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Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 83

आसाफ क एक ठु भजन।

हे परमेस्सर, तू मौन जिन रहा! चुपचाप जिन रहा।
    हे सर्वसक्तिमान परमेस्सर,
    कृपा कइके सान्त जिन रहा।
हे परमेस्सर, तोहार दुस्मन तोहरे विरोध मँ सड्यंत्र रचत बाटेन।
    जउन तोहसे घिना करत हीं अहंकारी बन जात हीं।
उ पचे तोहरे मनवइयन क खिलाफ सडयंत्र रचत बाटेन।
    तोहार दुस्मन ओन लोगन क खिलाफ जउन तोहका पिआरा अहइँ सबइ जोजना बनावत अहइँ।
उ सबइ दुस्मन कहत अहइँ, “आवा, हम ओन लोगन क पूरी तरह मेट डाइ।
    तब कउनो भी मनई इस्राएल क नाउँ सुमिरन नाहीं करी।”
काहेकि इ सबहिं रास्ट्रन इकट्ठा होइके तोहरे विरोध मँ जोजना बनावत हीं।
    उ पचे तोहार खिलाफ एक ठ समझौता किहेन।
6-7 उ पचे इ सामिल परिवारन एदोमी, इस्माएली, मोआबी अउर हाजिरा क संतानन क पूतन,
    गबाली अउर, अम्मोनी, अमालेकी अउर पलिस्ती,
    अउर सूर क लोगन क परिवारन क इ सबइ लोग हम लोगन क खिलाफ जुद्ध करइ बरे एक जुट होइ गएन।
हिआँ तलक कि अस्सूरी भी ओन लोगन स मिल गएन।
    उ पचे लूत क संतानन क बहोत बलवान बनाएन।

हे परमेस्सर तू दुस्मनन क वइसेन हरावा जइसेन तू मिद्यानी लोगन क,
    सिसरा क, यार्बान क, किसोन नदी क लगे याबीन क हराया।
10 उ पचे एन्दोर मँ नास भएन।
    ओनकर ल्हासन धरती पइ पड़ी सड़त रहिन।
11 दुस्मनन क सेनापतियन क वइसेन हरावा जइसेन तू ओरबे अउ जायेब क संग किहे रह्या।
    ओकरे सेनापतियन क वइसेन हरावा जइसेन तू जेबह अउ सलमुन्ना क संग किहा।
12 हे परमेस्सर, उ सबइ लोग हम पचन क धरती
    तजइ क दबावइ चाहत रहेन।
13 मोर परमेस्सर ओनका तू उखड़ा भवा पौधा सा बनावा जेका आँधी उड़ाइ लइ जात ह।
    ओन लोगन क अइसेन बिखराइ द्या जइसे भूसा क आँधी बिखराइ देत ह।
14 दुस्मन क अइसेन बर्बाद करा जइसे वन क आगी बृच्छन क बर्बाद करत ह,
    अउर जइसेन जंगली आगी पहाड़न क बार डावत ह।
15 एह बरे ओनका आँधी क नाईं पाछा करा अउर ओनका कँपावा
    अउ फूँकिके उड़ा द्या जइसे कि आँधी करत ह।
16 हे यहोवा उ सबइ क लज्जा स भरि द्या
    कि लोग तोहरे बारे मँ जानइ बरे तोहका तलास करइँ।
17 हे यहोवा, ओन लोगन क भयभीत कइ द्या अउ ओन लोगन क हमेसा अपमानित करा,
    ताकि उ तिरस्कार मँ मरि जाइँ।
18 तउ उ पचे जनिहीं कि तू यहोवा अहा!
    अउर तू ही अकेल्ला सर्वोच्च परमेस्सर अहइ
    जउन सारे संसार पइ सासन करत अहा।

भजन संहिता 42-43

दूसर भाग

(भजन 42–72)

संगीत निर्देसक बरे कोरह परिवार क एक ठु मस्किल।

एक ठु पिआसा हिरन क नाईं जउन धार क पानी पिअइ क इच्छुक अहइ,
    वइसे ही, हे परमेस्सर, मोर प्राण तोहरे इच्छा रखत हीं।
मोर प्राण जिअत परमेस्सर क पिआसा अहइ।
    मइँ ओहसे मिलइ बरे कब आइ सकत हउँ?
राति अउ दिन मोर हर दिन क भोजन सिरिफ आँसू बाटइ।
    मोर दुस्मन कहत हीं, “तोहार परमेस्सर कहाँ बा?”

