Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
निर्गमन 15

मूसा क गीत

15 तब मूसा अउ इस्राएल क मनइयन यहोवा बरे इ गीत गावइ लागेन:

“मइँ यहोवा बरे गीत गाउब
    काहेकि उ बड़का कारनामा किहेस ह।
उ घोड़ा अउ सवारन क सगरे मँ बहाइ दिहेस ह।
यहोवा ही मोर सक्ती अहइ।
उ मोका बचावत ह
    अउर मइँ गावत हउँ गीत ओनकी बड़कई क।[a]
मोर परमेस्सर यहोवा अहइ
    अउ मइँ ओनकइ बड़कई करत हउँ।
यहोवा मोरे पुरखन क परमेस्सर अहइ
    अउर मइँ ओनकइ मान करत हउँ।
यहोवा बड़का जोधा अहइ
    ओकर नाउँ यहोवा अहइ।
यहोवा फिरौन क रथ
    अउ फउजिअन क सगरे मँ बहाइ दिहस।
फिरौन क उत्तिम अफसरन
    लाल सगरे मँ बूड़ि गएन।
गहिर पानी ओनका ढाँकि लिहस।
    उ पचे चट्टाने क नाई गहिर पानी मँ डूबेन।

“आप क दाहिन बाँह गजब क सक्ती स भरी अहइ।
    यहोवा आप क दाहिन बाँह दुस्मनन क छिटकाइ बिटकाइ दिहस।
आप आपन सक्ती अउ बड़की परताप म नसाइ दिहा
    ओन पचेन क जउन खिलाफ खड़ा होइ गएन।
आपक किरोध ओनका उ तरह नास कइ दिहस
    जइसे आगी तिनका क बारि डावत ह।
आप आपन किरोध मँ जउन तेज हवा क चलाया,
    उ जले क उँचके उछारि दिहेस।
उ जोर स बहत पानी पोढ़ दिवार बनि गवा।
    समुद्दर आपन गहिर स गहिर तले तक ठोस होइ गवा।

“दुस्मन कहेस,
    ‘मइँ ओनका खदेरब अउ धइ लेब।
मइँ ओनकइ धन दौलत लइ लेब।
    मइँ आपन तरवारि क भांजब अउ ओनकइ हर एक चीज छीन लेब।
    मइँ आपन खातिर सब कछू लइ लेब।’
10 मुला आप ओनपइ फूँकि दिहन
    अउ सगरे स ओन पचन्क ढाँकि दिहा
उ पचे गहिर सागर मँ सीसा क नाई बूड़ि गएन।

11 “का कउनो देवता यहोवा क समान अहइ? नाहीं,
    आप क बराबरी क कउनो देवता नाहीं,
    तू आपन पवित्तर होइ मँ अजूबा अहा
    तोहरे मँ अचरजवाली सक्ती बाटइ
    आप अजूबा चमत्कार करत हीं।
12 आप आपन दाहिन हाथ क पसारेस
    अउर धरती ओनका निगल लिहेस।
13 आप मेहरबानी कइके लोगन क लइ चलइँ
    जेका आप बचाइन ह।
आप आपन सक्ती स इन लोगन क आपन पवित्तर
    अउ सुहावना भुइँया मँ लइ जाइँ।

14 “दूसर देस जब इ कथा क सुनिहीं
    अउर उ सबइ डेराइ जइहीं।
पलिस्तीन क मनई डर स कँपिहीं।
15 तबहिं एदोम क नेतन डर स कँपिहीं
    मोआब क नेतन डर स कँपिहीं,
    कनान क मनई आपन हिम्मत छोड़ि देइहीं।
16 ओनमाँ डर समाइ जाइ जबहिं उ पचे
    तोहार सक्ती देखिहीं।
इ सबइ चट्टाने क नाई सान्त रइहीं जब तलक यहोवा क लोग निकरि न जाइँ,
    जब तलक उ लोग निकरि न जाइँ जेका आप बनाइन ह।
17 यहोवा तू आपन पहाड़े ताई आपन लोगन क लइ जा।
    ओनका उ जगहिया मँ रहइ द्या जेका तू आपन सिंहासन बरे बनाएस ह,
    तोहार आपन यहोवा क मन्दिर क बगलमँ, जेका तू आपन हथवा स बनाएस ह।

