Chronological
यीसू के रूपान्तरन
(मरकुस 9:2-13; लूका 9:28-36)
17 छै दिन के बाद यीसू ह पतरस, याकूब अऊ याकूब के भाई यूहन्ना ला अपन संग लीस अऊ ओमन ला अकेला एक ऊंचहा पहाड़ म ले गीस। 2 उहां ओमन के आघू म यीसू के रूप ह बदल गीस। ओकर चेहरा ह सूरज सहीं चमकत रहय अऊ ओकर कपड़ा ह अंजोर सहीं पंडरा हो गीस। 3 तब उहां चेलामन के आघू म मूसा अऊ एलियाह परगट होईन अऊ ओमन यीसू के संग गोठियावत रिहिन।
4 पतरस ह यीसू ला कहिस, “हे परभू, एह बने बात अय कि हमन इहां हवन। यदि तोर ईछा हवय, त मेंह इहां तीन ठन तम्बू बनावत हंव – एक ठन तोर बर, एक मूसा बर अऊ एक एलियाह बर।”
5 जब ओह गोठियावत रिहिस, त एक चमकिला बादर ह ओमन के ऊपर छा गीस, अऊ ओ बादर ले ए अवाज आईस, “एह मोर मयारू बेटा अय। मेंह एकर ले बहुंत खुस हवंव। एकर बात ला सुनव।”
6 एला सुनके चेलामन मुहूं के भार भुइयां म गिरिन अऊ ओमन बहुंत डर्रा गीन। 7 पर यीसू ह आईस अऊ ओमन ला छुके कहिस, “उठव, झन डर्रावव।” 8 जब ओमन ऊपर देखिन, त ओमन ला यीसू के छोंड़ अऊ कोनो नइं दिखिस।
9 जब ओमन पहाड़ ले उतरत रिहिन, त यीसू ह ओमन ला हुकूम दीस, “जब तक मनखे के बेटा ह मरे म ले नइं जी उठय, तब तक तुमन जऊन कुछू देखे हवव, ओ बात कोनो ला झन बतावव।”
10 तब चेलामन ओकर ले पुछिन, “त फेर कानून के गुरूमन काबर कहिथें कि पहिली एलियाह के अवई जरूरी अय।”
11 यीसू ह जबाब दीस, “एलियाह ह जरूर आवत हवय अऊ ओह जम्मो चीज ला ठीक करही। 12 पर मेंह तुमन ला कहथंव कि एलियाह ह आ चुके हवय अऊ मनखेमन ओला नइं चिनहिन। पर ओमन जइसने चाहिन, वइसने ओकर संग मनमाना बरताव करिन।” 13 तब चेलामन समझिन कि यीसू ह ओमन ले यूहन्ना बतिसमा देवइया के बारे म कहत रिहिस।
यीसू ह मिरगी के रोगी एक छोकरा ला चंगा करथे
(मरकुस 9:14-29; लूका 9:37-43)
14 जब ओमन भीड़ करा आईन, त एक मनखे ह यीसू करा आईस अऊ ओकर आघू म माड़ी टेकके कहिस, 15 “हे परभू! मोर बेटा ऊपर दया कर। ओला मिरगी आथे अऊ ओकर कारन बहुंत दुःख झेलथे। ओह अक्सर आगी या पानी म गिर जाथे। 16 मेंह ओला तोर चेलामन करा लानेंव, पर ओमन ओला ठीक नइं कर सकिन।”
17 यीसू ह कहिस, “हे अबिसवासी अऊ ढीठ मनखेमन! मेंह कब तक तुम्हर संग रहिहूं? कब तक मेंह तुम्हर सहत रहिहूं? लड़का ला इहां मोर करा लानव।” 18 यीसू ह परेत आतमा ला दबकारिस अऊ ओह ओम ले निकर गीस, अऊ ओ छोकरा ह ओहीच बखत ठीक हो गीस।
19 तब चेलामन यीसू करा अकेला म आईन अऊ पुछिन, “हमन ओला काबर नइं निकार सकेंन?”