तउ मोका इ सबइ बातन क सुमिरइ द्या।
    मोका आपन हिरदइ बाहेर उड़ेरइ द्या।
मोका सुमिरन अहइ मइँ परमेस्सर क मन्दिर मँ चलेउँ अउ भिड़िया क अगुआई करत रहेउँ।
    मोका सुमिरन अहइ उ लोगन क संग आनन्द स भरा बड़कई क गीत गाउब अउर उ उत्सव मनाउब।

5-6 मइँ ऍतना दुःखी काहे हउँ?
    मइँ ऍतना बियाकुल काहे हउँ?
“मोका परमेस्सर क सहारे क बाट जोहइ चाही।
    मोका अबहुँ ओकर स्तुति क अवसर मिली।
    उ मोका बचाई।
हे मोरे परमेस्सर, मइँ बहोतइ दुःखी हउँ।
    एह बरे मइँ यरदन नदी क स्रोत मँ, हर्मोन पहाड़ क आधार पइ छोटा पहाड़ी[a] मँ तोहार आराधना किहेउँ ह।”
जइसे नदी क लहरन आवत अउ गरजत ह मइँ झरना क कोलाहल करत भए सब्द सुनत हउँ।
    वइसे ही मोका विपत्तियन बारम्बार घेरी रहिन।
हे यहोवा, तोहार लहरन एक क बाद दूसरा आवत ह,
    मोर चारिहुँ कइँती घेरिके मोका दहबोच रखेन ह।

अगर हर दिन यहोवा बिस्ससनीय पिरेम देखाइ।
    फुन तउ राति मँ मइँ ओकर गीत गाइ पाउब।
    मइँ आपन सजीव परमेस्सर क पराथना कइ सकब।
मइँ आपन परमेस्सर, आपन चट्टान स बातन करत हउँ।
    मइँ कहा करत हउँ, “हे यहोवा, तू मोका काहे बिसराइ दिहा?
    ये यहोवा, तू मोका इ काहे नाहीं देखाँया कि मइँ आपन दुस्मनन स बचिके कइसे निकरउँ?”
10 मोर दुस्मनन मोका मारइ क जतन किहेन।
    उ पचे मोहे पइ आपन घिना देखाँवत हीं जब उ पचे कहत हीं, “तोहार परमेस्सर कहाँ अहइ?”

11 मइँ ऍतना दुःखी काहे हउँ?
    मइँ काहे ऍतना बियाकुल हउँ?
“मोका परमेस्सर क सहारे क बाट जोहइ चाही?
    मोका अब भी ओकर स्तुति करइ क अवसर मिली।
    उ मोका बचाइ।”

हे परमेस्सर, एक मनई अहइ जउन तोहार अनुसरण नाहीं करत।
    उ मनई दुट्ठ अहइ अउ झूठ बोलत ह।
    हे परमेस्सर, मोर मोकदमा लड़ा अउर इ निर्णय करा कि कउन सत्य बाटइ।
    मोका उ मनई स बचाइ ल्या।
हे परमेस्सर, तू ही मोर सरणस्थल अहा!
    मोका तू काहे बिसराइ दिहा?
तू मोका इ काहे नाहीं देखाँया
    कि मइँ आपन दुस्मनन स कइसे बचिके निकरउँ?
हे परमेस्सर, तोहार जोति अउ सच्चाई क मोह पइ चमकइ द्या।
    उ मोका तोहार पवित्तर पर्वत पइ तोहार आपन वास-स्थान जाइ मँ अगुवाइ करइ।
मइँ तउ परमेस्सर क वेदी क लगे जाब।
    परमेस्सर मइँ तोहरे पास आउब।
उ मोका आनन्दित करत ह।
    हे परमेस्सर, हे मेरे परमेस्सर, मइँ वीणा पइ तोहार स्तुति करब।

मइँ ऍतना दुःखी काहे हउँ?
    मइँ काहे ऍतना बियाकुल हउँ?
“मोका परमेस्सर क सहारे क बाट जोहइ चाही।
    मोका अब भी ओकर स्तुति क अवसर मिली।
    उ मोका बचाई।”

भजन संहिता 85-86

संगीत निर्देसक बरे कोरह क पूतन बरे एक ठु भजन।

हे यहोवा, तू आपन देस पइ कृपालु भवा।
    तू विदेस भुइँया मँ स याकूब क सन्तानन वापिस लिआवा।
हे यहोवा, तू आपन लोगन क पापन्क छिमा करा।
    तू ओनकर सबइ पाप मेट द्या। (सेला)

