Read the Gospels in 40 Days
सुसमाचार क प्रचार बरे प्रेरितन क पठउब
(मरकुस 3:13-19; 6:7-13; लूका 6:12-16; 9:1-6)
10 तउ ईसू आपन बारहु चेलन क लगे बोलवाइके ओनका दुस्ट आतिमन क बाहेर खदेरइ, अउर हर तरह क रोगन अउर दारुन दु:खन क दूर करइ क सक्ती दिहेस। 2 उ सबइ बारहु प्रेरितन क नाउँ इ अहइँ
सबते पहिले समौन, (जउन पतरस कहा गवा),
अउर ओकर भाई आन्द्रियास,
जब्दी क बेटवा याकूब
अउर ओकर भाई यूहन्ना।
3 फिलिप्पुस,
बरतुल्मै,
थोमा,
चुंगी (टैक्स) क उगहिया मत्ती,
जल्फै क बेटवा याकूब अउर
तद्दै।
4 समौन कनानी[a]
अउर यहूदा इस्करियोती (जे ओका धोखा दइके पकड़वाए रहा)।
5 ईसू इन बारहु प्रेरितन क बाहेर पठवत हुकुम दिहेस कि उ सबइ, “गैर यहूदियन क पहँटा मँ न जाइँ अउर कउनो सामरी सहर मँ न घुसइँ। 6 मुला उ सबइ इस्राएल क परिवारे क हेराइ गइ भेड़न क नगिचे जाइँ 7 अउर ओनका उपदेस देइँ, ‘सरगे क राज्य नगिचे अहइ।’ 8 उ सबइ बेरमियन क नीक करइँ, मरे भएन क जिन्नगी देइँ, कोढ़िन क नीक करइँ अउर दुस्ट आतिमन क खदेरइँ। तू सबइ बे कछू देए भए पर्भू क असीस अउर सक्ती पाए अहा, एह बरे दुसरउँ क बे कछू लिए अजादी स बाँटा। 9 आपन बटुआ मँ सोना, चाँदी अउर ताँबा जिन रखा। 10 जात्रा बरे कउनो झोला तक जिन रखा। कइसो फालतू कुर्ता, चप्पल अउर छड़ी जिन ल्या। काहेकि मजदूर क ओकरे खइया प हक अहइ।
11 “तू पचे जब कबहुँ कउनो सहर या गाउँ मँ जा तउ पता करा कि हुवाँ बिसवास क लायक कउन अहइ। फिन तब ताईं हुवाँ ठहरि जा जब ताई हुवाँ स चल न द्या। 12 जबहि तू उ कउनो क घरे मँ जा तउ उ परिवार क मनइयन क मान सम्मान करत कहा, ‘तोहका सांति मिलइ।’ 13 जदि घरे क मनई सुपात्र होइहीं तउ तोहार असीस ओनके संग रही अउर जदि ओकरे जोग्ग नाहीं होइहीं तउ तोहार असीस तोहरे लगे लौटि आई। 14 जदि कउनो तोहार अगवानी न करइ या तोहार बतियन क न सुनइ तउ उ घरवा या सहर क तजि द्या। अउर आपन गोड़वा मँ लागी माटी क हुवँइ झाड़ि द्या। 15 मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि जब निआव होई तब उ सहर क दसा सदोम अउर अमोरा[b] सहरन क दसा कहूँ जिआदा बढ़िया होई।
आपन प्रेरितन क ईसू क चिताउनी
(मरकुस 13:9-13; लूका 21:12-17)
16 “होसियार! मइँ तोहका बिगवन मँ भेड़न क नाई बाहेर पठवत अहउँ। कीरा क नाई चालाक अउर कबूतरे क नाईं भोला बना रहा। 17 मनइयन स होसियार रह्या काहेकि उ पचे तोहका बंदी बनाइके यहूदी पंचायत क दइ देइहीं अउर तोहका आपन आराधनालयन मँ कोड़ा स धुनवइहीं। 18 तोहका हुकूमत क सासक अउर राजा क समन्वा हाजिर करिहीं, काहेकि तू सबहीं मोर चेलन अहा। तोहका इ औसर दीन्ह जाई कि तू ओनका अउर गैर यहूदियन क मोरे बारे मँ साच्छी द्या। 19 जब उ पचे तोहका धरइँ तउ फिकिर जिन कर्या कि तोहका का कहइ क बाटइ अउर कइसे कहइ क अहइ। काहेकि उ समइ प तोहका बताइ दीन्ह जाई कि तोहका का कहइ क अहइ। 20 याद रखा कि बोलवइया तू नाहीं अहा, मुला तोहरे परमपिता क आतिमा तोहरे भीतर बोली।
