Old/New Testament
इस्राएल, परमेस्सर क खास लोग
7 “यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क उ देस मँ लइ जाब, जेका कब्जा करइ बरे तू पचे ओहमाँ जात अहा। परमेस्सर तोहरे बरे हित्ती, गिर्गासी, एमोरी, कनानी, परिज्जी, हिब्बी अउ यबूसी क बाहरे हाँकि देइ। उ सात रास्ट्र तोहसे जियाद बरियार अउ जियादा तादद मँ अहइ। 2 यहोवा तोहार परमेस्सर इ रास्ट्रन क तू पचन्क अधीन करी अउर तू पचे ओनका हरउब्या। तू पचन्क ओनका पूरी तरह नस्ट कइ देइ चाही। ओनके संग कउनो सन्धि जिन करा। ओन पइ दाया जिन करा। 3 ओन लोगन मँ स कउनो क संग बियाह जिन करा, अउर उ रास्ट्रन क कउनो मनई क संग आपन पूत अउ बिटियन क बियाह न करा। 4 काहेकि उ पचे तोहारे गदेलन क परमेस्सर क दूर लइ जइहीं। एह बरे तोहरे गदेलन दूसर देवतन क सेवा करिहीं। तब यहोवा तोहे सबन पइ कोहाइ जाइ। उ हाली ही तोहार नास कइ देइ।
बनावटी देवतन क नास करइ क हुकुम
5 “तू पचन्क इ सबइ रास्ट्र क संग इ करइ चाही। तू पचन्क ओनकर वेदियन क बरबाद कइ देइ चाही। स्मृति पाथरन क टूकन मँ तोड़ि डावइ चाही। ओनकर असेरा खम्भन क काटि डावा अउ ओनकइ मूरतिन क बार डावा। 6 काहेकि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क अलग कीन्ह भवा मनई अहा। तू पचे यहोवा क आपन सम्पत्ति अहा। संसार क सबहिं मनइयन मँ स यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क विसेख अइसे लोग जउन ओकर आपन अहइँ, चुना। 7 यहोवा तू पचन्स काहे पिरेम करत ह अउ तू पचन्क उ काहे चुनेस? एह बरे नाहीं कि दूसर लोगन क बराबरी मँ तोहार गिनती बहोतइ जियादा अहइ। तू पचे सबहिं लोगन मँ स सबसे कम रह्या। 8 मुला यहोवा तू पचन्क आपन बड़की सक्ती क जरिये मिस्र क बाहेर लिआवा, काहेकि उ तोसे पिरेम करत ह। उ मिस्र क सम्राट फिरौन क गुलामी स तू पचन क तोहरे पुरखन क दीन्ह भए बचन क पूरा करइ बरे, अजाद कराएस।
9 “एह बरे याद राखा कि यहोवा तोहार परमेस्सर ही सिरिफ परमेस्सर अहइ। उ बिसासी परमेस्सर अहइ। उ आपन वाचा क पूरा करत ह। उ ओन सबहिं लोगन स पिरेम करत अउ ओन पइ दाया करत ह जउन ओकरे हुकुमन क मानत हीं। उ हजारन पीढ़ियन तलक पिरेम करत रहत ह। 10 जउन ओहसे घिना करत ह उ खुद ओसे ही सजा पाइहीं। उ ओनका बरबाद कइ देइ। जउन ओसे घिना करत ह उ बिना देरी भए खुद ओसे ही सजा पाइहीं। 11 एह बरे तू पचे इ आदेसन, नेमन अउ हुकुमन क मानइ मँ जरूर होसियार रहा, जेनका मइँ आजु तू पचन्क दइ देत हउँ।
