Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु पद।
1 तोहरी पुकार क यहोवा जवाब देइ,
अउर जब तू विपत्ति मँ ह्वा तउ याकूब क परमेस्सर तोहरे नाउँ क बढ़ावइ।
2 परमेस्सर आपन पवित्तर ठउर स तोहार मदद करइ।
उ तोहका सिय्योन स सहारा देइ।
3 परमेस्सर तोहरी सब भेंटन क याद राखइ,
अउर तोहरे सबइ बलिदानन क अंगीकार करइ।
4 परमेस्सर तोहका ओन सबहिं वस्तुअन क देइ जेनका तू फुरइ फुरइ चाह्या।
उ तोहार सबहिं योजनन पूरी करइ।
5 परमेस्सर जब तोहार मदद करइ हम पचे बहोतइ खुस होब।
अउर हम पचे परमेस्सर क बड़कई क गीत गाउब।
यहोवा उ सबइ चीज करी जेका तू पचे मँग्या।
6 मइँ अब जानत हउँ कि यहोवा मदद करत ह आपन उ राजा क जेका उ चुनेस।
परमेस्सर तउ आपन सरगे मँ बिराजा अहइ अउर उ आपन चुने भए राजा क, जवाब दिहस
उ राजा क रच्छा करइ बरे परमेस्सर आपन महासक्ती क प्रयोग मँ लिआवत ह।
7 कछू क भरोसा आपन रथन पइ अहइ, अउर कछू क आपन फउजियन पइ भरोसा बा
मुला हम पचे तउ आपन यहोवा परमेस्सर क सुमिरन करत अही।
8 मुला उ सबइ लोग हारि गएन अउर जंगल मँ मार डावा गवा गएन
अउर हम लोग जीते अउ खुसी मनावइ बरे इकट्ठा होब।
9 अइसा कइसा भवा? काहेकि यहोवा आपन चुने भए राजा क रच्छा किहा
उ परमेस्सर क गोहराए रहा अउर परमेस्सर ओकर सुनेस।
साऊल पहली गल्ती करत ह
13 अब ताई साऊल एक बरिस तलक राज कइ चुका रहा। अउर फुन जब साऊल इस्राएल प दुइ बरिस राज कइ चुका, 2 उ इस्राएल स तीन हजार मनई चुनेस। ओहमाँ दुइ हजार उ पचे रहेन जउन बेतेल क पहाड़ी पहँटा क मिकमास मँ ओकरे संग ठहरा रहेन। अउर एक हजार उ मनई रहेन जउन बिन्यामीन क अंदर गिबा मँ योनातान क संग ठहरा रहेन। साऊल फउज क दूसर सिपाहियन क ओनकइ आपन घर पठइ दिहस।
3 योनातान गिबा मँ जाइके पलिस्तियन क ओनकइ सिबिर पइ हमला किहस। पलिस्तियन एकरे बारे मँ सुनेन। उ पचे कहेन, “हिब्रू लोग बगावत किहे अहइ।”
साऊल कहेस, “हिब्रू मनइयन क जउन कछू भवा अहइ ओका सुनावा।” ऍह बरे साऊल लोगन्स कहेस कि उ पचे समूचइ इस्राएल देस मँ तुरही बजावइँ। 4 सबइ इस्राएलियन इ खबर सुनेन। उ पचे कहेन, “साऊल पलिस्ती फउज प्रमुख क मारि डाएस। अब पलिस्तियन फुरे इस्राएलियन स घिना करत हीं।”
इस्राएली लोगन्क साऊल स भेंटइ बरे गिलगाल मँ बोलावा गवा। 5 पलिस्ती इस्राएल स लड़इ बरे बटुर गएन। पलिस्तियन क लगे तीन हजार रथ अउ छ: हजार घुड़सवार ओकरे फउज मँ रहेन। हुवाँ ऍतना जिआदा पलिस्ती फउजी रहेन जेतँना समुद्दर क किनारे बालू क कन। पलिस्तियन मिकमास मँ सिबिर डाएन। मिकमास बेतावेन क पूरब मँ बाटइ।