21 “भाई आपन भाइयन क धरवाइ क मरवइहीं, महतारी बाप आपन गदेलन क पकड़वइहीं अउर बचवन आपन महतारी बाप क खिलाफ होइ जइहीं। उ पचे ओनका मरवाइ देइहीं। 22 मोरे नाउँ क कारण मनई तोहसे घिना करिहीं। मुला आखिर तक जउन टिका रही उहइ क उद्धार होई। 23 उ सबइ अब तोहका सहर मँ सतावइँ तउ तू दूसर सहर मँ पराइ जाया। मइँ तोहसे सच सच कहत हउँ अइसे पहिले तू इस्राएल क सबइ ही सहरन क चक्कर लगाइ ल्या, मनई क पूत दुबारा आइ जाई।
24 “चेला आपन गुरु ते बड़वार नाहीं होतेन अउर न ही कउनो नउकर आपन मालिक ते बड़वार होत ह। 25 चेला क गुरु क नाईं होइ मँ अउर नउकरे क मालिक क नाई होइ मँ संतोख करइ चाही। जब उ घरे क मालिक क बेल्जाबुल (सइतान) कहइँ तउ, ओकरे घरे क दूसर लोगन क संग तउ अउ भी बुरा बेवहार करिहीं!”
परमेस्सर स डेराअ मनइयन स नाहीं
(लूका 12:2-7)
26 “एह बरे ओनसे डेराअ जिन काहेकि जउन छुपी अहइ, सब खुलि जाई। अउर हर चीज जउन छुपी अहइ, परगट होइ जाई। 27 मइँ अँधियारे मँ जउन कछू तोसे कहत हउँ, मइँ चाहित ह कि तू उजियारे मँ कहा। मइँ जउन कछू तोहरे कनवा मँ कहेउँ तू ओकरे मकाने क छत्तियापर चढ़िके, एलान करा। 28 ओनसे जिन डेराअ, जउन तोहरे देह क नास कइ डइहीं मुला तोहरे आतिमा क नाहीं मारि सकतेन। बस उ परमेस्सर स डेराअ जउन तोहार देह अउर आतिमा क नरके मँ नाइ के नास कइ सकत ह। 29 एक ठु पइसा क दुइ चिड़िया बेसहे मँ स भी एक तोहरे परमपिता क बे जाने भए अउर ओकर बिना इच्छा स धरती प नाहीं गिर सकत। 30 अरे तोहरे मूँड़े क एक एक बार तक गिना भवा बाटइ। 31 यह बरे डेराअ जिन, तोहार कीमत तउ वइसी बहोत स चिड़ियन ते जिआदा बाटइ।
ईसू मँ बिसवास
(लूका 12:8-9)
32 “जउन कउनो मोका सब मनइयन क समन्वा अपनाई, मइँ भी ओका सरगे मँ बसा आपन परमपिता क समन्वा अपनियाउब। 33 मुला जउन कउनो मोका सब मनइयन क समन्वा न अपनियाई, मइँ भी ओका आपन परमपिता क समन्वा न अपनियाउब।
ईसू क अनुसरण तोहार बरे परेसानी लावइ सकत ह
(लूका 12:51-53; 14:26-27)
34 “इ जिन सोचा कि मइँ धरती प सांति लइ आवइ आइ हउँ। सांति नाहीं मुला एक तरवारे क लइ आइ हउँ। 35 मइँ तउ:
‘बेटवा क बाप क खिलाफ,
बिटिया क महतारी खिलाफ,
दुलहिन क सासे क खिलाफ करइ आइ हउँ।
36 मनई क बैरी ओकरे घरे क मनई ही होइहीं।’[c]