18 “यहोवा हमेसा हमेसा राज्ज करत रइहीं।”

19 हाँ इ फुरे अइसा भवा। फिरौन क घोड़ा, सवार अउ रथ समुद्दर मँ चला गएन। यहोवा ओनके ऊपर समुद्दर क पानी लइ आइ दिहस। मुला इस्राएल क मनइयन झुरान धरती प चलिके समुद्दर पार कइ लिहन।

20 तब्बइ हारून क बहिन नबिया मिरियम एक ठु ढपली लिहस। मिरियम अउ दूसर मेहररूअन नाचइ गावइ लागीं। मिरियम क गवनिया क बोल रहा:

21 “यहोवा बरे गावा।
    काहेकी उ बड़वार काम किहेस ह।
उठाइके बहाइ दिहस घोड़ा अउ सवारे क
    सगरे क बीच मँ”

22 मूसा इस्राएल क मनइयन क लाल सागर स सूर रेगिस्तान लइ जात रहा। लोग तीन दिना तलक रेगिस्तान मँ जात्रा करत रहेन। उ पचे तनिकउ पानी नाहीं पाइ सकेन। 23 तीन दिना क पाछे मनइयन मारा आएन। मारा मँ पानी रहा। पानी ऍतना करूआ रहा कि लोग पिउ नाहीं सकत रहेन। (इहइ कारण रहा कि ठउरे क नाउँ मारा पड़ि गवा।)

24 मनइयन मूसा क ओराहना दिहन। मनइयन कहि बइठेन, “अब हम पचे का पिई?”

25 मूसा यहोवा क दोहाई दिहस। ऍह बरे यहोवा ओका एक बृच्छ देखाएस। मूसा बृच्छे क पानी मँ नाएस। जब उ अइसा किहस, पानी बढ़िया पिअइ क जोग्ग होइ गवा।

उ ठउरे प यहोवा लोगन क परखेन अउ ओनका एक नेमॅ दिहन। यहोवा लोगन क बिस्सास क भी जाँच किहस। 26 यहोवा कहेस, “तू पचन्क आपन परमेस्सर यहोवा क हुकुम जरूर मानइ चाही। तू सबन्क उहइ करइ चाही जेकॉ उ नीक कहत हीं। जदि तू पचे यहोवा क हुकुम अउ नेमॅ क मनब्या तउ तू पचे मिस्री मनइयन क नाई बेमार जिन होब्या। मइँ तोहार यहोवा तू पचन्क कउनो अइसी बेरामी नाहीं देब जइसे मइँ मिस्री मनइयन क दीन्ह ह। मइँ यहोवा हउँ, मइँ उहइ हउँ जउन तोहका बेमारी स नीक बनवत हउँ।”

27 तबहिं लोगन एलिम तलक क जात्रा किहेन। एलीम मँ पानी क बारह झरना रहेन अउ हुवाँ सत्तर खजूरे क पेड़ रहेन। ऍह बरे लोगन हुवाँ पानी क नगिचे डेरा डाइ लिहेन।

