Read the Gospels in 40 Days
यीसू ह पानी के कुन्ड करा एक रोगी ला बने करथे
5 एकर बाद, यहूदीमन के एक भोज होईस, जेकर कारन यीसू ह यरूसलेम गीस। 2 यरूसलेम म भेड़ फेरका के लकठा म एक ठन पानी के कुन्ड हवय, जऊन ला इबरानी भासा म बेतहसदा कहिथें। ओकर चारों कोति पांच ठन खुला परछी हवय[a]। 3 ओम कतको बेमार, अंधरा, खोरवा अऊ लूलवा मनखे मन (पानी के हाले के आसा म) पड़े रहंय। 4 एक ठहराय समय म परभू के स्वरगदूत ह खाल्हे उतरय अऊ पानी ला हलाय करय। पानी के हालते ही जऊन बेमरहा ह सबले पहिली ओ कुन्ड म उतरे, ओह चंगा हो जावय, चाहे ओकर कोनो भी बेमारी होवय। 5 उहां एक मनखे रहय, जऊन ह अड़तीस साल ले बेमारी म पड़े रहय। 6 जब यीसू ह ओला उहां पड़े देखिस अऊ ए जानिस कि ओह बहुंत दिन ले ए दसा म हवय, त यीसू ह ओकर ले पुछिस, “का तेंह बने होय बर चाहथस?”
7 ओ बेमरहा मनखे ह यीसू ला कहिस, “हे परभू! मोर करा इहां कोनो नइं ए कि जब पानी ह हलाय जाथे, त मोला कुन्ड म उतारे, अऊ जब मेंह उतरे के कोसिस करथंव, त कोनो आने मोर ले आघू कुन्ड म उतर जाथे।”
8 तब यीसू ह ओला कहिस, “उठ! अपन खटिया ला उठा अऊ रेंग।” 9 तुरते ओ मनखे ह बने हो गीस; ओह अपन खटिया ला उठाईस अऊ चले-फिरे लगिस। जऊन दिन ए काम होईस, ओह यहूदीमन के बिसराम दिन रिहिस। 10 एकरसेति यहूदीमन ओ मनखे जऊन ह बने होय रिहिस, ओला कहिन, “आज बिसराम के दिन ए, अऊ आज के दिन खटिया ला उठई हमर कानून के बिरूद्ध ए।”
11 पर ओह ओमन ला ए जबाब दीस, “जऊन ह मोला बने करिस, ओह मोला कहिस, ‘अपन खटिया ला उठा अऊ रेंग।’ ”
12 ओमन ओकर ले पुछिन, “ओह कोन मनखे ए, जऊन ह तोला कहिस कि अपन खटिया उठा अऊ रेंग?”
13 पर जऊन मनखे ह बने होय रिहिस, ओह ए नइं जानत रिहिस कि ओला कोन ह बने करिस, काबरकि ओ जगह म मनखेमन के भीड़ रहय अऊ यीसू ह उहां ले निकर गे रहय।
14 बाद म, यीसू ओला मंदिर म भेंटिस, त ओला कहिस, “देख, तेंह अब बने हो गे हवस। अब पाप झन करबे, नइं तो एकर ले भारी बिपत्ती तोर ऊपर पड़ सकथे।” 15 ओ मनखे ह जाके यहूदीमन ला बताईस कि जऊन मनखे ह मोला बने करिस, ओह यीसू ए।
बेटा के दुवारा जिनगी
16 यीसू ह ए काममन ला यहूदीमन के बिसराम दिन म करत रिहिस, एकरसेति यहूदीमन यीसू ला सताय लगिन। 17 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर ददा ह हमेसा अपन काम करत हवय, अऊ मेंह घलो काम करत हवंव।” 18 एकरे कारन यहूदीमन यीसू ला मार डारे के अऊ कतको उपाय करे लगिन, काबरकि यीसू ह न सिरिप बिसराम दिन के कानून ला टोरत रिहिस, पर ओह परमेसर ला अपन खुद के ददा कहिके, अपन-आप ला परमेसर के बरोबर घलो रखत रिहिस।
