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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
2 समूएल 7:1-14

दाऊद एक ठु उपासना-घर बनावइ चाहत ह

राजा दाऊद क अपने नवे महल मँ रहइ क पाछे, यहोवा ओका चारिहुँ कइँती क दुस्मनन स ओका सान्ति दिहस। राजा दाऊद नातान नबी स कहेस, “लखा, मइँ देवदारू क काठे स बने महल मँ रहत हउँ। किन्तु परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख अबहुँ भी तम्बू मँ रखा भवा ह।”

नातान राजा दाऊद स कहेस, “जा, अउर जउन कछू तू करइ चाहत ह, करा। यहोवा तोहरे संग होइ।”

किन्तु उहइ राति नातान क यहोवा क सँदेसा मिला।

“जा, अउर मोरे सेवक दाऊद स कहा, ‘यहोवा इ कहत ह: तू उ मनई नाहीं अहा जउन मोरे रहइ बरे एक ठु घर बनावइ ह। मइँ उ समइ घरे मँ नाहीं रहत रहेउँ जल मइँ इस्राएलियन क मिस्र स बाहेर लाएउँ। नाहीं, मइँ उ समइ स चारिहुँ ओर तम्बू मँ जात्रा करत रहेउँ। मइँ तम्बू क उपयोग अपने घर क रूप मँ किहेउँ। जब कबहुँ मइँ इस्राएलियन क संग चलेस ह, मइँ कउनो भी सासक क जेका मइँ इस्राएल क लोगन पइ धियान रखइ बरे कहेस रहा कबहुँ आपन खातिर देवदारू क काठे क सुन्नर घर बनावइ बरे नाहीं कहउँ।’

“तोहका मोर सेवक दाऊद स इ कहइ चाही, ‘सर्वसक्तीमान यहोवा इ कहत ह: मइँ तोहका चरागाह स लिआएउँ। मइँ तोहका तब लिआएउँ जब तू भेड़िन चरावत रह्या। मइँ तोहका अपने लोग इस्राएलियन क सासक चुनेउँ। मइँ तोहरे संग तू जहाँ कहूँ गया रह्या रहेउँ। मइँ तोहरे दुस्मनन क तोहरे बरे हराएउँ। मइँ तोहका भूइँया क महान मनइयन मँ स एक बनाएउँ। 10-11 अउर मइँ आपन लोग इस्राएलियन बरे एक ठउर चुनब। तब इस्राएलियन अउर कबहुँ एक जगह स दूसर जगह पइ नाहीं जाइ क होइ। बीते दिना मँ मइँ अपने इस्राएल क लोगन क मार्गदर्सन बरे निआवाधीसन क पठए रहेउँ किन्तू पापी लोगन मोर लोगन क परेसान किहन। अब वइसा नाहीं होइ। मइँ तोहका सबहिं दुस्मनन स सान्ति देब। मइँ तोहसे इ भी कहत हउँ कि मइँ तोहरे परिवार क राजा लोगन क परिवार बनाउब।

12 “‘जब तू मरब्या अउर अपने पुरखन क संग दफनावा जाब्या, तब मइँ तोहरे पूतन मँ स एक क राजा क रूप मँ चूनब अउर मइँ ओकर राज्ज क सक्तीसाली बनाउब। 13 मोरे नाउँ पइ उ एक ठु मन्दिर बनवाइ। मइँ ओकरे राज्ज क हमेसा बरे सक्तीसाली बनाउब। 14 मइँ ओकर बाप बनब अउर उ मोर पूत होइ। जब उ पाप करी, मइँ ओका दण्ड देइ बरे दूसर रास्ट्रन क उपयोग करब। मइँ ओकर प्रयोग दूसर लोगन क दण्ड देइ बरे चाबुक क रूप मँ करब।