20 यीसू ह ओमन ला कहिस, “काबरकि तुम्हर बहुंत कम बिसवास हवय। मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि यदि तुम्हर बिसवास ह सरसों के दाना के बरोबर घलो हवय, अऊ तुमन ए पहाड़ ले कहव, ‘इहां ले घुंच के उहां चले जा,’ त ओह घुंच जाही। तुम्हर बर कोनो घलो बात असंभव नइं होही। 21 पर ए किसम के परेत आतमा ह सिरिप पराथना अऊ उपास के दुवारा निकरथे।”
22 जब चेलामन गलील प्रदेस म जुरिन, त यीसू ह ओमन ला कहिस, “मनखे के बेटा ह मनखेमन के हांथ म पकड़वाय जाही। 23 ओमन ओला मार डारहीं, पर तीसरा दिन ओह जी उठही।” एला सुनके चेलामन बहुंत उदास होईन।
मंदिर के लगान
24 जब यीसू अऊ ओकर चेलामन कफरनहूम म आईन, त मंदिर के लगान लेवइयामन पतरस करा आईन अऊ पुछिन, “का तुम्हर गुरू ह मंदिर के लगान नइं पटावय?”
25 ओह कहिस, “हव, ओह पटाथे।” जब पतरस ह घर के भीतर आईस, त ओकर पुछे के पहिली यीसू ह कहिस, “हे सिमोन, तेंह का सोचथस? ए धरती के राजामन काकर ले लगान लेथें? अपन खुद के बेटामन ले या आने मन ले?”
26 पतरस ह कहिस, “आने मन ले।”
यीसू ह ओला कहिस, “तब तो बेटामन ला लगान पटाय बर नइं पड़य। 27 पर हमन ओमन ला ठेस पहुंचाय नइं चाहथन, एकरसेति तेंह झील म जा अऊ अपन गरी ला खेल। जऊन मछरी पहिली फंसही, ओला पकड़बे अऊ ओकर मुहूं ला खोलबे, त तोला उहां एक ठन सिक्का मिलही। ओला लेके मोर अऊ तुम्हर तरफ ले ओमन ला लगान पटा देबे।”
9 यीसू ह ओमन ला ए घलो कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि कुछू झन जऊन मन इहां ठाढ़े हवंय, तब तक नइं मरंय जब तक कि ओमन परमेसर के राज ला सामरथ के संग आवत नइं देख लिहीं।”
यीसू के रूपान्तरन
(मत्ती 17:1-13; लूका 9:28-36)
2 छै दिन के पाछू, यीसू ह पतरस, याकूब अऊ यूहन्ना ला एक ठन ऊंच पहाड़ ऊपर ले गीस। उहां ओमन के छोंड़ अऊ कोनो नइं रिहिस। तब ओमन के आघू म यीसू के रूप ह बदल गीस। 3 ओकर ओन्ढा ह झक पंडरा हो गे अऊ अइसने चमके लगिस कि संसार म कोनो अइसने उज्जर नइं कर सकय। 4 अऊ उहां ओमन ला एलियाह अऊ मूसा दिखिन, जऊन मन यीसू के संग गोठियावत रहंय[a]।
5 तब पतरस ह यीसू ला कहिस, “हे गुरू! हमन ला इहां बहुंत बने लगथे। एकरसेति हमन तीन ठन कुंदरा बनाथन – एक ठन तोर बर, एक मूसा बर अऊ एक एलियाह बर।” 6 ओह नइं जानत रहय कि का कहे जावय, काबरकि ओमन अब्बड़ डर्रा गे रहंय।
7 तब एक ठन बादर ओमन ला ढांप लीस अऊ ओ बादर म ले ए अवाज आईस, “एह मोर मयारू बेटा ए, एकर बात ला सुनव।”
8 तब अचानक जब ओमन चारों कोति देखिन, त यीसू के छोंड़ अऊ कोनो ला अपन संग नइं देखिन।
9 जब ओमन पहाड़ ले उतरत रिहिन, त यीसू ह ओमन ला हुकूम दीस कि जब तक मनखे के बेटा ह मरे म ले नइं जी उठय, तब तक जऊन कुछू तुमन देखे हवव, कोनो ला झन बतावव। 10 ओमन ए बात ला अपन मन म रखिन अऊ ए बिचार करन लगिन कि “मरे म ले जी उठे” के का मतलब होथे?