12 “अगर तू पचे मोरे इ सबइ नेमन पइ धियान देब्या अउ ओनका मानइ मँ होसियार रहब्या तउ यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्स पिरेम क वाचा क पूरा करी। उ इ बचन तोहरे पुरखन क दिहे रहा। 13 उ तू पचन्स पिरेम करी अउ तू पचन क आसीर्बाद देइ। तोहरे रास्ट्रे मँ लोग लगातार बढ़त जइहीं। उ तोहे पचन्क गदेलन क आसीर्बाद देइ। उ तोहरे पचन्क खेतन मँ अच्छी फसल क आसीर्बाद देइ। उ तू पचन्क अन्न, दाखरस अउ तेल क आसीर्बाद देइ। उ तोहारी गइयन क बछवन अउ तोहरी भेड़िन क बच्चा पइदा करइ क आसीर्बाद देइ। तू पचे उ सबइ आसीर्बाद उ देसे मँ पउब्या जेका तू पचे देइ क बचन यहोवा तोहरे पुरखन क दिहे रहा।
14 “तू पचे दूसर लोगन्स जियादा आसीर्बाद पउब्या। हर एक पति-पत्नी बच्चे पइदा करइ क काबिल होइहीं। तोहार गोरु बछवा पइदा करइ काबिल होइहीं। 15 अउर यहोवा तू पचन्स सबहिं बेरमियन क दूर करी। यहोवा तू पचन्क उ खउफनाक बेरमियन स बचाइ जउन तू मिस्र मँ जानत रहेन अउ ओन खउफनाक बेरमियन क ओन सबहिं लोगन क देइ जउन तू पचन्स घिना करत हीं। 16 तू पचन्क ओन सबहिं लोगन्क नास जरूर करइ चाही जेनका हरावइ मँ यहोवा तोहार मदद करत ह। ओन पइ दाया न करा। ओनके देवतन क सेवा न करा। उ तोहार बरे फंदा अहइ।
यहोवा आपन लोगन क सहायता क बचन देत ह
17 “आपन मन मँ इ न सोचा, ‘इ सबइ रासट्र हम लोगन्स जियादा बरिआर अहइँ। हम पचे ओनका दबाव डाइके कइसे भगाइ सकित ह?’ 18 तू पचन्क ओनसे डेराइ नाहीं चाही। तू पचन्क सुमिरइ चाही जउन यहोवा तोहार परमेस्सर फिरौन अउर मिस्र क लोगन्क संग किहस। 19 जउन बड़की बिपदन उ दिहस तू पचे ओनका लख्या। तू पचे ओकरे किए भए चमत्कार अउ अचरजन क लख्या। तू पचे यहोवा क बड़की सक्ती अउ मजबूती क, तू पचन्क बाहेर लिआवइ मँ उपयोग करत देख्या। यहोवा, तोहार परमेस्सर उहइ सक्ती क उपयोग ओन लोगन्क खिलाफ करी जेनसे तू पचे डेरात अहा।
20 “यहोवा तोहार परमेस्सर, ओकर खिलाफ बर्रो[a] क भेजब जउन बचा भवा अहइ अउ आपन क तोहस छुपाए अहइ। यहोवा ओन सबहिं मनइयन क नास करी। 21 तू पचे ओनसे जिन डेराअ, काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे संग अहइ। उ महान अउ आस्चर्यजनक परमेस्सर अहइ। 22 यहोवा तोहार परमेस्सर ओन रास्ट्रन क तोहार देस थोड़ा-थोड़ा कइके तज देइ क मजबूर करी। तू पचे ओनका हाली मँ सबहिं क नास नाहीं कइ पउब्या। अगर तू पचे अइसा करब्या तउ जगंली जनावरन क तादाद तोहर बरे बहोत जियादा होइ जाइ। 23 मुला यहोवा तोहार परमेस्सर ओन रास्ट्रन क तू पचन्क दइ देइ। उ ओनका बरबाद होइ तलक बड़ा उलझन मँ डाइ के परेसान करब्या। 24 यहोवा तू पचन्क ओनके राजा लोगन क हरावइ मँ मदद करी। तू पचे ओनका मारि डाउब्या अउर उ बिसारि जाब। कउनो भी तू पचन्क रोक नाहीं सकी। तू पचे ओन सबहिं क बरबाद करब्या।
