M’Cheyne Bible Reading Plan
सिमसोन अज्जा नगर क जात ह
16 एक दिन सिमसोन अज्जा नगर क गवा। उ हुवाँ एक ठु रण्डी क लखेस। उ ओकरे संग रात बितावइ बरे भीतर गवा। 2 कउनो अज्जा क लोगन स कहेस, “सिमसोन हिआँ आवा ह।” उ पचे ओका जान स मार डावा चाहत रहेन। एह बरे उ पचे नगर क घेर लिहन। उ पचे छुपा रहेन अउर उ पचे नगर दुआर क लगे छुप गएन अउर सारी रात सिमसोन क प्रतीच्छा किहन। उ पचे पूरी रात एकदम चुप रहेन। उ पचे आपुस मँ कहेन, “जब भिंसार होइ, हम लोग सिमसोन क मार डाउब।”
3 किन्तु सिमसोन रण्डी क संग आधी राति तलक ही रहा। सिमसोन आधी राति मँ उठा अउर नगर क फाटक क केंवाड़न क धइ लिहस अउर उ ओनका खींचिके देवार स अलग कइ दिहस। सिमसोन केंवाड़न, दुइ खड़ी चउखटन अउर अबेड़न क जउन केंवाड़ क बन्द करत रहिन, धइके अलग उखाड़ी लिहस। तब सिमसोन ओनका काँधन पइ लिहस अउर उ पहाड़ी क चोटी पइ लइ गवा जउन हेब्रोन नगर क निचके बाटइ।
सिमसोन अउ दलीला
4 एकरे बाद सिमसोन दलीला नाउँ क मेहरारू स पिरेम करइ लाग। उ सोरेक घाटी क रही।
5 पलिस्ती लोगन क सासक दलीला क लगे गएन। उ पचे कहेन, “हम जानइ चाहित ह कि सिमसोन ओतना जियादा ताकतवर कइसे अहइ? ओका फुसलावा अउर आपन गुप्त बात बताइ देइ। तब हम लोग जान जाब कि ओका कइसे बाँधी। अउर ओह पइ कइसे नियंत्रण कइ सकित ह। जदि तू अइसा कर बिउ तउ हम मँ स हर एक तोहका एक हजार एक सौ सेकेल देइ।”
6 एह बरे दलीला सिमसोन स कहेस, “मोका बतावा कि तू एतना जियादा ताकतवर काहे अहा? तू पचन मँ स कउनो कइसे बाँध सकत ह अउर तू पचन क कइसे असहाय कइ सकत ह?”
7 सिमसोन जवाब दिहस, “कउनो मनई मोका सात नवी धनुस क ओन डोरियन स बाँध सकत ह जेका अब तलक उपयोग नाहीं कीन्ह ग अहइ अउर जउन कबहुँ झुरान न होइ। जदि कउनो अइसा करी तउ मइँ दूसर कउनो मनइयन क तरह दुर्बल होइजाब।”
8 तब पलिस्ती क सासक लोग सात ठु नवी धनुस क डोरियन दलीला बरे लाएन। उ सबइ डोरियन अब तलक झुरान नाही रहिन। उ सिमसोन क ओहसे बाँधेस। 9 कछू मनई दूसर कमरन मँ छुपा रहने। दलीला सिमसोन स कहेस, “सिमसोन पलिस्ती क लोग तोहका धरइ आवत अहइँ।” किन्तु सिमसोन धनुस डोरियन क आसानी स तोड़ दिहस। उ सबइ वइसे ही टूट गइन जइसे कउनो धागा आगी क काफी निकट आवइ क पाछे टूट जात ह। इ तरह पलिस्ती लोग सिमसोन क ताकत क राज पता नाहीं लगाइ सकेन।
10 तब दलीला सिमसोन स कहेस, “तू मोका बेवकूफ बनाया ह। तू मोहसे लबार बोल्या ह। मेहरबानी कइके मोका फुर-फुर बतावा कि तोहका कउनो कइसे बाँध सकत ह।”
11 सिमसोन कहेस, “कउनो मनई मोका ओन नवी लसुरियन स बाँध सकत ह जेका पहिले उपयोग नाहीं कीन्ह गवा ह। जादि कउनो अइसा करी तउ मइँ एतना कमजोर हो जाब, जेतना कउनो दूसर मनई होत ह।”
12 एह बरे दलीला कछू नवी लसुरियन लिहस अउर सिमसोन क बाँध दिहस। कछू मनई अगले कमरे मँ छुपा रहेन। तब दलीला ओका आवाज़ दिहेस, “सिमसोन, पलिस्ती लोग तोहका धरइ आवत अहइँ।” किन्तु उ लसुरियन क आसानी स तोड़ि दिहस। उ ओनका धागा क तरह तोड़ डाएस।
13 तब दलीला सिमसोन स कहेस, “तू मोका फुन बेवकूफ बनाया ह! तू मोस्से झूठ बोल्या ह। अब तू मोका बतावा कि तोहका कउनो कइसे बाँध सकत ह।”
उ कहेस, “जदि तू उ करघा क उपयोग करा, अउर मोरे मूँड़े क बारन स सात चूटी बना लेइ अउर एका एक काँटा स कस देइ तउ मइँ एँतना कमजोर होइ जाब, जेतना कउनो दूसर मनई होत ह।”
तब सिमसोन सोबइ चला गवा। एह बरे दलीला करघा क उपयोग ओकरे मूँड़े क बारन क सात चूटी बनावइ बरे किहा।
14 तब दलीला जमीन मँ खेमा क खूँटी गाड़िके, करघा क ओहसे बाँध दिहस। फुन उ सिमसोन क अवाज दिहस, “सिमसोन, पलिस्ती क लोग तोहका धरइ जात अहइँ।” सिमसोन नींद स उठिके तम्बू क खूँटी, करघा अउर ढरकी क उखाड़ दिहस।
