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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
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भजन संहिता 89

एज्रा-वंसी एथान क एक ठु मस्किल।

मइँ हमेसा यहोवा क पिरेम क गीतन क गाउब।
    मइँ ओकरी हमेसा ओकरी बिस्सासी क गीत गावत रहब।
हे यहोवा, मोका सचमुच बिस्सास अहइ, तोहार पिरेम अमर अहइ।
    तोहार बिस्सास लम्बी अकास क नाईं अहइ।

यहोवा परमेस्सर कहत ह, “मइँ आपन चुने भए राजा क संग एक ठु करार किहेउँ ह।
    आपन सेवक दाऊद क मइँ वचन दिहेउँ ह:
‘दाऊद तोहरे बंस क मइँ हमेसा बरे अमर बनाउब।
    तोहरे राज्ज सदा सदा बरे बनाइ रखबेउँ।’”

हे यहोवा, तोहरे ओन अद्भुत करमन क अकास स्तुति करत हीं।
    सरगदूतन क सभा तोहरी ईमानदारी क गीत गावत हीं।
सरगे मँ कउनो मनई यहोवा क तुलना नाहीं कइ सकत।
    कउनो भी देवता यहोवा क समान नाहीं।
पवित्तर सरगदूतन क सभा मँ परमेस्सर अत्यंत सम्मानित बाटइ।
    उ सबइ जउन ओकर चारिहुँ कइँती अहइ,
    क जरूर डरइ चाही अउर ओकर आदर करइ चाही।
सर्वसक्तिमान परमेस्सर यहोवा, तोहस जियादा कउनो सक्तिसाली नाहीं अहइ।
    अउर यहोवा तू हमेसा भरोसेमन्द अहा।
तू गरजत समुद्दर पइ सासन करत अहा।
    तू ओकर उमंगित तंरगन क सांत करत अहा।
10 हे परमेस्सर, तू ही अहा जउन राहाब[a] क हराए रह्या अउर ओका जुद्ध मँ मार डाए रह्या।
    तू आपन महासक्ति स आपन दुस्मन बिखराइ दिह्या।
11 सरग अउ धरती तोहार अहइ।
    उ तू ही अहा जउन इस संसार क बनाय अउर संसार मँ क हर वस्तु रच्या।
12 तू ही सब कछू उत्तर दक्खिन रच्या ह।
    ताबोर अउ हर्मोन पर्वत तोहार गुन गावत हीं।
13 तू सक्तिसाली अहा।
    तोहार सक्ति महान अहइ।
    तोहार सक्ति क सम्मान कीन्ह जात हीं।
14 तोहार राज्ज धार्मिकता अउ निआउ पइ टिका बाटइ।
    पिरेम अउ बिस्सासी तोहरे सेवा करत अहइँ।
15 जउन तोहमाँ खुस अहइँ उ धन्न अहइँ।
    उ पचे तोहरी समर्थन क प्रकास मँ जिअत रहत हीं।
16 तोहार नाउँ ओनका सदा खुस करत ह
    अउर तोहार धार्मिकता क कारण उ सम्मान पावत ह।
17 तू ओनकर सक्ति क अद्भुत स्रोत अहा।
    उ तोहार समर्थन क कारण तोहसे सक्ति पावत ह।
18 काहेकि हमार रच्छा यहोवा स सम्बंधित अहइ।
    हम लोगन क राजा इस्राएल क पवित्तर क कइँती स अहइ।
19 एक बार दर्सन मँ तू आपन सच्चे मनइयन स कहे रहा,
“मइँ ओनका मदद दिहे हउँ जउन मज़बूत अहइ,
    मइँ लोगन क बीच मँ स नउ जवान मनई क प्रतिस्ठित किहेउँ।
20 मइँ आपन सेवक दाऊद क पाइ लिहेउँ,
    अउर मइँ ओकर ताजपोसी किहेउँ ह अउ ओकरे अभिसेक आपन तेल स किहेउँ ह।
21 मइँ आपन दाहिने हाथे स दाऊद क सहारा दिहेउँ,
    अउर मइँ ओका आपन सक्ति स बलवान बनाएउँ।
22 कउनो दुस्मन चुने भए राजा क धोखा नाहीं देइ सकतेन।
    दुट्ठ जन ओहे पइ अत्याचार नाहीं कइ सकतेन।
23 मइँ ओकरे दुस्मनन क समाप्त कइ दिहेउँ।
    जउन लोग चुने भए राजा स बैर राखत रहेन, मइँ ओनका हराइ दिहेउँ।
24 मइँ हमेसा आपन चुने भए राजा स पिरेम राखब अउर ओका समर्थन देब।
    उ मोहे पइ निर्भर रहिके मोर सक्ती स भरि जाइ।
25 मइँ आपन चुने भए राजा क महासागर क नियंत्रक तइनात करब।
    उ नदियन पइ हुकुमत करी।
26 उ मोहसे कही, ‘तू मोर पिता अहा।
    तू मोर परमेस्सर, मोर चट्टान अउ मोर उद्धारकर्ता अहा।’
27 मइँ ओका आपन पहिलौटा पूत बनाउब।
    उ सबइ राजन पइ प्रमुख होइ।
28 मइँ सदा ओका आपन पिरेम दिखावत हउँ।
    मोर करार ओकरे संग दृढ़ता स स्थापित होइ।
29 मइँ इ बंस क अमर बनाउब।
    ओकर सासन हुआँ तब तलक टिका रही जब तलक कटनी क समई रही।
30 अगर ओकर संतानन मोर कानून अउर आदेस क पालन तजि दिहन ह,
    अउर अगर उ लोग मोरे उपदेसन क मानब तजि दिहन ह।
31 अगर मोर अभिसिक्त राजा क संतानन मोरे कानून क पालन नाहीं किहन
    अउर अगर मोरे आदेसन क न मानेन।
32 तउ मइँ ओकर बिद्रोह बरे ओका दण्ड देइ बरे अधर्म चिजियन क न होइ देब,
    अउर मइँ ओकरे आग्याभंग करइ बरे मनइयन क दण्ड क रूप मँ देब।
33 मुला मइँ ओन लोगन क परिवार स आपन पिरेम क नाहीं हटाउब।
    मइँ सदा ही ओनके बरे बिस्सासी रहब।
34 जउन करार मोर दाऊद क संग अहइ, मइँ ओका नाहीं तोड़ब।
    मइँ आपन वाचा क नाहीं बदलब।
35 मइँ आपन पवित्तरता प्रतिग्या लेब,
    अउर मइँ ओहे स आपन वाचा क नाहीं तोड़ब।
36 दाऊद क बंस हुवाँ सदा बना रही।
    जब तलक हुवाँ सूरज रही तब तलक ओकर सिंहासन भी रही।
37 उ सदा हुवाँ रहब।
    निहचय ही जब तलक आकासे मँ चन्द्रमा साच्छी रही तब तलक लगातार रही।” (सेला)