37 “जउन आपन महतारी बाप स मोसे जिआदा पिरेम करत ह, उ मोर होइ क जोग्ग नाहीं जउन अपने बेटवा अउर बिटिया से मोसे जिआदा पिरेम करत ह, उ मोर होइके जोग्ग नाहीं। 38 उ जउन क्रूसे (यातना) उठाइके मोरे पाछे होत नाहीं, मोर होइके जोग्ग नाहीं। 39 उ जउन आपन प्राण बचावा चाहत ह, आपन प्राण खोइ देइ। मुला जउन मोरे बरे आपन प्राण दइ देइ, उ जिन्नगी पाई।
परमेस्सर ओका आसीस देब जउन तोका स्वीकार करी
(मरकुस 9:41)
40 “जउन तू पचन क अपनावत ह, उ मोका अपनावत ह अउर जउन मोका अपनावत ह, उ उहइ परमेस्सर क अपनावत ह, जउन मोका पठएस ह। 41 जउन कउनो नबी क यह बरे अपनावत ह कि उ नबी अहइ, ओका उहइ ओकरे बदले मँ फल मिली जउन कि नबी क मिलत ह। अउ जदि तू कउनो धर्मी क यह बरे अगवानी करत ह कि उ धर्मी बाटइ, ओका सच उहइ बदले मँ फल मिली जउन कउनो धर्मी क मिलत ह। 42 अउर जदि कउनो मोर इ भोला भाला चेलन मँ स कउनो एक क एक लोटा ठंडा पानी तक दइ दे कि उ मोर चेला अहइ, तउ मइँ तोसे सच कहत हउँ कि ओका ऍकरे बदले मँ फल सचमुच बे मिले भए न रही।”
ईसू अउर बपतिस्मा क देवइया यूहन्ना
(लूका 7:18-35)
11 अइसा भवा कि ईसू आपन बारहु चेलन क इ तरह समझाइके हुवाँ स चला गवा अउर गलील देस क सहरन मँ उपदेस देत अउर प्रचार करत लाग।
2 यूहन्ना जब जेल मँ मसीह क काम क बारे मँ सुनेस तउ उ आपन चेलन स संदेस पठइके पूछेस, 3 “का तू उहइ अहा, जउन आवइवाला रहा या हम पचे कउनो अउर आवइवाला क बाट जोही?”
4 ईसू जवाबे मँ ओनसे कहेस, “जउन कछू तू सबइ सुनत अहा, अउर देखत अहा, जाइके यूहन्ना क बतावा कि, 5 अँधरे क आँखी मिलति अहइँ, लूला लगँड़ा चल पावत अहइँ, कोढ़ी चंगा होत अहइँ, बहिर सुनत अहइँ अउ मुर्दा जिआइ जात अहइँ अउर गरीबन मँ सुसमाचार क प्रचार कीन्ह जात अहइ। 6 उ धन्य अहइ जउन मोका अपनाइ सकत ह।”
7 जब यूहन्ना क चेलन हुवाँ स जात रहेन तउ ईसू भीड़ मँ यूहन्ना क बारे मँ कहइ लाग, “तू पचे इ उसरे मँ का निहारइ आइ अहा? का कउनो सरपत? जउन हवा स उड़ि जात बा। 8 नाहीं, तउ फिन का देखइ आइ अहा? का एक मनई? जउन बहोत बढ़िया ओढ़ना पहिरे बा? देखा जउन उत्तिम बस्तर पहिरत हीं, उ सबइ तउ राजा क महले मँ मिलत हीं। 9 तउ तू सबइ का निहारइ आइ अहा? का कउनो नबी? हाँ, मइँ तोहका बतावत हउँ कि जेका तू देख्या ह उ कउनो भी नबी स जिआदा अहइ। 10 इ उहइ अहइ जेकरे बारे मँ पवित्तर सास्तर मँ लिखा बाटइ:
‘देखा, मइँ तोहसे पहिले ही आपन दूत पठवत हउँ।
उ तोहरे बरे राह बनाई।’ (A)
11 “मइँ तोहसे सच कहत हउँ बपतिस्मा देवइया यूहन्ना त बड़वार कउनो मनई पइदा नाहीं भवा। फिन भी सरगे क राज्य मँ छोट त छोट मनई भी यूहन्ना स बड़कवा अहइ। 12 बपतिस्मा क देवइया यूहन्ना क समइ स आज तलक सरगे क राज्य खौफनाक हमला झेलत रहा अहइ अउ हिंसा करवइया ओका छीन इ क जतन करत हीं। 13 यूहन्ना क आवइ तलक सारे नबियन अउर मूसा क व्यवस्था इ भविस्सबाणी किहेन, 14 अउर जदि तुम व्यवस्था अउर नबियन जउन कछू कहइ, ओका स्वीकार करने क तैयार ह तउ जेकरे आने की भविस्सबाणी की गयी थी इ यूहन्ना उहइ एलिय्याह बाटइ। 15 जउन सुनि सकत होइ, उ सुनि लेइ।