15 तब दलीला सिमसोन स कहेस, “तू मोका कइसे कह सकत ह, ‘मइँ तोहसे पिरेम करत हउँ,’ जबकि तू मोह पइ बिस्सास तलक नाहीं करत्या। तू आपन राज बतावइ स इन्कार करत अहा। इ तिसरी दाई तू मोका बेवकूफ बनाया ह। तू आपन भीसण सक्ती क राज मोका नाहीं बताया ह।” 16 उ सिमसोन क दिन पइ दिन हर समइ डाँट-डपट करत रहत रहेन। उ ओका ऍतना परेसान किहेस कि उ ओहस तंग आइ गवा अउर मरि जावा चहेस। 17 एह बरे उ दलीला क सब कछू बताइ दिहस। उ कहेस, “मइँ आपन बार कबहुँ नाहीं कटवाए अहउँ। मइँ जनम क पहिले बिसेस रूप स परमेस्सर क समर्पित रहेउँ। जदि कउनो मोरे बारन क कतर देइ तउ मोरे सकाती चली जाइ। मइँ वइसा ही कमजोर होइ जाब, जेतना कउनो दूसर मनई होत ह।”
18 दलीला लखेस कि सिमसोन आपन हिरदइ क सारी गुप्त बात कहि दिहेस ह। उ पलिस्ती क लोगन क सासकन क लगे दूत पठएस। उ कहेस, “फुन वापस लउटा। सिमसोन मोका सब कछू कहि दिहेस ह।” एह बरे पलिस्ती लोगन क सासक दलीला क लगे लउटेन। उ सबइ उ धन संग लिआएन जउन उ पचे ओका देइ क प्रतिग्या किहे रहेन।
19 दलीला सिमसोन क उ समइ सोइ जाइ दिहस, जब उ ओकरी गोद मँ मूँड़ि धइके ओलरा रहा। तब उ एक मनई क भीतर बोलाएस अउर सिमसोन क बारन क सात लटन क कतरवाइ दिहस। इ तरह उ ओका ताकतरहित बनाई दिहस। सिमसोन क सक्ती ओका तजि दिहस। 20 तब दलीला ओका अवाज दिहस, “सिमसोन पलिस्ती क लोग तोहका धरइ आत अहइँ।” उ जाग पड़ा अउर सोचेस, “मइँ पहिले क तरह पराइ निकरब अउर आपन क अजाद राखब।” किन्तु सिमसोन क इ नाहीं मालूम रहा कि यहोवा ओका तजि दिहस ह।
21 पलिस्ती क लोग सिमसोन क धइ लिहन। उ पचे ओकर अँखिन निकरवाइ लिहन अउर ओका अज्जा नगर क लइ गएन। तब ओका पराइ स धरइ बरे ओकरे पैरन मँ उ पचे बेड़ियन डाइ दिहन। उ पचे ओका जेल मँ धाँध दिहन अउर ओहसे चक्की चलवाएन। 22 किन्तु सिमसोन क बार फुन बढ़ब सुरू किहन।
23 पलिस्ती लोगन क सासक उत्सव मनावइ बरे एक ठउरे पइ बटुरेन। उ पचे आपन देवता दागोन क एक ठु बड़की बलि चढ़ावइ जात रहेन। उ पचे कहेन, “हम लोगन क देवता हमार दुस्मन सिमसोन क हरावइ मँ मदद किहेन ह।” 24 जब पलिस्ती लोग सिमसोन क लखेन तब उ पचे अपने देवता क बड़कई किहन। उ पचे कहेन,
“इ मनई हमरे लोगन क बर्बाद किहस।
इ मनई हमरे अनेक लोगन क मारेस।
किन्तु हमार देवता हमरे दुस्मन क धरवावइ मँ
हमार मदद किहस।”
25 लोग उत्सव मँ खुसी मनावत रहेन। एह बरे उ पचे कहेन, “सिमसोन क बाहेर लिआवा। हम ओकर मजाक उड़ावइ चाहित ह।” एह बरे उ पचे सिमसोन क जेल स बाहेर लइ आएन अउर ओकर मजाक उड़ाएन। उ पचे सिमसोन क दागोन देवता क मन्दिर क खम्भन क बीच मँ खड़ा किहन। 26 एक ठु जवान नउकर सिमसोन क हाथ धरे भए रहा। सिमसोन ओनसे कहेस, “मोका हुवाँ राखा जहाँ मइँ ओन खम्भन क छुइ सकउँ, जउन इ मन्दिर क ऊपर रोके भए राखेस अहइ। मइँ ओनकर सहारा लेइ चाहत हउँ।”
27 मन्दिर मँ मेहररूअन-मनसेधुअन क बड़ा भीड़ रही। पलिस्ती लोगन क सबहिं सासक भी हुआँ रहेन। हुवाँ लगभग 3,000 मेहरारू-मनसेधु मन्दिर क छत पइ रहेन। उ सबइ हँसत रहेन अउर सिमसोन क मजाक उड़ावत रहेन। 28 तब सिमसोन यहोवा स पराथना किहेस। उ कहेस, “सर्वसक्तिमान यहोवा, मोका याद रखा। परमेस्सर मोका कृपा कइके सिरिफ एक दाई अउर सक्ति द्या। मोका सिरिफ इ काम करइ द्या कि पलिस्तीयन स आपन आँखिन निकारइ क बदला चुकाइ सकउँ।” 29 तब सिमसोन मन्दिर क केन्द्र क दुइनउँ खम्भन क धरेस। इ दुइनउँ खम्भा पूरे मन्दिर क टेकाए भए रहेन। उ दुइनउँ खम्भन क बीच मँ अपने क जमाएस। एक ठु खम्भा ओकर दाहिन कइँती अउ दूसर ओकर बाईर् कइँती रहा। 30 सिमसोन कहेस, “एन पलिस्तीयन स संग मोका मरइ द्या।” तब उ आपन पूरी सक्ती स खम्भन क ठेलेस अउर मन्दिर सासकन पइ अउ दुसर लोगन जउन हुआँ जमा भवा रहेन पइ भहराइ पड़ा। इ तरह सिमसोन आपन जिन्नगी भर क समइ मँ जेतने पलिस्ती लोगन क मारेस, ओहसे कहूँ जियादा लोगन क तब मारेस जब उ मरा।