25 “तू पचन्क ओनके देवतन क मूरतियन क बारि डावइ चाही। तू पचन्क ओन मूरतियन पइ मढ़ा भवा सोना या चाँदी क लेइ क इच्छा नाहीं करइ चाही। तू पचन्क उ सोना क अउ चाँदी क अपने खातिर नाहीं लेइ चाही। इ तोहका फंसा लेइहीं काहेकि उ सबइ मूरती यहोवा तोहार परमेस्सर बरे नफ़रत-अंगेज अहइ। 26 इ सबइ मूरतियन क बर्बाद कीन्ह जाब्या। तू पचन्क ओन प्रकार क मूरतियन क आपन घरे मँ नाहीं लावइ चाही। एह बरे तू पचन्क ओनकर संग बर्बाद नाहीं कीन्ह जाब्या। तू पचन ओका अस्वीकार करइ चाही अउर ओन से घिना करइ चाही।
यहोवा क सुमिरा
8 “तू पचन्क आजु मइँ जउन सबइ कानून क देत ह ओका मानइ मँ होसियार रहइ चाही। काहेकि तब तू पचे जिअत रहब्या। तोहार गनती जियादा स जियादा होत जाइ। तू पचे उ देस मँ जाब्या अउर ओहमाँ रहब्या जेका यहोवा तोहरे पुरखन क देइ क बचन दिहे अहइ। 2 अउर तू पचन्क उ लम्बी जात्रा क याद रखइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर रेगिस्ताने मँ चालीस बरिस तलक कराएस ह। यहोवा तोहार परमेस्सर तोहका परिपूर्ण बनाएस ह। उ तू पचन्क बिनम्र बनवइ चाहत रहा। अउर तोहार परीच्छा लइ चाहत रहा। उ पचे तोहार हिरदय क बारे मँ जानइ क चाहत रहा कि तू पचे ओकरे हुकुमन क पालन करब्या या नाहीं। 3 यहोवा तू पचन्क बिनम्र बनाएस अउ तू पचन्क भूखा रहइ दिहस। तब उ तू पचन्क मन्ना खियाएस जेका तू पचे पहिले स नाहीं जानत रह्या, यहाँ तक कि ओका तोहार पुरखन भी कबहुँ नाहीं लखे रहेन। यहोवा इ काहे किहस? काहेकि उ चाहत रहा कि तू पचे जान ल्या कि मनइयन सिरिफ रोटी प ही जिअत नाहीं रहत ह किन्तु यहोवा क मुहँ स निकरा भवा हर एक बातन पइ टिका रहत ह। 4 इ सबइ पिछले चालीस बरिसन मँ तोहार ओढ़ना नाहीं निकलेन। तोहरे गोड़वन मँ चोट नाहीं लागेन काहेकि यहोवा तोहार रच्छा किहेन। 5 एह बरे तोहका पचन्क जानइ चाही कि यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क सिच्छा देइ अउ सुधारइ बरे उ सब वइसेन ही किहस जइसे कउनो पिता अपने बेटा क सिच्छा बरे करत ह।
6 “तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क आदेसन क मानइ चाही। ओकरे बताए भए राहे पइ जीवन बितावा अउ ओकर मान करा। 7 यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क एक ठु नीक देसे मँ लइ जात अहइ, अइसे देस मँ जेहमाँ नदियन, फव्वारन अउ झरणा घाटियन अउ पहाड़ियन मँ बहत ह। 8 इ अइसा देस अहइ जेहमाँ गोहूँ, जउ, अंगूरे क सबइ बेल, अंजीरे क बृच्छ अउ अनार होत हीं। इ अइसा देस अहइ जेहमाँ जइतून क तेल अउ मधु होत ह। 9 हुआँ तू पचन्क बहोत जियादा भोजन मिली। तू पचन्क हुआँ कउनो चीज क कमी नाहीं होइ। इ अइसा देस अहइ जहाँ लोहा क चट्टान अहइँ। तू पचे पहाड़ियन स ताँबा खन सकत ह। 10 तोहरे पचन्क खाइ बरे खूब जियादा होइ अउर तू पचे संतुट्ठ होब्या। तब तू पचे आपन परमेस्सर क तारीफ करब्या कि उ तू पचन्क अइसा बढ़िया देस दिहस।
