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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) (NCA)
Version
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मरकुस 6

एक अगमजानी बिगर आदरमान के

(मत्ती 13:53-58; लूका 4:16-30)

ओ जगह ला छोंड़के, यीसू ह अपन चेलामन संग अपन नगर नासरत म आईस। बिसराम के दिन, ओह सभा घर म सिखोय लगिस अऊ अब्‍बड़ मनखेमन ओकर बात ला सुनके अचरज करिन अऊ पुछन लगिन, “एला, ए बात कहां ले मिलिस? एला का किसम के बुद्धि मिले हवय कि एह चमतकार के काम घलो करथे। का एह ओ बढ़ई नो हय? का एह मरियम के बेटा अऊ याकूब, योसेस, यहूदा अऊ सिमोन के भाई नो हय? का एकर बहिनीमन हमर संग म इहां नइं रहंय?” अऊ ओमन ओकर तिरस्‍कार करिन।

यीसू ह ओमन ला कहिस, “अगमजानी ह अपन नगर, अपन कुटुम्ब अऊ अपन घर के छोंड़ जम्मो जगह आदर-मान पाथे।” ओह उहां एको चमतकार के काम नइं कर सकिस। सिरिप कुछू बेमरहामन ऊपर हांथ रखके ओमन ला बने करिस। अऊ ओह ओमन के कम बिसवास ला देखके अचम्भो करिस।

यीसू ह अपन बारह चेलामन ला पठोथे

(मत्ती 10:5-15; लूका 9:1-6)

तब यीसू चारों खूंट के गांवमन म उपदेस करत फिरिस। ओह अपन बारहों चेलामन ला बलाके ओमन ला दू-दू झन करके पठोईस अऊ ओमन ला परेत आतमामन के ऊपर अधिकार दीस।

ओकर हुकूम ए रिहिस, “डहार बर लउठी के छोंड़ अऊ कुछू झन लेवव, न रोटी, न झोला अऊ न पटका म पईसा। पनही ला पहिरव, पर अपन संग म एक ठन घलो अतकिहा कुरता झन लेवव। 10 जब तुमन कोनो घर म जावव, त ओ गांव ला छोंड़त तक ओहीच घर म रहव। 11 अऊ कहूं कोनो ठऊर के मनखेमन तुमन ला गरहन नइं करंय अऊ तुम्‍हर बात ला नइं सुनय, त उहां ले चलते बखत अपन गोड़ के धूर्रा ला उहां झर्रा देवव कि ओमन के बिरोध म गवाही ठहरय।” 12 तब चेलामन जाके परचार करिन कि मनखेमन पाप ले पछताप करंय। 13 ओमन कतको परेत आतमामन ला निकारिन अऊ कतको बेमरहामन ला तेल म अभिसेक करके ओमन ला बने करिन।

यूहन्ना बतिसमा देवइया के अंत

(मत्ती 14:1-12; लूका 9:7-9)

14 हेरोदेस राजा एकर बारे म सुनिस, काबरकि यीसू के नांव ह जम्मो अंग फइल गे रहय। कुछू मनखेमन कहत रिहिन, “यूहन्ना बतिसमा देवइया ह मरे म ले जी उठे हवय अऊ एकर खातिर ओकर दुवारा चमतकार के काममन होवत हवय।” 15 आने मन कहिन, “ओह एलियाह अय।” अऊ कतको मन कहत रिहिन, “ओह पहिली के अगमजानीमन सहीं एक झन अगमजानी अय।”

16 पर जब हेरोदेस ह एला सुनिस, त ओह अपन मन म सोचिस, “एह यूहन्ना बतिसमा देवइया ए, अऊ ओह कहिस, ‘मेंह जऊन मनखे के मुड़ ला कटवाय रहेंव, ओहीच ह जी उठे हवय।’ ”

17 काबरकि हेरोदेस खुद हुकूम दे रिहिस कि यूहन्ना ला पकड़के जेल म डालव। ओह अपन भाई फिलिप्पुस के घरवाली हेरोदियास के खातिर अइसने करे रिहिस। ओह हेरोदियास ले बिहाव कर ले रिहिस। 18 काबरकि यूहन्ना ह हेरोदेस ला कहे रहय कि अपन भाई के घरवाली ला अपन घरवाली बनाके रखई परमेसर के कानून के बिरोध ए। 19 एकरसेति हेरोदियास ह अपन मन म यूहन्ना बर बईरता रखय अऊ ओला मरवाय बर चाहत रहय। पर ओला मऊका नइं मिलत रिहिस। 20 काबरकि हेरोदेस ह यूहन्ना ला धरमी अऊ पबितर मनखे जानके ओकर ले डराय अऊ ओला बंचाके रखे रहय। हेरोदेस ह यूहन्ना के बात ला सुनके घबरावय, तभो ले ओकर बात ला सुने के ईछा रखय।