31 सिमसोन क भाइयन अउर ओकरे बाप क परिवार हुआँ गएन अउर ओकरे ल्हास क लेइ गएन। उ पचे ओका वापिस लिआएन अउर ओका ओकर बाप मानोह क कब्र मँ दफनाएस। इ कब्र सोरा अउर एस्ताओल नगरन क बीच अहइ। सिमसोन इस्राएल क लोगन क निआवाधीस बीस बरिस तलक रहा।
पौलुस क मैसीडोनिया अउर यूनान जाब
20 फिन जब हुल्लड क सांत होइ गवा, एकरे पाछे पौलुस ईसू क चेलन क बोलाएस अउर ओनकइ हिम्मत बढ़ाइ दिहे क पाछे ओनसे बिदा लिहेस अउर मैसीडोनिया क चला गवा। 2 उ पहँटा स होइके उ जात्रा किहेस अउर हुवाँ क मनइयन क उछाह क बचन बोलेस। फिन उ यूनान आइ गवा।
3 उ हुवाँ तीन महीना रूका अउर काहेकि यहूदी लोग ओकरे खिलाफ एक षडयन्त्र रचे रहेन जब उ पानी क मारग स सीरिया क जाइवाला रहा कि उ निस्चय किहेस कि उ मैसीहोनिया क लौटि जाइ। 4 बिरीया क पुर्रूस क बेटवा, थिस्सलूनीकिया क बसइया लोग अरिस्तर्खुस अउर सिकुन्दुस, दिरबे क निवासि गयूस अउर तिमुथियुस अउर एसिया क पहँटा क तुखिकुस अउर त्रुफिमुस ओकर साथ रहेन। 5 इ पचे पहिले चला गवा रहेन अउर त्रोआस मँ हमका जोहत रहेन। 6 बे खमीर क रोटी क दिनन क पाछे हम पचे फिलिप्पी स ऩाउ स चेलन अउर पाँच दिना क पाछे त्रोआस मँ ओनसे जाइ भेंटन। हुवाँ हम सात दिना तक ठहरेन।
त्रोआस क पौलुस क आखिरी जात्रा
7 हपता क पहिले दिना जब हम पचे रोटी क तोड़इ बरे आपुस मँ बटुरेन तउ पौलुस ओनसइ बतियाइ लाग। ओका भियान ही चला जाइ क रहा तउ उ आधी राति तलक बातचीत करत रहा। 8 सीढ़ी क ऊपर क खोली मँ जहाँ हम पचे बटुरा रहेन, हुवाँ ढेर क दिया धरा रहेन। 9 हुवँइ यूतुखुस नाउँ क एक नौजवान खिड़की प बइठा रहा। ओका गहिर नींद चाँपे रही। काहेकि पौलुस ढेर बेला स बोलतइ चला जात रहा तउ ओका गहिर नींद आइ गइ। ऍहसे उ तीसरी मंजिल स तरखाले भहराइ पड़ा अउर जब ओका उठावा गवा तउ उ गुजर चुका रहा।
10 पौलूस तरखाले उतरा अउर ओह पइ निहुरा। ओका आपन कोरा मँ लइके उ कहेस, “जिन घबराअ काहेकि ओकर प्राण उहइ मँ बा।” 11 फिन उ ऊपर चला गवा अउर उ रोटी क तोरिके बाँटेस अउर खाएस। उ ओनकइ ढेर देर तलक, भिन्सारे ताई बतियात रहा। फिन उ ओनसे बिदा लिहेस। 12 उ जिअत मनई क उ पचे घरे लइ आएन। ऍहसे ओनका बहोत चइन मिला।
त्रोस स मिलेतुस क जात्रा
13 हम जहाजे प पहिले पहोंचेन अउर अस्सुस कइँती चल दिहेन। हुवाँ पौलुस क हम पचेन क जहाज बइठावइ क रहा। उ अइसी ही योजना बनए रहा। उ खुन पैदर आवइ चाहत रहा। 14 उ जब अस्सुस मँ हम पचन स भेंटा तउ हम पचा ओका जहाजे प बइठावा अउर हम सबइ मितुलेने कइँती चल पड़ेन। 15 दूसर दिन हम हुवाँ स चलिके खियूस क समन्वा जाइ पहोंचेन। अउर दूसर दिन ओह पार सामोस आइ गएऩ। फिन ओकरे एक दिन पाछे हम मिलेतुस आइ पहोंचेन। 16 काहेकि पौलुस जहाँ तलक होइ सका पिन्तेकुस्त क दिन तलक यरूसलेम पहुँच जाइ क हाली करत रहा, तउ उ ठान लिहेस कि उ इफिसुस मँ बे रुके भए अगवा चला जाइ जेहॅसे ओका एसिया मँ समइ जिआदा न बितावइ पड़इ।
पौलुस क इफिसुस क पूर्वजन स बात-चीत
17 उ मिलेतुस स इफिसुस क बुजुर्ग अउर कलीसिया क संदेसा पठइके आपन लगे बोलाएस।
