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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
उत्पत्ति 45

यूसुफ आपन क परगट करत ह कि उ कउन अहइ

45 यूसुफ आपन क अउर जियादा न संभारि सका। उ हुआँ हाजिर सबहि लोगन क समन्वा रोइ पड़ा। यूसुफ कहेस, “हर एक स कहा कि हिआँ स हट जाइँ।” ऍह बरे सबहिं लोग चला गएन। सिरिफ ओकर भाई ही यूसुफ क संग रहि गएन। तब यूसुफ ओनका बताएस कि उ कउन अहइ। यूसुफ रोवत रहा, अउर फिरौन क महल क सब मिस्र क मनइयन सुनेन। यूसुफ आपन भाइयन स कहेस, “मइँ आप लोगन क भाई यूसुफ अहउँ। का मोर पिता अब भी जीवित अहइँ?” मुला भाइयन ओका जवाब नाही दिहेन। उ पचे डेरान अउ उलझन मँ रहेन।

ऍह बरे यूसुफ आपन भाइयन स फुन कहेस, “मोरे लगे आवा।” ऍह बरे यूसुफ भाई क निअरे गएन अउ यूसुफ ओनसे कहेस, “मइँ आप लोगन क भाई यूसुफ अहउँ। मइँ उहइ अहउँ जेका मिस्री लोगन क हाथे आप लोग गुलाम क रुप मँ बेचे रहेन। अब परेसान न होइ। आप लोग आपन किहे भए पइ गुस्सा न करइँ। उ तउ मोरे बरे परमेस्सर क योजना रही कि मइँ हिआँ आवउँ। मइँ हिआँ तू लोगन क जिन्नगी बचावइ बरे आवा हउँ। इ खौफनाक भुखमरी क समइ दुइ बरिस ही अबहि बीता अहइ अउर अबहि पाँच बरिस बे पौध लगावइ या उपज क अइही। ऍह बरे परमेस्सर तू लोगन स पहिले मोका हिआँ पठएस जेहसे मइँ इ देस मँ तू लोगन क बचाइ सकउँ। इ आप लोगन क दोख नाही रहा कि मइँ हिआँ पठवा गवा। इ परमेस्सर क योजना रही। परमेस्सर मोका फिरौन बरे पिता क समान बनाएस। ताकि मइँ ओकर सारा घर अउ समूचइ मिस्र क राज्जपाल बनि सकउँ।”

इस्राएल क मिस्र बरे आमन्त्रण मिला

यूसुफ कहेस, “ऍह बरे हाली मोरे पिता क लगे जा। मोरे पिता स कहा कि ओकर पूत यूसुफ इ सँदेसा पठएस ह। ‘परमेस्सर मोका समूचइ मिस्र क राज्जपाल बनाएस ह। मोरे लगे आवइँ। इन्तजार न करइँ। अबहि आवइँ। 10 आप मोरे निचके गोसेन प्रदेस मँ रइही। आप क, आप क बेटवन क, आप क सबहि जनावरन अउ झुण्ड क सुआगत अहइ। 11 भुखमरी क अगले पाँच बरिस मँ मइँ आप क देखरेख करब। इ तरह आप क अउ आप क परिवारे क जउन चीजन अहइँ ओनसे आप क हाथ धोवइ क न होइ।’

12 अब आप लोग निस्चित रुप स लख सकत अहइँ कि इ फुरइ मइँ ही यूसुफ अहइँ अउर आप लोगन क भाई बिन्यामीन जानत ह कि इ मइँ ही आप लोगन क भाई अहउँ जउन आप लोगन स बात करत हउँ। 13 ऍह बरे मोरे पिता स मोका मिस्र क जउन सम्मान प्राप्त अहइ क बारे मँ कहइँ। आप लोगन जउन हिआँ लखेन ह उ हर एक चीज क बारे मँ मोरे पिता क बतावइँ। अब हाली करा अउ मोरे पिता क लइके मोरे लगे लौटा।” 14 तब यूसुफ आपन भाई बिन्यामीन क गले लगाएस अउ रोइ पड़ा अउ बिन्यामीन भी रोइ पड़ा। 15 तब यूसुफ सबहि भाइयन क चूमेस अउ ओन कइ बरे रोइ पड़ा। ऍकरे पाछे भाई ओकरे संग बतियाइ लागेन।

