Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
9 पौलुस ह रतिहा एक दरसन देखिस कि मकिदुनिया के एक मनखे ह ठाढ़ होके ओकर ले ए बिनती करत हवय, “मकिदुनिया म आके हमर मदद कर।” 10 पौलुस के दरसन देखे के बाद, हमन तुरते मकिदुनिया जाय बर तियार हो गेन, ए समझके कि परमेसर ह हमन ला उहां के मनखेमन ला सुघर संदेस सुनाय बर बलावत हवय।
लुदिया ह यीसू ऊपर बिसवास करथे
11 त्रोआस ले पानी जहाज म चघके हमन सीधा सुमात्रा दीप पहुंचेन अऊ उहां ले दूसर दिन नियापुलिस सहर म आयेंन। 12 उहां ले हमन फिलिप्पी हबरेन, जऊन ह एक रोमन बस्ती ए अऊ मकिदुनिया प्रदेस के एक खास सहर ए अऊ हमन उहां कुछू दिन रहेंन।
13 बिसराम के दिन, हमन सहर के दुवारी के बाहिर नदिया करा गेन। हमन ए सोचत रहेंन कि उहां पराथना करे के ठऊर होही। उहां कुछू माईलोगनमन जुरे रिहिन। हमन बईठके ओमन के संग गोठियाय लगेन। 14 हमर बात ला सुनइयामन म लुदिया नांव के थुआतीरा सहर के बैंजनी कपड़ा बेचइया एक माईलोगन रिहिस, जऊन ह परमेसर के भक्त रिहिस। ओह हमर बात ला सुनत रहय। परभू ह ओकर हिरदय ला खोलिस कि ओह पौलुस के संदेस म धियान लगावय। 15 जब ओह अऊ ओकर घर के मन बतिसमा लीन, त ओह हमन ला नेवता देके कहिस, “यदि तुमन मोला परभू के बिसवासिनी समझत हव, त आवव अऊ मोर घर म रहव।” अऊ ओह हमन ला राजी करके ले गीस।
10 ओ स्वरगदूत ह आतमा के सामरथ ले मोला एक बड़े अऊ ऊंच पहाड़ ऊपर ले गीस, अऊ ओ पबितर सहर – यरूसलेम ला देखाईस, जऊन ह स्वरग ले परमेसर के इहां ले उतरत रहय।
22 मेंह सहर म कोनो मंदिर नइं देखेंव, काबरकि सर्वसक्तिमान परभू परमेसर अऊ मेढ़ा-पीला एकर मंदिर अंय। 23 अऊ सहर ला सूरज या चंदा के अंजोर के जरूरत नइं रिहिस, काबरकि परमेसर के महिमा ओला अंजोर देवत रिहिस अऊ मेढ़ा-पीला ओकर दीया रिहिस। 24 संसार के मनखेमन ओकर अंजोर म रेंगही अऊ संसार के राजामन ओम अपन सोभा लानहीं। 25 ओ सहर के कपाटमन कभू बंद नइं होही, अऊ उहां कभू रात नइं होही। 26 जम्मो देस के महिमा अऊ आदर ओम लाने जाही। 27 कोनो असुध चीज कभू ओ सहर म घुसरे नइं पाही अऊ न ही ओ मनखे, जऊन ह लज्जा के काम करथे या धोखा देवइया काम करथे; पर सिरिप ओमन घुसरे पाहीं, जेमन के नांव मेढ़ा-पीला के जिनगी के किताब म लिखाय हवय।
जिनगी देवइया पानी के नदिया
22 तब स्वरगदूत ह मोला जिनगी देवइया पानी के नदिया ला देखाईस, जेकर पानी ह इसफटिक के सहीं साफ रिहिस। ओ नदिया ह परमेसर अऊ मेढ़ा-पीला के सिंघासन ले सहर के गली के बीचों-बीच बोहावत रिहिस। 2 नदिया के दूनों तीर म जिनगी के रूख रिहिस, जऊन म एक साल म बारह किसम के फर धरय – याने कि हर एक महिना ओम फर धरय अऊ ओ रूख के पान ले देस-देस के मनखेमन के बेमारी के इलाज होवत रिहिस। 3 उहां कोनो किसम के सराप नइं होही। ओ सहर म परमेसर अऊ मेढ़ा-पीला के सिंघासन होही, अऊ ओकर सेवकमन ओकर अराधना करहीं। 4 ओमन ओकर चेहरा ला देखहीं अऊ ओकर नांव ह ओमन के माथा म लिखाय होही। 5 उहां कभू रात नइं होही। ओमन ला दीया या सूरज के अंजोर के जरूरत नइं पड़ही, काबरकि परभू परमेसर ह ओमन के अंजोर होही, अऊ ओमन सदाकाल तक राज करहीं।