18 ओनकइ आए प पौलुस ओनसे कहेस, “इ तू सबइ जानत ह कि एसिया पहुँचइ क बाद पहिले दिन स ही हर समइ मइँ तोहरे संग कइसे रहत हउँ। 19 अउर बड़ा दीन होइके आँसू टपकाइ टपकाइके यहूदी लोगन्क कुचाल क कारण मोह प कइउ परीच्छा मँ भी मइँ दीनता पूर्वक पर्भू क सेवा करत रहेउँ। 20 तू पचे जानत बाट्या कि मइँ तोहका तोहरे भलाई क कउनो बाते स बतावइ मँ कबहुँ हिचकिचाएउँ नाहीं। अउर मैं तोहका ओन बातन क सबहिं मनइयन क बीच अउर घरे घरे जाइके उपदेस देइ मँ कबहुँ नाहीं झिझक्यों। 21 यहूदियन अउर यूनानियन क मइँ बराबर क भाव स मनफिराव बरे, परमेस्सर कइँती मोड़इ बरे मँ कहत रहेउँ ह अउर हमार पर्भू ईसू मँ बिसवास बरे ओनका चिताउनी दिहेउँ ह।
22 “अउर अब पवित्तर आतिमा क अधीन मँ मइँ यरूसलेम जात अहउँ मइँ नाहीं जानत हउँ हुआँ मोरे संग का कछू घटी। 23 मइँ तउ सिरिफ ऍतना जानत हउँ कि हर सहर मँ पवित्तर आतिमा इ कहत भइ मोका चउकन्ना करत रहत ही कि जेल अउर घोर संकट मोका जोहात बाटेन। 24 मुला मोरे बरे प्राण क कउनो कीमत नाहीं बा। मइँ तउ बस उ दौड़ धूप अउर उ सेवा क पूरा करइ चाहत हउँ जेका मइँ पर्भू ईसू स ग्रहण करेउँ ह, परमेस्सर क अनुग्रह क सुसमाचार क साच्छी देब।
25 “अउर अब मइँ जानत हउँ कि तोहमाँ स कउनो भी, जेनकइ मँ मइँ परमेस्सर क राज्य क प्रचार करत घूमेउँ ह, मोर मुँह अगवा कबहुँ न लखि पाइ। 26 यह बरे आजु मइँ तोहरे समन्वा गोहराइ के कहत हउँ कि तू सबन मँ स कउनो मँ स कोइ खोवाय जाइ त ओकर दोखी मइँ नाहीं अहउँ। 27 काहेकि मइँ परमेस्सर क पूरी इच्छा क तोहका बतावइ क मँ मइ कबहुँ हिचकिचाएउँ नाहीं। 28 आपन अउर आपन जात बिरादरी क देख भाल करत रहा। पवित्तर आतिमा ओहमाँ स तोहका ओन प चउकसी करइ बरे बनएस ह जेहसे तू परमेस्सर क कलीसिया क धियान राखा जेहसे उ आपन रकत क बदले बेसहे रहा। 29 मइँ जानत हउँ कि मोरे बिदा होइ जाए क पाछे सिकारी बिगवा तोहरे बीच अइही अउर उ पचे इ भोला भाला झुंड क न छोरिहीं। 30 हिआँ तलक कि तोहरे आपन बीच मँ स ही अइसेन मनई भी उठि जइहीं, जउन चेलन क पाछे लगाइ लेइ बरे बात क घुमाइ फिराइ क कइहीं। 31 यह बरे होसियार रह्या। याद राखा कि मइँ तिन बरिस तलक एक एक क दिन रात रोइ रोइ क चिताउनी देब नाहीं तज्यों रहे।
32 “अब मइँ तोहका परमेस्सर अउर ओकर सुसमाचार क अनुग्रह क हाथे अर्पण करत हउँ। उहइ तोहका बनइ सकत ह् अउर ओन मनइयन क संग जेनका पवित्तर कीन्ह गवा अहइ, तोहका बारिस बनइ सकत ह। 33 मइँ कबहुँ कउनो क सोना-चाँदी या ओढ़ना क नाहीं ललचाएउँ ह। 34 तू सबइ ही जानत ह मोर इ हथवन ही मोर अउर मोरे संगिन की जरूरत क पूरा किहेस ह। 35 मइँ आपन हर करम स तोहका इ देखॉवा ह कि कर्री मेहनत करत भए हमका निर्बल क मदद कउने तरह करइ चाही अउर हमका पर्भू ईसू क बचन याद रखइ चाही जेहसे उ खुद कहे रहा, ‘लेइ स देइ मँ जिआदा सुख बा।’”
36 इ कहि चुके क पाछे ओन सबन क संग उ घुटना क बल निहुरा अउर उ पराथना किहेस। 37 हर कउनो भोंकारा मारिके रोवत रहा। मिलना मिलत भए उ पचे ओका चूमत रहेन। 38 उ जउन इ कहे रहा कि पचे ओकर मुँहना फिन कबहुँ न लखिहीं, ऍहसे मनई जिआदा दुःखी रहेन। फिन उ पचे ओकर रच्छा करत भए जहाजे तलक पहोंचाइ दिहेन।
बाबुल मँ यहूदी बन्दियन बरे एक पत्र
29 यिर्मयाह बाबुल मँ बन्दी यहूदियन क एक पत्र पठएस। उ एका अग्रजन, याजकन, नबियन अउर बाबुल मँ रहइवाले सबहिं बन्दी यहूदियन क पठएस। इ सबइ उ पचे लोग रहेन जेनका नबूकदनेस्सर यरूसलेम मँ पकड़े रहा अउर बाबुल लइ गवा। 2 (इ पत्र राजा यकोन्याह, राजमाता, अधिकारी, यहूदा अउर यरूसलेम क प्रमुख, बढ़ई अउर ठठेरन क यरूसलेम स लइ जावा जाइ क पाछे पठवा गवा रहा।) 3 सिदकिय्याह एलासा अउर गमर्याह क राजा नबूकदनेस्सर क लगे पठएस। सिदकिय्याह यहूदा क राजा रहा। एलासा सापान क पूत रहा अउर गमर्याह हिल्किय्याह क पूत रहा। यिर्मयाह उ पत्र क ओन लोगन क बाबुल लइ जाइ बरे दिहस। पत्र मँ जउन लिखा रहा उ इ अहइ:
4 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा इ सबइ बातन ओन सबहिं लोगन स कहत ह जेनका बन्दी क रूप मँ उ यरूसलेम स बाबुल पठए रहा: 5 “घर बनावा अउर ओहमाँ रहा। उस देस मँ बस जा। पौधन लगावा अउर आपन आइ भइ फसल स भोजन पावा। 6 बियाह करा अउ बेटा-बिटिया पइदा करा। आपन पूतन बरे मेहररूअन हेरा अउर आपन बिटियन क बियाह करा। इ एह बरे करा जेहसे ओनके भी लरकन अउ लड़कियन होइँ बहोत स बच्चन पइदा करा अउर बाबुल मँ आपन गिनती बढ़ावा। आपन गिनती जिन घटावा। 7 मइँ जउने नगर मँ तू पचन्क पठउँ ओकरे बरे नीक काम करा। जउने नगर मँ तू पचे रहा ओकरे बरे यहोवा स पराथना करा। काहेकि जदि उ नगर मँ सान्ति रही तउ तू पचन्क भी सान्ति मिली।” 8 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह, “आपन नबियन अउर जादूगरन क आपन क मूरख मत बनावइ द्या। ओनकर ओन सपनन क बारे मँ न सुना जेनका उ पचे लखत हीं। 9 उ पचे झूठा उपदेस देत हीं अउर उ पचे इ इ कहत हीं कि ओनकर सँदेसा मोरे हिआँ स अहइ। किन्तु मइँ ओका नाहीं पठएउँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
10 यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: “बाबुल सत्तर बरिस तलक सक्तिसाली रही। ओकरे पाछे बाबुल मँ रहइवाले लोगो, मइँ तोहरे पचन्क लगे आउब। मइँ तोहका पचन्क वापस यरूसलेम लिआवइ क सच्ची प्रतिग्या पूरी करब। 11 मइँ इ एह बरे कहत हउँ काहेकि मइँ ओन आपन जोजनन क जानत हउँ जउन तोहरे पचन बरे अहइँ। मइँ तू पचन्क चोट पहोंचावइ क जोजना नाहीं बनावत हउँ। मइँ तू पचन्क आसा अउर उज्ज्वल भविस्स देइ क जोजना बनावत हउँ। 12 तब तू लोग मोर नाउँ लेब्या। तू लोग मोरे लगे अउब्या अउर मोर पराथना करब्या अउर मइँ तोहार पचन्क बातन पइ धियान देब। 13 तू लोग मोर खोज करब्या अउर तू पचे मोका पउब्या काहेकि तू इमानदरी स मोर खोज करब्या। 14 मइँ आपन क तू पचन्क प्राप्त होइ देब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ तू पचन्क तोहरे सबन्क बन्दीखाने स वापस लिआउब। मइँ तू पचन्क इ ठउर तजइ क विवस किहस। किन्तु मइँ तू पचन्क ओन सबहिं रास्ट्रन अउ ठउरन स एकट्ठा करब जहाँ मइँ तू पचन्क पठएउँ ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ वापस लिआउब।”
15 तू लोग इ कहि सकत ह, “किन्तु यहोवा हमका हिआँ बाबुल मँ नबी दिहेस ह।” 16 किन्तु यहोवा तोहरे पचन्क ओन सबंधियन क बारे मँ जउन बाबुल नाहीं लइ जावा गए इ कहत ह: मइँ उ राजा क बारे मँ बात कहत हउँ जउन इ समइ दाऊद स राजसिंहासन पइ बइठा अहइ अउर ओन सबहिं दूसर लोगन क बारे मँ जउन अब भी यरूसलेम नगर मँ रहत हीं। 17 सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह, “मइँ हाली ही तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी ओन लोगन क खिलाफ पठउब जउन अब भी यरूसलेम मँ अहइँ अउर मइँ ओनका उ सबइ ही सड़े गले अंजीर बनाउब जउन खाइ जोग्ग नाहीं। 18 मइँ ओन लोगन क पाछा जउन अभी भी यरूसलेम मँ अहइँ, तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी स करब अउर मइँ एका अइसा कइ देब कि पृथ्वी क सबहिं राज्ज इ लखिके डेराब कि एन लोगन क संग का घटित होइ ग अहइ। उ सबइ लोग बर्बाद कइ दीन्ह गएन। लोग जब ओन घटित घटनन क सुनिहीं तउ अचरज स सिसकारी भरिहीं अउर जब लोग कउनो लोगन बरे अभिसाप करिहीं तउ उ पचे एका उदारहण रूप मँ उपयोग करिहीं। मइँ ओन लोगन क जहाँ कहूँ जाइ क बिबस करब, लोग हुआँ ओनकर अपमान करिहीं। 19 मइँ ओन सबहिं घटनन क घटित कराउब काहेकि यरूसलेम क ओन लोग मोरे सँदेसा क अनसुना किहन ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ आपन सँदेसा ओनके लगे बार-बार पठएउँ। मइँ आपन सेवक नबियन क ओन लोगन क आपन सँदेसा देइ क पठएउँ। किन्तु लोग ओनका अनसुना किहन।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 20 “तू लोग बन्दी ह्वा। मइँ तू पचन्क यरूसलेम तजइ अउर बाबुल जाइ क मजबूर किहेउँ। एह बरे यहोवा सँदेसा सुना।”