लूका 18

परमेस्सर आपन मनइयन क जरूर सुनी

18 फिन ईसू चेलन क इ बतावइ बरे एक दिस्टान्त कथा सुनाएस कि उ पचे लगातार पराथना करत रहइँ अउर निरास न होइँ। उ इ दिस्टान्त कथा कहेस: “कउनो सहर मँ एक न्यायाधीस होत रहा। उ न तो परमेस्सर स डेरात रहा अउर न ही मनइयन क परवाह करत रहा। उहइ सहर मँ, अब लखा एक ठु विधवा भी रहत रही। अउर उ ओनके लगे बार बार आवत अउर कहत, ‘देखा, मोरे बरे कीन्ह गवा अनिआउ क खिलाफ निआउ मिलइ चाही!’ तउ एक लम्बा समइ तलक तउ उ न्यायाधीस नाहीं चाहत रहा मुला आखिर मँ उ आपन मने मँ सोचेस, ‘चाहे मइँ परमेस्सर स न डेरात हउँ अउर न मनइयन क परवाह करत हउँ। तउ भी काहेकि इ विधवा स मोर कान पक ग अहइँ तउ मइँ देखिहउँ कि ओका निआउ मिलि जाइ जेहसे इ मोरे लगे कइउ दाइँ आइके कहूँ मोरे नाक मँ दम करि देइ!’”

फिन पर्भू कहेस, “देखा! उ दुस्ट न्यायाधीस का कहे रहा। तउ का परमेस्सर आपन चुना भए मनइयन प धियान न देइ कि ओनका, जउन ओका राति दिन टेरत हीं, निआव मिलइ? का उ ओनकइ मदद करइ मँ देर लगाई? मइँ तोहसे कहत हउँ कि उ ओनका जल्दी निआव देई। फिन भी जब मनई क पूत आइ तउ का उ धरती प बिसवास पाई?”

दीन होइके परमेस्सर क आराधना

फिन ईसू ओन मनइयन बरे जउन आपन क नेक तउ मानत रहेन, अउर कउनो क कछू नाहीं समझतेन, इ दिस्टान्त कथा सुनाएस: 10 “मन्दिर मँ दुइ मनई पराथना करत रहेन, एक फरीसी रहा अउर दूसर चुंगी (टैक्स) क उगहिया। 11 उ फरीसी अलग खड़ा होइके इ पराथना करइ लाग, ‘हे परमेस्सर मइँ तोहार धन्यबाद करत हउँ कि मइँ दूसर मनइयन जउन डाकू, ठग अउर व्यभिचार नाहीं हउँ अउर न ही इ चुंगी उगहिया जइसा हउँ। 12 मइँ हप्ता मँ दुइ दाई उपास राखत हउँ अउर आपन समूची आमदनी क दसवाँ हींसा दान मँ दइ देत हउँ।’

13 “मुला उ चुंगी उगहिया जउन दूर खड़ा रहा अउर हिआँ तलक कि सरगे कइँती आपन आँखिन उठाइके नाहीं लखत रहा, आपन छतिया पीटत भवा बोला, ‘हे परमेस्सर, मोहे पापी प द्या कर!’ 14 मइँ तोहका बतावत हउँ, इहइ मनई धर्मी कहवाइके आपन घरे लौट गवा, न कि उ दूसर। काहेकि हर उ मनई जउन आपन खुद क बड़का समझी, ओका छोटका बनइ दीन्ह जाइ अउर जउन दीन मानी, ओका बड़का बनइ दीन्ह जाइ।”

गदेलन परमेस्सर क सच्चा हकदार अहइँ

(मत्ती 19:13-15; मरकुस 10:13-16)

15 मनई आपन गदेलन तलक ईसू क लगे लइ आवत रहेन कि उ ओनका छू भरि देइ। मुला जब ओकर चेलन इ लखेन तउ ओनका झड़पेन। 16 मुला ईसू गदेलन क लगे बोलाएस अउर चेलन स कहेस, “इ नान्ह गदेलन क मोरे लगे आवइ द्या, ऍनका जिन रोका, काहेकि परमेस्सर क राज्य अइसन क अहइ। 17 मइँ सच कहत हउँ कि जउन परमेस्सर क राज्य इ गदेलन क नाई ग्रहण नाहीं करत ह, ओहमाँ कबहुँ घुसि न पाई।”

एक धनी मनई क ईसू स सवाल

(मत्ती 19:16-30; मरकुस 10:17-31)

18 फिन कउनो यहूदी नेता ईसू स पूछेस, “उत्तिम गुरु, अनन्त जीवन क हक पावइ बरे मोका का करइ चाही?”