11 तब ओमन यीसू ले पुछिन, “कानून के गुरूमन काबर कहिथंय कि पहिली एलियाह के अवई जरूरी ए।”
12 यीसू ह ओमन ला ए जबाब दीस, “ए बात सही अय कि एलियाह पहिली आही, अऊ जम्मो चीज ला तियार करही। पर मनखे के बेटा के बारे म ए काबर लिखे हवय कि ओह अब्बड़ दुःख उठाही अऊ तुछ समझे जाही? 13 पर मेंह तुमन ला कहत हंव कि एलियाह ह आ चुके हवय अऊ जइसने कि ओकर बारे म लिखे हवय – ओमन जइसने चाहिन, वइसने ओकर संग बरताव करिन[b]।”
परेत आतमा (कोंदा आतमा) धरे छोकरा के बने होवई
(मत्ती 17:14-21; लूका 9:37-43)
14 जब यीसू अऊ ओकर तीनों चेलामन बाकि चेलामन करा आईन, त देखिन एक भारी भीड़ ओमन के चारों खूंट जुरे रहय अऊ कानून के गुरूमन ओमन के संग बहस करत रहंय। 15 यीसू ला देखके मनखेमन चकित हो गीन अऊ ओकर से मिले बर दऊड़े लगिन।
16 यीसू ह ओमन ले पुछिस, “तुमन एमन संग का बहस करत हव?”
17 भीड़ म ले एक झन जबाब दीस, “हे गुरू, मेंह अपन बेटा ला जऊन म कोंदा आतमा हमा गे हवय, तोर करा लाने रहेंव। 18 जब भी ओ आतमा ओला धरथे, ओला भुइयां म पटकथे, अऊ ओकर मुहूं ले झाग निकरथे अऊ दांतमन ला किटकिटाथे अऊ अकड़ जाथे। मेंह तोर चेलामन ला कहेंव कि ओ आतमा ला निकार देवंय, पर ओमन निकारे नइं सकिन।”
19 यीसू ह कहिस, “हे अबिसवासी पीढ़ी के मन! कब तक मेंह तुम्हर संग रहिहूं, अऊ कब तक तुम्हर सहत रहिहूं? ओ छोकरा ला मोर करा लानव।”
20 तब ओमन ओ छोकरा ला ओकर करा लानिन। जब ओ आतमा ह यीसू ला देखिस, त तुरते ओह छोकरा ला मुरेरिस। ओ छोकरा ह भुइयां म गिरके घोलड़न लगिस अऊ ओकर मुहूं ले झाग निकरत रहय।
21 यीसू ह ओ छोकरा के ददा ले पुछिस, “एला कब ले अइसने होथे?”
ओह कहिस, “लइकापन ले। 22 परेत आतमा ह एला मारे बर कभू आगी अऊ कभू पानी म गिराथे। पर कहूं तेंह कुछू कर सकथस, त हमर ऊपर दया करके हमर मदद कर।”
23 यीसू ह कहिस, “कहूं तेंह कुछू कर सकथस, एकर का मतलब? का तेंह नइं जानथस कि जऊन ह बिसवास करथे, ओकर बर हर बात हो सकथे।”
24 छोकरा के ददा ह तुरते गुलगुला होके कहिस, “मेंह बिसवास करत हंव, परभू! मोर अबिसवास ला दूर करे बर मोर मदद कर।”
25 जब यीसू ह देखिस कि भीड़ ह बढ़थे, त ओह परेत आतमा ला दबकारके कहिस, “हे भैंरा अऊ कोंदा आतमा! मेंह तोला हुकूम देवत हंव कि ओम ले निकर जा अऊ ओम फेर कभू झन हमाबे।”
26 ओ आतमा ह चिचियाके छोकरा ला अब्बड़ मुरेरिस अऊ ओम ले निकर गीस। तब ओ छोकरा ह मरे सहीं हो गे, अऊ बहुंत झन कहन लगिन, “ओह मर गीस।” 27 पर यीसू ह ओकर हांथ ला धरके ओला उठाईस अऊ ओह ठाढ़ हो गीस।
28 यीसू के घर के भीतर जाय के पाछू, अकेला म ओकर चेलामन ओकर ले पुछिन, “हमन काबर ओ परेत आतमा ला निकार नइं सकेंन?”