21 सर्वसक्तिमान यहोवा कोलायाह क पूत अहाब अउर मासेयाह क पूत सिदकिय्याह क बारे मँ इ कहत ह: “इ दुइनउँ मनई तू पचन्क लबार उपदेस देत अहइँ। उ पचे कहेन ह कि ओनकर सँदेसा मोरे हिआँ स अहइ। किन्तु उ पचे झूठ बोलत रहेन। ओन दुइनउँ नबियन क बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क दइ देब अउर नबूकदनेस्सर बाबुल मँ बन्दी तू सबहिं लोगन क समन्वा ओन नबियन क मार डाइ। 22 सबहिं यहूदी बन्दी ओन लोगन क उपयोग उदाहरण बरे तब करिहीं जब उ पचे दूसर लोगन क बुरा होइ क माँग करिहीं। उ सबइ बन्दी कहिहीं, ‘यहोवा तोहरे पचन्क संग सिदकिय्याह अउर अहाव क नाई बेउहार करइ। बाबुल क राजा ओन दुइनउँ क आगी मँ बार दिहेस।’ 23 ओन दुइनउँ नबियन इस्राएल क लोगन क संग घृणित कर्म किहे रहेन। उ पचे आपन पड़ोसी क मेहरारू क घिनौना करम किहे रहेन। उ पचे झूठ भी बोलेन ह अउर कहेन ह कि उ सबइ झूठ यहोवा क हिआँ स अहइ। मइँ ओनसे उ सब करइ क नाहीं कहेउँ। मइँ जानत हउँ कि उ पचे का किहेन ह मइँ साच्छी हउँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
समायाह क परमेस्सर क सँदेसा
24 समायाह क भी एक सँदेसा द्या। समायाह नेहलामी परिवार स अहइ। 25 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह, “समायाह, तू यरूसलेम क सबहिं लोगन क पत्र पठएस अउर तू यासेयाह क पूत याजक सपन्याह क पत्र पठया। तू सबहिं याजकन क पत्र पठया। तू ओन पत्रन क आपन नाउँ स पठया अउर यहोवा क सत्ता क नाउँ पइ नाहीं। 26 समायाह, तू आपन सपन्याह क आपन पत्र मँ जउन लिखे रह्या उ इ अहइ: ‘सपन्याह यहोवा यहोयादा क ठउरे पइ तोहका याजक बनाएस ह। तू यहोवा क मन्दिर क अधिकारी अहा। तोहका उ कउनो क कैद कइ लेइ चाही जउन पागल क तरह काम करत ह अउर नबी क तरह बेउहार करत ह। तोहका उ मनई क गोड़न क लकड़ी क बड़े टूकन क बीच रखइ चाही अउर ओकरे गले मँ लौह-कटक पहिरइ चाही। 27 अब यिर्मयाह नबी क तरह काम करत ह। एह बरे तू ओका बन्दी काहे नाहीं बनाया? 28 यिर्मयाह हम लोगन क इ सँदेसा बाबुल मँ दिहे रहा: बाबुल मँ रहइवाले लोगो, तू हुआँ लम्बे समइ तलक रहब्या। एह बरे आपन मकान बनावा अउर हुवँइ जाइ बसा। बाग लगावा अउर उ खा, जउन उपजावा।’”
29 याजक सपन्याह यिर्मयाह नबी क पत्र सुनाएस। 30 तब यिर्मयाह क लगे यहोवा क सँदेसा आवा। 31 “यिर्मयाह, बाबुल क सबहिं बन्दियन क इ सँदेसा पठवा: ‘नेहलामी परिवार क समायाह क बारे मँ जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: समायाह तोहरे समन्वा भविस्सवाणी किहस, किन्तु मइँ ओका नाहीं पठएउँ। समायाह तोहका झूठ मँ बिस्सास कराएस ह। समायाह इ किहेस ह। 32 एह बरे यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ: नेहलामी परिवार क समायाह क मइँ हाली सजा देब। मइँ ओकरे परिवार क पूरी तरह नस्ट करब अउर मइँ आपन लोगन बरे जउन नीक करब ओहमाँ ओकर कउनो हींसा नाहीं होइ।’” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “‘मइँ समायाह क सजा देब काहेकि उ लोगन क यहोवा क बिरुद्ध जाइ क सिच्छा दिहेस ह।’”
ईसू क पिलातूस क समन्वा पेसी
(मत्ती 27:1-2,11-14; लूका 23:1-5; यूहन्ना 18:28-38)
15 जइसे ही भिंसार भवा, मुख्ययाजकन, धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन अउर समूची यहूदी महासभा एक ठु खाका बनाएन। उ पचे ईसू क बाँधिके लइ गएन अउर ओका पिलातुस क सौंप दिहेन।
2 पिलातुस ओसे पूछेस, “का तू यहूदियन क राजा अहा?”
