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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 10

हे यहोवा, तू ऍतना दूर काहे खड़ा रहत ह?
    कि संकट मँ पड़ा लोग तोहका निहारि नाहीं पउतेन।
अहंकारी दुट्ठ जन दुर्बल क दुःख देत हीं।
    उ पचे आपन सड़यन्त्र क रचत रहत हीं।
दुट्ठ जन ओन चिजियन पइ घमण्ड करत हीं, जेनकर ओनका गहरी इच्छा अहइ
अउ लालची मनई परमेस्सर क कोसत रहत हीं।
    इ तरह दुट्ठ देखाँवत हीं कि उ पचे यहोवा स घिना करत रहत हीं।
दुट्ठ लोग ऍतना घमण्डी होत हीं कि उ पचे परमेस्सर क पाछे नाहीं चल सकतेन।
    उ पचे खराब खराब जोजना रचत हीं।
    उ पचे अइसा करम करत हीं, जइसे परमेस्सर क कउनो अस्तित्व ही न बाटइ।
दुट्ठ जन सदा कुटिल करम करत हीं।
    उ पचे परमेस्सर क विवेक स पूरी व्यवस्था अउ सिच्छन पइ धियान नाहीं देतेन।
    हे परमेस्सर, तोहार सबहिं दुस्मन तोहरे उपदेसन क उपेच्छा करत हीं।
उ पचे सोचत हीं, जइसेन कउनो बुरी बात ओनके संग नाहीं घटि जाइ।
    उ पचे कहत रहत हीं, “हम पचे मउज मँ रहब अउ कबहुँ भी दण्डित नाहीं होब।”
अइसेन दुट्ठ क मुँह सदा साप देत रहत ह।
    उ पचे दूसर जन क निन्दा करत हीं अउर काम मँ लिआवइ क सदा ही बुरी बुरी जोजना रचत रहत हीं।
अइसे लोग गुप्त ठउरन मँ लुकान रहत हीं,
    अउर लोगन क फँसावइ क प्रतीच्छा करत हीं।
    उ पचे लोगन क नस्कान पहुँचावइ खातिर लुकान रहत हीं अउ निरपराधी लोगन क हत्या करत हीं।
दुट्ठ जन सिंह क नाई होत हीं जउन ओन गोरूअन क धरइ क घात मँ रहत हीं।
    जेनका उ पचे खाइ जइहीं।
दुट्ठ जन दीन लोगन पइ मार करत हीं
    ओनकर बनाए भए जालि मँ बेसहारा दीन फँसि जात हीं।
10 दुट्ठ जन बार-बार दीनन पइ घात करत
    अउ ओनका दुःख देत ह।
11 एह बरे दीन जन सोचइ लागत हीं, “परमेस्सर हमका बिसराइ ही दिहस।
    हमसे तउ परमेस्सर सदा-सदा बरे दूर होइ गवा बाटइ।
    उन कछू भी मोरे संग घटत अहइ, ओहसे परमेस्सर दृस्टि फेरि लिहस ह!”

12 हे यहोवा, उठा अउर कछू तउ करा!
    हे परमेस्सर, ओन दुट्ठ जनन क आपन हाथ उठाइके सजा द्या!
    अउर ऍन दीन दुःखियन क जिन बिसरा।

13 दुट्ठ जन काहे परमेस्सर क खिलाफ होत हीं?
    काहेकि उ पचे सोचत हीं कि परमेस्सर ओनका कबहुँ नाहीं दण्डित करी।
14 हे यहोवा, तू ही अहइ जउन बुरे लोगन दुआरा कीन्ह भावा अत्याचार अउर बुरे कामन क कउनो स भी जियादा लखत ह।
    तू एकर बारे मँ कछू कदम उठा।
दुःखन स घिरा लोग मदद माँगइ तोहरे लगे आवत हीं।
    हे यहोवा, सिरिफ तू ही अनाथ लोगन क सहायक अहा, एह बरे ओनकर रच्छा करा।