19 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव; बेटा ह अपन-आप ले कुछू नइं कर सकय; ओह सिरिप ओही ला करथे, जऊन ला ओह अपन ददा ला करत देखथे। जऊन कुछू ददा ह करथे, बेटा ह घलो वइसने करथे। 20 काबरकि ददा ह बेटा ला मया करथे अऊ जऊन कुछू ओह करथे, ओ जम्मो ला अपन बेटा ला देखाथे। एकर ले घलो बड़े काम ओह ओला देखाही ताकि तुमन अचम्भो करव। 21 काबरकि जइसने ददा ह मरे मनखे ला जियाथे अऊ ओमन ला जिनगी देथे, वइसनेच बेटा ह घलो जऊन ला चाहथे, ओला जिनगी देथे। 22 ददा ह काकरो नियाय नइं करय, पर ओह नियाय करे के जम्मो अधिकार अपन बेटा ला सऊंप दे हवय, 23 ताकि जम्मो मनखे जइसने ददा के आदर करथें, वइसनेच बेटा के घलो आदर करंय। जऊन ह बेटा के आदर नइं करय, ओह ददा के घलो आदर नइं करय, जऊन ह बेटा ला पठोय हवय।
24 मेंह तुमन ला सच कहत हंव, जऊन ह मोर बचन ला सुनथे, अऊ मोर पठोइया के ऊपर बिसवास करथे, ओकर करा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी हवय; ओह दंड के भागी नइं होवय; ओह मिरतू ले पार होके जिनगी पा चुके हवय। 25 मेंह तुमन ला सच कहत हंव, ओ समय ह आवत हे, अऊ आ गे हवय, जब मरे मनखेमन परमेसर के बेटा के अवाज ला सुनहीं, अऊ जऊन मन एला सुनहीं, ओमन जिनगी पाहीं। 26 काबरकि जइसने ददा ह अपन म जिनगी रखथे; ओही किसम ले, ओह बेटा ला घलो अधिकार दे हवय कि ओह अपन म जिनगी रखय। 27 अऊ मनखे के बेटा होय के कारन, ओला नियाय करे के अधिकार घलो दे हवय।
28 ए बात ले अचम्भो झन करव, काबरकि ओ समय ह आवत हे, जब कबर के जम्मो मरे मनखेमन ओकर अवाज ला सुनहीं 29 अऊ बाहिर निकर आहीं; जऊन मन भलई करे हवंय, ओमन जिनगी पाय बर जी उठहीं, अऊ जऊन मन कुकरम करे हवंय, ओमन सजा पाय बर जी उठहीं। 30 मेंह अपन-आप ले कुछू नइं कर सकंव। जइसने परमेसर ह मोला कहिथे, वइसने मेंह नियाय करथंव, अऊ मोर नियाय ह सही अय, काबरकि मेंह अपन-आप ला खुस करे के कोसिस नइं करंव, पर ओला खुस करथंव, जऊन ह मोला पठोय हवय।”
यीसू के बारे म गवाही
31 “यदि मेंह अपन बारे म खुद गवाही देथंव, त मोर गवाही ह सही नो हय। 32 पर एक झन अऊ हवय, जऊन ह मोर बारे म गवाही देथे, अऊ मेंह जानत हंव कि मोर बारे म ओकर गवाही ह सही ए।
33 तुमन यूहन्ना करा अपन संदेसियामन ला पठोय रहेव अऊ ओह सच्चई के गवाही दे हवय। 34 अइसने बात नो हय कि मेंह मनखे के गवाही चाहत हंव; पर मेंह ए बात एकरसेति कहत हंव कि तुम्हर उद्धार होवय। 35 यूहन्ना ह एक ठन दीया के सहीं रिहिस, जऊन ह बरिस अऊ अंजोर दीस, अऊ तुमन ला ओकर अंजोर म कुछू समय तक आनंद मनई बने लगिस।