23 यीसू ह ओला जबाब दीस, “यदि कोनो मनखे ह मोर ले मया करथे, त ओह मोर बचन ला मानही। अऊ मोर ददा ह ओकर ले मया करही, अऊ हमन ओकर करा आबो अऊ ओकर संग रहिबो। 24 जऊन ह मोला मया नइं करय, ओह मोर बचन ला नइं मानय। ए बचन जऊन ला तुमन सुनत हव, एमन मोर नो हंय; एमन ददा के अंय, जऊन ह मोला पठोय हवय।
25 तुम्हर संग रहत मेंह तुमन ला ए बात कहे हवंव। 26 पर मददगार याने पबितर आतमा जऊन ला ददा ह मोर नांव म पठोही, ओह तुमन ला जम्मो बात सिखाही अऊ ओ हर एक बात तुमन ला सुरता कराही, जऊन ला मेंह तुमन ला कहे हवंव। 27 मेंह अपन सांति तुम्हर संग छोंड़त हवंव; अपन सांति मेंह तुमन ला देवत हंव। मेंह तुमन ला वइसने नइं देवंव जइसने संसार ह देथे। तुम्हर हिरदय बियाकुल झन होवय अऊ झन डरव।
28 तुमन मोला ए कहत सुने हवव, ‘मेंह जावत हंव अऊ मेंह तुम्हर करा फेर आहूं।’ यदि तुमन मोर ले मया करतेव, त तुमन खुस होतेव कि मेंह ददा करा जावत हंव, काबरकि ददा ह मोर ले महान ए। 29 ए बात होय के पहिली मेंह तुमन ला बता दे हवंव, ताकि जब ए बात होवय, त तुमन बिसवास करव।
यीसू ह पानी के कुन्ड करा एक रोगी ला बने करथे
5 एकर बाद, यहूदीमन के एक भोज होईस, जेकर कारन यीसू ह यरूसलेम गीस। 2 यरूसलेम म भेड़ फेरका के लकठा म एक ठन पानी के कुन्ड हवय, जऊन ला इबरानी भासा म बेतहसदा कहिथें। ओकर चारों कोति पांच ठन खुला परछी हवय[a]। 3 ओम कतको बेमार, अंधरा, खोरवा अऊ लूलवा मनखे मन (पानी के हाले के आसा म) पड़े रहंय। 4 एक ठहराय समय म परभू के स्वरगदूत ह खाल्हे उतरय अऊ पानी ला हलाय करय। पानी के हालते ही जऊन बेमरहा ह सबले पहिली ओ कुन्ड म उतरे, ओह चंगा हो जावय, चाहे ओकर कोनो भी बेमारी होवय। 5 उहां एक मनखे रहय, जऊन ह अड़तीस साल ले बेमारी म पड़े रहय। 6 जब यीसू ह ओला उहां पड़े देखिस अऊ ए जानिस कि ओह बहुंत दिन ले ए दसा म हवय, त यीसू ह ओकर ले पुछिस, “का तेंह बने होय बर चाहथस?”
7 ओ बेमरहा मनखे ह यीसू ला कहिस, “हे परभू! मोर करा इहां कोनो नइं ए कि जब पानी ह हलाय जाथे, त मोला कुन्ड म उतारे, अऊ जब मेंह उतरे के कोसिस करथंव, त कोनो आने मोर ले आघू कुन्ड म उतर जाथे।”
8 तब यीसू ह ओला कहिस, “उठ! अपन खटिया ला उठा अऊ रेंग।” 9 तुरते ओ मनखे ह बने हो गीस; ओह अपन खटिया ला उठाईस अऊ चले-फिरे लगिस। जऊन दिन ए काम होईस, ओह यहूदीमन के बिसराम दिन रिहिस।
Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.