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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) (NCA)
Version
Error: Book name not found: 2Chr for the version: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी)
दरसन 18

बाबूल सहर के बिनास

18 एकर बाद मेंह एक अऊ स्‍वरगदूत ला स्‍वरग ले उतरत देखेंव। ओकर करा बड़े अधिकार रिहिस अऊ धरती ह ओकर सोभा ले जगमगा गीस। ओह ऊंचहा अवाज म चिचियाके कहिस,

“सतियानास हो गीस! बड़े सहर बाबूल ह सतियानास हो गीस!
    ओह भूतमन के अऊ जम्मो दुस्‍ट आतमामन के
अऊ जम्मो असुध अऊ घिन-घिन चिरईमन के डेरा हो गे हवय।
काबरकि जम्मो देस के मनखेमन ओकर छिनारीपन के मंद ला पीये हवंय।
    धरती के राजामन ओकर संग छिनारी करिन
    अऊ धरती के बेपारीमन ओकर बिलासिता के धन ले धनवान हो गे हवंय।”

तब मेंह स्‍वरग ले एक अऊ अवाज सुनेंव, जऊन ह ए कहत रहय:

“हे मोर मनखेमन, ओ सहर म ले निकर आवव,
    ताकि तुमन ओकर पाप के भागी झन होवव
    अऊ ओकर कोनो बिपत्ती तुम्‍हर ऊपर झन पड़य।
काबरकि ओकर पाप के घघरी ह भर गे हवय,
    अऊ परमेसर ह ओकर अपराध ला सुरता करे हवय।
ओकर संग वइसने करव,
    जइसने ओह तुम्‍हर संग करे हवय।
    ओकर कुकरम के दू गुना बदला चुकावव।
    जऊन कटोरा म ओह भरे हवय,
    ओ कटोरा म ओकर बर दू गुना भर देवव।
ओह जतेक डींग मारे हवय अऊ जतेक भोग-बिलास करे हवय,
    ओला ओतके दुःख अऊ तकलीफ देवव।
    ओह अपन मन म कहिथे,
‘मेंह रानी सहीं बईठथंव;
    मेंह बिधवा नो हंव, अऊ मेंह कभू दुःख नइं मनाहूं।’
एकरसेति एकेच दिन म ओकर ऊपर मिरतू,
    सोक अऊ अकाल के बिपत्ती आ पड़ही।
ओह आगी म भसम हो जाही।
    काबरकि जऊन ह ओकर नियाय करथे, ओह सर्वसक्तिमान परभू परमेसर ए।

धरती के जऊन राजामन ओकर संग छिनारी अऊ भोग-बिलास करिन, ओमन जब ओकर जरे के धुआं ला देखहीं, त ओमन रोहीं अऊ ओकर बर सोक मनाहीं। 10 ओमन ओकर पीरा ले डरके दूरिहा म ठाढ़ होहीं अऊ ए कहिहीं,

‘हे महान सहर! हाय! तोर ऊपर हाय!
    हे बाबूल, सक्तिसाली सहर! एकेच घंटा म तोला तोर दंड मिल गीस।’

11 धरती के बेपारीमन ओकर बर रोहीं अऊ कलपहीं, काबरकि अब कोनो ओमन के ए मालमन ला नइं बिसोही – 12 सोना, चांदी, कीमती पथरा, मोती; सुन्‍दर मलमल, बैंजनी, रेसमी अऊ लाल कपड़ा; जम्मो किसम के महकत कठवा, अऊ हाथी दांत, कीमती कठवा, पीतल, लोहा अऊ संगमरमर के जम्मो किसम के चीज; 13 अऊ दालचीनी, मसाला, धूप, इतर, लोबान, मंद, तेल, आंटा अऊ गहूं; बइला अऊ मेढ़ा-मेढ़ी, घोड़ा अऊ रथ, अऊ गुलाम अऊ मनखेमन के जीव।

14 बेपारीमन ओला कहिहीं, ‘जऊन फर के लालसा तेंह करत रहय, ओह तोर ले दूरिहा हो गे हवय। तोर जम्मो धन-संपत्ति अऊ तड़क-भड़क खतम हो गीस, अऊ ओह तोला फेर कभू नइं मिलय।’ 15 जऊन बेपारीमन ए चीजमन ला बेंचके बाबूल सहर ले धन कमाय रिहिन, ओमन ओकर पीरा ले डरके दूरिहा म ठाढ़ होहीं। ओमन रोहीं अऊ सोक मनाहीं; 16 अऊ ए कहिहीं:

‘हे महान सहर! हाय! तोर ऊपर हाय!
    तेंह सुन्‍दर मलमल, बैंजनी अऊ लाल कपड़ा पहिरे रहय
    अऊ सोन, कीमती पथरा अऊ मोती ले सजे रहय!