38 मुला अब, तू ओकर अपमान किहा ह अउर ओका तजि दिहा ह।
    तू आपन अभिसिक्त राजा पइ कोहाइ गवा ह।
39 तू आपन सेवक क कीन्ह भवा करार क रद्द कइ दिहा।
    तू ओकरे मुकुट धूरि मँ लोकाइ दिहा।
40 तू राजा क नगर क देवारन बर्बाद कइ दिहा,
    तू ओकरे सब किला क तहस नहस कइ दिहा।
41 राजा क पड़ोसी ओह पइ हँसत अहइँ, अउर उ सबइ लोग जउन पास स गुजरत हीं,
    ओनकर चिजियन क चोराइ लइ जात हीं।
42 तू राजा क दुस्मनन क खुस किहा।
    तू ओकरे दुस्मनन क जुद्ध मँ जिताइ दिहा।
43 तू ओकरे तरवार क जुद्ध मँ असफल किहा।
    तू आपन राजा क जुद्ध जीतइ मँ मदद नाहीं किहा।
44 तू ओकरे खास स्थान क समाप्त कइ दिहा ह,
    अउर तू ओकर पवित्तर सिंहासन क तू धरती पइ पटक दिहा।
45 तू ओकरे जवानी क दिनन क
    घटा दिहा ह।

46 हे यहोवा, इ कब तलक रही?
    का सदा-सदा हमार मदद नाहीं करब्या?
    का तू सदा सदा बरे आपन किरोध आगी क नाईं धधकत भए रखब्या?
47 याद करा मोर जिन्नगी केतनी अल्पकालीन अहइ।
    तू ही हमका नान्ह जिन्नगी जिअइ अउर फुन मरि जाइ क रच्या ह।
48 अइसा कउनो मनई नाहीं जउर सदा जिई अउर कबहुँ नाहीं मरी।
    कब्र स कउनो मनई बच नाहीं पाई। (सेला)