19 ईसू ओसे कहेस, “तू मोका उत्तिम काहे कहत अहा? सिरिफ परमेस्सर क तजिके अउर कउनो भी उत्तिम नाहीं अहइ। 20 तू परमेस्सर क हुकुम क तो जानत अहा: ‘व्यभिचार जिन करा, कतल जिन करा, चोरी जिन करा, झूठी साच्छी जिन द्या, आपन बाप अउर महतारी क आदर करा।’”(A)

21 उ यहूदी नेता बोला, “मइँ इन बातन क आपन लरिकाई स मानत आवा हउँ!”

22 ईसू जब इ सुनेस तउ उ ओसे बोला, “अबहीं एक बात अहइ जेकर तोहमाँ कमी अहइ। तोहरे लगे जउन कछू अहइ, सब कछू क बेंचि डावा अउर फिन जउन मिलइ, ओका गरीबन मँ बाँटा। ऍहसे तोहका सरगे मँ भण्डारा मिली। फिन आवा अउर मोरे पाछे होइ जा।” 23 तउ जब यहूदी नेता सुनेस तउ उ बहोत दुःखी भवा, काहेकि उ बहुत अमीर रहा।

24 ईसू जब ई देखेस कि उ बहोत दुःखी अहइ तउ उ कहेस, “ओन मनइयन बरे जेनके लगे धन बा, परमेस्सर क राज्य मँ घुसि पाउब केतना मुस्किल अहइ। 25 हाँ, कउनो ऊँट बरे सुई क नोंक स निकरि जाब तउ सहज बा मुला कउनो धनी मनई क परमेस्सर क राज्य मँ घुस पाउब सहल नाहीं अहइ!”

केकर उद्धार होइ?

26 उ मनइयन जउन इ सुनेन, बोलेन, “फिन भला उद्धार केकर होइ?”

27 ईसू कहेस, “उ बातन जउन मनइयन बरे नाहीं होइ सकतीं, परमेस्सर बरे होइ सकत हीं!”

28 फिन पतरस कहेस, “देखा, तोहरे पाछे चलइ बरे हम उ सब कछू तजि दीन्ह ह जउन हमरे पास रहा!”

29 तब ईसू ओनसे बोला, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ, अइसा कउनो नाहीं जउन परमेस्सर क राज्य बरे घर-बार, पत्नी या भाइयन या महतारी बाप या संतान क तजि दिहे होइ, 30 अउर ओका इहइ जुग मँ कइउ कइउ गुना जिआदा न मिलइ अउर आवइवाला समइ मँ उ अनन्त जीवन क न पाइ जाइ।”

ईसू मरिके जी उठी

(मत्ती 20:17-19; मरकुस 10:32-34)

31 फिन ईसू ओन बारहु क एक कइँती लइ जाइके ओनसे बोला, “सुना, हम यरूसलेम जात अही। मनई क पूत क बारे मँ नबियन क जरिये जउन कछू लिखा गवा अहइ, उ पूर होइ। 32 हाँ, उ गैर यहूदियन क सौंप दीन्ह जाइ, ओकर मसखरी उड़ाइ जाइ, उ कोसा जाइ अउर ओह पइ थूक दीन्ह जाइ। 33 फिन उ सबइ ओका पिटिहीं अउर मारि डइहीं अउर तीसर दिन फिन जी जाई।” 34 एहमाँ स कउनो भी बात उ सबइ नाहीं समुझ सकेन। इ कहब ओनसे छुपा ही रही गवा कि उ कउने बारे मँ बतावत रहा।

आँधर क आँखिन

(मत्ती 20:29-34; मरकुस 10:46-52)

35 ईसू जब यरीहो क लगे पहुँचा रहा तउ भीख माँगत भवा एक आँधर, हुवँई राह किनारे बइठा रहा। 36 आँधर जब मनइयन क जाइ क आवाज सुनेस तउ उ पूछेस, “का होत अहइ?”