17 एकेच घंटा म ए जम्मो धन ह नास हो गीस!’

पानी जहाज के हर कप्तान, पानी जहाज म हर यातरा करइया, हर डोंगा खेवइया अऊ हर ओ मनखे, जऊन ह समुंदर ले अपन जिनगी चलाथे, ए जम्मो के जम्मो दूरिहा म ठाढ़े रहिहीं। 18 जब ओमन ओकर जरे के धुआं ला देखहीं, त ओमन चिचियाके कहिहीं, ‘का ए महान सहर सहीं कभू कोनो सहर रिहिस?’ 19 ओमन अपन मुड़ी ऊपर धूर्रा ला डारहीं, अऊ रोवत अऊ कलपत ओमन चिचिया-चिचियाके कहिहीं:

‘हे महान सहर! हाय! तोर ऊपर हाय!
    एह ओ सहर ए,
    जेकर धन के जरिये समुंदर के जम्मो जहाज के मालिकमन धनी हो गीन।
एकेच घंटा म, ओह नास हो गीस।’

20 हे स्‍वरग म रहइयामन अऊ पबितर मनखे अऊ प्रेरित अऊ अगमजानीमन!
    ओकर बिनास ऊपर आनंद मनावव।
    ओह तुम्‍हर संग जइसने बरताव करे रिहिस,
परमेसर ह ओला ओकर सजा दे हवय।”

21 तब एक सक्तिसाली स्‍वरगदूत ह चक्‍की के एक बड़े पाट सहीं पथरा ला उठाईस अऊ ए कहत ओला समुंदर म फटिक दीस:

“महान सहर बाबूल ह अइसने बेरहमी ले फटिक दिये जाही,
    अऊ ओकर फेर कभू पता नइं चलही।
22 बीना बजइया, अऊ संगीतकार,
    बांसुरी बजइया अऊ तुरही बजइया मन के अवाज,
ए सहर म फेर कभू सुनई नइं पड़ही। कोनो काम के कोनो घलो कारीगर,
    ए सहर म फेर कभू नइं मिलही।
चक्‍की चले के अवाज,
    ए सहर म फेर कभू सुनई नइं पड़ही।
23 दीया के अंजोर, ए सहर म फेर कभू नइं चमकही।
    दूल्हा अऊ दुल्हिन के अवाज,
ए सहर म फेर कभू सुनई नइं पड़ही।
    ए सहर के बेपारीमन संसार के बड़े मनखे रिहिन।
ए सहर ह अपन जादू के दुवारा जम्मो देस के मनखेमन ला बहकाय रिहिस।
24 ए सहर म अगमजानी अऊ पबितर मनखे मन के लहू पाय गीस,
    अऊ धरती ऊपर जऊन मनखेमन मार डारे गीन, ओमन के लहू घलो ए सहर म पाय गीस।”

Error: Book name not found: Zech for the version: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी)
यूहन्ना 17

यीसू ह अपन बर पराथना करथे

17 ए कहे के बाद, यीसू ह स्‍वरग कोति देखिस अऊ कहिस,

“हे ददा, बेरा ह आ गे हवय। अपन बेटा के महिमा कर कि तोर बेटा ह घलो तोर महिमा करय। तेंह ओला जम्मो मनखेमन ऊपर अधिकार दे हवस, ताकि जऊन मन ला तेंह ओला दे हवस, ओ जम्मो झन ला ओह तोर संग सदाकाल के जिनगी देवय। अऊ तोर संग सदाकाल के जिनगी ए अय कि ओमन सिरिप तोला एकेच सत परमेसर के रूप म जानय अऊ यीसू मसीह ला जानय, जऊन ला तेंह धरती म पठोय हवस। जऊन काम तेंह मोला करे बर दे रहय, ओला पूरा करके, मेंह धरती म तोर महिमा करे हवंव। अब, हे ददा, अपन आघू म मोर महिमा कर – ओ महिमा जऊन ह संसार ला बनाय के पहिली मोर, तोर संग रिहिस।”