15 हे यहोवा, दुट्ठ जनन क तू नस्ट कइ द्या।
16 तू ओनका आपन धरती स
    ढकेलिके बाहेर करा!
17 हे यहोवा, दीन दुःखी लोग जउन चाहत हीं उ तू सुनि लिहा।
    ओनकर पराथना सुना अउर ओनका पूरा करा जेनका उ पचे माँगत हीं।
18 हे यहोवा, अनाथ गदेलन क तू रच्छा करा।
    दुःखी लोगन क अउर जियादा दुःख जिन पावइ द्या।
    दुट्ठ लोगन क तू ऍतना भयभीत कइ द्या कि उ पचे हिआँ न टिक पावइँ।

यिर्मयाह 7:1-15

यिर्मयाह क मन्दिर उपदेस

इ यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह बरे अहइ। “यिर्मयाह यहोवा क मन्दिर दुआरे क समन्वा खड़ा ह्वा। दुआरे पइ इ सँदेसा घोसित करा:

“‘यहूदा रास्ट्र क सबहिं लोगो, यहोवा क उपासना करइ बरे जउन लोग एन दुआरन स होइके आवा, हिआँ यहोवा क सँदेसा रहा। इस्राएल क लोगन क परमेस्सर यहोवा अहइ। सर्वसक्तीमान यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ, आपन जिन्नगी बदला अउर नीक काम करा। जदि तू अइसा करब्या तउ मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ रहइ देब। इ झूठ पइ जिन पतियाअ जउन कछू लोग बोलत हीं। उ पचे कहत हीं, “इ यहोवा क मन्दिर अहइ। यहोवा क मन्दिर अहइ! यहोवा क मन्दिर अहइ!” जदि तू पचे आपन जीवन बदलब्या अउर नीक करम करब्या, तउ मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ रहइ देब। तू पचन्क एक दूसर पइ निस्ठावान होइ चाही। तू पचन्क अजनबियन क संग भी निस्ठावान होइ चाही। तू पचन्क राँड़ अउर अनाथ लरिकन बरे उचित काम करइ चाही। निरपराध लोगन क जिन मारा। दूसर देवतन क अनुसरण न करा। काहेकि उ पचे तोहरे पचन्क जिन्नगी क नस्ट कइ देइहीं। जदि तू पचे मोरी आग्या क पालन करब्या तउ मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ रहइ देब। मइँ इ प्रदेस तोहरे पचन्क पुरखन क अपने लगे सदा ही रखइ बरे दिहेउँ।

“‘किन्तु तू पचे झूठ मँ बिस्सास करत अहा अउर उ झूठ बियर्थ अहइ। का तू पचे चोरी अउर हत्या करब्या? का तू पचे बिभिचार क पाप करब्या? का तू फाइदा बरे झूठी गवाही देब्या? का तू पचे लबार देवता बाल क पूजा करब्या अउर दूसर देवतन क अनुसरण करब्या जेनका तू पचे नाहीं जानत्या? 10 जदि तू पचे इ सबइ पाप करत अहा तउ का तू पचे समुझन अहा कि तू पचे उ मन्दिर मँ मोरे समन्वा खड़ा होइ सकत ह जेहसे मोरे नाउँ स गोहरावा जात होइ? का तू पचे सोचत अहा कि तू पचे मोरे समन्वा खड़ा होइ सकत अहा अउर कहि सकत अहा, “हम सुरच्छित अही?” सुरच्छित एह बरे कि जेहसे तू पचे घृणित कार्य कइ सका। 11 इ मन्दिर मोरे नाउँ स गोहरावा जात ह। का इ मन्दिर तोहरे पचन बरे डकैतन क छिपइ क ठउरे क अलावा दूसर कछू नाहीं अहइ? मइँ तोहार पचन्क चौकसी रखत हउँ।’” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