37 तउ मनइयन ओसे कहेन, “नासरत क ईसू हिआँ स जात अहइ।”

38 तउ आँधर इ कहत भवा पुकार उठा, “दाऊद क पूत, ईसू। मोहे प द्या करा!”

39 उ जउन अगवा चलत रहेन उ पचे ओसे खमोस रहइ क कहेन, मुला उ अउर जिआदा पुकारइ लाग, “दाऊद क पूत मोरे प द्या करा!”

40 ईसू थम गवा अउर उ हुकुम दिहेस कि आँधर क ओकरे लगे लइ आवा जाइ! तउ जब उ नगिचे आवा तउ ईसू ओसे पूछेस, 41 “तू का चाहत ह, मइँ तोहरे बरे का करउँ?”

उ कहेस, “पर्भू, मइँ फिन स देखइ चाहत हउँ।”

42 ऍह पइ ईसू कहेस, “तोहका जोति मिलइ, तोहार बिसवास स तोहार उद्धार भवा ह।”

43 अउर फउरन ही ओका आँखिन मिल गइन। उ परमेस्सर क महिमा क बखान करत भवा ईसू क पाछे होइ गवा। जब सब मनइयन इ देखेन तउ उ पचे परमेस्सर क स्तुति करइ लागेन।

अय्यूब 33

33 “मुला अय्यूब अब, मोर संदेस सुना।
    ओन बातन पइ धियान दया जेनका मइँ कहत हउँ।
मइँ आपन बात कहइ क तइयार हउँ।
    मइँ आपन सब्द चुनत हउँ।
मोर मन सच्चा अहइ तउ मइँ सच सब्द बोलब।
    ओन बातन क बारे मँ जेनका मइँ जानत हउँ मइँ सच कहब।
परमेस्सर क आतिमा मोका बनाएस ह,
    मोका सर्वसक्तीसाली परमेस्सर स जिन्नगी मिलत ह।
अय्यूब, सुना अउ मोका जवाब द्या अगर तू सोचत ह कि तू दइ सकत ह।
    आपन जवाबन क तइयार रखा ताकि तू मोहसे तर्क कइ सक्या।
परमेस्सर क समन्वा हम दुइनउँ एक जइसे अहइँ,
    अउर हम दुइनउँ क ही उ माटी स बनाएस ह।
अय्यूब तू मोहसे जिन डेराअ।
    मइँ तोहरे संग कठोर न होब।

“मुला अय्यूब, मइँ सुनेउँ ह
    कि तू जउन कहा करत ह।
तू इ कहे रह्या, ‘मइँ अय्यूब, दोखी नाहीं हउँ,
    मइँ पाप नाहीं किहेउँ, या मइँ कछू भी अनुचित नाहीं करत हउँ।
10 अगर मइँ कछू भी अनुचित नाहीं किहेउँ, तउ भी परमेस्सर कछू खोट मोहमाँ पाएस ह।
    परमेस्सर सोचत ह कि मइँ अय्यूब, ओकर दुस्मन हउँ।
11 एह बरे परमेस्सर मोरे गोड़े मँ बेड़ी डावत ह,
    मइँ जउन कछू भी करत हउँ, उ लखत रहत ह?’

12 “मुला अय्यूब, मइँ तोहका निहचय क संग बतावत हउँ कि तू इ बारे मँ गैर मुनासिब अहा।
    काहेकि परमेस्सर कउनो भी मनई स जियादा जानत ह।
13 तू काहे सिकाइत करत अहा
    कि परमेस्सर तोहरे इलजाम जवाब नाहीं देत ह
14 मुला परमेस्सर निहचय ही हर उ बात क जेका उ करत ह स्पस्ट कइ देत ह
    परमेस्सर अलग-अलग रीति स बोलत ह मुला लोग ओका समुझ नाहीं पउतेन।
15-16 होइ सकत ह कि परमेस्सर सपन मँ लोगन क काने मँ बोलत होइ,
    या कउनो दिब्यदर्सन मँ राति क जब उ पचे आपन बिसतरा पइ गहिर निंदिया मँ होइँ।
जब परमेस्सर क चितउनियन सुनत हीं
    तउ बहोतइ डर जात हीं।
17 परमेस्सर मनइयन क बुरी बात करइ रोकइ क होसियार करत ह,
    अउ ओनका अंहकारी बनवइ स रोकइ क।
18 परमेस्सर मनइयन क मउत क देस मँ जाइ स बचावइ खातिर होसियार करत ह।
    परमेस्सर मनई क नास स बचावइ बरे अइसा करत ह।