यीसू ह अपन चेलामन बर पराथना करथे

“मेंह तोर नांव ला ओमन ऊपर परगट करे हवंव, जऊन मन ला तेंह मोला संसार म ले देय हवस। ओमन तोर रिहिन; तेंह ओमन ला मोला देय हवस अऊ ओमन तोर बचन ला माने हवंय। अब ओमन जानथें कि जऊन कुछू तेंह मोला देय हवस, ओ जम्मो चीज तोर करा ले आय हवय। काबरकि मेंह ओमन ला ओ बचन दे हवंव, जऊन ला तेंह मोला देय रहय, अऊ ओमन ओला गरहन करे हवंय। ओमन सही म जान गीन कि मेंह तोर करा ले आय हवंव अऊ ओमन बिसवास कर ले हवंय कि तेंह मोला पठोय हवस। मेंह ओमन बर पराथना करत हंव। मेंह संसार बर नइं, पर ओमन बर पराथना करत हंव, जऊन मन ला तेंह मोला देय हवस, काबरकि ओमन तोर अंय। 10 जऊन कुछू मोर करा हवय, ओ जम्मो ह तोर अय अऊ जऊन कुछू तोर करा हवय, ओ जम्मो ह मोर अय। अऊ एमन के दुवारा मोर महिमा होथे। 11 मेंह अब संसार म नइं रहंव, पर ओमन संसार म रहिहीं, अऊ मेंह तोर करा आवत हवंव। हे पबितर ददा, ओमन ला जतन के रख – अपन ओ नांव के सक्ति के दुवारा, जऊन नांव ला तेंह मोला देय हवस, ताकि ओमन एक हो जावंय जइसने हमन एक हवन। 12 जब मेंह ओमन के संग रहेंव, त ओ नांव के दुवारा जऊन ला तेंह मोला देय हवस, ओमन ला जतन के रखेंव अऊ ओमन ला सही सलामत रखेंव। ओम ले कोनो नइं गंवाईन, सिरिप बिनास के बेटा के छोंड़, ताकि परमेसर के बचन ह पूरा होवय।

13 अब मेंह तोर करा आवत हंव, पर मेंह ए बातमन ला संसार म रहत कहथंव, ताकि ओमन मोर आनंद ले पूरा भर जावंय। 14 मेंह ओमन ला तोर बचन देय हवंव अऊ संसार ह ओमन ले नफरत करिस, काबरकि ओमन संसार के नो हंय, जइसने मेंह संसार के नो हंव। 15 मेंह ए पराथना नइं करत हंव कि तेंह ओमन ला संसार ले निकार ले, पर ए पराथना करत हंव कि ओमन ला तेंह सैतान ले बचाय रख। 16 ओमन संसार के नो हंय, जइसने मेंह संसार के नो हंव। 17 सत के दुवारा ओमन ला पबितर कर, तोर बचन ह सत ए। 18 जइसने तेंह मोला संसार म पठोय, वइसने मेंह ओमन ला संसार म पठोय हवंव। 19 ओमन खातिर मेंह अपन-आप ला तोर हांथ म अरपन करथंव ताकि ओमन घलो सही म अपन-आप ला तोला अरपन करंय।”

यीसू ह जम्मो बिसवासीमन बर पराथना करथे

20 “मेंह सिरिप ओमन खातिर ही पराथना नइं करथंव, पर ओमन बर घलो जऊन मन ओमन के संदेस के कारन मोर ऊपर बिसवास करथें, 21 कि ओ जम्मो झन एक हो जावंय। हे ददा, जइसने तेंह मोर म हवस अऊ मेंह तोर म हवंव। वइसने ओमन घलो हमर म होवंय ताकि संसार ह बिसवास करय कि तेंह मोला पठोय हवस। 22 जऊन महिमा तेंह मोला देय हवस, ओही महिमा मेंह ओमन ला देय हवंव, ताकि ओमन एक हो जावंय, जइसने हमन एक हवन। 23 मेंह ओमन म अऊ तेंह मोर म, कि ओमन पूरा-पूरी एक हो जावंय, ताकि संसार ह जानय कि तेंह मोला पठोय हवस अऊ जइसने तेंह मोर ले मया करे हवस, वइसने ओमन ले घलो मया करय।

24 हे ददा मेंह चाहथंव कि जऊन मन ला तेंह मोला देय हवस, ओमन मोर संग उहां रहंय, जिहां में हवंव अऊ ओमन मोर ओ महिमा ला देखंय, जऊन ला तेंह मोला देय हवस, काबरकि तेंह संसार के रचे के पहिली मोर ले मया करय।”

25 “हे धरमी ददा, संसार ह तोला नइं जानय, पर मेंह तोला जानथंव, अऊ ओमन जानथें कि तेंह मोला पठोय हवस। 26 मेंह ओमन ला तोर बारे म बताय हवंव अऊ बतावत रहिहूं, ताकि तोर ओ मया जऊन ह मोर बर हवय, ओमन म घलो रहय अऊ मेंह खुद ओमन म रहंव।”

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