यहोवा क कारजन क जिन बिसरा
11 “होसियार रहा, यहोवा आपन परमेस्सर क जिन बिसरा। होसियार रहा कि आज मइँ जउने हुकुमन क, कानूनन अउ नेमन क दइ देत हउँ ओनका माना। 12 तू पचे खाब्या अउ संतट्ठ रहब्या। तू पचे बढ़िया मकान बनउब्या अउर ओनमाँ रहब्या। 13 तोहार लगे गोरुअन अउर भेड़िन क बहोत बड़का झुण्ड होइहीं, तू पचे जियादा स जियादा सोना अउ चाँदी पउब्या। तोहरे लगे बहोत स चिजियन होइहीं। 14 जब अइसा होइ तउ तू पचन्क होसियार रहइ चाही कि तू पचन्क घमण्ड न होइ। तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क नाहीं बिसरइ चाही। उ तू पचन्क मिस्र स बाहर लाएस ह, जहाँ तू पचे गुलाम रह्या। 15 यहोवा तू पचन्क बहोतइ बड़का अउ खउफनाक रेगिस्ताने स लिआवा। हुवाँ जहरिला साँप अउ बीछू उ रेगिस्ताने मँ रहेन। जमीन झुरान रही अउ कतहूँ पानी नाहीं रहा। मुला यहोवा तोहका कठोर चट्टान स पानी बाहेर निकारि के दिहेस। 16 रेगिस्ताने मँ यहोवा तू पचन्क मन्ना खिआएस, अइसी चीज जेका तोहार पुरखन कबहुँ नाहीं जान पाएन। यहोवा तोहार परीच्छा लिहस। काहेकि यहोवा तू पचन्क बिनम्र बनवइ चाहत रहा। उ चाहत रहा कि आखीर मँ तोहार सबन्क भला होइ। 17 आपन मने मँ कबहुँ अइसा जिन सोचा कि, ‘मइँ इ सारी सम्पति आपन सक्ती अउ जोग्गता स पाएउँ ह।’ 18 यहोवा आपन परमेस्सर क सुमिरा। उहइ एक बाटइ जउन तू पचन्क सम्पत्ति प्राप्त करइ क सक्ती देत ह। यहोवा अइसा काहे करत ह? काहेकि उ तोहरे पुरखन क संग कीन्ह गइ वाचा क पूरा करइ क चाहत ह। उ आजु उहइ करत ह जउन उ वाचा किहे रहा।
19 “यहोवा आपन परमेस्सर क जिन बिसरा। कउनो दूसर देवता क पाछा जिन करा। ओकर पूजा या सेवा जिन करा। अगर तू पचे अइसा करब्या तउ मइँ तू पचन्क आज चितउनी देत हउँ कि तू पचे निस्चय ही नस्ट कइ दीन्ह जाब्या। 20 यहोवा तोहरे बरे दूसर रास्ट्रन क नास करत अहइ। तू पचे भी ओनहीं रास्ट्रन क नाई बरबाद होइ जाब्या जेनका यहोवा तोहरे समन्वा नास करत अहइ। इ होइ काहेकि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क आग्या क मान्या नाहीं।
यहोवा इस्राएल क मनइयन क साथ देइ
9 “धियान द्या, इस्राएल क मनइयो! आजु तू पचे यरदन नदी क पार करब्या। तू पचे उ देस मँ अपने स बड़का अउ सक्तीवाला क दबाव डाइके हटावइ बरे जाब्या। ओनकइ सहर बड़वार अउ अकासे क छुअत ऊँची दीवार स किलेबन्द अहइ। 2 उ देस क मनई लम्बा अउ बरिआर अहइँ। उ पचे अनाकी लोग अहइँ। तू सबइ इ सबइ लोगन क बाबत जानत अहा। इ कहत भवा सुनेस, ‘कउनो मनई अनाकी लोगन क मुकाबिला नाहीं कइ सकत ह।’ 3 मुला तू पचे जान सकत ह कि यहोवा तोहार परमेस्सर भसम करइवाली आगी क नाई तोहरे आगे नदी क पार जात अहइ। यहोवा ओन रास्ट्रन क बरबाद कइ देइ। उ ओनका तोहरे समन्वा हराइ देइ। तू सबइ ओनँ क बाहर खदेर देब्या अउ हाली ही ओका बारबाद कइ देब्या जइसन ही यहोवा तोहका कहिहीं।