19 “कउनो मनई परमेस्सर क वाणी तब सुन सकत ह जब उ बिस्तरे पइ ओलरा होइ अउर परमेस्सर क सजा स दुःख भोगत होइ।
    उ मनई एँतनी गहिर पीरा मँ होता ह, कि ओकर हाड़न दुःखत हीं।
20 फुन अइसा मनई कछू खाइ नाहीं सकत, उ मनई क एँतनी जियादी पीरा होत ह
    कि ओका सबन ते बढ़िया खइया क नाहीं सोहात।
21 ओकरे देहे क छय तब तलक होत जात ह, जब तलक उ कंकाल मात्र नाहीं होइ जात,
    अउर ओकर सबइ हाड़न नाहीं देखाँइ लग जातिन।
22 अइसा मनई मउत क देस क निअरे होत ह,
    अउर ओकर जिन्नगी मउत क निअरे होत ह।
23 मुला होइ सकत ह कि कउनो सरगदूत,
    हजारन सरगदूत मँ स एक होइ जउन ओकरे उत्तिम चरित्तर क गवाही देइ।
24 उ सरगदूत उ मनई पइ दयालु होइ, उ दूत परमेस्सर स कहीं:
    ‘महारबानी कइ क इ मनई क मउत क देस स बचा।
    एकर दाम चुकावइ क एक रस्ता मोका मिली गवा अहइ।’
25 फिन मनई क देह जवान अउ खूब मजबूत होइ जाइ।
    उ मनई वइसा ही होइ जाइ जइसा उ तब रहा, जब उ जवान रहा।
26 उ मनई परमेस्सर क स्तुति करी अउर परमेस्सर ओकरी स्तुति क जवाब देइ।
    फुन उ परमेस्सर क व्यक्तित्व मँ खुसी खुसी आइ जाब।
    अउर उ बहोत खुस होइ काहेकि परमेस्सर ओका ओकर ईमानदारी बरे बदला देहीं।
27 फिन उ मनई मनइयन क मन्वा स्वीकार करी।
    उ कही; ‘मइँ पाप किहे रहउँ, भले क बुरा मइँ किहे रहेउँ,
    मुला मोका एहसे क मिला!
28 परमेस्सर मउत क देस मँ गिरइ स मोर आतिमा क बचाएस।
    मइँ अउर जियादा जिअब अउर फुन स जिन्नगी क रस लेब।’

29-30 “परमेस्सर मनई क संग ओका मउत क देस मँ दाखिल होवइ स रोक कि अहसा बार-बार करत ह।
    अइसा मनई फिन जिन्नगी क रस लेत ह।

31 “अय्यूब, धियान द्या अउर मोर बात सुना।
    तू चुप रहा अउर मोका कहइ द्या।
32 अगर तोहार लगे कहइ बरे कछू अहइ
    तउ ओका कहा
    काहेकि मइँ तोहका निर्दोख लखइ चाहत हउँ।
33 अय्यूब, अगर तोहका कछु नाहीं कहइ क अहइ तउ तू मोर बात सुना।
    चुप रहा, मइँ तोहका बुध्दिमान बनवइ सिखाउबउँ।”