भजन संहिता 89:20-37

20 मइँ आपन सेवक दाऊद क पाइ लिहेउँ,
    अउर मइँ ओकर ताजपोसी किहेउँ ह अउ ओकरे अभिसेक आपन तेल स किहेउँ ह।
21 मइँ आपन दाहिने हाथे स दाऊद क सहारा दिहेउँ,
    अउर मइँ ओका आपन सक्ति स बलवान बनाएउँ।
22 कउनो दुस्मन चुने भए राजा क धोखा नाहीं देइ सकतेन।
    दुट्ठ जन ओहे पइ अत्याचार नाहीं कइ सकतेन।
23 मइँ ओकरे दुस्मनन क समाप्त कइ दिहेउँ।
    जउन लोग चुने भए राजा स बैर राखत रहेन, मइँ ओनका हराइ दिहेउँ।
24 मइँ हमेसा आपन चुने भए राजा स पिरेम राखब अउर ओका समर्थन देब।
    उ मोहे पइ निर्भर रहिके मोर सक्ती स भरि जाइ।
25 मइँ आपन चुने भए राजा क महासागर क नियंत्रक तइनात करब।
    उ नदियन पइ हुकुमत करी।
26 उ मोहसे कही, ‘तू मोर पिता अहा।
    तू मोर परमेस्सर, मोर चट्टान अउ मोर उद्धारकर्ता अहा।’
27 मइँ ओका आपन पहिलौटा पूत बनाउब।
    उ सबइ राजन पइ प्रमुख होइ।
28 मइँ सदा ओका आपन पिरेम दिखावत हउँ।
    मोर करार ओकरे संग दृढ़ता स स्थापित होइ।
29 मइँ इ बंस क अमर बनाउब।
    ओकर सासन हुआँ तब तलक टिका रही जब तलक कटनी क समई रही।
30 अगर ओकर संतानन मोर कानून अउर आदेस क पालन तजि दिहन ह,
    अउर अगर उ लोग मोरे उपदेसन क मानब तजि दिहन ह।
31 अगर मोर अभिसिक्त राजा क संतानन मोरे कानून क पालन नाहीं किहन
    अउर अगर मोरे आदेसन क न मानेन।
32 तउ मइँ ओकर बिद्रोह बरे ओका दण्ड देइ बरे अधर्म चिजियन क न होइ देब,
    अउर मइँ ओकरे आग्याभंग करइ बरे मनइयन क दण्ड क रूप मँ देब।
33 मुला मइँ ओन लोगन क परिवार स आपन पिरेम क नाहीं हटाउब।
    मइँ सदा ही ओनके बरे बिस्सासी रहब।
34 जउन करार मोर दाऊद क संग अहइ, मइँ ओका नाहीं तोड़ब।
    मइँ आपन वाचा क नाहीं बदलब।
35 मइँ आपन पवित्तरता प्रतिग्या लेब,
    अउर मइँ ओहे स आपन वाचा क नाहीं तोड़ब।
36 दाऊद क बंस हुवाँ सदा बना रही।
    जब तलक हुवाँ सूरज रही तब तलक ओकर सिंहासन भी रही।
37 उ सदा हुवाँ रहब।
    निहचय ही जब तलक आकासे मँ चन्द्रमा साच्छी रही तब तलक लगातार रही।” (सेला)

इफिसियन 2:11-22

मसीह मँ एक

11 इही बरे याद रखा, उ लोग जउन आपन सरीरी मँ मानुस हाथन दुआरा कीन्ह गवा खतना क कारण आपन आप क “खतना सहित” बतावत हीं, विधर्मी क रूप मँ जनमें तोहे लोगन क “खतना रहित” कहत हीं। 12 ओह समइ तू बिना मसीह क रह्या तू इस्राएल क बिरादरी स बाहेर रह्या। परमेस्सर तउ आपन भक्तन क जउन बचन दिहे रहा उ ओनपर आधारित करार स अनजाना रहा। अउर इ संसार मँ बिना परमेस्सर क बिसवास क, अउर बिना ओका जाने निराश जीवन जिअत रहा। 13 परन्तु अब तोहे सबन क, जउन कभऊँ परमेस्सर स बहुत दूर रहेन, ईसू मसीह क लहू क दुअरा मसीह ईसू मँ तोहरे स्थिति क कारण, परमेस्सर क लगे लई आवा गवा रहेन।