16 फिरौन क पता लाग कि यूसुफ क भाई ओकरे पास आवा अहइँ। इ खबर फिरौन क पूरे महल मँ सँचर गइ। फिरौन अउ ओकर नउकर इ बारे मँ बहोत खुस भएन। 17 ऍह बरे फिरौन यूसुफ स कहेस, “आपन भाइयन स कहा कि ओनका जेतना खइया क चाही, लइ लेइँ अउ कनान देस क लौटि जाइँ। 18 आपन भाइयन स कहा कि उ पचे आपन पिता अउ आपन परिवार क लइके हिआँ मोरे लगे आवइँ। मइँ तोहका रोजी बरे मिस्र मँ बढ़िया धरती देब अउ तोहार परिवार सब स अच्छा खइया क खाइ जउन हमरे लगे हिआँ अहइ।” 19 तब फिरौन कहेस, “हमरी सबन त बढ़िया गाडिंयन मँ स कछू आपन भाइयन क द्या। ओनका कनान जाइ अउ गाड़ियन मँ स आपन पिता, मेहररुअन अउ गदेलन क हिआँ आवइ द्या। 20 ओनकी सबइ चिजियन क हिआँ लावइ बारे मँ चिन्ता जिन करा। हम ओनका मिस्र मँ जउन सबन त बढ़िया अहइ, देब।”

21 ऍह बरे इस्राएल क पूतन इहइ किहेन। यूसुफ फिरौन क बचन क मुताबिक नीक गाडड़िन क दिहस अउ यूसुफ जात्रा बरे ओनका भरपूर भोजन दिहस। 22 यूसुफ हर एक भाई क एक एक जोड़ा सुन्नर ओढ़ना दिहस। मुला अउ यूसुफ बिन्यामीन क पाँच जोड़ा सुन्नर ओढ़ना दिहस यूसुफ बिन्यामीन क तीन सौ चाँदी क सिवका भी दिहस। 23 यूसुफ आपन पिता क भेंट पठएस। उ मिस्र स बहोत स बढ़िया चीजन स भरा बोरन स लदा दस ठु गदहन क पठएस अउ उ आपन पिता बरे अनाज, रोटी अउ दूसर भोजन स लदी भइ दस ठु गदहियन क ओनकी वापसी जात्रा बरे पठएस। 24 तब यूसुफ आपन भाइयन क जाइ बरे कहेस। जब उ पचे जाइ क रहेन यूसुफ ओनसे कहेस, “सोझइ घरेजा अउ रस्ता मँ जिन लड्या।”

25 इ तरह भाइयन मिस्र क तजेन अउ कनान देस मँ आपन पिता क लगे गएन, 26 भाइयन ओनसे कहेन, “पिता जी यूसुफ अबहि जिअत अहइ अउ उ पूरा मिस्र देस क राजा अहइ।”

ओनकइ पिता असमंजस मँ पड़ि गवा। उ ओन पइ नाही पतियान। 27 मुला यूसुफ जउन बातन क कहे रहा, भाइयन हर एक बात आपन पिता स कहेन। तब याकूब ओन गाड़ियन क लखेस जेनका यूसुफ मिस्र क वापसी जात्रा बरे पठए रहा। तब याकूब भाव बिभोर होइ गवा अउ बहो बहोतइ खुस भवा। 28 इस्राएल कहेस, “अब मोका बिस्सास अहइ कि मोर पूत यूसुफ अबहि जिअत अहइ। मइँ मरइ स पहिले ओका देखइ जात अहउँ।”

मरकुस 15

ईसू क पिलातूस क समन्वा पेसी

(मत्ती 27:1-2,11-14; लूका 23:1-5; यूहन्ना 18:28-38)

15 जइसे ही भिंसार भवा, मुख्ययाजकन, धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन अउर समूची यहूदी महासभा एक ठु खाका बनाएन। उ पचे ईसू क बाँधिके लइ गएन अउर ओका पिलातुस क सौंप दिहेन।

पिलातुस ओसे पूछेस, “का तू यहूदियन क राजा अहा?”