4 “यहोवा तोहार परमेस्सर जब ओन रास्ट्रन क दबाव डाइके तू पचन्स दूर हटाइ देइ। तउ अपने मने मँ इ न सोच्या कि, ‘यहोवा हम लोगन्क इ देस मँ रहइ बरे, एह बरे लिआएस कि हम लोगन्क रहइ क तरीका ठीक अहइ।’ यहोवा ओन रास्ट्रन क तू लोगन्स दूर दबाव डाइके काहे हटाएस? काहेकि उ पचे दुस्टपूर्ण तरीका स रहत रह्या। 5 तू सबइ ओनकइ देस कब्जा बरे जात अहा, मुला एह बरे नाहीं कि तू पचे नीक अहा अउ उचित तरीका स रहत अहा। यहोवा तोहार परमेस्सर उ रास्ट्रन क ओकर आपन दुस्टता क कारण तोहका हुवाँ जाई स पहिले ओका उ रास्ट्र स खदेर देब अउर तू ओकर देस पइ कब्जा कइ लेब्या काहेकि उ चाहत रहा कि जउन बचन उ तोहरे पुरखन इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क दिहस उ पूरा होइ। 6 यहोवा तोहार परमेस्सर उ बढ़िया देस क तू सबन्क रहइ बरे देत अहइ, मुला तू सबन्क इ जानइ चाही कि अइसा तोहरी जिन्नगी क ठीक तरीका क होइ क कारण नाहीं होत अहइ। सच्चाइ इहइ अहइ कि तू सबइ अड़ियल लोग अहा।
यहोवा क किरोध याद रखा
7 “याद रखा अउ इ जिन बिसरा कि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क रेगिस्ताने मँ कोहाइ दिहा। तू सबइ उहइ दिना स जउने दिन स मिस्र स बाहेर निकइया अउर इ जगह पइ आवइ क दिन तलक यहोवा क हुकुम क मानइ स इन्कार कइ दिह्या ह। 8 तू पचे यहोवा क होरेब पहाड़े पइ भी कोहाइ दिह्या। यहोवा तू पचन्क बरबाद कइ देइ क हद तलक कोहाइ ग रहा। 9 मइँ पाथरे क सिलन क लेइ बरे पहाड़े क ऊपर गएउँ। जउन वाचा यहोवा तोहरे संग किहेस, ओन सिलन पइ तरासा भवा रहेन। मइँ हुआँ पहाड़े पइ चालीस दिन अउ चालीस रात ठहरेउँ। न तउ मइँ रोटी खाएउँ, अउर न ही पानी पिएउँ। 10 तब यहोवा मोका दुई पाथर क सिलन दिहस। यहोवा ओन सिलन पइ खुद आपन अगुंरियन स लिखेस ह, उ हर उ एक बात क लिखेस ह जेनका उ आगी मँ स कहे रहा, जब तू पचे पहाड़ी क चारिहुँ कइँती बटुरा रह्या।
11 “एह बरे, चालीस दिन अउ चालीस रात क आखीर मँ यहोवा मोका वाचा क दुइ ठु पाथर क सिलन दिहस। 12 तब यहोवा मोसे कहेस, ‘उठा अउ जल्दी स हिआँ स खाले जा। जउन मनइयन क तू पचे मिस्र स बाहेर लिआया ह उ मनइयन खुद क पाछे ही बरबाद कइ लिहेस ह। उ पचे ओन बातन स पराइ ग अहइँ, जेनके बरे मइँ हुकुम दिहे अहउँ। उ पचे एक ठु धातू क मूत्तिर् बनाइ लिहे अहइँ।’