21 आखिर म ओ समय आईस, जब हेरोदेस ह अपन जनम दिन म एक बड़े जेवनार करिस। ओह राज के बड़े अधिकारी, पलटन के सेनापति अऊ गलील के बड़े मनखेमन ला नेवता दीस। 22 तब हेरोदियास के बेटी ह आके जम्मो झन के आघू म नाचिस। ओकर नचई ला देखके हेरोदेस अऊ ओकर नेवताहारीमन खुस हो गीन।

तब राजा ह छोकरी ला कहिस, “तेंह कोनो घलो चीज मोर ले मांग, अऊ मेंह तोला दूहूं।” 23 ओह किरिया खाके कहिस, “कोनो घलो चीज तेंह मांग, अऊ मेंह तोला दूहूं। इहां तक कि मोर आधा राज घलो।”

24 छोकरी ह बाहिर जाके अपन दाई ले पुछिस, “मेंह का मांगंव?”

ओकर दाई ह कहिस, “यूहन्ना बतिसमा देवइया के मुड़।”

25 छोकरी ह तुरते भीतर राजा करा गीस अऊ बिनती करके कहिस, “मेंह चाहथंव कि तेंह यूहन्ना बतिसमा देवइया के मुड़ी ला एक ठन थारी म मोर करा मंगवा दे।”

26 तब राजा ह बहुंत उदास होईस, पर अपन किरिया अऊ नेवताहारीमन के सेति ओला इनकार करे नइं चाहिस। 27 एकरसेति, ओह तुरते एक सिपाही ला हुकूम देके, यूहन्ना के मुड़ी ला लाने बर पठोईस। सिपाही ह जेल म जाके यूहन्ना के मुड़ी ला काटिस, 28 अऊ ओ मुड़ी ला एक ठन थारी म लानके छोकरी ला दीस अऊ ओ छोकरी ह एला अपन दाई ला दे दीस। 29 एला सुनके यूहन्ना के चेलामन आईन अऊ ओकर लास ला उठाके ले गीन अऊ कबर म रख दीन।

यीसू ह पांच हजार मनखेमन ला खाना खवाथे

(मत्ती 14:15-21; लूका 9:11-17; यूहन्ना 6:1-14)

30 प्रेरितमन लहुंटके यीसू करा जुरिन। अऊ जऊन कुछू ओमन करे अऊ सिखोय रिहिन, ओ जम्मो बात ओला बताईन। 31 तब ओह ओमन ला कहिस, “चलव, कोनो सुनसान ठऊर म चलके थोरकन सुसता लेवव।” काबरकि अब्‍बड़ मनखेमन आवत-जावत रिहिन, अऊ ओमन ला खाय के मऊका घलो नइं मिलत रिहिस।

32 एकरसेति ओमन डोंगा म चघके एक ठन सुनसान ठऊर म चले गीन। 33 ओमन ला जावत देखके, कतको झन ओमन ला चिन डारिन अऊ झील के तीरे-तीर दऊड़िन अऊ आघू हबरके उहां ओमन ले मिलिन। 34 जब यीसू डोंगा ले उतरिस, त उहां एक बड़े भीड़ ला देखके ओमन के ऊपर तरस खाईस, काबरकि ओमन बिगर चरवाहा के भेड़मन सहीं रिहिन अऊ ओह ओमन ला बहुंत अकन बात सिखोवन लगिस।

35 जब बेरा ह ढरक गीस, तब ओकर चेलामन आके ओला कहिन, “एह एक सुनसान जगह ए अऊ बेरा ह बहुंत ढरक गे हवय। 36 मनखेमन ला आस-पास के गांव अऊ बस्ती मन म भेज कि ओमन अपन खाय बर कुछू बिसोय सकंय।”

37 पर यीसू ह जबाब दीस, “तुमन ओमन ला कुछू खाय बर देवव।”

ओमन ओला कहिन, “अतेक मनखे ला खवाय बर, एक मनखे के कम से कम आठ महिना के बनी लगही। का हमन जाके, एमन के खाय बर अतेक जादा पईसा खरचा करन?”