16 “आजु क इ पीढ़ी क तुलना मइँ कउने स करउँ? उ सबइ बाजारे मँ बइठा भवा ओन गदेलन क नाईं अहइँ जउन एक दूसर क नरियाइके कहत रहेन,
17 ‘हम तोहरे बरे बाँसुरी बजावा,
मुला तू नाच्या नाहीं।
हम पचे सोकगीत गावा,
मुला तू रोया नाहीं।’
18 बपतिस्मा देवइया यूहन्ना आवा। जउन अउरन क नाईं नखात रहा अउर न पिअत रहा। मुला लोग कहे रहेन, ‘ओहमा दुस्ट आतिमा समाइ गइ अहइ।’ 19 फिन मनई क पूत आवा। जउन अउरन क नाईं खात-पिअत ह, मुला मनई कहत हीं, ‘इ मनई क देखा, ई पेटू अहइ, पिअक्कड़ बाटइ। इ चुंगी क उगहिया अउर पापी क मीत अहइ।’ मुला बुद्धि क चमत्कार काम स सिद्ध होइ जात ही।”
बिसवासी क न करइया ईसू क चिताउनी
(लूका 10:13-15)
20 फिन ईसू ओन नगरन क धिक्कारेस, जेहमाँ उ ढेर अद्भुत कारजन किहेस। काहेकि हुवाँ क मनइयन आपन पाप करबँ नाहीं छोड़ेन अउर मनफिराव नाहीं करेन। 21 ईसू कहेस, “अरे अभगे खुराजीन अरे अभगे बैतसैदा[d] जउन अद्भुत कारजन तोहमा कीन्ह गएन जदि उ सबइ काम सूर अउ सैदा मँ कीन्ह जातेन तउ हुवाँ क मनई बहोत पहिले टाट क कपरा[e] ओढ़िके सोक बरे अउर देह प राखि लगाइके दुख क परगट करत मनफिराव कइ चुका होतेन। 22 मुला मइँ तू सब लोगन स कहत हउँ कि निआव क दिन सूर अउर सैदा क दसा तोहसे जिआदा सहइ बरे जोग्ग होई।
23 “अउर अरे कफरनहूम का तू सोचत ह कि तोहका सरगे क महिमा तलक ऊँचे उठावा जाई? तू तउ अधोलोक मँ नरक तलक जाब्या। काहेकि जउन अद्भुत कारजन तोहमा कीन्ह गएन, जदि उ सबइ सदोम मँ कीन्ह जातेन तउ उ नगर आज तलक टिका होत। 24 मुला मइँ तोहका बतावत हउँ कि निआव क दिन तोहरे मनइयन क दसा ते सदोन क दसा कहूँ नीक होई।”
ईसू क अपनियावइ बरे सुख चइन क बचन
(लूका 10:21-22)
25 उ समइया प ईसू कहेस, “परमपिता, तू सरग अउर धरती क पर्भू अहा, मइँ तोहार गुन गावत हउँ काहेकि तू इन बातन क, ओनमाँ स जउन गियानी अउर समझदार अहइँ, छुपाइके रखे अहा। अउ जउन भोला भाला अहइँ ओनके बरे परगट किए अहा। 26 हाँ परमपिता इ यह बरे भवा काहे कि तू ही एका अच्छे स जानत अहा।
27 “मोर परमपिता सब कछू मोका सौंप दिहेस अउर असिल मँ परमपिता क बजाय कउनो भी पूत क नाहीं जानत। अउर हर उ मनई परमपिता क जानत ह, जेकरे बरे पूत ओका परगट करइ चाहत ह।