ईसू जबाव दिहेस, “अइसा ही अहइ। तू खुदइ कहत अहा।”

फिन मुख्ययाजकन ओह पइ बहोत स दोख मढ़ेस। पिलातुस ओसे फिन पूछेस, “का तोहका जबाव नाहीं देइ क अहइ? देखा, उ पचे केतॅनी बातन क दोख तोह पइ लगावत अहइँ।”

मुला ईसू अबहुँ कउनो जबाव नाहीं दिहस। एह पइ पिलातुस क बहोतइ अचरज भवा।

पिलातुस ईसू क छोड़ देइ मँ सफल नाहीं भवा

(मत्ती 27:15-31; लूका 23:13-25; यूहन्ना 18:39–19:16)

फसह क त्यौहार क मउके प पिलातुस कउनो एक बंदी क जेका मनइयन चाहत रहेन, ओनका छोड़ देत रहा। बरअब्बा नाउँ क एक बन्दी उ विद्रोह करवइयन क संग जेले मँ रहा जउन दंगा मँ कतल करेन।

मनइयन आएन अउर पिलातुस स कहइ लागेन कि उ जइसा हमेसा स करत आइ ह, वइसा ही करा। पिलातुस ओनसे पूछेस, “का तू पचे चाहत बाट्या कि मइँ तोहरे बरे यहूदियन क राजा क अजाद कइ देउँ?” 10 पिलातुस इ एह बरे कहेस कि उ जानत ह कि मुख्ययाजकन जलन क कारण ओका पकड़वाएन ह। 11 मुला मुख्ययाजकन भीड़े क हुसकाएन कि उ ओकरे बजाय ओनके बरे बरअब्बा क छोड़ि देइ।

12 मुला पिलातुस ओनसे फिन पूछेस, “जेका तू यहूदियन क राजा कहत बाट्या ओकर मइँ का करउँ बतावा तू का चाहत बाट्या?”

13 जबावे मँ उ पचे चिल्लानन, “ओका क्रूस प चढ़ावा!”

14 जब पिलातुस ओसे पूछेस, “काहे, उ कउन अइसा अपराध किहेस ह?”

मुला उ पचे अउर जोर स चिचिआइके कहेन, “ओका क्रूस प चढ़ावा।”

15 पिलातुस भीड़ क खुस करइ चाहत रहा, एह बरे उ ओनका बरे बरअब्बा क छोड़ेस अउर ईसू क कोड़वा स पिटवाइ क क्रूस पर चढ़ावइ के सौप दिहस।

16 फिन सिपाही ओका रोम क राजपाल क निवास मँ लइ गएन। उ पचे सिपाही क पूरी पलटन बोलॉइ लिहन। 17 फिन उ सबइ ईसू क बैगनी रंगे क ओढ़ना पहिराएन अरु काँटन क ताज बनाइ के ओकरे मुँड़वा प धरेन। 18 फिन ओका सलामी देइ लागेन, “यहूदियन क राजा क सुआगत अहइ।” 19 उ सबइ ओकरे मुँड़वा प नरकटे स मारत जात रहेन। उ पचे ओह पइ थूकत जात रहेन अउर घुटनवन प निहुरिके ओकरे अगवा दण्डवत करत रहेन। 20 इ तरह जब उ सबइ ओकर मसखरी उड़ाइ चुकेन तउ उ सबइ बैगनी ओढ़ना उतारेन अउर ओका आपन ओढ़ना पहिराइ दिहन अउर फिन ओका क्रूस प चढ़ावइ बरे, बाहेर लइ आएन।

ईसू क क्रूस पर चढ़ाउब जाब

(मत्ती 27:32-44; लूका 23:26-39; यूहन्ना 19:17-19)

21 उ पचेन क कुरेनी क रहवइया समौन नाउँ क एक मनई, राहे मँ भेंटेस। उ गाउँ स आवत रहा। उ सिकन्दर अउर रूफुस क बाप रहा। सिपहियन ओह पइ दबाव डारेन कि ईसू क क्रूस उठाइ क चलइँ। 22 फिन उ पचे ईसू क गुलगुता नाउँ क ठाउँ प लइ गएन (जेकर अरथ अहइ “खोपड़ी ठाउँ।”) 23 फिन उ पचे ओका लोहबान नाइ के दाखरस पिअइ क दिहेन। मुला उ ओका नाहीं लिहेस। 24 फिन ओका क्रूसे पइ चढ़ाइ दीन्ह गवा। ओकर ओढ़ना उ पचे बाँटि लिहेन अउर इ देखइ क बरे कि कउनो का लेइ, उ पचे पासा फेंकेन।