36 पर मोर करा यूहन्ना के देय गवाही ले घलो बड़े गवाही हवय। जऊन काम ला ददा ह मोला पूरा करे बर देय हवय, अऊ जऊन ला मेंह करत हवंव, ओ काममन खुदे गवाही देथें कि ददा ह मोला पठोय हवय। 37 ददा जऊन ह मोला पठोय हवय, ओह खुद मोर बारे म गवाही देय हवय। तुमन ओकर अवाज ला कभू नइं सुनेव अऊ न ही ओकर रूप ला देखे हवव; 38 अऊ न ही ओकर बचन तुम्हर हिरदय म रहिथे, काबरकि जऊन ला ओह पठोईस, ओकर ऊपर तुमन बिसवास नइं करेव। 39 तुमन परमेसर के बचन ला लगन से पढ़थव, काबरकि तुमन सोचथव कि ओम तुमन ला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी मिलही; एह परमेसर के ओही बचन अय, जऊन ह मोर बारे म गवाही देथे। 40 तभो ले तुमन जिनगी पाय बर मोर करा नइं आय चाहव।
41 मेंह मनखेमन ले महिमा पाय बर नइं चाहंव, 42 पर मेंह जानत हंव कि तुम्हर हिरदय म परमेसर बर मया नइं ए। 43 मेंह अपन ददा परमेसर के नांव म आय हवंव, अऊ तुमन मोला गरहन नइं करव; पर यदि कोनो आने मनखे अपन खुद के नांव म आही, त तुमन ओला गरहन कर लूहू। 44 तुमन एक-दूसर ले महिमा पाय बर चाहथव, अऊ ओ महिमा जऊन ह सिरिप परमेसर करा ले आथे, ओला पाय के कोनो कोसिस नइं करव; तब तुमन कइसने बिसवास कर सकथव? 45 ए झन सोचव कि मेंह ददा के आघू म तुम्हर ऊपर दोस लगाहूं। ओह मूसा ए, जऊन ह तुम्हर ऊपर दोस लगाथे, जेकर ऊपर तुमन अपन आसा रखे हवव। 46 यदि तुमन मूसा ऊपर बिसवास करे होतेव, त मोर ऊपर घलो बिसवास करतेव, काबरकि ओह मोर बारे म लिखे हवय। 47 जब तुमन मूसा के लिखे बातमन ला बिसवास नइं करव, तब तुमन मोर बात ला कइसने बिसवास करहू?”
यीसू ह पांच हजार मनखेमन ला खाना खवाथे
(मत्ती 14:13-21; मरकुस 6:30-44; लूका 9:10-17)
6 एकर बाद, यीसू ह गलील के झील के ओ पार गीस। (गलील के झील ला तिबिरियास के झील घलो कहिथें।) 2 अऊ एक बड़े भीड़ ओकर पाछू हो लीस, काबरकि मनखेमन ओ अचरज के चिन्हांमन ला देखे रिहिन, जऊन ला ओह बेमरहामन ला बने करे के दुवारा देखाय रिहिस। 3 तब यीसू ह पहाड़ी ऊपर गीस अऊ अपन चेलामन संग उहां बईठ गीस। 4 यहूदीमन के फसह तिहार ह लकठा आवत रहय।
5 जब यीसू ह आंखी उठाके देखिस, त मनखेमन के एक बड़े भीड़ ओकर कोति आवत रहय। तब ओह फिलिप्पुस ला कहिस, “ए मनखेमन ला खवाय बर हमन कहां ले रोटी बिसोबो?” 6 यीसू ह ओला सिरिप परखे बर ए बात ला पुछिस, काबरकि ओह पहिली ले जानत रहय कि ओह का करइया रिहिस। 7 फिलिप्पुस ह जबाब देके कहिस, “यदि दू सौ दीनार के रोटी बिसोथन, तभो ले एम ले हर एक मनखे ला मुसकुल से एक-एक कऊंरा मिलही[b]।”
8 ओकर एक आने चेला, सिमोन पतरस के भाई अन्द्रियास ह ओला कहिस, 9 “इहां एक झन छोकरा हवय, जेकर करा जवांर के पांच रोटी अऊ दू ठन मछरी हवय; पर अतेक झन बर एह कुछू नो हय?”