28 “अरे, ओ थका माँदा, बोझन स दबान मनइयन मोरे लगे आवा। मइँ तोहका सुख चइन देब। 29 मोर जुआ ल्या अउर आपन उपर धरा। फिन मोसे सीखा काहेकि मइँ सहल हउँ अउर मोर मनवा कोमल अहइ। तोहका भी आपस बरे सुख-चइन मिली। 30 काहेकि उ जुआ जउन मइँ तोहका देइत ह बहोत सहल बाटइ। अउर उ बोझावा जउन मइँ तोह पर डारत अही, हल्का बाटइ।”
कछू यहूदियन ईसू क निन्दा किहेन
(मरकुस 2:23-28; लूका 6:1-5)
12 लगभग उहइ समइया ईसू सबित क दिन अनाजे क खेतन स होइके जात रहा। ओकरे चेलन क भूख लाग अउ गोहूँ क बाल तोड़ि क चबाइ लागेन। 2 फरीसियन अइसा होत देखिके कहेन, “देख! तोहार चेलन उ करत अहइँ जेकर सबित क दिन करब मूसा क व्यवस्था क माफिक नाहीं।”
3 ऍह प ईसू ओनसे पूछेस, “का तू नाहीं पढ्या कि दाऊद अउर ओकर साथी, जब ओनका भूख लाग, का किहे रहेन? 4 उ परमेस्सर क घरे मँ घुसिके ओनके बरे चढ़ाई गइ पवित्तर रोतिन क कइसे खाए रहेन? तउ भी ओका अउर ओनके साथी संगी क ओकर खाब मूसा क व्यवस्था क खिलाफ रहा। ओका सिरिफ याजकन ही खाइ सकत रहेन। 5 मूसा क व्यवस्था मँ तू इ नाहीं पढ़्या कि सबित कि दिन मंदिर क याजक ही असिल मँ सबित क दिन बिगार देत हीं अउर फिन ओनका कउनो कछू नाहीं कहत। 6 मुला मइँ तोसे कहत हउँ, हियाँ जउन कउनो बाटइ उ मंदिर ते बड़वार बाटइ। 7 जदि तू पवित्तर सास्तर मँ जउन लिखा अहइ, ओका जानत ह, ‘मइँ मनइयन मँ दाया चाहत हउँ, पसुबलिदान नाहीं’(B) तउ तू ओनका दोखी नाहीं ठहरउत्या जउन निर्दोख अहइँ।
8 “हाँ, मनई क पूत सबित क दिन क भी सुआमी अहइ।”
ईसू सुखंडी हाथे क चंगा किहेस
(मरकुस 3:1-6; लूका 6:6-11)
9 फिन उ हुवाँ स चला गवा अउर उनके आराधनालय मँ पहुँच गवा। 10 हुवाँ एक ठु मनई रहा, जेकर हाथ सुखंडी रहा। तउ मनइयन ईसू स पूछेन, “मूसा क व्यवस्था क माफिक सबित क दिन का कउनो क नीक करब ठीक अहइ?” उ सबई एह बरे ओसे पूछेन कि, उ पचे ओह प दोख लगाइ सकइँ।
11 मुला उ ओनका जबाव दिहेस, “मान ल्या, तोहमाँ स कउनो क लगे एक ही भेड़ बाटइ, अउर उ भेड़ सबित क दिन कउनो गड़हा मँ गिरि जात ही, तउ तू का ओका बाहेर न निकरब्या? 12 सच मनई तउ एक भेड़े स जिआदा बढ़के अहइ। यह बरे सबित क दिन मूसा क व्यवस्था भलाई करइ बरे अनुमति देत ह।”
13 तब ईसू उ सुखंडी हाथवाला मनई स कहेस, “आपन हथवा आगे बढ़ावा।” उ पूरी तरह स चँगा होइ गवा। ठीक उहइ तरह जइसे ओकर दूसर हाथ रहा। 14 तब फरीसियन हुवाँ स चला गएन अउर ओका मार डावइ क तरकीब गूंथइ मथइ लागेन।
ईसू उहइ करत ह जेकरे बरे परमेस्सर ओका चुनेस
15 ईसू इ जान गवा अउर हुवाँ स चला गवा। भारी भीड़ पाछे पाछे होइ गइ। उ ओनका चंगा करत 16 चिताउनी दिहस कि ओकरे बारे मँ मनइयन क कछू न बतावइँ। 17 इ एह बरे भवा कि नबी यसायाह पर्भू क बारे मँ जउन कछू कहेस ह, उ पूरा होइ जाइ:
18 “इ मोर सेवक अहइ,