25 दिना क नउ बजेन, जब उ पचे ओका क्रूस प चढ़ाएन। 26 ओकरे खिलाफ एक लिखा भवा मुकदमा क पत्तर ओह पइ लगावा रहा, “यहूदियन क राजा।” 27 ओकरे संग दुइ ठु डाकू भी क्रूस प चढ़ाइ गएन। एक ठु ओकरे दाई अउर दूसर वाईं कइँती। 28 [a]

29 ओकरे लगे स निकरि के जात मनइयन ओका निन्दा करत रहेन। आपन मूँड़ी झमकाइ झमकाइ के उ पचे कहत रहेन, “अरे वाह। तू उहइ अहइ जउन मंदिर क ढहाइ के तीन दिना मँ फिन बनावइवाला रहा। 30 अब क्रूस स तरखाले आइके अउर खुदइ आपन क तउ बचाव।”

31 इ तरह मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन भी ईसू क मसखरी उड़ाएन। उ पचे आपुस मँ कहइ लागेन, “इ अउरन क बचावत अहइ, मुला खुद आपन क नाहीं बचाइ सकत। 32 अब इ मसीह अउर इस्राएल क राजा क क्रूस प स तरखाले उतरइ दे जेसे हम पचे इ देखि के ओहमाँ बिसवास करि सकी।” अउर उ दुइनउँ भी, जउन ओकरे साथ क्रसे प चढ़ाइ गवा रहेन, ओकर बेज्जती करेन।

ईसू क मउत

(मत्ती 27:45-56; लूका 23:44-49; यूहन्ना 19:28-30)

33 फिन समूची धरती पइ दुपहरे तक अँधियार छावा रहा। इ अँधियारा दोपहर तीन बजे तक रहा। 34 दिना क तीन बजे ईसू ऊँची आवाज मँ चिल्लाइके कहेस, “इलोई, इलोई, लमा सबकतनी!” अरथ अहइ “मोरे परमेस्सर, मोरे परमेस्सर, तू मोका काहे बिसारि दिहा?” (A)

35 जउन नगिचे ठाड़ रहेन, ओनमाँ स कछू जब इ सुनेन तउ उ पचे बोलेन, “सुना इ एलिय्याह क पुकारत अहइ।”

36 तब एक मनई दौड़ि के सिरका मँ बोरि के एक ठु मोटा कपरा क भीजि के डंडा प धइ के ईसू क पिअइ बरे दिहस अउ कहेस, “ठहरि जा, हम पचे निहारत अही कि ऍका नीचे उतारइ क बरे एलिय्याह आवत ह कि नाहीं।”

37 फिन ईसू ऊँची आवाज मँ चिल्लाइके प्राण तजि दिहस।

38 तबहिं मंदिर क पट ऊपरि स तरखाले तक फाटिके दुइ टुकरन मँ बँटि गवा। 39 सेना क एक ठु अधिकारी जउन ईसू क समन्वा ठाड़ रहा, ओका प्रान तजत देखेस। उ कहेस, “इ मनई असल मँ परमेस्सर क पूत रहा।”

40 कछू स्त्रियन हुवाँ दूर ते ठाड़े भइ निहारत रहीं, जेहमाँ मरियम मगदलीनी, छोटका याकूब अउर योसेस क महतारी मरियम अउर सलोमि रही। 41 जब ईसू गलील मँ रहा तउ इ स्त्रियन ओकर चेलन रहीं जउन ओकर सेवा करत रही। हुवाँ अउर भी बहोत स स्त्रियन रहीं जउन ओकरे साथ यरूसलेम तक आइ रहीं।

ईसू क दफनाइ जाब

(मत्ती 27:57-61; लूका 23:50-56; यूहन्ना 19:38-42)

42 सांझ होइ गइ अउर सबित क पहिले क, उ तैयारी क दिन रहा। 43 एह बरे अरिमतिया क यूसुफ आइ। उ यहूदी महासभा क सम्मानित सदस्य रहा अउर परमेस्सर क राज्य आवइ क बाट जोहत रहा। हिम्मत क साथ उ पिलातुस क नगिचे गवा अउर ओसे ईसू क सरीर माँगेस।

44 पिलातुस क भारी अचरज भवा कि उ ऍतनी हाली कइसे मरि गवा। उ सेना क अधिकारी क बोलाएस अउर ओसे पूछेस, का ओका मरे भए ढेर देर होइ ग अहइ? 45 फिन जब उ सेना क अधिकारी स बयान सुनि लिहस तउ यूसुफ क सरीर दइ दिहस।