2 कुरिन्थियन 3

नवा करार

एहसे का अइसा लागत ह कि हम फिन स आपन प्रसंसा अपने आपइ करइ लागे अही? अउर का हमका तोहरे बरे या तोहसे पहिचान पत्र लेई क जरुरत बा? जइसेन कि कछू लोग करत हीं। निस्चय ही नाहीं हमार चिठ्ठी त तू खुदइ अहा जउन हमरे मने मँ लिखा बाटइ जेका सब जने जानत हीं अउर पढ़त हीं। अउर तूहउँ तउ अइसेन देखावत ह। जइसे तू मसीह क चिठ्ठी अहा। जउन हमरे सेवा क फल अहइ जेका स्याहीं से नाहीं बल्कि सजीव परमेस्सर क आतिमा से लिखा गवा बा। जेका पथरीली सिलान[a] पर नाहीं बल्कि मनइयन क हदय पटल पर लिखा गवा बा।

हमका मसीह क कारण परमेस्सर क समन्वा अइसेन दावा करई क भरोसा बा। अइसेन नाहीं ना कि हम अपने आपन मँ एतना समरथ अही जउन सोचई लगा अहइँ कि हम अपने आपइ से कछू कइ सकित ह। बल्कि हमका समरथ तउ परमेस्सर से मिलत ह। उहइ हमका एक नवा करार क सेवक बनवइ क जोग्ग ठहराए बाटइ इ कउनउ लिखी संहिता नही अहइ। बल्कि आतिमन क करार अहइ काहेकि लिखी संहिता तउ मारत ह जब कि आतिमा जीवन देत ह।

पौलुस क सेवा मूसा क सेवा स महान बा

काहेकि उ सेवा जउन मऊत से जुरी रही (यानी व्यवस्था) जउन पत्थर पर लिखा गवा बा। ओहमें एतना तेज बाटई कि इस्राएल क लोगन मूसा क ओह तेजवाला मुँह क एकटक्कई न देख सकेन। अउ ओकर उ तेज बाद मँ कम होइ गवा। फिन भला आतिमा से लगी सेवा अउर जियादा तेज काहे न होइ। अउर फिन जब दोसी ठहरावइ वाली सेवा मँ ऍतना तेज बा तउ सेवा मँ केतॅना जियादा तेज होई। जउन धर्मी लोगन क परमेस्सर स ठहरावइ वाली सेवा क बा। 10 काहेकि जउन पहिले तेज से भरापूरा रहा उ अब ओह तेज के आगे जउन मँ ओहसे कहूँ जियादा तेज बा, तेज स कम होइ गवा। 11 काहेकि उ सेवा जेकर तेज बिना होइ जाब निस्चित रहा। उ तेज रही त जउन अमर बा उ केतना तेज होइ।

12 अपने इहइ आसा क कारण हम ऐतना निरभय अही। 13 हम उ मूसा क जइसेन नाहीं अही, जउन अपने मुँह पर परदा डाले रहत रहा कि कहूँ इस्राएल क लोग आपन आँख गड़ाइ क जेनकर बिनास निस्चितइ रहा ओह सेवा अन्त क न देखि लेइँ। 14 मुला ओकर बुद्धि जड़ होइ ग रही काहेकि आज तलक जब उ पुराने करार क पढ़त हीं तउ अबभी उहइ परदा ओनपर बिना हटाए पड़ा रहत रहा। काहेकि उ परदा बस मसीह क कारण ही हटावा जात ह। 15 आज तलक जब जब मूसा क ग्रन्थ पढ़ा जात रहा। तउ पढ़इवाले क मने पर परदा पड़ा रहत रहा। 16 मुला जब कउनो क हिरदइ पर्भू क तरफ मुड़त रहत ह तउ परदा हटाइ दीन्ह जात ह। 17 देखा! जउने पर्भू के ओर मइँ इसारा करत हउँ, उहइ आतिमा अहइ। हुवँइ स्वतन्त्रता अहइ। अउ जहाँ पर्भू क आतिमा बा। 18 उहाँ छूट बा। त हम सब अपने खुला मुँहे क साथे सीसा मँ पर्भू क तेज क जब धियान करित ह तउ हमका वइसेन भवा लागत ह अउ हमार तेज बहुत अधिक बढ़ा लागत ह। तेज उ पर्भू स मिलत ह, जउन आतिमा अहइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.