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51 तू का सोचत बाट्या कि मइँ इ धरती प सान्ति लइ आवइ क बरे आवा हउँ? नाहीं, मइँ तोहका बतावत हउँ, मइँ अलगावइ आवा हउँ। 52 काहेकि अब स आगे एक घरे क पाँच आदमी एक दूसर क खिलाफ बँटि जइहीं। तीन दुइ क बिरोध मँ अउर दुइ तीन क बिरोध मँ होइ जइहीं।

53 बाप बेटवा क बिरोध मँ,
    अउर बेटवा बाप क बिरोध मँ,
महतारी बिटिया क बिरोध मँ,
    अउर बिटिया महतारी क बिरोध मँ,
सास दुलहिन क बिरोध मँ
    अउर दुलहिन सास क बिरोध मँ होइ जइहीं।”

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