46 फिन यूसुफ सने मलमल क थोड़ स कपरा बेसहेस, ईसू क क्रूस स तरखाले उतारेस, ओकरे सरीरे क कपरा मँ लपेटेस अउर ओका कब्र मँ रख दिहेस जेका चट्टाने क काटि क बनावा गवा रहा। अउर फिन कब्रे क मुँहे प एक बड़वार पाथर ढकेलिके टिकइ दिहेस। 47 मरियम मगदलीनी अउर योसेस क महतारी निहारत रहीं कि ईसू क कहाँ रखा ग अहइ।

अय्यूब 11

सोपर क अय्यूब स कहब

11 एह पइ नामात नाउँ क पहँटा क सोपर अय्यूब क जवाब देत भए कहेस,

“इ सब्दन क प्रवाह क जवाब मिलइ चाही!
    का कउनो मनई आपन क सिरिफ जियाद बोलइ के निर्दोख बनावइ सकत ह।
का तू सोचत ह कि तोहार सेखी
    हम लोगन क सांत कइ सकत?
का तू सोचत ह कि बिना हमार स
    डांट खाए मज़ाक उड़ा सकत ह।
अय्यूब, तू परमेस्सर स कहत रह्या,
    ‘मोर सिद्धान्त सुद्ध अहइ।
    तू लख सकत ह कि मइँ निर्दोख अहउँ।’
सचमुच मँ मोर इ इच्छा अहइ कि परमेस्सर बोलइ
    अउर तोहसे बात करिहीं।
तउ उ तोहका बुद्धि क रहस्य बताइ।
    बुद्धि अनेक सच्चाइ राखत ह।
अय्यूब, मोर सुना।
    परमेस्सर सचमुच ही तोहार कछू पापन क नज़र अन्दाज करत ह।

“अय्यूब का तू परमेस्सर क रहस्य समुझ सकत ह?
    का तू सर्वसाक्तीमान परमेस्सर क बुद्धि क सीमा समुझ सकत ह?
ओकर बूद्धि अकासे स ऊँच अहइँ,
    तू का कइ सकत्या?
ओकर बुद्धि मृत्युलोक स गहिर अहइँ,
    का तू एका समुझ सकत्या?
उ सबइ सीमा धरती स बड़ा
    अउर सागर स बिसाल अहइँ।

10 “अगर परमेस्सर तोहका बन्दी बनावइ अउर तोहका अदालत मँ लइ जाइ,
    तउ कउन ओका रोक सकत्या?
11 परमेस्सर सचमुच जानत ह कि कउन धोखेबाज़ अहइ।
    परमेस्सर जब बुरी काम क लखत ह, तउ उ ओकर नज़र अन्दाज़ नाही करब्या।
12 मुला कउनो मूरख मनई कबहुँ बुद्धिमान नाहीं होइ सकत ह।
    जइसे एक जंगली गदहा एक मनई क जन्म नाहीं देइ सकत ह।
13 तउ अय्यूब, तोहका आपन सोच-बिचार पइ जरुर रोक लगावइ चाही,
    अउर आपन हाथन पराथना मँ फइलावइ चाहीं।
14 कउनो दुट्ठता जउन तोहरे हाथन मँ बसा अहइ, ओका तू दूर करा।
    अउर आपन घरे मँ कउनो बुराइ क जिन रहइ दया।
15 तबहिं सिरिफ तोहर दोख क छिमा कीन्ह जाब्या।
    तू मजबूती स खड़ा रहब्या अउर नाहीं डेराब्या।
16 अय्यूब, तब तू आपन विपत्ति क बिसरि जाब्या।
    तू आपन दुखड़ा क बस उ पानी जइसा सुमिरन करब्या जउन तोहरे लगे स बहिके चला गवा।
17 तोहर जिन्नगी दुपहर क सूरज स भी जियादा उज्जर होइ।
    जिन्नगी क अंधियर घड़ियन अइसेन चमकिहीं जइसे भिन्सारे क सूरज।
18 अय्यूब, तू सुरच्छित अनुभव करब्या काहेकि हुआँ आसा होइ।
    परमेस्सर तोहार रखवारी करी अउर तोहका आराम देइ।
19 चइन स तू सोउब्या, कउनो तोहका नाहीं डेराई
    अउर बहोत स लोग तोहसे मदद मंगिहीं।
20 मुला जब बुरे लोग आसरा हेरिहीं, तब ओनका नाहीं मिली।
    ओनके लगे कउनो आस नाहीं होइ।
    मउत ही ओनकर सिरिफ आसा होइ।”