49 हे सुआमी, उ पिरेम कहाँ अहइ जउन तू अतीत मँ देखाँए रह्या
    अउर तू आपन बिस्सास क दाऊद क वचन दिह्या।
50 हे सुआमी, कृया कइके याद करइ क जतन करा, कि लोगन तोहरे सेवक क कइसे अपमानित किहन।
51 मइँ आपन हिरदय मँ बहोत सारे रास्ट्रन क अपमान क सहन किहे हउँ।
    केकरे बारे मँ तोहार दुस्मन मज़ाक उड़ाएन, हे यहोवा? तोहरे चुने भए राजा क उ पचे अपमानित किहेन ह।

52 यहोवा, क हमेसा ही स्तुति होइ।
    आमीन आमीन!

भजन संहिता 96

यहोवा बरे एक ठु गीत गावा।
    हे समस्त ब्रह्माण्ड यहोवा बरे गीत गावा।
यहोवा बरे गावा, ओकरे नाउँ क धन्न कहा।
    हर दिन इ ओकरे उद्धार क बारे मँ सुसमाचार क सुनावा।
दूसर रास्ट्रन क बतावा कि यहोवा फुरइ अद्भुत बाटइ।
    सब कतहूँ क लोगन मँ ओन अद्भुत बातन क जेनका उ करत ह बखान करा।
यहोवा महान बा अउर बड़कई क जोग बा।
    उ कउनो “देवतन” स जियादा स्रद्धालु बा।
दूसर रास्ट्रन क सबहिं “देवतन” सिरिफ मूर्तियन अहइँ,
    मुला यहोवा अकासन क रचेस।
ओकरे समन्वा सुन्दर महिमा दमकत बा।
    परमेस्सर क पवित्तर मन्दिर सामरथ अउ सुरन्दरता अहइँ।
हे वंसो, अउर रास्ट्रो,
    यहोवा बरे महिमा अउर बड़कई क गीत गावा।
यहोवा क नाउँ क गुणगान करा।
    आपन भेंटन उठावा अउ मन्दिर मँ जा।
    यहोवा क ओकर भव्य, मन्दिर मँ उपासना करा।
अरे ओ धरती क मनइयो, यहोवा क उपासना करा।
10     रास्ट्रन क जानइ द्या कि यहोवा राजा अहइ।
निहचय ही उ उहइ अहइ जउन जगत क स्थिर अउर अखण्ड बनाएस ह।
    यहोवा मनइयन पइ निआउ स सासन करी।
11 अरे अकास, खुस ह्वा, हे धरती, आनन्द मनावा।
    हे सागर, अउर ओहमाँ क सबइ चिजियन क आनन्द स ललकारा।
12 अरे ओ खेतो अउर ओहमाँ उगइवाली हर वस्तु आनन्द स भरपूर होइ जा।
    हे जंगल क बृच्छो गावा अउर आनन्द मनावा।
13 आनन्द स भरपूर होइ जा
    काहेकि यहोवा आवत अहइ।
यहोवा जगत क सासन करइ आवत अहइ,
    उ खरेपन स निआउ करी।

भजन संहिता 100-101

धन्यवाद क एक ठु गीत।

हे धरती, तू यहोवा बरे गावा।
आनन्द स रहा जब तू यहोवा क सेवा करा।
    खुसी क गीतन क संग यहोवा क समन्वा आवा।
तू जान ल्या कि यहोवा ही परमेस्सर अहइ।
    उ हमका बनएस ह अउ हम ओकर भगत अही।
    हम ओकर भेड़ अही।
धन्यवाद क गीत संग लिए यहोवा क नगर मँ आवा,
    गुणगान क गीत संग लिए यहोवा क मन्दिर मँ आवा।
    ओकर आदर करा अउर ओकर नाउँ क धन्य करा।
यहोवा उत्तिम अहइ।
    ओकर पिरेम सदा सदा ही अहइ।
    हम ओह पइ सदा सर्वदा बरे भरोसा कइ सकित ह।