13 “यहोवा मोसे इ भी कहेस, ‘मइँ इ लोगन पइ आपन निगाह रखेउँ ह। उ पचे बहोतइ अड़ियल अहइँ। 14 मोका अकेला रहइ द्या। मइँ इ मनइयन क पूरी तरह बरबाद करइ क चाहत अहउँ। ताकि कउनो मनई ओनकइ नाउँ कबहुँ याद नाहीं करी। तब मइँ तू पचन्स रास्ट्र बनाउबउँ जउन ओनके रास्ट्र स बड़का अउ जियादा सक्तीवाला होइ।’
सोने क बछवा
15 “तब मइँ मुड़ेउँ अउ पहाड़े स खाले आएउँ। पहाड़ आगी स बरत रहा। वाचा क दुइनउँ पाथर मोर दुइनउँ हाथे मँ रहीं। 16 जब मइँ नजर डालेउँ, तउ लखेउँ कि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क खिलाफ पाप किहे रहा। तू पचे अपने बरे धातू एक ठु बछवा बनाया ह। यहोवा जउन हुकुम दिहे अहइ ओसे तू पचे दूर पराइ ग अहा। 17 एह बरे मइँ दुइनउँ सिलन क लिहेउँ अउ ओनका नीचे फैंकि दहेउँ। हुआँ तोहरी आँखियन क समन्वा सिलन क टूका होइ गएन। 18 तब मइँ यहोवा क समन्वा निहुरेउँ अउ आपन चेहरा क जमीन पइ कइके चालीस दिन अउ चालीस रात वइसे ही बिताउँ। मइँ न तउ रोटी खाएउँ, अउ न ही पानी पिएउँ। मइँ इ एह बरे किहेउँ, कि तू पचे ऍतना बुरा पाप किह्या ह। तू पचे यहोवा बरे बुरा किहा अउर ओका कोहाइ दिह्या। 19 मइँ यहोवा क खउफनाक किरोध स डेराइ ग रहेउँ। उ तोहरे पचन्क खिलाफ ऍतना कोहाइ ग रहा कि तू पचन्क नास कइ देत। मुला यहोवा मोर बात फुन सुनेस। 20 यहोवा हारून पइ बहोत कोहान रहा। उ काफी किरोधित रहा अउ ओका बरबाद करइ चाहत रहा। एह बरे उ समइ मइँ हारून बरे भी पराथना किहे रहा। 21 मइँ उ पापे स भरा भए तोहार बनवा सोना क बछवा क लिहेउँ अउ ओका आगी मँ बारि दिहेउँ। मइँ ओका नान्ह नान्ह टूकन मँ तोड़ेउँ अउ मइँ बछवा क टूकन क तब तलक कुचर दिहेउँ जब तलक उ सबइ धूरि नाहीं बन गएन अउर तब मइँ उ धूरि क पहाड़े स खाले बहइवाली नदी मँ फेकेउँ।
मूसा परमेसस्र स छिमा माँगत ह
22 “मस्सा, तबेरा अउ किब्रोत-हतावा पइ तू पचे फिन यहोवा क किरोधी कइ दिहा। 23 अउर जब यहोवा तू पचन्स कादेसबर्ने तजइ क कहेस तब तू पचे ओकरी आग्या क नाहीं मान्या। उ कहेस, ‘अगवा बढ़ा अउ उ देस मँ रहा जेका मइँ तोहका पचन्क दिहेउँ ह।’ मुला तू पचे ओह पइ बिस्सास नाहीं किह्या। तू पचे ओकरे आदेस क अनसुनी किह्या। 24 पूरा समइ जबहिं स मइँ तू पचन्क जानत हउँ तू लोगो यहोवा क आग्या क मानइ स इन्कार किहा ह।
25 “एह बरे मइँ चालीस दिन अउ चालीस रात यहोवा क समन्वा निहुरा रहा। काहेकि यहोवा कहेस कि उ तू पचन्क नास करी देब्या। 26 मइँ यहोवा स पराथना किहेउँ। मइँ कहेउँ: ‘यहोवा, मोर सुआमी, आपन लोग, आपन मीरास क बरबाद जिन करा। तू आपन बड़की ताकत अउ सक्ती स ओनका अजाद किहा अउ मिस्र स लिआया। 27 तू आपन सेवकन इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क याद करा। कृपा कइके तू इ लोगन क हठीलापन क भूल जा। 