रोमियन 15

15 हम जउन आत्मिक रूप स सक्तिसाली अही, ओन्हे ओनकर कमजोरी सहइ चाही जउन सक्तिसाली नाहीं अहइँ। हम बस अपने आपके उ खुस ना करी। हम पचन मँ स हर एक, दूसरे क अच्छाइयन बरे इ भावना क साथे कि ओनके समुदाय क आत्मिक बढ़ोत्तरी होइ, ओन्हे खुस करी। इहाँ तक कि मसीह तउ खुद क खुस नाहीं किहे रहा। बल्कि जइसेन कि मसीह क बारे मँ पवित्तर सास्तरन कहत ह, “ओनकर अपमान जे तोहर अपमान किहे अहइँ, मोह पइ आइ पड़ा बा।” सब उ बात जउन पवित्तर सास्तरन मँ पहिले लिखी गइ रहिन, हमका उपदेस देइ क बरे रहिन ताकि जउन धीरज अउ बढ़ावा सास्तरन स मिलत ह, हम ओसे आसा पाइ सकी। अउर समूचा धीरज अउर बढ़ावा क स्रोत परमेस्सर तोहे बरदान देइ कि तू पचे एक दूसरे क साथे ईसू मसीह क इच्छा पे चलत-चलत आपस मँ मिलि-जुलिके क रहा। ताकि तू सब एक साथे मँ एक सुर स हमरे पर्भू ईसू मसीह क परमपिता, परमेस्सर क महिमा प्रदान करा। इही बरे एक दूसरे क अपनावा जइसे तोहे मसीह अपनाएस। इ परमेस्सर क महिमा क बरे करा। मइँ तोहे लोगन क बतावत अही कि इ परगट करइ कि परमेस्सर बिसवासनीय बा ओकरे पूर्वजन क दीन्ह गवा परमेस्सर क बचन क मजबूत करइ क मसीह यहूदियन क सेवक बना। ताकि गैर यहूदियन उ परमेस्सर क ओकरी दया बरे महिमा प्रदान करइँ। पवित्तर सास्तरन कहत ह:

“इही बरे मइँ गैर यहूदियन क बीच तोहे पहिचनबइ
    अउर तोहरे नाउँ क स्तुति गाउबइ।” (A)

10 अउर फिन पवित्तर सास्तर इहउ कहत ह,

“गैर यहूदियन परमेस्सर क लोगन क साथे खुस रहा।” (B)

11 अउर फिन पवित्तर सास्तर इहउ कहत ह,

“गैर यहूदियन, तू पर्भू क स्तुति करा।
    अउर सभन लोगन परमेस्सर क स्तुति करा।” (C)

12 अउर फिन यसायाह भी कहत ह,

“यिसै क एक बंजस परगट होई जउन
    गैर यहूदियन क सासक क रूप मँ उभरी!
गैर यहूदी ओहपे आपन आसा लगइहीं।” (D)

13 सभन आसा का दाता परमेस्सर, तोहे पूरा आनन्द अउर सान्ति स भरि देइ। जइसेन कि ओहमे तोहार बिसवास बा। ताकि पवित्तर आतिमा क सक्ति स तू आसा स भरपूर होइ जा।

पौलुस द्वारा अपने पत्र अउर कारज क चर्चा

14 मोरे भाइयो तथा बहिनियो, मोका खुदइ तोह पे भरोसा बा कि तू नेकी स भरा अहा अउर ज्ञान स परिपूर्ण अहा। तू एक दूसरे क उपदेस दइ सकत ह। 15 परन्तु तोहे फिन स याद देवावइ क बरे मइँ कछू विषय क बारे मँ साफ साफ लिखे हउँ। मइँ परमेस्सर क जउन अनुग्रह पाएउँ ह, ओकरे कारण इ किहेउँ ह। 16 काहेकि मइँ गैर यहूदियन क बरे मसीह ईसू क सेवक बनिके परमेस्सर क सुसमाचार क उपदेस क याजक क रूप मँ काम करउँ ताकि गैर यहूदियन परमेस्सर क आगे स्वीकार करइ योग्य भेंट बन सकइँ अउर पवित्तर आतिमा क द्वारा परमेस्सर क बरे पूरी तरह पवित्तर बनइँ।