38 ओह ओमन ला कहिस, “जाके देखव कि तुम्‍हर करा कतेक रोटी हवय?”

ओमन पता लगाके कहिन, “पांच ठन रोटी अऊ दू ठन मछरी।”

39 तब यीसू ह ओमन ला हुकूम दीस कि जम्मो झन ला हरिहर कांदी ऊपर ओरी-ओरी करके बईठा देवव। 40 ओमन सौ-सौ अऊ पचास-पचास के ओरी-ओरी करके बईठ गीन। 41 तब ओह पांचों रोटी अऊ दूनों मछरी ला लीस अऊ स्‍वरग कोति देखके परमेसर ला धनबाद दीस। अऊ रोटी ला टोर-टोरके अपन चेलामन ला देवत गीस कि ओमन मनखेमन ला परोसंय अऊ दूनों मछरी ला घलो मनखेमन म बांट दीस। 42 ओ जम्मो झन खाके अघा गीन। 43 अऊ चेलामन गिरे-परे रोटी अऊ मछरी के टुकड़ा के बारह टुकनी भरके उठाईन। 44 खवइयामन म उहां पांच हजार मरदमन रिहिन।

यीसू ह पानी ऊपर रेंगथे

(मत्ती 14:22-33; यूहन्ना 6:15-21)

45 एकर बाद, यीसू ह तुरते अपन चेलामन ला डोंगा म चघाईस कि ओमन ओकर आघू बैतसैदा ला जावंय, जब तक ओह भीड़ के मनखेमन ला बिदा करय। 46 ओमन ला बिदा करके ओह पहाड़ी ऊपर पराथना करे बर गीस।

47 जब संझा होईस, त डोंगा ह झील के मांझा म रहय अऊ यीसू ह एके झन भांठा म रिहिस। 48 ओह देखिस कि चेलामन डोंगा ला खेवत-खेवत थक गे रहंय, काबरकि हवा ह ओमन के उलटा दिग म बहत रहय। रात के चार बजे के आस-पास, ओह झील ऊपर रेंगत चेलामन करा गीस, अऊ ओमन ले आघू निकरइया रिहिस। 49 पर ओमन ओला जब झील ऊपर रेंगत देखिन, त ओमन ओला भूत समझिन, अऊ ओमन चिचियाय लगिन। 50 काबरकि जम्मो चेलामन ओला देखके डर्रा गे रहंय।

यीसू ह तुरते ओमन ले गोठियाईस अऊ कहिस, “हिम्मत रखव, मेंह अंव, झन डर्रावव।” 51 तब ओह ओमन करा डोंगा म आईस अऊ हवा ह सांत हो गीस। ओमन अब्‍बड़ अचम्भो करन लगिन। 52 काबरकि पांच रोटी अऊ दू ठन मछरी ले पांच हजार मनखेमन ला खवाय के बाद घलो, ओमन नइं समझे रिहिन कि यीसू ह कोन ए। ओमन के मन ह कठोर हो गे रहय।

53 जब ओमन ओ पार गन्नेसरत म हबरिन, त डोंगा ला उहां रखके उतरिन। 54 ओमन के डोंगा ले उतरतेच ही, मनखेमन तुरते यीसू ला चिन डारिन। 55 अऊ मनखेमन आस-पास के जम्मो गांव-गंवई म दऊड़के गीन अऊ बेमरहामन ला चटई अऊ खटिया म उठा-उठाके यीसू करा लाने लगिन। 56 अऊ ओह जिहां कहूं भी गांव, नगर या देहात म गीस, मनखेमन बेमरहामन ला सड़क, गली अऊ बजार मन म रखके ओकर ले बिनती करंय कि एमन ला कम से कम तोर ओन्ढा के छोर ला छुवन दे; अऊ जतेक झन ओला छुईन, ओ जम्मो झन बने हो गीन।

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रोमीमन 6

पाप बर मर जवई अऊ मसीह म जीयत रहई

तब हमन का कहन? का हमन पाप करतेच रहन ताकि अनुग्रह अऊ होवय? बिलकुल नइं। हमन पाप खातिर मर गे हवन; त फेर हमन एम अऊ कइसने जिनगी बिता सकथन? का तुमन नइं जानव कि हमन जम्मो झन जऊन मन मसीह यीसू के बतिसमा ले हवन, त हमन ओकर मिरतू के बतिसमा ले हवन? एकरसेति, हमन मिरतू के बतिसमा के दुवारा मसीह के संग गड़ियाय गेन ताकि जइसने मसीह ह ददा के महिमा के दुवारा मरे म ले जी उठिस, वइसने हमन घलो एक नवां जिनगी जीयन।