दाऊद क एक ठु गीत।

मइँ पिरेम अउ खरेपन क गीत गाउब।
    यहोवा मइँ तोहरे बरे गाउब।
मइँ पूरी सावधानी स सुद्ध जिन्नगी बिताउब।
    मइँ आपन घर मँ सुद्ध जिन्नगी जिअब।
    हे यहोवा तू मोरे लगे कब अउब्या?
मइँ कउनो भी बियर्थ मूरति समन्वा नाहीं राखब।
    जब लोग तोहार खिलाफ विद्रोह करत हीं तउ मइँ इ स घिना करत हउँ।
    मइँ कबहुँ भी एकर हिस्सा नाहीं बनब।
मइँ इमानदार रहब।
    मइँ बुरा काम स कबहुँ सम्बंध नाहीं राखब।
अगर कउनो मनई छिप छिपके आपन पड़ोसी बरे चुगली कहइ,
    मइँ ओनका रोकब।
मइँ डींग हाँकइवाला
    अउर महत्वाकांच्छी व्यक्तियन क सहन नाहीं करब।

मइँ आपन संग काम करई बरे बिस्सासी लोगन क दूढ़ता हउँ।
    सिरिफ ओन लोग मोर सेवक होइ सकत हीं
    जउन इमानदारी स जिन्नगी जिअत हीं।
मइँ आपन घरे मँ अइसे लोगन क रहइ नाहीं देब जउन झूठ बोलत हीं।
    मइँ झूठ लोगन क आपन लगे भी फटकइ नाहीं देब।
मइँ ओन दुट्ठन क सदा ही नस्ट करब, जउन इ देस मँ रहत हीं।
    मइँ ओन दुट्ठ लोगन क मजबूर करब, कि उ पचे यहोवा क नगर क तजि देइँ।