हे यहोवा, कोहाइ जाब क तजि द्या।
    अउर तू आपन गुस्सा क लइ लिहा।
परमेस्सर, हमार मुक्तिदाता, कृपा कइके हम पचन पइ कोहाइ जाब तजि द्या
    अउर हम लोगन क फुन हमार भुइयाँ पइ वापिस लइ आवा।
का तू हमेसा हमेसा कोहान रहब्या?
    का तू सदा आपन कोहान जारी रखब्या?
कृपा कइके हमका फुन जिआइ द्या
    ताकि तोहार लोग तोहसे फुन स खुस होइ सकइँ।
हे यहोवा, तू हमका आपन बिस्सासनीय पिरेम देखावा।
    हमार रच्छा करा।

जउन परमेस्सर कहत ह, मइँ ओह पइ कान दिहेउँ।
    उ अपने लोगन अउर अपने बिस्सासी चेलों से सान्ति क वाचा करत ह
    उ नाहीं चाहत ह कि उ पचे बेवकूफी क राहे पइ लउटि जाइँ।
फुरइ, ओकर उद्धार ओन लोगन क निचके बाटइ जउन ओहसे डेरात ह,
    एह बरे ओकर महिमा तोहार देस मँ निवास करी।
10 पिरेम अउर सच्चाई एक साथ मिलब।
    धर्मता अउ सान्ति एक दूसर क चुम्मा क संग स्वागत करिहीं।
11 सच्चाई धरती स अंकुरित होइहीं,
    अउर धार्मिकता अकासे स बसिर्हीं।
12 यहोवा बहोत स उत्तिम वस्तुअन क देइहीं।
    अउर हमार धरती प्रचुर मात्रा मँ फसल उपजिहीं।
13 परमेस्सर क अगवा अगवा नेकी चली,
    अउर उ ओकरे बरे राह बनाई।

दाऊद क पराथना।

मइँ एक दीन, असहाय मनई अहउँ।
    हे यहोवा, तू कृपा कइके मोर सुनि ल्या, अउर तू मोर विनती क जवाब द्या।
मइँ तोहार भगत हउँ, कृपा कइके मोर रच्छा करा।
    मइँ तोहार सेवक अहउँ अउर तू मोर परमेस्सर अहा।
    मइँ तोह पइ भरोसा किहेउँ, कृपा कइके मोका बचावा।
मोर सुआमी, मोह पइ दाया करा।
    मइँ सारा दिन तोहार बिनती करत रहत हउँ।
हे मोर यहोवा, मइँ आपन जिन्नगी तोहार हाथन मँ देत हउँ।
    हे मोर सुआमी, मोका, आपन सेवक क सुखी बनावा।
हे सुआमी, तू नीक अउ छिमाकर्ता अहा।
    तू आपन मनवइयन स बहोत पिरेम करत अहा, जउन सहारा पावइ क तोहका गोहरावत हीं।
हे यहोवा, मोर बिनती सुनि ल्या।
    कृपा कइके तू आपन कान क मोर पराथना पइ दाया बरे द्या।
हे यहोवा, आपन संकट क घरी मँ मइँ तोहार बिनती करत हउँ।
    मइँ जानत हउँ तू मोका जवाब देब्या।
हे सुआमी, तोहरे जइसा कउनो देवता नाहीं अहइ।
    जइसेन काम तू किहा ह वइसा काम कउनो भी नाहीं कइ सकत।
हे सुआमी, तू ही सब लोगन क रच्या ह।
    उ पचे आइहीं अउर तोहार आराधना करिहीं।
    उ पचे सबहिं तोहरे नाउँ क आदर करिहीं।
10 हे परमेस्सर, तू महान अहा।
    तू अजूबा करम करत अहा।
    तू अकेल्ले ही परमेस्सर अहा।
11 हे यहोवा, मोका आपन राहन क सिच्छा द्या,
    तउ मइँ तोहरे सच्चाइ क अनुसार रहेबउँ।
कृपा कइके मोर मदद करा,
    तउ मइँ पूरे हिरदय स तोहार उपासना करबउँ।
12 हे मोर सुआमी परमेस्सर, मइँ सम्पूर्ण हिरदय स तोहार गुण गावत हउँ।
    मइँ तोहरे नाउँ क आदर सदा सदा ही करबउँ।
13 काहेकि तू मोका बहोत जिआदा पिरेम किहा ह।
    तू मोका मउत क गहड़ा खाइ स बचाया ह।
14 परमेस्सर, अहंकारी लोग मोह पइ वार करत अहइँ।
    कर लोगन क समूह मोका मार डावइ चाहत अहइँ।
    अउर उ सबइ मनई तोहार आदर नाहीं करत अहइँ।
15 हे सुआमी, तू दयालु अउ कृपा स भरा परमेस्सर अहा।
    तू धीरज स भरा, बिस्सासी अउ पिरेम स भरा अहा।
16 हे परमेस्सर, देखावा कि तू मोर सुनत ह अउर मोह पइ कृपालु रहत ह।
    मइँ तोहार सेवक हउँ, तू मोका सक्ति द्या।
    मइँ तोहार सेवक हउँ, मोका बचावा!
17 हे यहोवा, कछू अइसा करा जेहसे इ साबित होइ कि तू मोर सहायता करब्या।
    तब मोर दुस्मन एका जानिहीं अउ निरास होइ जइहीं।
    तउ इ परगट होइ तू उहइ अहा जउन मोर मदद किह्या अउर मोका आराम दिह्या।