मइँ जेका चुनेउ हउँ।
इ मोर पिआरा अहइ,
ऍहसे मइँ आनंद मँ हउँ
आपन आतिमा ऍह प मइँ रखियउँ
सब देसन क सब मनइयन क इ निआव क एलान करी।
19 इ कबहुँ नाहीं चिचिआई,
या झगड़ी ही मनइयन ऍका गली कूचा मँ न सुनिहइँ
20 उ सरते क न उ तोड़ीन
इ बुझत दिया तलक उ न बुझाई डटा रही
तब ताई जब ताईं निआव क जीत न होइ जाई।
21 तब फिन सबइ लोग आपन आसा ओहमाँ बँधिहीं, फिन उहइ नाउँ मँ।” (C)
ईसू मँ परमेस्सर क सक्ती बाटइ
(मरकुस 3:20-30; लूका 11:14-23; 12:10)
22 फिन मनइयन ईसू क लगे एक अइसे अँधरे क लइ आएन जउन गूँगा भी रहा काहेकि ओहॅ प दुस्ट आतिमा क सवारी रही। ईसू ओका चांगा किहेस अउर एह बरे इ गूँगा अउर आँधर बोलइ अउर देखइ लाग। 23 ऍह प सबइ मनइयन अचरजे मँ पड़ि गएन अउर उ सबइ कहइ लागेन, “का इ मनई दाऊद क पूत होइ सकत ह?”
24 जबहिं फरीसियन इ सुनेन तउ उ पचे कहेन, “इ दुस्ट आतिमन क ओनके सरदार बेल्जाबुल क सहारा स बाहरे निकारत ह।”
25 ईसू ओनके मनवा क बात जानि गवा अउर ओनसे कहेस, “हर राज्य जेहमाँ फूट परि जात ह, ओकर नास होइ जात ह। वइसे ही हर सहर या परिवार जेहमाँ फूट परि जात ह उ टिकइ नाहीं पावत। 26 तउ सइतान ही खुद आपन क बाहेर कइसे निकारी फिन तउ ओहमाँ आपन खिलाफ फूट पड़ि जाई। तउ ओकर राज्य कइसे बना रहि पाई। 27 अगर इ सच अहइ कि मइँ बेल्जाबुल क सहारा स दुस्ट आतिमन क खदेरत हउँ तउ तोहार मनवइया कउने सहारा स ओनका बाहेर खदेरत हीं? तउ तोहार आपन मनवइया ही सिद्ध करिहीं कि तू गलत अहा। 28 मइँ दुस्ट आतिमन क परमेस्सर क आतिमा क सक्ती स निकारत हउँ। ऍहसे इ सिद्ध होत ह कि परमेस्सर क राज्य तोहरे निअरे आइ ग अहइ। 29 फिन कउन कउनो जबरा क घरवा मँ घुसिके ओकर माल कइसे चोरॉइ सकत ह, जब तलक उ जबरा क पहिले बाँध न देइ। तबहिं उ ओकरे घरवा क लूटि सकत ह। 30 जउन मोर संग नाहीं उ हमरे खिलाफ बाटइ। अउर जउन अलगाइ भई भेड़न क बटोरइ मँ मोर मदद नाहीं करत, उ ओनका अलगावत ह।
31 “एह बरे मइँ तोहसे कहत हउँ कि सब मनइयन क किस्म किस्म क निन्दा अउर पापन्क छमा कइ दीन्ह जाइ मुला पवित्तर आतिमा क निन्दा क छमा किन्ह न जाई। 32 कउनउ मनई क पूत क खिलाफ जदि कछू कहत ह तउ ओका छमा कीन्ह जाइ सकत ह, मुला पवित्तर आतिमा क खिलाफ कउनो कछू कहइ तउ ओका छमा न कीन्ह जाई। न तउ इ युग मँ अउर न आवइवाला युगे माँ।
मनई आपन करम स जाना जात ह
(लूका 6:43-45)