6 इस्राएलियन लखेन कि उ पचे विपत्ति मँ अहइँ। उ पचे आपन क जालि मँ अरझा पाएन। उ पचे गुफा अउ चट्टान क खोदंरे मँ छुप जाइ बरे परानेन। उ सबइ चट्टान, कुआँ अउ भुइयाँ क गड़हा मँ छुप गएन। 7 कछू हिब्रू यरदन नदी पार कइके गाद अउ गिलाद प्रदेस मँ पराइ गएन। साऊल गिलगाल मँ रहा। ओकरी फउज क सबइ फउजी सिपाहियन डर स थरथरात रहेन।
8 समूएल कहेस कि उ साऊल स गिलगाल मँ मिली। साऊल हुवाँ सात दिनाँ तलक ओकर प्रतीच्छा किहस। मुला समूएल तब भी गिलगाल नाहीं पहोंचा। सिपाहियन साऊल क तजि देइ लागेन। 9 ऍह बरे साऊल कहेस, “मोरे बरे होमबलि अउ मेलबलि लइ आवा।” तब साऊल होमबलि चढ़ाएस। 10 जइसन साऊल बलि-भेंट चढ़ाउब खतम किहेस, समूएल आइ गवा। साऊल ओसे भेंटइ गवा।
11 समूएल पूछेस, “इ तू का कइ दिहे अहा?”
साऊल जवाब दिहेस, “मइँ सिपाहिन क आपन क तजत लखा अउर तू तब तलक हियाँ नाहीं रह्या, अउर पलिस्ती मिकमास मँ ऍकट्ठा होत रहेन। 12 मइँ आपन मने मँ सोचेउँ, ‘पलिस्ती हियाँ गिलगाल मँ आइके मोह प हमला करिहीं। अउर मइँ अबहुँ तलक यहोवा स मदद करइ बरे बिनती नाहीं किहेउँ ह। ऍह बरे मइँ आपन क दबाइ दिहेउँ अउ होमबलि चढ़ाएउँ।’”
13 समूएल कहेस, “तू मूरख क काम किहे ह। तू आपन परमेस्सर यहोवा क हुकुम क नाहीं मान्या। जदि तू परमेस्सर क हुकुम क माने होत्या तउ परमेस्सर तोहरे परिवार क सदा इस्राएल प राज करइ देत। 14 मुला अब तोहार पहँटा लगातार नाही रहीं। यहोवा अइसे मनई क खोज मँ रहेन जउन ओकरे हुकुम क मानइ चाहत होइ। उ उ मनई क पाइ लिहेस ह अउर उ ओका आपन मनइयन क नवा प्रमुख चुनिहीं। तू सबइ यहोवा क हुकुम क मान्या नाहीं। ऍह बरे यहोवा नवा प्रमुख चुनिहीं।” 15 तब समूएल उठा अउर उ गिलगाल क तजि दिहेस।
मिकमास क जुद्ध
साऊल अउ ओकर बची भइ फउज गिलगाल क तजि दिहेस। उ पचे बिन्यामीन मँ गिबा क गएन। साऊल उ मनइयन क गनेस जउन ओकरे संग रहेन। हुवाँ करीब छ: सौ मनसेधू रहेन।
बिया बोवइ क दिस्टान्त
(मत्ती 13:1-9; लूका 8:4-8)
4 फिन ईसू झील क तीरे उपदेस देइ लाग। ओकरे चारिहुँ ओर भारी भीर जमा होइ गइ। ऍसे उ झील मँ डारी भई नाउ प जाइके बइठा। सभई लोग झील क तीरे धरती प ठाड़ रहेन। 2 उ ओनका ढेर कइ बतिया दिस्तान्त क संग सिकाएस। आपन उपदेस मँ कहेस,
