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New Testament in a Year

Read the New Testament from start to finish, from Matthew to Revelation.
Duration: 365 days
Saral Hindi Bible (SHB)
Version
मत्तियाह 3

बपतिस्मा देने वाले योहन का उपदेश

(मारक 1:1-8; लूकॉ 3:1-17)

कालान्तर में यहूदिया प्रदेश के जंगल में बपतिस्मा देने वाला योहन आकर यह प्रचार करने लगे, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग-राज्य पास आ गया है.” यह वही हैं जिनके विषय में भविष्यद्वक्ता यशायाह ने अपने अभिलेख में इस प्रकार संकेत दिया है:

“वह आवाज़, जो जंगल में पुकार-पुकार कर कह रही है,
‘प्रभु का रास्ता समतल-सीधा करो,
    उनका मार्ग सरल बनाओ.’”

बपतिस्मा देने वाले योहन ऊँट के बालों से बने हुए वस्त्र तथा चमड़े का पटुका पहनते थे और उनका भोजन था टिड्डियाँ तथा वनमधु. येरूशालेम नगर, सारे यहूदिया प्रदेश और यरदन नदी के नज़दीकी क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग उनके पास आने लगे. पाप को मानने के बाद योहन उन्हें यरदन नदी में बपतिस्मा दिया करते थे.

जब योहन ने देखा कि अनेक फ़रीसी और सदूकी बपतिस्मा लेने आ रहे हैं, उन्होंने उनकी उल्लाहना करते हुए कहा, “विषैले साँपों की सन्तान! समीप आ रहे क्रोध से भागने की चेतावनी तुम्हें किसने दे दी? अपने स्वभाव द्वारा अपने पश्चाताप की पुष्टि करो. स्वयं को यह कहते हुए धीरज मत दो, ‘हम तो अब्राहाम के वंशज हैं.’ मैं तुम्हें सूचित करना चाहता हूँ कि परमेश्वर अब्राहाम के लिए इन पत्थरों से भी सन्तान उत्पन्न कर सकते हैं. 10 कुल्हाड़ी पहले ही वृक्षों की जड़ पर रखी हुई है. हर एक पेड़, जो उत्तम फल नहीं फलता, काटा जाता और आग में झोंक दिया जाता है.

11 “मैं तो तुम्हें पश्चाताप के लिए पानी से बपतिस्मा दे रहा हूँ किन्तु वह, जो मेरे बाद आ रहे हैं, मुझसे अधिक सामर्थी हैं. मैं तो इस योग्य भी नहीं कि उनकी जूतियाँ उठाऊँ. वह तुम्हें पवित्रात्मा और आग में बपतिस्मा देंगे. 12 सूप उनके हाथ में है. वह अपने खलिहान को अच्छी तरह साफ़ करेंगे, गेहूं को भण्डार में इकट्ठा करेंगे और भूसी को कभी न बुझनेवाली आग में भस्म कर देंगे.”

मसीह येशु का बपतिस्मा

(मारक 1:9-11; लूकॉ 3:21-22)

13 येशु गलील प्रदेश से यरदन नदी पर योहन के पास आए कि उनके द्वारा बपतिस्मा लें 14 किन्तु योहन ने इसका इनकार करते हुए कहा, “आवश्यक तो यह है कि मैं आप से बपतिस्मा लूँ. यहाँ तो आप मुझसे बपतिस्मा लेने आए हैं!”

15 मसीह येशु ने इसके उत्तर में कहा, “इस समय तो यही होने दो. हम दोनों के लिए परमेश्वर द्वारा निर्धारित धार्मिकता इसी रीति से पूरी करना सही है.” इस पर योहन सहमत हो गए.

16 बपतिस्मा के बाद जैसे ही मसीह येशु जल में से बाहर आए, उनके लिए स्वर्ग खोल दिया गया और योहन ने परमेश्वर के आत्मा को कबूतर के समान उतरते हुए तथा येशु पर ठहरते देखा. 17 उसी समय स्वर्ग से यह शब्द सुना गया, “यह मेरा पुत्र है—मेरा परम प्रिय—जिसमें मैं पूरी तरह प्रसन्न हूँ.”

Saral Hindi Bible (SHB)

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