उत्पत्ति 46:1-7

परमेस्सर इस्राएल क पतियावत ह

46 ऍह बरे इस्राएल मिस्र क आपन जात्रा सुरु किहस। पहिले इस्राएल बेर्सेबा पहोंचा। हुआँ इस्राएल आपन पिता इसहाक क परमेस्सर क आराधना अउर बलि भेंट किहस। उ बलि दिहेस। राति मँ परमेस्सर इस्राएल स सपना मँ बोला। परमेस्सर कहेस, “याकूब, याकूब”

अउ इस्राएल जवाब दिहेस, “मइँ हिआँ अहउँ।”

तब परमेस्सर कहेस, “मइँ यहोवा तोहरे बाप क परमेस्सर अहउँ। मिस्र जाइ स डेराअ जिन। मिस्र मँ मइँ तोहका महान रास्ट्र बनाउब। मइँ तोहरे संग मिस्र चलब अउ मइँ तोहका फुन मिस्र मँ स बाहेर निकारि लाउब। तू मिस्र मँ मरिब्या। मुला यूसुफ तोहरे संग रही। जब तू मरब्या तउ उ खुद आपन हाथन स तोहार आँखी बन्द करी।”

इस्राएल मिस्र क जात ह

तब याकूब बेर्सेबा तजेस अउ मिस्र तलक जात्रा किहस। ओकर बेटवन, अर्थात इस्राएल क बेटवन अउ बाप, आपन मेहररुअन अउ आपन सबहि बच्चन क मिस्र लइ गएन। उ पचे फिरौन क जरिये पठई गइन गाड़ियन मँ जात्रा किहेन। ओनके लगे, ओनकइ गोरु अउ कनान देस मँ ओनका आपन जउन कछू रहा, उ भी संग रहा। इ तरह इस्राएल आपन सबहि लरिकन अउ आपन परिवारे क संग मिस्र गवा। ओकरे संग ओकर बेटवन अउ बिटियन अउ पोतन अउर पोतिन रहिन। ओकर सारा परिवार ओकरे संग मिस्र गवा।

उत्पत्ति 46:28-34

इस्राएल मिस्र पहोंचत ह

28 इस्राएल पहिले यहूदा क यूसुफ क लगे पठएस। यहूदा गोसेन प्रदेस मँ यूसुफ क लगे गवा। जब इस्राएल अउ ओकर लोग उ प्रदेस मँ गएन। 29 यूसुफ क पता लाग कि ओकर पिता नगिचे आवत अहइ। ऍह बरे यूसुफ आपन रथ तइयार कराएस अउ आपन पिता इस्राएल स गोसेन मँ भेटंइ चला। जब यूसुफ आपन पिता क लखेस तब उ ओकरे गटइया स लपटि गवा अउ देर तलक रोवत रहा।

30 तब इस्राएल यूसुफ स कहेस, “अब मइँ सान्ति स मरि सकत हउँ। मइँ तोहार मुँह देखि लिहेउँ ह अउर मइँ जानत हउँ कि तू अबहि जिअत अहा।”