3 “सुन ल्या! एक ठु किसान आपन बिया बोवइ गवा। 4 जब उ बिया बोवत रहा कछू बिया राह क किनारे गिर गवा। चिरियन आइन अउर चुन लिहन। 5 कछू बिया पथरही भुमियाँ प गिरा, जहँ थोड़ माटी रही। हाली स अँखुवाइ गवा काहेकि माटी गहरी नाहीं रही। 6 जब सूरज निकरा, उ सबइ पउधन झुराइ गएन। जर न पकड़ि पवावइ क कारण कुम्हिलाइ गएन। 7 अउर कछू बिआ काँटन मँ जाइ गिरेन। कँटही झाड़ी बाढ़ी अउर ओनका दहबोच लिहन। ऍहमाँ दाना नाहीं पइदा भवा। 8 कछू बिया बढ़िया खेतन मँ बिखराइ गएन। इ बढ़िया खेतनमाँ जामेन, बाढ़ेन अउर दाना पइदा करेन। इ बिया तीस गुना, साठ गुना अउर हिआँ तलक कि सउ गुना फसल भइ।”
9 तबइ उ कहेस, “तोहरे पास जेकरे कान होइ तउ उ सुन लेइ।”
ईसू कहत ह उ काहे दिस्टान्त बइपरत ह
(मत्ती 13:10-17; लूका 8:9-10)
10 फिन जब अकेल्ला रहा, तउ बारहु प्रेरितन अउर दूसर मनइयन ओकरे चारिहुँ कइँती रहेन, उ सबइ ओसे दिस्टान्त क बारे मँ पूछेन।
11 ईसू ओनसे कहेस, “तू सबन्क परमेस्सर क राज्य भेद बताइ दीन्ह। मुला ओनके बरे जउन बाहेर क अहइँ सब बातन दिस्टान्त दीन्ह गइ अहइँ। 12 एह बरे,
‘उ सब देखइँ अउर देखॅतई रहा मुला कछू सुझइ नाहीं,
सुनि लेइँ अउर सुनतइ रहइँ, मुला कछू बूझाइ नाहीं।
नाहीं तउ, उ सब घूमि जाइँ
अउर छमा कइ दीन्ह जाइ।’” (A)
बिया बोवइ क दिस्टान्त क समझाउब
(मत्ती 13:18-23; लूका 8:11-15)
13 उ ओनसे कहेस, “का तू इ दिस्टान्त क समझ पउत्या नाहीं तउ अउ कउनो दिस्टान्त क कइसे समझ पउब्या? 14 बिया क बोवइया जउन बोवत ह, उ परमेस्सर क उपदेस अहइ। 15 कछू जने राहे क उ सब बिया क तरह अहइँ, जहाँ उपदेस बोइ गवा रहा। जब उ सुनत हीं, सइतान तुरंत ही आवत ह उ उपदेस क लइ जात ह, जउन बिया बोवा रहा।
16 “कछू जने उ बिया क तरह अहइँ जउन पथरही धरती मँ बोएन। बिया जब उ उपदेस सुनत हीं, उ पचे फउरन उपदेस खुसी स अपनाइ लेत हीं। 17 लेकिन उ सब आपन मँ जर नाहीं धरतेन उ सब तनिक समइया मँ रह पावत हीं। पाछे जब उपदेस क कारण बिपत आवत ह अउर खूबइ सतावा जात हीं उ पचे फउरन बिसवास खोइ देत हीं।
18 “अउर दूसर मिला कँटही झाड़ी मँ बिया क बोवइ क तरह अहइँ। ई मनइयन उपदेस क सुनत हीं। 19 मुला जिन्नगी क चिन्ता धन, लालच अउर दूसर चीजन्क इच्छा ओनके मनवा मँ आवत ही उपदेस क दबोच लेत हीं। फिन ओन प फर लागत नाहीं।
20 “दूसर उ बिया क तरह अहइँ जउन बढ़िया भुइँया प बोइ ग अहइँ। ई पचे उ अहीं जउन बचन सुनत ही अउर अंगीकार करत हीं। ओन प फर लागत ह-कहुँ तीस कहुँ साठ अउर कहुँ सउ गुना या जिआदा।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.