Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Saral Hindi Bible (SHB)
Version
Error: 'भजन संहिता 45:10-17' not found for the version: Saral Hindi Bible
Error: 'उत्पत्ति 27:1-17' not found for the version: Saral Hindi Bible
रोमियों 7:7-20

व्यवस्था का उद्देश्य

तब क्या इससे यह सिद्ध होता है कि व्यवस्था दोषी है? नहीं! बिलकुल नहीं! इसके विपरीत, व्यवस्था के बिना मेरे लिए पाप को पहचानना ही असम्भव होता. मुझे लोभ के विषय में ज्ञान ही न होता यदि व्यवस्था यह आज्ञा न देता: लोभ मत करो. पाप ने ही आज्ञा के माध्यम से अच्छा अवसर मिलने पर मुझमें हर एक प्रकार का लालच उत्पन्न कर दिया. यही कारण है कि व्यवस्था के बिना पाप मृत है. एक समय था जब मैं व्यवस्था से स्वतंत्र अवस्था में जीवित था किन्तु जब आज्ञा का आगमन हुआ, पाप जीवित हुआ 10 और मेरी मृत्यु हो गई, और वह आज्ञा जिससे मुझे जीवित होना था, मेरी मृत्यु का कारण बनी 11 क्योंकि पाप ने, आज्ञा में के अवसर का लाभ उठाते हुए मुझे भटका दिया और इसी के माध्यम से मेरी हत्या भी कर दी. 12 इसलिए व्यवस्था पवित्र है और आज्ञा पवित्र, धर्मी और भली है.

13 तब, क्या वह, जो भला है, मेरे लिए मृत्यु का कारण हो गया? नहीं! बिलकुल नहीं! भलाई के द्वारा पाप ने मुझमें मृत्यु उत्पन्न कर दी कि पाप को पाप ही के रूप में प्रदर्शित किया जाए तथा आज्ञा के द्वारा यह बहुत ही पापमय हो जाए.

दो स्वभावों में द्वन्द्व

14 यह तो हमें मालूम ही है कि व्यवस्था आत्मिक है किन्तु मैं हूँ शारीरिक—पाप के दासत्व में पूरी तरह बिका हुआ! 15 यह इसलिए कि यह मेरी समझ से हमेशा से परे है कि मैं क्या करता हूँ—मैं वह नहीं करता, जो मैं करना चाहता हूँ परन्तु मैं वही करता हूँ, जिससे मुझे घृणा है. 16 इसलिए यदि मैं वही सब करता हूँ, जो मुझे अप्रिय है तो सच यह है कि मैं व्यवस्था से सहमत हूँ और स्वीकार करता हूँ कि यह सही है. 17 इसलिए अब ये काम मैं नहीं, मुझमें बसा हुआ पाप करता है. 18 यह तो मुझे मालूम है कि मुझ में अर्थात् मेरे शरीर में अंदर छिपा हुआ ऐसा कुछ भी नहीं, जो उत्तम हो. अभिलाषा तो मुझ में है किन्तु उसका करना मुझसे हो नहीं पाता. 19 वह हित, जिसकी मुझ में अभिलाषा है, मुझसे करते नहीं बनता परन्तु हो वह जाता है, जिसे मैं करना नहीं चाहता. 20 तब यदि मैं वह करता हूँ, जो मैं करना नहीं चाहता, तब वह मैं नहीं, परन्तु मुझमें बसा हुआ पाप ही है, जो यह सब करता है.

Saral Hindi Bible (SHB)

New Testament, Saral Hindi Bible (नए करार, सरल हिन्दी बाइबल) Copyright © 1978, 2009, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.