भजन संहिता 105

यहोवा क धन्यवाद करा, ओकरे नाउँ क पुकारा।
    रास्ट्रन क ओकरे अदभुत कारजन क बारे मँ बतावा।
यहोवा बरे तू गावा, तू ओकर बड़कई क गीत गावा।
    ओन सबहिं अचरज स भरी बातन कर वर्णन करा जेनका उ करत ह।
यहोवा क पवित्तर नाउँ पइ गर्व करा।
    ओ सबहिं लोगो जउन यहोवा क उपासक अहा, तू पचे खुस होइ जा।
सामरथ पावइ क तू यहोवा क लगे जा।
    सहारा पावइ क तू ओकरे लगे जा।
ओन अद्भुत बातन क सुमिरा जेनका यहोवा करत ह।
    ओकरे अचरज कर्म अउर ओकर विवेक स भरा फइसला क याद राखा।
तू परमेस्सर क सेवक इब्राहीम क संतान अहा।
    तू याकूब क संतान अहा, उ मनई जेका परमेस्सर चुने रहा।
यहोवा ही हमार परमेस्सर अहइ।
    सारे संसार पइ यहोवा क सासन अहइ।
उ आपन करार क सदा याद रखत ह।
    उ आपन आदेसन क हजार पीढ़ियन तलक याद रखत ह।
इब्राहीम क संग परमेस्सर करार बाँधे रहा।
    परमेस्सर इसहाक क वचन दिहे रहा।
10 उ याकूब क आपन करार क कानून क रूप मँ दिहे रहा।
    परमेस्सर इस्राएल क संग करार किहस।
    इ सदा सदा ही बना रही।
11 परमेस्सर कहे रहा, “मइँ कनान क भुइँया क
    तोहका आपन सम्पत्ति क रूप देब।”
12 जब इब्राहीम क परिवार छोटा रहा,
    अउर उ पचे हुवाँ महज़ ही बिदेसी रहेन।
13 उ पचे एक रास्ट्र स दूसर रास्ट्र मँ,
    एक राज्ज स दूसर राज्ज मँ घूमत रहेन।
14 मुला परमेस्सर उ घराने क दूसर लोगन स नस्कान नाहीं पहोंचइ दिहस।
    परमेस्सर राजा लोगन क सावधान किहस कि उ पचे ओका हानि न पहोंचावइ।
15 उ ओनका चेताउनी दिहे रहेन, “मोर अभिसिक्त भवा क[a] तू नस्कान जिन पहोंचावा।
    तू मोर कउनो नबियन क बुरा जिन करा।”
16 परमेस्सर उ देस मँ अकाल पठएस।
    अउर लोगन क लगे खाइ क खूब भोजन नाहीं रहा।
17 मुला यहोवा एक मनई क ओनके लगे जेकर नाउँ यूसुफ रहा, ओनका अगवा मिस्र तलक पठएस।
    यूसुफ क एक ठु दास क नाई बेचा ग रहा।
18 उ पचे यूसुफ क गोड़ मँ जंजीर डालेन, अउर उ ओका विनम्र बनाएस।
    उ पचे ओकरी गटइ मँ एक लोहे क कड़ा डाइ दिहन।
19 यूसुफ क कैद मँ रखा गवा रहा जब तलक उ पचे बातन जउन उ कहे रहा फुरइ घटि नाहीं गइन।
    यहोवा सुसन्देस स प्रमाणित कइ दिहस कि यूसुफ नीक रहा।
20     मिस्र क राजा, आग्या दिहन कि यूसुफ क बंधनन स अजाद कइ दीन्ह जाइ।
    उ रास्ट्र क एक नेता ओका कैद स आजाद कइ दिहस।
21 यूसुफ क आपन घर बार क अधिकारी बनाइ दिहन।
    यूसुफ राज्ज मँ हर बात क धियान रखइ लाग।
22 यूसुफ आपन राजकुमार क वइसा ही निर्देस देत रहा जइसा उ चाहेन।
    यूसुफ राजा क सलाहकारन क सिच्छा दिहे रहा।
23 जब इस्राएल मिस्र गवा,
    याकूब हाम क देस[b] मँ रहइ लाग।
24 याकूब क सन्तानन बहोत स होइ गएन।
    उ पचे मिस्र क लोगन स जियादा बलवान बन गएन।
25 एह बरे मिस्री लोग याकूब क घराना स घिना करइ लागेन।
    मिस्र क लोग आपन दासन क खिलाफ कुचक्र रचइ लागेन।
26 एह बरे यहोवा निज सेवक मूसा
    अउर हारून जेका उ चुने रहा, पठएस।
27 उ हाम क भुइँया मँ अचरज
    अउ अद्भुत करम किहेस।
28 परमेस्सर गहिरा अँधियारा पठए रहा,
    मुला मिस्रियन ओकर नाहीं सुनेन।
29 तउ फुन परमेस्सर पानी क खून मँ बदल दिहस,
    अउर ओनकर सबइ मछरियन मरि गइन।
30 बाद मँ, मिस्री लोगन क भुइँया मेघन स भरि गवा।
    हिआँ तलक कि मेघन राजा क सयन कच्छ तलक भरि गएन।
31 यहोवा आदेस दिहा,
    अउर माखियन अउ पिस्सू आएन
    अउर उ सबइ हर कतहूँ फइल गएन।
32 परमेस्सर बर्खा क ओलन मँ बदलि दिहस।
    मिस्रियन क देस मँ हर कतहूँ आगी अउ बिजुरी गिरइ लाग।
33 परमेस्सर मिस्रियन क अंगूरे क ब्गिया अउ अंजीर क बृच्छ बर्बाद कइ दिहस।
    परमेस्सर ओनकर देस क हर बृच्छ क तहस नहस कइ दिहस।
34 परमेस्सर हुकुम दिहस अउर टिड्डी दल आइ गएन।
    टिड्डी आइ गइन अउर ओनकर गनती अनगिनत रहीं।
35 टिड्डी दल अउ टिड्डीयन उ देस क सबहिं पैाधन चट कइ गएन।
    उ सबइ धरती पइ जउन भी फसलन ठाड़ रहिन, सबहिं क खाइ डाएन।
36 फिन परमेस्सर मिस्रियन क पहिलउटी सन्तान क मार डाएस।
    परमेस्सर ओनकर सब स बड़कन पूतन क मारेस।
37 बाद मँ परमेस्सर निज सेवकन क मिस्र स बाहेर निकारेस।
    उ पचे आपन संग सोना अउ चाँदी लइ आएन।
    परमेस्सर क कउनो भी सेवक नाहीं लड़खड़ान।
38 ओन लोगन क जात भए लखिके मिस्र आनन्द मँ रहा,
    काहेकि उ पचे ओनसे डेराइ ग रहेन।
39 परमेस्सर ओनके ऊपर कमरी जइसा एक बादर फइलाएस।
    उ राति मँ उजियारा देइ क बरे आगी क खम्भा क काम मँ लिआएस।
40 लोग खाइ क माँग किहन अउ परमेस्सर ओनके खातिर बटेरन क लइ आवा।
    परमेस्सर अकास स ओनका भरपूर खइया क दिहस।
41 परमेस्सर चट्टान क फाड़ेस अउर जल उछरत भवा बाहेर फूटि पड़ा।
    उ रेगिस्ताने क बीच एक ठु नदी बहइ लाग।