14 यहूदियन अउर गैर यहूदियन आपस मँ एक दूसरे स नफ़रत करत रहेन अउर अलग होइ ग रहेन। ठीक अइसेनई जइसे ओनके बीच मँ कउनउ देवार खड़ी होइ। परन्तु मसीह तउ खुद आपन देह क बलिदान दइके नफरत क ओह देवार क गिरइ दिहेस। उ हमरे लिये सान्ति लावा अउर हम दोउन का एक बनाएस। 15 उ अइसेन तब किहेस जब आपन सभन नियमन अउर व्यवस्था क विधान क खतम कई दिहेस। उ अइसेन एह बरे किहेस कि उ आपन मँ एनन्ह दुन्नऊ क एक मँ मिलाइके एक नए मनुस्य क सृस्टि कइ दिहेस। अउर एह तरह स मिलाप कराइके सान्ति लिआवा। क्रूस पर आपन मउत क द्वारा उ एह घृणा क अंत कई दिहेस। अउर उ दुन्नऊ का परमेस्सर क साथे उहइ एक सरीर मँ मिलाइ दिहेस। 16 अउर क्रूस पर आपन मउत क जरिये वैरभाव क नास कइके एक्कइ देह मँ ओनन्ह दुन्नऊँ क संयुक्त कइके परमेस्सर स फिन मिलाई दिहेस। 17 तउन आइके उ तू सबन क, जउन परमेस्सर स बहुत दुर रहेन। अउर परमेस्सर ओनके लगे रहा, ओन्हे सान्ती क सुसमाचार सुनाएन। 18 काहेकि ओन्ही क द्वारा एक्कइ आतिमा स परमपिता क लगे तलक हम दुन्नऊ क पहुँच भई।

19 परिणाम सरूप जब तू पचे न अनजान रह्या अउर न ही पराया। बल्कि पवित्तर लोगन क संगी साथी अउर परमेस्सर के कुटुम्ब क बन गया ह। 20 तू पचे एक अइसेन भवन अहा जउन प्रेरितन अउर नबियन क नींव पर खड़ा बा। अउर खुद मसीह ईसू जेकर अधिक महत्वपूर्ण कोने क पाथर अहइ। 21 उ पूरी इमारत एक साथ पर्भू ईसू मँ मिली अहइ अउर मसीह ऍका बनावत चलत ह अउ परमेस्सर मँ एक पवित्तर मंदिर बनत जात ह। 22 जहाँ आतिमा क द्वारा खुद परमेस्सर निवास करत ह अउर, दूसरे लोगन क साथे तोहार निर्माण कीन्ह जात ह।

मरकुस 6:30-34

ईसू पाँच हजार स जिआदा मनई क खियाएस

(मत्ती 14:13-21; लूका 9:10-17; यूहन्ना 6:1-14)

30 ईसू क चारिहुँ कइँती सुसमाचार क प्रचार करइवाले प्रेरितन ईसू क पास जमा भएन। जउन उ पचे किहेन अउर सिखाएन सब कछू बताएन। 31 तब ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे खुदइ मोरे संग एकांत जगहिया मँ आवा अउर तनिक आराम करा।” फिन हुवाँ बहोत मनई क आउब जाब लाग रहा। ऍसे उ सब खाइ क समइ नाहीं पाएन।

32 एह बरे उ सब मिलिके खुदइ नाउ स एकांत जगहिया मँ गएन। 33 मुला बहोत जने ओनका जात भवा देखेन अउर पहिचानेन कि उ सब कउन रहेन। इ कारण उ लोग सबहिं सहरन स हुवाँ धरतिया प धावत गएन अउर उ पचे ओनसे पहिले पहुँचेन। 34 जबहिं ईसू नाउ स उतरा, उ एक भारी भीर देखेस। तबहिं उ ओनके बरे दुःखी भवा, इ कारण कि उ सबइ बिना गड़रिया क भेड़ नाहीं रहेन। अइसे उ बहोत बातन सिखावइ लाग।

मरकुस 6:53-56

ईसू बहुतेन बेरमियन क नीक किहेस

(मत्ती 14:34-36)

53 जब उ सब झील पार कइ लिहन तउ गन्नेसरत क घाटे प आएन अउर नाउ क बाँध लिहन। 54 जबहिं उ पचे नाउ क छाँड़ि क उतर आएन, मनइयन ईसू क पहिचान लिहन। 55 उ पचे समूचे पहंटा मँ भागत फिरेन अउर बेरमियन क बिछउना प जहाँ कहूँ उ पचे सुनेन कि ईसू हुवाँ बा, लादि क लइ जाइ लागेन। 56 जहाँ कहूँ उ गाउँ मँ कस्बन मँ या खेतन मँ जात रहा, उ पचे आपन बेरमियन क हाटन मँ बइठाइ देतेन अउर उ पचे ईसू स बिनती करतेन कि उ आपन ओढ़ना क एक हींसा छुअइ दे। अउर सबइ जउन ऍका छुएन नीक होइ गएन।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.