10 यीसू ह कहिस, “मनखेमन ला बईठा देवव।” ओ जगह म अब्बड़ कांदी रहय। तब जम्मो मनखेमन बईठ गीन; उहां करीब पांच हजार आदमी (मरद) मन रिहिन। 11 तब यीसू ह रोटी ला लीस अऊ परमेसर ला धनबाद देके उहां बईठे मनखेमन ला बांट दीस, अऊ वइसनेच ओह मछरीमन ला घलो बांट दीस। ओमन जतकी चाहिन, ओह ओमन ला ओतकी दीस। 12 जब ओ जम्मो झन खाके अघा गीन, त यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “बांचे-खुचे टुकड़ामन ला संकेल लेवव, ताकि कुछू ह बरबाद झन होवय।” 13 तब ओमन संकेलिन अऊ बारह ठन टुकना ओ पांच ठन जवांर के रोटी के टुकड़ा ले भर गीस, जऊन ला खवइयामन उहां छोंड़ दे रिहिन। 14 जब मनखेमन यीसू के ओ अचरज के चिन्हां ला देखिन, त कहे लगिन, “एह सही म ओ अगमजानी अय, जऊन ह संसार म अवइया रिहिस।” 15 ओमन आके यीसू ला जबरदस्ती राजा बनाय के इरादा करत रिहिन; ए बात ला जानके, यीसू ह फेर एके झन पहाड़ ऊपर चल दीस।
यीसू ह पानी ऊपर चलथे
(मत्ती 14:22-33; मरकुस 6:45-52)
16 जब सांझ होईस, त यीसू के चेलामन उतरके झील के तीर म गीन, 17 अऊ उहां झील के ओ पार कफरनहूम जाय बर, एक ठन डोंगा म बईठ गीन। जब ओमन जावत रिहिन, त अंधियार हो गे रहय, अऊ यीसू ह अभी तक ले ओमन करा नइं आय रहय। 18 तब एक बड़े आंधी झील के ऊपर चले लगिस, जेकर कारन पानी के बड़े-बड़े लहरा उठिस। 19 जब ओमन डोंगा ला खेवत-खेवत पांच-छै किलोमीटर चल दीन, त ओमन यीसू ला अपन डोंगा कोति आवत देखिन; ओह पानी ऊपर चलत रहय, अऊ ओमन डर्रा गीन। 20 पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “एह में अंव, झन डर्रावव।” 21 तब ओमन ओला डोंगा म चघाय बर चाहत रिहिन कि डोंगा ह ओ तीर म पहुंच गीस, जिहां ओमन जवइया रिहिन।
22 दूसर दिन, ओ मनखेमन के भीड़, जऊन ह समुंदर के ओ पार तीर म रूके रहय, ए देखिस कि उहां सिरिप एक ठन डोंगा रिहिस, अऊ ओमन जानत रिहिन कि यीसू ह अपन चेलामन संग ओ डोंगा म नइं गे हवय, पर चेलामन यीसू के बिगर डोंगा म चल दे रिहिन। 23 तब कुछू आने डोंगामन तिबिरियास ले ओ जगह के लकठा म आईन, जिहां परभू के धनबाद करे के बाद मनखेमन रोटी खाय रिहिन। 24 जब भीड़ ह ए देखिस कि उहां न तो यीसू हवय अऊ न ही ओकर चेलामन, त ओमन डोंगामन म चघिन अऊ यीसू के खोज म कफरनहूम गीन।
यीसू ह जिनगी के रोटी
25 जब ओ मनखेमन ला यीसू ह समुंदर के ओ पार मिलिस, त ओमन ओकर ले पुछिन, “हे गुरू! तेंह इहां कब आय?”
26 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, तुमन मोला एकरसेति नइं खोजत हव कि तुमन अचरज के चिन्हां ला देखेव, पर एकरसेति कि तुमन छक के रोटी खाय रहेव। 27 ओ भोजन बर मिहनत झन करव, जऊन ह नास हो जाथे, पर ओ भोजन बर मिहनत करव, जऊन ह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी तक ठहरथे, जऊन ला मनखे के बेटा ह तुमन ला दिही। काबरकि परमेसर ददा ह ओकर ऊपर अपन मंजूरी के मुहर लगाय हवय।”
28 तब ओमन ओकर ले पुछिन, “परमेसर के काम करे बर, हमन का करन?”