33 “तू लोग जानत ह कि बढ़िया फरे बरे तोहका बढ़िया बृच्छ रोपइ चाही। मुला बृच्छ बुरा अहइ तउ बुरा फर देइ। काहेकि बृच्छ आपन फरे स जाना जात ह। 34 अरे हे कीरा क बचवन! जब तू खुदइ बुरा अहा तउ नीक बातन कइसे कहि सकत ह? मनई क सब्द जउन ओकरे मनवा मँ भरा अहइ, उहइ स निकरत ही। 35 एक नीक मनई मनवा क नीक भंडारे स नीक बातन निकारत ह अउर बुरा मनई बुरी बातन क निकारत ह जउन मनवा क भंडारे मँ एकट्ठा रहत हीं। 36 अउ मइँ तू सब जने के बतावन हउँ कि निआव क दिन हर मनई क लापरवाही स बोली गइ बातन क हिसाब देइ क होई। 37 तोहरे बातन क ऊपर तोहका निर्दोख अउर दोखी ठहराइ जाई।”
ईसू स प्रमाण सरूप अचरज चीन्ह क माँग
(मरकुस 8:11-12; लूका 11:29-32)
38 फिन कछू धरम सास्तिरियन अउर फरीसियन ओसे कहेन, “गुरु, हम पचे तोसे अद्भुत चीन्हा परगट करइ चाहित ह।”
39 ईसू ओनसे जवाबे मँ कहेस, “इ जुग क बुरा अउर दुराचारी पीढ़ी क मनई अद्भुत चीन्हा देखा चाहत हीं। नबी योना क अद्भुत चीन्हा तजिके ओनका अउर कउनो अद्भुत चीन्हा न दीन्ह जाई। 40 अउ जइसे योना तीन दिना अउर तीन रात उ समुद्री जीव क पेटवा मँ रहा, वइसे ही मनई क पूत तीन दिन अउर तीन रात धरती क अन्दर मँ रही। 41 निआव क दिन निनेवा क रहइवाले आज क पीढ़ी क मनई क संग खड़ा होइहीं अउर दोखी ठहरइहीं। काहेकि निनेवा क मनई योना क उपदेस स मनफिराव करे रहेन अउर हियाँ तउ कउनो योना स बड़वार हाजिर अहइँ।
42 “निआव क दिन दक्खिन क रानी इ पीढ़ी क मनइयन क संग खड़ी होई अउर ओनका दोखी ठहराई, काहेकि उ धरती क दूसर छोर स सुलैमान क उपदेस सुनइ बरे आइ रही अउर हियाँ तउ कउनउ सुलैमान स भी बड़वार हाजिर अहइ।
मनइयन मँ सइतान
(लूका 11:24-26)
43 “जब कउनउ दुस्ट आतिमा कउनो मनई क छोड़ देत ह तउ उ आराम खोजइ बरे झुरान धरती प ढूँढ़त फिरत ह, मुला उ ओका मिल नाहीं पावत। 44 तब उ कहत ह, ‘जउन घरे क मइँ छोड़ दिहेउँ, मइँ फिन उहइँ लौटि हउँ।’ तउ उ लौटत ह अउर ओका अब ताईं खाली अउ साफ सूथर अउर सजा भवा पावत ह। 45 फिन उ लौटत ह अउ आपन संग सात अउ दुस्ट आतिमन क लइ आवत ह जउन ओसे भी बुरी होत हीं। फिन उ सबइ आइके हुवाँ रहइ लागत हीं। अउर उ मनई क हालत पहिले स जिआदा खौफनाक होत ह। आज क इ खराब पीढ़ी क मनइयन क दसा अइसी बाटइ।”
ईसू क मनवइयन ही ओकर परिवार
(मरकुस 3:31-35; लूका 8:19-21)
46 ईसू अबहिं भिड़िया क मनइयन स बातन कर रहा कि ओकर महतारी अउर भाइयन हुवाँ अइके बाहेर खड़ा होइ गएन। उ पचे ईसू स बात करइ बरे इंतजार करत रहेन। 47 कउनो ईसू स कहेस, “सुना तोहार महतारी अउर तोहार भाइयन खड़ा बाटेन अउर तोसे बात करइ चाहत हीं।”
48 जवाबे मँ ईसू बात करइवालन स कहेस, “कउन अहइ मोर महतारी, अउ कउन अहइ मोर भाइयन?” 49 फिन आपन हथवा स चेलन कइँती सनकावत कहेस, “इ अहइँ मोर महतारी अउर मोर भाइयन। 50 हाँ सरगे मँ रहवइया मोरे परमपिता क इच्छा प जउन कउनो चलत ह, उहइ मोर भाई, बहिन अउर महतारी अहइ।”
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