31 यूसुफ आपन भाइयन अउ आपन पिता क परिवार स कहेस, “मइँ जाब अउ फिरौन स कहब कि मोरे पिता हिआँ आइ ग अहइँ। मइँ फिरौन स कहब, ‘मोर भाइयन अउ मोर पिता क परिवार कनान देस तजि दिहे अहइ अउर हिआँ मोरे लगे आइ ग अहइँ। 32 इ गड़रिया क परिवार अहइ। उ पचे हमेसा गोरु अउ खरका राखे अहइँ। उ पचे आपन सबहि जनावर अउ ओनकइ जउन कछू आपन अहइ ओका आपन संग लइ आए अहइँ।’ 33 जब फिरौन आप लोगन क बोलइही अउ आप लोगन स पूछिही, ‘आप लोग का काम करत ही?’ 34 आप लोग ओनसे कहया, ‘हम पचे गड़रिया अही। हम सबइ पूरी जिन्नगी जनावरन क देखरेख मँ बितावा ह। हम लोगन स पहिले हमार पुरखन भी अइसे रहेन।’ तब फिरौन तू लोगन क गोसेन प्रदेस मँ रहइ क आग्या दइ देइ। मिस्र क लोग गड़रिया क पसन्द नाही करतेन, ऍह बरे बढ़िया उहइ होइ कि आप लोग गोसेन मँ ही ठहरइँ।”

1 कुरिन्थियन 9:1-15

पौलुस भी दुसरे प्रेरितन जइसा अहइ

का मइँ स्वतन्त्र नाहीं हउँ? का मइँ भी एक प्रेरित नाही हऊँ? का मइँ हमार पर्भू ईसू मसीह क दर्सन नाहीं किहे अहउँ? का तू लोग पर्भू मँ मोर इ करम क उदाहरण नाहीं अहा? चाहे दुसरन क बरे मइँ प्रेरित न भी होउँ तबउ मइँ तोहरे बरे त प्रेरित हउँ। काहेकि तू एक अइसेन मोहर क समान अहा जउन पर्भू मँ मोरे प्रेरित होइ क प्रमाणित करत ह।

उ लोग जउन मोर जाँच करइ चाहत हीं, ओनके बरे आपन आत्मरच्छा मँ मोर उत्तर इ अहइ: का हमका खाइ पियइ क अधिकार नाहीं बाटइ? का हमका इ अधिकार नाहीं कि कउनो बिसवासिनी पत्नी क हम अपने साथे लइ जाइ? जइसेन क दूसर प्रेरित, पर्भू क बन्धु अउर पतरस किहे रहेन। अउर का बरनाबास अउर मोरे लगे ही इ अधिकार बा कि आपन आजीविका कमाइ क बरे हम कउनउ काम न करीं? सेना मँ अइसेन के होइ जउन एक सिपाही क रूपे मँ अपने क वेतन देइ। अउर के होइ जउन अंगूर क बगिया लगाइके ओकर फल न चखी? या कउन अइसा अहइ जउन भेड़न क खरका क देखभाल न करत होइ पर ओकर दूध न पीअत होइ?

का हम मानवीय चिन्तन क रूपे मँ ही अइसेन करत हई? आखिरकार का व्यवस्था क विधान भी अइसेन नाहीं कहत? मूसा क व्यवस्था मँ लिखा बा, “खरिहाने मँ बरधा क मुँह जिन बाँधा।”(A) का परमेस्सर केवल बरधन क बारे मँ बतावत अहइ? 10 निस्चित रूप स उ एका क हमरे बरे नाहीं बतावत अहइ? हाँ, इ हमरे बरे ही लिखा गवा रहा। काहेकि खेत जोतइवाला कीहीउ आसा स ही खेत जोतइ अउर खरिहाने मँ भूसा स अनाज अलगावइवाला फसल क कछू भाग पावइ क आसा तउ रखी। 11 फिन अगर हम तोहरे हिते क बरे आत्मिक बिया बोए अही तउ हम तोहसे भौतिक चीजन क फसल काटइ चाहित ह, इ का कउनउ बहुत बड़ी बात बा? 12 अगर दूसर लोग तोहसे भौतिक चीजन पावइ क अधिकार रखत हीं तउ हमार तउ तोह पइ का अउर भी जियादा अधिकार नाहीं बा? मुला हम इ अधिकार क उपयोग नाहीं किहे अही। बल्कि हम तउ सब कछू सहत रहे ताकि हम मसीह क सुसमाचार क रस्ता मँ कउनउ बाधा न डाली देइ। 13 का तू नाहीं जानत बाटया कि जउन लोग मंदिर मँ काम करत हीं उ पचे आपन खाना मंदिर स ही पावत हीं। अउर जउन नियमित रूप स वेदी क सेवा करत हीं वेदी क चढ़ावा मँ ओनकर हिस्सा होत ह? 14 इही तरह पर्भू व्यवस्था दिहे अहइ कि सुसमाचार क प्रचारकन क आजीविका सुसमाचार क प्रचार स ही होइ चाही।