12 “‘यहूदा क लोगो, तू पचे अब सीलो नगर क जा। उ ठउरे पइ जा जहाँ मइँ पहिली बार अपने नाउँ क बरे मन्दिर बनाएउँ। जा अउर लखा कि उ ठउरे क मइँ ओन पाप क बरे का किहेउँ जउन एह बरे कि लोग किहन। 13 तू लोग इ सबइ सब पाप करम करत रह्या। इ सँदेसा यहोवा क रहा। मइँ तू पचन्स बार-बार बातन किहेउँ, मुला तू पचे मोर अनसुनी कइ दिहा। मइँ तू लोगन क पुकारेउँ पर तू पचे जवाब नाहीं दिहा। 14 एह बरे मइँ आपन नाउँ स गोहरावा जाइवाले यरूसलेम क इ मन्दिर क नस्ट करब। मइँ उ मन्दिर क जेहमाँ तू पचे बिस्सास करत अहा वइसे ही नस्ट करब जइसे मइँ सीलो क नस्ट किहेउँ। अउ मइँ उ ठउरे क नस्ट करब्या जेका मइँ तू पचन्क अउर तोहरे पचन्क पुरखन क दिहेउँ। 15 मइँ तू पचन्क अपने पास ह वइसे ही दूर लोकाइ देब जइसे मइँ तोहरे सबहिं भाइयन क एप्रैम स लोकाएउँ।’

इब्रनियन 3:7-4:11

अबिसवासियन क विरूद्ध चेतावनी

एह बरे पवित्तर आतिमा कहत हः

“आज अगर ओकर सुना आवाज,
    जिन करा आपन हिरदय क जड़ रहेन किहे जइसेन बगावत क दिना मँ
जब तू पचे रेगिस्तान मँ
    परमेस्सर क परखे रह्या
मोका परखेन तोहार पूर्वजन तउ, लिहेन परीच्छा धीरज क मोर ओ सबइ
    अउर देखेन काम मोर जेन्हे मइँ करत रहेउँ चालीस बरस!
10 इहइ रहा उ कारण जेसे क्रोधित मइँ ओन्हन लोगन स रहेउँ:
    अउर फिन मइँ कहे रहेउँ, ‘हिरदय एनकइ भटकत रहत रहेन
    हमेसा ही का नाहीं इ जानतेन जउन रस्ता मोर’
11 क्रोध मँ मइँ इही स तब सपथ लइके कहे रहेउँ
    ‘इ कबहुँ बिस्राम मँ मोरे न सामिल होइहीं।’” (A)

12 भाइयो तथा बहिनियो, देखत रहा कहूँ तोहमाँ स कउनो क मन मँ पाप अउर अबिसवास न समाइ जाइ जउन तोहे सजीव परमेस्सर से भी दूर भटिकाइ देइ। 13 जब तलक इ “आजु” क दिना कहवावत ह, तू हर दिन परमेस्सर एक दुसरे क ढॉढ़स बंधावत रहा जइसेन तोहमाँ स कउनउ पाप क छलावा मँ पड़िके जड़ न बनि जाए। 14 अगर हम अंत तक मजबूती क साथे अपने आरम्भ क बिसवास क थामे रहित ह तउ हम मसीह क भागीदारि बनि जाइत ह। 15 जइसेन कि कहा भी गवा बाः

“आजु अगर ओकर सुना आवाज!
    न करा आपन हिरदय क जड़ रहे किहे
    जइसेन कि बगावत क दिनन मँ।” (B)

