़ीक लोगन क वइसेन ही नाहीं जनावा गवा रहा जइसे जब ओकर आपन पवित्तर प्रेरितन अउर नबियन क आतिमा क द्वारा जनावा जाई चुका बा।

इ रहस्यमय सत्य अहइ कि यहूदियन क साथे गैर यहूदियन साथ साथ उत्तराधिकारी अहइँ, एक्कइ सरीर क अंग अहइँ अउर मसीह ईसू मँ जउन बचन हमका दीन्ह गवा बा ओहमन सहभागी बाटेन।

सुसमाचार क कारण मइँ ओह सुसमाचार क प्रचार करइवाला एक सेवक बन गवा अहउँ। जउन ओकर सक्ती क अनुसार परमेस्सर क अनुग्रह क बरदान स्वरूप मोका दीन्ह गवा रहा। जद्यपि सभन संतजनन मँ मइँ छोट स छोटकवा हउँ परन्तु मसीह क अनन्त धन रूपी सुसमाचार क गैर यहूदियन मँ प्रचार करइ क इ बिसेस अधिकार मोका दीन्ह गवा कि मइँ सभन जने क बरे ओन रहस्यपूर्ण जोजना क स्पस्ट करउँ जउन सब कछू क सिरजनहार परमेस्सर मँ सिस्टी क प्रारम्भ स ही छुपी रहिन। 10 ताकि उ सरगे क क्षेत्र क सक्तियन अउर प्रसासकन क अब ओह परमेस्सर क विधी गियान क कलीसिया क द्वारा परगट कई सकइ। 11 इ ओह सनातन प्रयोजन क अनुसार सम्पन्न भवा जउन ओ हमरे पर्भू मसीह ईसू मँ पूरा किहे रहा। 12 मसीह मँ बिसवास क कारण हम परमेस्सर तलक भरोसा अउर निडरता क साथे पहुँच रखत अही। 13 इही बरे मइँ पराथना करत हउँ कि तोहरे बरे मइँ जउन यातना भोगत हउँ, ओनसे आसा जिन छोड़ बइठ्या काहेकि इ यातना मँ तउ तोहर महिमा बा।

मसीह क पिरेम

14 इही बरे मइँ परमपिता क आगे निहुरत अहउँ। 15 उहइ स सरगे मँ या धरती पइ क सभन वंस आपन-आपन नाउँ ग्रहण करत हीं। 16 मइँ पराथना करत हउँ कि उ महिमा क आपन-धने क अनुसार आपन आतिमा क दुवारा तोहरे भीतर व्यक्तित्व क सक्तिपूर्वक सदृढ करइ। 17 मइँ पराथना करत हउँ कि बिसवासे क दुआरा तोहरे हीये मँ मसीह क निवास होइ। तोहरे जीवन मँ पिरेम दृढ़ अउर आधारित होइ। 18 मइँ परातथना करत हउँ कि जेहसे तोहका अउर परमेस्सर क पवित्तर लोगन क साथे इ समझई क सक्ती मिलि जाइ कि मसीह क पिरेम केतना व्यापक, विस्तृत, विसाल अउर गम्भीर बा। 19 अउर तू मसीह क ओह पिरेम क जान ल्या जउन सभन प्रकार क गियन (सोनों) स परे अहइ ताकि तू परमेस्सर क सभन पूरापन स भरि जा।

20 अब ओह परमेस्सर क बरे जउन आपन ओह सक्ति स जउन हममें काम करत ब। जेतना हम माँग सकीत अही या जहाँ तलक हम सोच सकीत अही, ओहसे कहूँ अधिक कइ सकत ह। 21 ओकर कलीसिया मँ अउर ईसू मसीह मँ अनन्त पीढ़ियन तलक हमेसा-हमेसा बरे महिमा होत रहइ। आमीन।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.