15 मुला ओन्हन अधिकारन मँ स मइँ एक क कभउँ प्रयोग नाहीं किहेउँ। अउर इ बात मइँ ऍह बरे लिखेउँ नाहीं कि अइसेन कछू मोरे बिसय मँ कीन्हा जाई। बजाय एकरे कि कउनउ मोसे ओह बात केउ छीन लेइ जेकर मोका गरब बा। ऐसे तउ मइँ मरि जाब ही ठीक समझब।

मरकुस 6:30-46

ईसू पाँच हजार स जिआदा मनई क खियाएस

(मत्ती 14:13-21; लूका 9:10-17; यूहन्ना 6:1-14)

30 ईसू क चारिहुँ कइँती सुसमाचार क प्रचार करइवाले प्रेरितन ईसू क पास जमा भएन। जउन उ पचे किहेन अउर सिखाएन सब कछू बताएन। 31 तब ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे खुदइ मोरे संग एकांत जगहिया मँ आवा अउर तनिक आराम करा।” फिन हुवाँ बहोत मनई क आउब जाब लाग रहा। ऍसे उ सब खाइ क समइ नाहीं पाएन।

32 एह बरे उ सब मिलिके खुदइ नाउ स एकांत जगहिया मँ गएन। 33 मुला बहोत जने ओनका जात भवा देखेन अउर पहिचानेन कि उ सब कउन रहेन। इ कारण उ लोग सबहिं सहरन स हुवाँ धरतिया प धावत गएन अउर उ पचे ओनसे पहिले पहुँचेन। 34 जबहिं ईसू नाउ स उतरा, उ एक भारी भीर देखेस। तबहिं उ ओनके बरे दुःखी भवा, इ कारण कि उ सबइ बिना गड़रिया क भेड़ नाहीं रहेन। अइसे उ बहोत बातन सिखावइ लाग।

35 तब तलक साँझ होइ गइ। एह बरे ओकर चेलन ओकरे नगिचे आएन अउर बोलेन, “इ एकांत जगह अहइ अउर दिनवा ढरि ग अहइ। 36 मनइयन क पठवा, जइसे उ पचे नगिचे खेतन अउर गाउँन मँ जाइ सकइँ अउ आपन बरे कछू खाइके बेसहि लेइँ।”

37 मुला जवाबे मँ ईसू ओनसे कहेस, “तू ओनका कछू खाइके द्या।”

उ सब ओहसे कहेन, “का हम पचे जाई अउर दुई सौ दीनार[a] क बराबर रोटी बेसही अउर ओनके खाइ क बाँटी?”

38 ईसू ओनसे कहेस, “केतॅनी रोटी तोहरे पास अहइ? जा अउर देखा।”

जब उ पचे पता पाएन, उ पचे कहेन, “हमरे पाँच ठु रोटी अउर दुइ मछरी अहइँ।”

39 फिन ईसू चेलन क हुकुम देहेस, “हर एक क हरिअर घसिया प पंगत मँ बइठइ बरे कहा।” 40 तबहिं उ सब सउ सउ अउर पचास पचास क पंगत मँ बइठ गएन।

41 तइसेन ईसू पाँच रोटिन्यक अउर दुइ मछरिन्क उठाइ के सरग क ओर निहारत भवा धन्यबाद दिहेस अउर रोटिन्क तोड़ेस। उ आपन चेलन क ओनका बाँटइ बरे दिहस।

42 उ सबइ भरपेट खाएन अउर उ सबइ अघाइ गएन। 43 ओकरे बाद उ सब रोटी अउर मछरी क बचा भवा बाहर टुकरन क झउआ मँ उठाएन। 44 पुरुसन क गनती जउन खइया क खाएन पाँच हजार रही।

ईसू क पानी प चलब

(मत्ती 14:22-33; यूहन्ना 6:16-21)

45 फिन तुरंत ईसू आपन चेलन नाउ मँ बइठाएस जेहसे उ सबइ जब भिरिया क बिदाई पहिले झील क ओह पार बैतसैदा चला जाइँ। 46 ईसू भीर क बिदाई क बाद पहाड़ी प पराथना बरे गवा।

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