42 उ आपन पवित्तर वचन सुमिरेस
    जउन उ आपन दास इब्राहीम क संग किहे रहा।
43 परमेस्सर आपन खास क मिस्र स बाहेर निकारि लिआवा।
    लोग खुसी क गीत गावत भए अउर खुसियन मनावत भए बाहेर आइ गएन।
44 फिन परमेस्सर निज भगतन क उ देस दिहस जहाँ अउर लोग रहत रहेन।
    परमेस्सर क भगतन उ सबइ चिजियन क पाइ लिहन जेनके बरे अउर लोग मेहनत किहे रहेन।
45 परमेस्सर अइसा एह बरे किहस ताकि लोग ओकर व्यवस्था मानइँ।
    परमेस्सर अइसा एह बरे किहस ताकि उ पचे ओकरी सिच्छा पइ चलइँ।

यहोवा क गुण गावा।

भजन संहिता 132

मन्दिर क आरोहण गीत।

हे यहोवा, जइसे दाऊद यातना भोगे रहा, ओका याद करा।
मुला दाऊद यहोवा स एक सपथ लिहेस।
    दाऊद याकूब क सक्तिसाली परमेस्सर क एक मन्नत माने रहा।
दाऊद कहे रहा: “मइँ आपन घरे मँ तब तलक न जाब,
    आपन बिछउना पइ न ही ओलरब, न ही सोउब।
मइँ आपन आँखिन क नाहीं सोवइ देब।
    अउर आपन पलकन क बन्द नाहीं होइ देब।
एहमाँ स मइँ कउनो बात भी नाहीं करब जब तलक मइँ यहोवा बरे एक घर न प्राप्त कइ लेउँ।
    मइँ याकूब क सक्तिसाली परमेस्सर बरे एक ठु मन्दिर पाइ क रहब।”

एप्राता मँ हम दाऊद क वचन क बारे मँ सुनेउँ।
    हमका किरीयथ योरीम क वन मँ करार क सन्दूख मिली रही।
आवा, पवित्तर तम्बू मँ चला।
    आवा, ओकरे सिंहासन क समन्वा आराधना करी।
हे यहोवा, आपन आराम क जगह स उठा,
    अउ करार क सन्दूख संग होआ जहाँ तू सक्ति क संग सासन करत ह।
हे यहोवा, तोहार याजक धरम क भावना क धारण किया करी।
    तोहर बिस्सासी भगतन बहोत खुस रहीं।
10 तू आपन चुने भए राजा क आपन सेवक दाऊद क भले बरे
    जिन अस्वीकार करा।
11 यहोवा दाऊद क एक वचन दिहेस ह जेका उ कबहुँ नाहीं तोड़िही।
    उ वचन दिहस ह कि दाऊद क बंस स राजा अइहीं।
12 यहोवा कहे रहा, “अगर तोहार संतानन मोर करार पइ अउर मइँ ओनका जउन सिच्छन सिखाइन ओन पइ चलिहीं
    तउ फुन तोहरे परिवार क कउनो न कउनो सदा ही राजा रही।”

13 आपन मन्दिर क जगह बरे यहोवा सिय्योन क चुने रहा।
    इ उ जगह अहइ जेका उ आपन भवन बरे चाहत रहा।
14 यहोवा कहे रहा, “इ मोर जगह सदा-सदा बरे होइ।
    मइँ एका आपन जगह पइ रहइ बरे चुनेउँ ह।”
15 भरपूर भोजन स मइँ इ सहर क आसीर्बाद देब,
    हिआँ तलक कि गरीब लोगन क लगे खाइ क भरपूर होइ।
16 ओकरे याजकन क उद्धार क मइँ ओढ़ना पहिराउब।
    मोर भगत बहोत खुस होइहीं।
17 इ जगह पइ मइँ हिआँ दाऊद क परिवार क सुदृढ करब।
    मइँ आपन चुने भए राजा क एक दीपक स्थापित करब।
18 मइँ दाऊद क दुस्मनन क लज्जा स ढाँपि देब।
    अउर दाऊद क राज्ज क चमकाउब।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.