16 भला उ पचे कउन रहेन जइसेन उ पचे सुनेन अउर बिद्रोह किहेन? का उ पचे उहइ सब नाहीं रहेन जेन्हे मूसा तउ मिस्र स बचाइ क निकाले रहा? 17 उ चालीस बरसन तलक केन पइ क्रोधित रहा? का ओनहीं प नाहीं जे पाप किहे रहेन अउर जेनकर ल्हास रेगिस्तान मँ पड़ा रहेन? 18 परमस्सर कनके बरे सपथ उठाए रहा कि उ पचे ओकर बिस्राम मँ प्रवेस न कर पइहीं? का उ पचे उहइ सब नाहीं रहेन जे ओनके आज्ञा क उल्लंघन किहे रहेन? 19 एह तरह हम देखित अही कि उ पचे अपने अबिसवासे क कारण ही उहाँ प्रवेस पावइ मँ समर्थ नाहीं होइ सका रहेन।

अतः जब ओकरे बिस्राम मँ प्रवेस क प्रतिज्ञा अब तलक बीन भइ बाटइ तउ हमका सावधान रहइ चाही कि तोहरे म स कउनउ अनुपयुक्त सिद्ध न होइ। काहेकि हमकउ ओनही क समान सुसमाचार क उपदेस दीन्ह गवा बा। मुला जउन उपदेस ओ पचे सुनेन ह, उ ओनके बरे बेकार बा। काहेकि उ पचे जब ओका सुनेन तउ एका बिसवास क साथे धारण नाहीं किहेन। अब देखा, हम तउ जउन बिसवासी अही ओह बिस्राम मँ प्रवेस पाए अही। जइसेन कि परमेस्सर कहे भी बाटइः

“क्रोध मँ मइँ इही स तब सपथ लइके कहे रहेउँ,
    ‘इ पचे कबहुँ बिस्रामे मँ मोरे नाहीं सामिल होइहीं।’” (C)

जब संसार क सृस्टी करइ क बाद ओकर काम पूरा होइ गवा रहा। उ सतवाँ दिना क सम्बन्ध मँ एन सब्दन मँ कहूँ पवित्तर सात्तरन मँ कहा बाटइ “अउर फिन सतवें दिना आपन सभन कामन स परमेस्सर तउ बिस्राम लिहेस।”(D) अउर फिन उपरोक्त सन्दर्भ मँ भी उ कहत ह, “उ पचे कबहुँ बिस्राम मँ मोर न सामिल होइहीं।”

जेनका पहिले सुसमाचार सुनावा गवा रहा आपन अनाज्ञाकारिता क कारण उ तउ बिस्राम मँ प्रवेस नाहीं पाइ सकेन मुला अउरन क बरे बिस्राम क दुवार अबऊ खुला बा। इही बरे परमेस्सर तउ फिन एक बिसेस दिन निस्चित किहेस अउर ओका नाउँ दिहेस, “आजु” कछू बरसन क बाद दाऊद क द्वारा परमेस्सर तउ उ दिन क बारे मँ पवित्तर सास्तर मँ बताए रहा। जेकर उल्लेख हम अबहीं किहे रहेः

“आज अगर ओकर सुना आवाज,
    न करा आपन हिरदय क जड़।” (E)

अतः अगर यहोसु ओनका बिस्रामे मँ लइ गवा होत तउ परमेस्सर बाद मँ कउनउ अउर दिना क बारे मँ न बतउतइ। तउ खैर जउन भी होइ परमेस्सर क भक्तन क बरे एक वइसी बिस्रन्ति रहत अहइ जइसेन बिस्रान्ति सातवें दिना परमेस्सर क रही। 10 काहेकि जउन कउनो परमेस्सर क बिस्रान्ति मँ प्रवेस करत ह, अपने करमन स बिस्रान्ति पाइ जात ह। वइसेन ही जइसेन परमेस्सर तउ अपने करमन स बिस्रान्ति पाइ लिहेस। 11 तउ आवा हमहूँ ओह बिस्रान्ति मँ प्रवेस पावइ क बरे हर एक प्रयत्त करीं। ताकि ओकर अनाज्ञाकारिता क उदाहरण क करत भए कउनो क पतन न होइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.