ईसू जबाव दिहेस, “अइसा ही अहइ। तू खुदइ कहत अहा।”
3 फिन मुख्ययाजकन ओह पइ बहोत स दोख मढ़ेस। 4 पिलातुस ओसे फिन पूछेस, “का तोहका जबाव नाहीं देइ क अहइ? देखा, उ पचे केतॅनी बातन क दोख तोह पइ लगावत अहइँ।”
5 मुला ईसू अबहुँ कउनो जबाव नाहीं दिहस। एह पइ पिलातुस क बहोतइ अचरज भवा।
पिलातुस ईसू क छोड़ देइ मँ सफल नाहीं भवा
(मत्ती 27:15-31; लूका 23:13-25; यूहन्ना 18:39–19:16)
6 फसह क त्यौहार क मउके प पिलातुस कउनो एक बंदी क जेका मनइयन चाहत रहेन, ओनका छोड़ देत रहा। 7 बरअब्बा नाउँ क एक बन्दी उ विद्रोह करवइयन क संग जेले मँ रहा जउन दंगा मँ कतल करेन।
8 मनइयन आएन अउर पिलातुस स कहइ लागेन कि उ जइसा हमेसा स करत आइ ह, वइसा ही करा। 9 पिलातुस ओनसे पूछेस, “का तू पचे चाहत बाट्या कि मइँ तोहरे बरे यहूदियन क राजा क अजाद कइ देउँ?” 10 पिलातुस इ एह बरे कहेस कि उ जानत ह कि मुख्ययाजकन जलन क कारण ओका पकड़वाएन ह। 11 मुला मुख्ययाजकन भीड़े क हुसकाएन कि उ ओकरे बजाय ओनके बरे बरअब्बा क छोड़ि देइ।
12 मुला पिलातुस ओनसे फिन पूछेस, “जेका तू यहूदियन क राजा कहत बाट्या ओकर मइँ का करउँ बतावा तू का चाहत बाट्या?”
13 जबावे मँ उ पचे चिल्लानन, “ओका क्रूस प चढ़ावा!”
14 जब पिलातुस ओसे पूछेस, “काहे, उ कउन अइसा अपराध किहेस ह?”
मुला उ पचे अउर जोर स चिचिआइके कहेन, “ओका क्रूस प चढ़ावा।”
15 पिलातुस भीड़ क खुस करइ चाहत रहा, एह बरे उ ओनका बरे बरअब्बा क छोड़ेस अउर ईसू क कोड़वा स पिटवाइ क क्रूस पर चढ़ावइ के सौप दिहस।
16 फिन सिपाही ओका रोम क राजपाल क निवास मँ लइ गएन। उ पचे सिपाही क पूरी पलटन बोलॉइ लिहन। 17 फिन उ सबइ ईसू क बैगनी रंगे क ओढ़ना पहिराएन अरु काँटन क ताज बनाइ के ओकरे मुँड़वा प धरेन। 18 फिन ओका सलामी देइ लागेन, “यहूदियन क राजा क सुआगत अहइ।” 19 उ सबइ ओकरे मुँड़वा प नरकटे स मारत जात रहेन। उ पचे ओह पइ थूकत जात रहेन अउर घुटनवन प निहुरिके ओकरे अगवा दण्डवत करत रहेन। 20 इ तरह जब उ सबइ ओकर मसखरी उड़ाइ चुकेन तउ उ सबइ बैगनी ओढ़ना उतारेन अउर ओका आपन ओढ़ना पहिराइ दिहन अउर फिन ओका क्रूस प चढ़ावइ बरे, बाहेर लइ आएन।
ईसू क क्रूस पर चढ़ाउब जाब
(मत्ती 27:32-44; लूका 23:26-39; यूहन्ना 19:17-19)
21 उ पचेन क कुरेनी क रहवइया समौन नाउँ क एक मनई, राहे मँ भेंटेस। उ गाउँ स आवत रहा। उ सिकन्दर अउर रूफुस क बाप रहा। सिपहियन ओह पइ दबाव डारेन कि ईसू क क्रूस उठाइ क चलइँ। 22 फिन उ पचे ईसू क गुलगुता नाउँ क ठाउँ प लइ गएन (जेकर अरथ अहइ “खोपड़ी ठाउँ।”) 23 फिन उ पचे ओका लोहबान नाइ के दाखरस पिअइ क दिहेन। मुला उ ओका नाहीं लिहेस। 24 फिन ओका क्रूसे पइ चढ़ाइ दीन्ह गवा। ओकर ओढ़ना उ पचे बाँटि लिहेन अउर इ देखइ क बरे कि कउनो का लेइ, उ पचे पासा फेंकेन।
25 दिना क नउ बजेन, जब उ पचे ओका क्रूस प चढ़ाएन। 26 ओकरे खिलाफ एक लिखा भवा मुकदमा क पत्तर ओह पइ लगावा रहा, “यहूदियन क राजा।” 27 ओकरे संग दुइ ठु डाकू भी क्रूस प चढ़ाइ गएन। एक ठु ओकरे दाई अउर दूसर वाईं कइँती। 28 [a]