29 यीसू ह ए जबाब दीस, “परमेसर के काम ए अय कि जऊन ला ओह पठोय हवय, ओकर ऊपर बिसवास करव।”
30 तब ओमन ओकर ले पुछिन, “तेंह हमन ला का अचरज के चिन्हां देखाबे कि हमन ओला देखके तोर ऊपर बिसवास करन? तेंह का काम करबे? 31 हमर पुरखामन निरजन जगह म मन्ना खाय रिहिन; जइसने परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: ‘ओह ओमन ला खाय बर स्वरग ले रोटी दीस[c]।’ ”
32 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव कि मूसा ह तुमन ला स्वरग ले ओ रोटी नइं देय रिहिस, पर ओह मोर ददा ए, जऊन ह तुमन ला स्वरग ले सच्चई के रोटी देथे। 33 काबरकि परमेसर के रोटी ओह अय, जऊन ह स्वरग ले उतरथे अऊ संसार ला जिनगी देथे।”
34 ओमन कहिन, “हे महाराज, ओ रोटी हमन ला हमेसा देय कर।”
35 तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “जिनगी के रोटी मेंह अंव। जऊन ह मोर करा आथे, ओह कभू भूखन नइं होवय अऊ जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, ओह कभू पीयासन नइं होवय। 36 पर जइसने मेंह तुमन ला कहेंव कि तुमन मोला देख घलो ले हवव, अऊ तभो ले तुमन बिसवास नइं करथव। 37 जऊन कुछू ददा ह मोला देथे, ओ जम्मो ह मोर करा आही अऊ जऊन कोनो मोर करा आथे, मेंह ओला कभू नइं निकारंव। 38 काबरकि मेंह अपन ईछा ला नइं, पर अपन पठोइया के ईछा ला पूरा करे बर स्वरग ले उतरे हवंव। 39 अऊ मोर पठोइया के ईछा ए अय कि जऊन कुछू ओह मोला देय हवय, ओम ले कोनो ला घलो मेंह झन गंवावंव, पर आखिरी दिन म ओमन ला जियावंव। 40 काबरकि मोर ददा के ईछा ए अय कि जऊन कोनो बेटा ला देखय अऊ ओकर ऊपर बिसवास करय, ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पावय, अऊ मेंह आखिरी दिन म ओला जीयाहूं।”
41 तब यहूदीमन यीसू ऊपर बड़बड़ाय लगिन, काबरकि ओह ए कहे रिहिस, “मेंह ओ रोटी अंव, जऊन ह स्वरग ले उतरिस।” 42 ओमन कहिन, “का एह यूसुफ के बेटा यीसू नो हय, जेकर दाई-ददा ला हमन जानथन? तब ओह कइसने कह सकथे कि ओह स्वरग ले उतरे हवय?”
43 यीसू ह ओमन ला ए जबाब दीस, “आपस म बड़बड़ाय बर बंद करव। 44 मोर करा कोनो नइं आ सकय, जब तक ददा जऊन ह मोला पठोय हवय, ओला मोर तरफ नइं खींचय; अऊ मेंह ओला आखिरी दिन म जीयाहूं। 45 अगमजानीमन के किताब म ए लिखे हवय: ‘ओ जम्मो झन परमेसर के दुवारा सिखाय जाहीं।’[d] जऊन कोनो ददा के सुनथे अऊ ओकर ले सिखथे, ओह मोर करा आथे। 46 अइसने नो हय कि कोनो ददा ला देखे हवय, पर जऊन ह परमेसर के कोति ले आय हवय, सिरिप ओहीच ह ददा ला देखे हवय। 47 मेंह तुमन ला सच कहथंव, जऊन ह बिसवास करथे, ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पाथे। 48 जिनगी के रोटी मेंह अंव। 49 तुम्हर पुरखामन निरजन जगह म मन्ना खाईन, पर ओमन मर गीन। 50 पर एह ओ रोटी अय, जऊन ह स्वरग ले उतरे हवय ताकि मनखे ह एला खावय अऊ झन मरय। 51 मेंह ओ जीयत रोटी अंव, जऊन ह स्वरग ले उतरिस। यदि कोनो ए रोटी म ले खाही, त ओह सदाकाल तक जीयत रहिही। ओ रोटी जऊन ला मेंह संसार के जिनगी बर दूहूं, ओह मोर मांस ए।”
52 एला सुनके यहूदीमन आपस म ए कहिके बहस करे लगिन, “ए मनखे ह हमन ला अपन मांस खाय बर कइसने दे सकथे?”
