Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
10 तब दाऊद मर गवा। उ दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। 11 दाऊद इस्राएल पइ चालीस बरिस तलक हुकूमत किहस। उ हेब्रोन मँ सात बरिस अउ यरूसलेम मँ तैतींस बरिस तलक हुकूमत किहस।
सुलैमान आपन राज क देख-रेख
12 अब सुलैमान दाऊद क सिंहासन पइ हुकूमत करइ लाग अउर उ आपन राज्ज पइ पूरा अधिकार कइ लिहेन।
3 सुलैमान देखाएस कि उ यहोवा स पिरेम करत ह। ओकरे आपन बाप दाऊद जउन कछू करइ क कहे रहा, उ ओन सब क पालन किहेस किन्तु सुलैमान कछू अइसा भी किहस जेका करइ बरे दाऊद नाहीं कहे रहा। सुलैमान अबहुँ तलक उच्च जगहन क उपयोग बलि भेंट अउ सुगन्धि बारइ क बरे करत रहा।
4 राजा सुलैमान बलि भेंट करइ गिबोन गवा। उ हुँवा एह बरे गवा काहेकि उ सब स जियादा महत्वपूर्ण ऊँच जगह रही। सुलैमान एक हजार बलियन उ वेदी पइ भेंट किहस। 5 जब सुलैमान गिबोन मँ रहा उहइ रात क ओकरे लगे सपन मँ यहोवा आवा। परमेस्सर कहेस, “जउन चाहत अहा तू माँगा, मइँ ओका तोका देबउँ।”
6 सुलैमान जवाब दिहेस, “तू अपने सेवक मोर बाप दाऊद पइ बहोत दयालु रह्या। उ तोहार अनुसरण किहेस। उ नीक रहा अउ सच्चाई स रहा अउर तू ओकरे बरे तब सब स बड़की कृपा किहा जब तू ओकरे पूत क ओकरे सिंहासने पइ हुकुमूत करइ दिहा। 7 यहोवा मोर परमेस्सर, तू मोका अपने बाप क जगह पइ राजा होइ दिहा ह। किन्तु मइँ एक नान्ह बालक क नाईं हउँ। मोरे लगे, मोका जउन करइ चाही ओका करइ बरे बुद्धि नाहीं अहइ। 8 तोहार सेवक, मइँ हिआँ तोहरे चुने लोगन मँ एक महान लोगन मँ अहउँ, उ पचे ऍतने जियादा अहइँ कि गना नाहीं जाइ सकतेन। 9 एह बरे मइँ तोहसे माँगत हउँ कि तू मोका बुद्धि द्या जेहसे मइँ सच्चाई स लोगन पइ हुकूमत अउ ओनकर निआउ कइ सकउँ। एहसे मइँ सही अउ गलत क फरक क जान सकउँ। इ स्रेस्ठ बुद्धि क बिना ऍन महान रास्ट्रन पइ सासन करब असंभव अहइ।”
10 यहोवा खुस भवा कि सुलैमान ओहसे इ माँगेस। 11 एह बरे परमेस्सर ओहसे कहेस, “तू अपने बरे दीर्घायु नाहीं माँग्या। तू अपने बरे सम्पत्ति नाहीं माँग्या। तू अपने दुस्मनन क मउत नाहीं माँग्या। मुला तू बु़द्धि अउर सही निर्णय करइ बरे ग्यान माँग्या। 12 एह बरे मइँ तोहका उहइ देब जउन तू माँग्या। मइँ तोहका बुद्धिमान अउ बिवेकी बनाउब। मइँ तोहरी बुद्धि क ऍतना महान बनाउब कि बीते जमाने मँ कबहुँ तोहरे जइसा कउनो मनई नाहीं भवा ह अउर भविस्स मँ जइसा कबहुँ कउनो नाहीं होइ। 13 अउर तोहका पुरस्कृत करइ बरे मइँ तोहका उ सबइ चिजियन भी देबउँ जेनका तू नाहीं माँग्या। तोहरे पूरी जिन्नगी मँ सम्पत्ति अउ प्रतिस्ठा बनी रही। संसार मँ तोहरे जइसा महान राजा दूसर कउनो नाहीं होइ। 14 मइँ तोहसे चाहत हउँ कि तू मोर अनुसरण करा अउर मोरे नेमन अउर आदेसन क पालन करा। इ उहइ प्रकार करा जउने प्रकार तोहार बाप दाऊद किहस। जदि तू अइसा करब्या तउ मइँ तोहका दीर्घायु भी करब।”
1 यहोवा क गुण गावा।
यहोवा क आपन सम्पूर्ण मने स अइसी उ सभा मँ धन्यवाद करत हउँ
जहाँ सज्जन मिला करत हीं।