17 तउन मसीह ईसू मँ एक मनई क रूप मँ परमेस्सर क बरे आपन सेवा क मोका गर्व बा। 18 काहेकि मइँ बस ओन्हीन बातन क कहइ क साहस रखित ह जेका मसीह तउ गैर यहूदियन क परमेस्सर क आज्ञा मानइ क रस्ता देखावइ क काम मोर बचनन, मोर कामन, 19 अचरज अउ अद्भुत कारजन क सक्ति अउर परमेस्सर क आतिमा क सामर्थ स, मोरे जरिये पूरा कीन्ह गवा। तउन यरुसलेम स लइके इल्लुरिकुम क चारउ ओर मसीह क सुसमाचार क उपदेस क काम मइँ पूरा किहेउँ। 20 मोरे मने मँ हमेसा इ अभिलासा रही बा कि मइँ सुसमाचार क उपदेस उहाँ देउँ जहाँ क लोग मसीह क नाम नाहीं जानतेन, ताकि मइँ कउनो दूसरे मनइ क नींव पे निर्माण न करउँ। 21 परन्तु पवित्तर सास्तरन कहत ह:

“जेनका ओनके बारे मँ नाहीं बतावा गवा बा, उ पचे देखिहीं।
    अउर जे सुने तलक नाहीं बा, उ पचे समझिहीं।” (E)

पौलुस क रोम जाइ क योजना

22 मोर इ सबइ कर्त्तव्य मोका तोहरे पास आबइ स बार बार रोकत रहेन।

23 परन्तु काहेकि अब इस प्रदेसन मँ कउनउ स्थान नाहीं बचा बा अउ बहुत बरसन स मइँ तोहसे मिलइ का उत्कंठित हउँ। 24 तउन मइँ जब स्पेन जाब तउ आसा करत हउँ तोहसे मिलबइ। मोका उम्मीद बा कि स्पेन जात तोहसे भेंट होई। तोहरे साथे कछू दिन ठहरइ क आनन्द लेइ क बाद मोका आसा बा कि उहाँ क जात्रा क बरे मोका तोहार मदद मिली।

25 परन्तु अब मइँ परमेस्सर क पवित्तर लोगन क सेवा मँ यरुसलेम जात हउँ। 26 काहेकि मैसीडोनिया अउ अखया क कलीसिया क लोगन यरुसलेम मँ परमेस्सर क पवित्तर लोगन मँ स जउन दरिद्र अहइँ, ओनके बरे कछू देइ क निस्चय किहे अहइ। 27 हाँ, ओनके बरे ओनकइ कर्तव्य इ बनत ह काहेकि अगर गैर यहूदियन यरुसलेम क यहूदियन क आत्मिक कामन मँ हिस्सा बाँटत हीं तउ गैर यहूदियन क भी ओनके बरे भौतिक सुख जुटावइ चाही। 28 तउन आपन इ काम पूरा कइके अउर इकट्ठा कीन्ह गवा इ धने क सुरच्छा क साथे ओनके हाथे सौंपी क मइँ स्पेन जाब, अउर रस्ते मँ तोहसे मिलब। 29 अउर मइँ जानित ह कि जब मइँ तोहरे लगे अउबइ तउ तोहरे बरे मसीह क पूरा आसीर्वादन समेत अउबइ।

30 भाइयो तथा बहिनियो, तोहमाँ स मइँ पर्भू ईसू मसीह कइँती स आतिमा स जउन पिरेम हम पाइत ह, ओकर साच्छी दइ क पराथना करित ह कि तू मोरे कइँती स परमेस्सर क बरे सच्ची पराथना मँ मोर साथे रहब्या। 31 कि मइँ यहूदिया मँ अबिसबासियन स बचा रहउँ। अउ यरुसलेम क बरे मोरी सेवा क परमेस्सर क पवित्तर लोग स्वीकार करइँ। 32 ताकि परमेस्सर क इच्छा क अनुसार मइँ खुसी क साथ तोहरे लगे आइके तोहरे साथे आराम करउँ। 33 पूरी सान्ति क धाम परमेस्सर तोहरे साथे रहइ। आमीन।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.