यदि हमन यीसू के मिरतू म ओकर संग एक हो गे हवन, त निस्चित रूप ले, ओकर जी उठे म घलो हमन एक हो जाबो। हमन जानथन कि हमर पुराना सुभाव मसीह के संग कुरुस म चघाय गे हवय, ताकि पाप के देहें ह नास हो जावय, अऊ हमन फेर पाप के गुलाम झन होवन। काबरकि जऊन ह मर गीस, ओह पाप के सक्ति ले छूट गीस।

यदि हमन मसीह के संग मर गेन, त हमन ला बिसवास हवय कि हमन ओकर संग जीबो घलो। काबरकि हमन जानथन कि जब मसीह ह मरे म ले जी उठिस, त ओह अऊ कभू नइं मरय। ओकर ऊपर मिरतू के अऊ कोनो अधिकार नइं ए। 10 जऊन मिरतू ओह मरिस, त ओह पाप बर एकेच बार जम्मो झन खातिर मर गीस। पर जऊन जिनगी ओह जीयथे, ओह परमेसर बर जीयथे।

11 ओही किसम ले, तुमन घलो अपन-आप ला पाप बर मरे समझव, पर मसीह यीसू म परमेसर बर जीयत समझव। 12 एकरसेति, पाप ला अपन नासमान देहें ऊपर अधिकार झन करन देवव अऊ तुमन एकर खराप ईछा ला झन मानव। 13 अपन देहें के अंगमन ला अधरमी काम करे बर पाप ला झन सऊंपव, पर अपन-आप ला मरे म ले जीयत जानके परमेसर ला सऊंप देवव अऊ अपन देहें के अंगमन ला धरमी काम करे बर ओला देय दव। 14 तब पाप के परभूता तुम्‍हर ऊपर नइं होवय, काबरकि तुमन मूसा के कानून के अधीन नइं, पर परमेसर के अनुग्रह के अधीन हवव।

धरमीपन के गुलाम

15 त का होईस? का हमन पाप करन काबरकि हमन मूसा के कानून के अधीन नइं पर अनुग्रह के अधीन म हवन? बिलकुल नइं! 16 का तुमन नइं जानव कि जब तुमन अपन-आप ला गुलाम के रूप म, जेकर हुकूम माने बर सऊंप देथव, त तुमन ओकर गुलाम अव, जेकर हुकूम तुमन मानथव – चाहे पाप के गुलाम, जेकर अंत मिरतू अय, या फेर परमेसर के हुकूम माने के गुलाम, जेकर अंत धरमीपन अय। 17 पर परमेसर के धनबाद होवय कि हालाकि एक समय तुमन पाप के गुलाम रहेव, पर अब तुमन जम्मो हिरदय ले परमेसर के उपदेस के मनइया हो गे हवव, जेकर बर तुमन ला सऊंपे गे हवय। 18 तुमन ला पाप के गुलामी ले छोंड़ाय गे हवय अऊ तुमन धरमीपन के गुलाम हो गे हवव।

19 तुम्‍हर सुभाविक कमजोरी के कारन मेंह मनखे के रीति म गोठियावत हंव। एक समय तुमन अपन देहें के अंगमन ला असुधता अऊ बढ़त कुकरम के गुलाम बना दे रहेव; पर अब अपन सरीर के अंगमन ला पबितरता बर धरमीपन के गुलाम बनावव। 20 जब तुमन पाप के गुलाम रहेव, त तुमन धरमीपन के अधीन नइं रहेव। 21 जऊन बातमन ले तुमन अब लजाथव, ओ बातमन ले तुमन ला पहिली का फायदा होईस? ओ बातमन के नतीजा तो मिरतू अय। 22 पर अब तुमन पाप ले छोंड़ाय गे हवव अऊ परमेसर के गुलाम बन गे हवव। एकर ले जऊन फायदा तुमन ला मिलथे, ओह पबितरता अय, अऊ एकर नतीजा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी अय। 23 काबरकि पाप के मजदूरी त मिरतू अय, पर परमेसर के बरदान हमर परभू मसीह यीसू म सदाकाल के जिनगी अय।

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