2 यहोवा महान करम करत ह।
लोगन जउन ओन चिजियन क महत्व जानत हीं ओनका खोजत हीं।
3 यहोवा फुरइ इ महिमामय अउर अचरजे स भरा काम करत हीं।
ओकरा खरापन सदा-सदा बना रहत ह।
4 परमेस्सर अद्भुत करम करत ह ताकि हम याद राखी
कि यहोवा करुणा स भरा अउर दाया स भरा बाटइ।
5 उ आपन भगतन क भोजन देत ह।
उ हमेसा आपन करार क याद राखत ह।
6 उ आपन लोगन क ओन भुइँया देइके
जउन दूसर रास्ट्रन अहइ महान कारज देखाएस ह।
7 परमेस्सर जउन कछू करत ह उ बिस्सास योग्य अउर फुरइ बाटइ।
ओकर सबहिं आग्यन नियावपूर्वक अहइँ।
8 परमेस्सर क आग्यन सदा ही बना रइहीं।
परमेस्सर क ओन आदेसन क देइ क प्रयोजन फुरइ अउ निस्पच्छ रहेन।
9 उ आपन लोगन क मुक्त करत ह।
उ ओनसे एक करार किहेस ह जउन सदा-सदा रहइ।
परमेस्सर क नाउँ अचरजे स भरा अउर पवित्तर अहइ।
10 विवेक भय अउर यहोवा क आदर स उपजत ह।
उ पचे लोग बुद्धिमान होत हीं जउन यहोवा क आदर करत हीं।
यहोवा क स्तुति सदा-सदा गाई जात रही।
15 इही बरे सावधानी क साथे देखत रहा कि तू कइसा जीवन जिअत अहा। विवेकहीन क स आचरण न करा, बल्कि बद्धिमान क स आचरण करा। 16 जे हर समइ क अच्छा करम करइ क बरे दीन्ह भए वर्तमान मँ ओकर पूरा उपयोग करत ह, काहेकि इ दिन बुरा बा। 17 मूर्खता स न रहत रहा बल्कि इ जान ल्या कि पर्भू क इच्छा का अहइ। 18 मदिरापान कइके मतवाला जिन बना रहा काहेकि इही स कामुकता पइदा होत ह। एकरे विपरीत आतिमा स परिपूर्ण होइ जा। 19 आपस मँ भजन, स्तुतिगयान अउर आध्यात्मिक गीतन क, परस्पर आदान-प्रदान करत रहा। आपन मने मँ पर्भू क बरे गीत गावत ओकर स्तुति करत रहा। 20 हर कीहीउँ बात क बरे हमार पर्भू ईसू मसीह क नाउँ पइ हमरे परम पिता परमेस्सर क हमेसा धन्यबाद करा।
51 जीवन क रोटी जउन सरग स उतरी अहइ, उ मइँ अहउँ। जउऩ मनई इ रोटी खाई, उ हमेसा जीवित रही, अउर जउऩ रोटी मइँ दुनिया क जिन्नगी क बरे देब, उ मोर माँस अहइ। इहइ संसार जिअत रही।”
52 इ सुनिके यहूदियन आपस मँ झगड़ा करइ लागेन कि “कइसे इ मनई हम पचेन्क आपन माँस खाइ क बरे देत ह?”
53 ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे सच-सच कहत अहउँ, जब तक तू पचे मनई क पूत क माँस न खाब्या अउर ओकर लहू न पीब्या, तब तक तोहरे मँ असली जीवन नाहीं आई। 54 जउन मोर माँस खात ह अउर हमार लहू पियत ह, अनन्त जीवन उहइ पावत ह अउर आखिरी दिन ओका मइँ फिन जीवित करि देब। 55 काहेकि मोर माँस सब खाइवाली चीज अहइ अउर मोर लहू सच-सच पियइवाली चीज अहइ। 56 जउन मोर माँस खात ह अउर मोर लहू पियत ह, उ मोरे मँ रहत ह अउर मइँ ओहमाँ समाइ जाइत हउँ।
57 “इ बात बिल्कुल उहइ तरह अहइ कि जइसे जिअत-पिता मोका भेजे अहइ, अउर उहइ परमपिता क कारण मइँ जीवित अहउँ ठीक उहइ तरह जउन मनई खात रही, उ मोरे कारण जीवित रही। 58 इ उहइ रोटी अहइ जउन सरग स उतरी अहइ। इ रोटी वइसे नाहीं अहइ जइसे मोरे पचे क पूर्वजन खाए रहेन। अउर बाद मँ उ सब मरि गएन। जउन मनई इ रोटी क खात रही, उ हमेसा जिन्दा रही।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.