53 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, जब तक तुमन मनखे के बेटा के मांस ला नइं खावव अऊ ओकर लहू ला नइं पीयव, तब तक तुमन म जिनगी नइं ए। 54 जऊन कोनो मोर मांस खाथे अऊ मोर लहू पीथे ओकर करा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी हवय, अऊ मेंह ओला आखिरी दिन म जीयाहूं। 55 काबरकि मोर मांस ह सही भोजन अय अऊ मोर लहू ह सही म पीये के चीज अय। 56 जऊन कोनो मोर मांस खाथे अऊ मोर लहू पीथे, ओह मोर म बने रहिथे, अऊ मेंह ओम बने रहिथंव। 57 जइसने जीयत ददा ह मोला पठोईस अऊ ददा के कारन मेंह जीयत हवंव, ओहीच किसम ले जऊन ह मोला खाही, ओह मोर कारन जीयत रहिही। 58 एह ओ रोटी ए, जऊन ह स्वरग ले उतरिस। हमर पुरखामन मन्ना खाईन अऊ मर गीन, पर जऊन ह ए रोटी ला खाही, ओह सदाकाल तक जीयत रहिही।” 59 यीसू ह ए बातमन ला कफरनहूम के एक सभा घर म उपदेस देवत कहिस।
कतको चेलामन यीसू ला छोंड़ देथें
60 एला सुनके, यीसू के कतको चेलामन कहिन, “ए उपदेस ला गरहन करई कठिन ए।” 61 यीसू ह अपन मन म जान डारिस कि ओकर चेलामन कुड़कुड़ावत हवंय; एकरसेति ओह ओमन ला कहिस, “का ए बात ले तुमन ला ठेस लगथे? 62 तब तुम्हर का होही, यदि तुमन मनखे के बेटा ला जिहां ओह पहिली रिहिस, उहां ऊपर जावत देखहू त? 63 पबितर आतमा ह जिनगी देथे; मांस ले कोनो फायदा नइं होवय। जऊन बात मेंह तुमन ला कहे हवंव, ओमन आतमा अऊ जिनगी अंय। 64 पर तुमन म कुछू मनखे हवंय, जऊन मन ए बातमन ला बिसवास नइं करंय।” काबरकि यीसू ह सुरू ले जानत रिहिस कि ओम ले कोन बिसवास नइं करंय अऊ कोन ह ओला धोखा दिही। 65 यीसू ह ए घलो कहिस, “एकरे कारन मेंह तुमन ला कहेंव कि जब तक ददा कोति ले बरदान नइं मिलय, तब तक कोनो मोर करा नइं आ सकय।”
66 एकर बाद, यीसू के कतको चेलामन ओला छोंड़के वापिस चल दीन अऊ ओकर पाछू नइं गीन।
67 तब यीसू ह बारह चेलामन ले पुछिस, “का तुमन घलो मोला छोंड़के जाय चाहत हव?”
68 सिमोन पतरस ह जबाब देके कहिस, “हे परभू, हमन काकर करा जाबो? परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी के बात तो तोर करा हवय। 69 हमन बिसवास करथन अऊ जानत हवन कि तेंह परमेसर के पबितर बेटा अस।”
70 तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “का मेंह तुमन बारहों झन ला नइं चुने हवंव? तभो ले तुमन ले एक झन सैतान ए?” 71 (यीसू ह ए बात सिमोन इस्करियोती के बेटा यहूदा के बारे म कहिस, काबरकि ओ बारहों म ले ओ मनखे रहय, जऊन ह बाद म यीसू ला धोखा देवइया रिहिस।)
Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.