28 अगर तू आपन लोगन क सजा देब्या तउ मिस्री कहि सकत हीं, “यहोवा आपन लोगन क लइ जाइ मँ समर्थ नाहीं रहा, जेहमाँ लइ जाइ क बचन दिहे रहा। उ ओनसे घिना किहेस। एह बरे उ ओनका मारइ बरे रेगिस्तान मँ लइ गवा।” 29 मुला उ सबइ तोहार लोगन अहइँ। यहोवा उ तोहार सम्बंधित अहइँ। तू आपन बड़की ताकत अउ मजबूती स ओनका मिस्र स बाहेर लिआया।’
19 फिन जब सांझ भइ तउ उ सबइ सहर स बाहेर गएन।
विसवास क सक्ति
(मत्ती 21:20-22)
20 दुसरे दिन भिंसारे जबहिं ईसू आपन चेलन क संग जात रहा तबइ उ पचे उ अंजीर क बिरवा क जड़े स झुराइ गवा देखेन। 21 तइसे पतरस याद कइके ईसू स कहेस, “हे गुरु, जउने अंजीर क बिरवा क तू सराप्या ह, उ झुराइ गवा ह।”
22 ईसू ओनका जबाव दिहेस, “परमेस्सर मँ बिसवास राखा। 23 मइँ तोसे सच सच कहत हउँ: जदि कउनो इ पहाड़े स कही ‘तू उठि जा अउर समुद्दर मँ फाट पड़ा।’ अउर ओकरे मनवा मँ रचिकउ संदेह नाहीं रही मुला बिसवास होई कि जइसा उ कहेस ह, वइसा होइ जाइ तउ ओकरे बरे वइसा होई। 24 एह बरे मइँ तोहका बतावत अही कि तू पराथना मँ जउन मंगब्या बिसवास करा उ तोहका मिलि गवा ह अउर उ तोहरा होइ ग अहइ। 25 अउर जब कबहुँ तू पराथना करत खड़ा होइ जा तउ कउनो कि खिलाफ तोहका सिकाइत होई तउ ओका तू छमा कइ द्या जइसे सरगे मँ स्थित तोहार परमपिता तोहरे पापन्क छमा कइ देई।” 26 [a]
यहूदी नेतन क ईसू क अधिकारे प संदेह
(मत्ती 21:23-27; लूका 20:1-8)
27 फिन उ पचे यरूसलेम लउट आएन। ईसू जब मन्दिर मँ टहरत रहा तउ मुख्ययाजकन, धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन ईसू क लगे आएन। 28 उ पचे ईसू स कहेन, “हमका बतावा! तू इ कामन क कउने अधिकार स करत बाट्या? कउन तोहका अधिकार दिहेस ह?”
29 ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे एक सवाल पूछत हउँ। तू मोरे सवाल क जबाव द्या? तउ मइँ तोहका बताउब कि कउने अधिकारे स मइँ इ काम करत हउँ। 30 मोका बतावा: यूहन्ना जउन बपतिस्मा देत रहा, का ओहका सोझे सरगे स या मनई स मिला रहा?”
31 ईसू क सवाले प उ सब बिचारत बिचारत आपुस मँ कहइ लागेन कि, “जदि हम पचे इ कहित ह, ‘ओका इ सरगे स मिला रहा,’ तउ ईसू कही, ‘फिन तू पचे ओह प बिसवास काहे नाहीं करत्या?’ 32 अउर जदि हम पचे इ कही, ‘उ मनई स पाए रहा’ तउ सब मनई हम प रिसियाइ जइहीं।” (ई नेतन लोग मनइयन स डेरात रहेन। सब मनइयन क बिसवास रहा कि यूहन्ना नबी अहइ।)
33 एह बरे यहूदी नेतन ईसू स कहेन, “हम पचे जानित नाहीं।”
ऍह पइ ईसू ओनसे कहेस, “तउ फिन मइँ तोहका नाहीं बतावत अही कि इ काज मइँ कउने अधिकारे स करत हउँ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.