29 ओकरे लगे स निकरि के जात मनइयन ओका निन्दा करत रहेन। आपन मूँड़ी झमकाइ झमकाइ के उ पचे कहत रहेन, “अरे वाह। तू उहइ अहइ जउन मंदिर क ढहाइ के तीन दिना मँ फिन बनावइवाला रहा। 30 अब क्रूस स तरखाले आइके अउर खुदइ आपन क तउ बचाव।”
31 इ तरह मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन भी ईसू क मसखरी उड़ाएन। उ पचे आपुस मँ कहइ लागेन, “इ अउरन क बचावत अहइ, मुला खुद आपन क नाहीं बचाइ सकत। 32 अब इ मसीह अउर इस्राएल क राजा क क्रूस प स तरखाले उतरइ दे जेसे हम पचे इ देखि के ओहमाँ बिसवास करि सकी।” अउर उ दुइनउँ भी, जउन ओकरे साथ क्रसे प चढ़ाइ गवा रहेन, ओकर बेज्जती करेन।
ईसू क मउत
(मत्ती 27:45-56; लूका 23:44-49; यूहन्ना 19:28-30)
33 फिन समूची धरती पइ दुपहरे तक अँधियार छावा रहा। इ अँधियारा दोपहर तीन बजे तक रहा। 34 दिना क तीन बजे ईसू ऊँची आवाज मँ चिल्लाइके कहेस, “इलोई, इलोई, लमा सबकतनी!” अरथ अहइ “मोरे परमेस्सर, मोरे परमेस्सर, तू मोका काहे बिसारि दिहा?” (A)
35 जउन नगिचे ठाड़ रहेन, ओनमाँ स कछू जब इ सुनेन तउ उ पचे बोलेन, “सुना इ एलिय्याह क पुकारत अहइ।”
36 तब एक मनई दौड़ि के सिरका मँ बोरि के एक ठु मोटा कपरा क भीजि के डंडा प धइ के ईसू क पिअइ बरे दिहस अउ कहेस, “ठहरि जा, हम पचे निहारत अही कि ऍका नीचे उतारइ क बरे एलिय्याह आवत ह कि नाहीं।”
37 फिन ईसू ऊँची आवाज मँ चिल्लाइके प्राण तजि दिहस।
38 तबहिं मंदिर क पट ऊपरि स तरखाले तक फाटिके दुइ टुकरन मँ बँटि गवा। 39 सेना क एक ठु अधिकारी जउन ईसू क समन्वा ठाड़ रहा, ओका प्रान तजत देखेस। उ कहेस, “इ मनई असल मँ परमेस्सर क पूत रहा।”
40 कछू स्त्रियन हुवाँ दूर ते ठाड़े भइ निहारत रहीं, जेहमाँ मरियम मगदलीनी, छोटका याकूब अउर योसेस क महतारी मरियम अउर सलोमि रही। 41 जब ईसू गलील मँ रहा तउ इ स्त्रियन ओकर चेलन रहीं जउन ओकर सेवा करत रही। हुवाँ अउर भी बहोत स स्त्रियन रहीं जउन ओकरे साथ यरूसलेम तक आइ रहीं।
ईसू क दफनाइ जाब
(मत्ती 27:57-61; लूका 23:50-56; यूहन्ना 19:38-42)
42 सांझ होइ गइ अउर सबित क पहिले क, उ तैयारी क दिन रहा। 43 एह बरे अरिमतिया क यूसुफ आइ। उ यहूदी महासभा क सम्मानित सदस्य रहा अउर परमेस्सर क राज्य आवइ क बाट जोहत रहा। हिम्मत क साथ उ पिलातुस क नगिचे गवा अउर ओसे ईसू क सरीर माँगेस।
44 पिलातुस क भारी अचरज भवा कि उ ऍतनी हाली कइसे मरि गवा। उ सेना क अधिकारी क बोलाएस अउर ओसे पूछेस, का ओका मरे भए ढेर देर होइ ग अहइ? 45 फिन जब उ सेना क अधिकारी स बयान सुनि लिहस तउ यूसुफ क सरीर दइ दिहस।
46 फिन यूसुफ सने मलमल क थोड़ स कपरा बेसहेस, ईसू क क्रूस स तरखाले उतारेस, ओकरे सरीरे क कपरा मँ लपेटेस अउर ओका कब्र मँ रख दिहेस जेका चट्टाने क काटि क बनावा गवा रहा। अउर फिन कब्रे क मुँहे प एक बड़वार पाथर ढकेलिके टिकइ दिहेस। 47 मरियम मगदलीनी अउर योसेस क महतारी निहारत रहीं कि ईसू क कहाँ रखा ग अहइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.