29 ओह कहिस, “ए किसम के आतमा ह पराथना के छोंड़ अऊ कोनो उपाय ले नइं निकरय।”
30 ओमन ओ जगह ला छोंड़के गलील प्रदेस म होवत जावत रिहिन अऊ यीसू नइं चाहत रिहिस कि कोनो ओमन के ठिकाना के बारे म जानंय। 31 काबरकि ओह अपन चेलामन ला सिखोवत रिहिस। ओह ओमन ला कहिस, “मनखे के बेटा ह मनखेमन के हांथ म पकड़वाय जाही अऊ ओमन ओला मार डारहीं अऊ मरे के तीन दिन के पाछू ओह जी उठही।” 32 पर ए गोठ ह ओमन के समझ म नइं आईस अऊ ओमन एकर बारे म ओकर ले पुछे बर डर्रावत रिहिन।
सबले बड़े कोन
(मत्ती 18:1-5; लूका 9:46-48)
33 फेर ओमन कफरनहूम सहर म आईन अऊ घर म आके यीसू ह चेलामन ले पुछिस, “रसता म तुमन का गोठ ला लेके बहस करत रहेव?” 34 पर ओमन चुपेचाप रिहिन, काबरकि डहार म ओमन ए बहस करत रिहिन कि ओमन के बीच म सबले बड़े कोन ए।
35 बईठे के पाछू, यीसू ह बारह चेलामन ला बलाके कहिस, “कहूं कोनो सबले बड़े होय चाहथे, त ओह सबले छोटे अऊ सबके सेवक बनय।”
36 तब ओह एक छोटे लइका ला लेके ओमन के बीच म ठाढ़ करिस अऊ ओला अपन कोरा म पाके ओमन ला कहिस, 37 “जऊन कोनो मोर नांव म अइसने छोटे लइका ला गरहन करथे, ओह मोला गरहन करथे, अऊ जऊन कोनो मोला गरहन करथे ओह सिरिप मोला नइं, पर मोर पठोइया (परमेसर) ला घलो गरहन करथे।”
जऊन ह हमर बिरोध म नइं ए, ओह हमर संग हवय
(लूका 9:49-50)
38 यूहन्ना ह यीसू ला कहिस, “गुरूजी! हमन एक मनखे ला तोर नांव म परेत आतमामन ला निकारत देखेन, अऊ हमन ओला कहेंन कि अइसने झन कर। काबरकि ओह हमर संग के नो हय।”
39 यीसू ह कहिस, “ओला झन रोकव। अइसने कोनो नइं ए जऊन ह मोर नांव म चमतकार के काम करय अऊ तुरते मोर बारे म खराप बात बोल सकय। 40 काबरकि जऊन ह हमर बिरोध म नइं ए, ओह हमर संग हवय। 41 कहूं कोनो तुमन ला मोर नांव म, मसीह के मनखे जानके एक गिलास पानी देथे, त मेंह तुमन ला सच कहत हंव, ओह एकर इनाम जरूर पाही।”
दूसर ला पाप म फंसई
(मत्ती 18:6-9; लूका 17:1-2)
42 “अऊ ए छोटे मन, जऊन मन मोर ऊपर बिसवास करथें, कहूं कोनो एमन के पाप म परे के कारन बनथे, त ओकर बर बने होतिस कि एक ठन बड़े चकिया के पथरा ला ओकर घेंच म बांधके ओला समुंदर म फटिक दिये जावय। 43-44 कहूं तोर हांथ ह तोर ले पाप करवाथे, त ओला काट डार। ठुठुवा होके सदाकाल के जिनगी म परवेस करई ह बने अय, एकर बनिसपत कि दूनों हांथ के रहत, तोला नरक के आगी म डारे जावय, जऊन ह कभू नइं बुथावय। 45 अऊ कहूं तोर गोड़ ह तोर ले पाप करवाथे, त ओला काट डार। 46 तोर बर ए बने होही कि तेंह खोरवा होके सदाकाल के जिनगी म परवेस कर, एकर बनिसपत कि दूनों गोड़ के रहत, तोला नरक म डारे जावय। 47 अऊ कहूं तोर आंखी ह तोर ले पाप करवाथे, त ओ आंखी ला निकार दे। तोर बर ए बने होही कि कनवां होके परमेसर के राज म परवेस कर, एकर बनिसपत कि दूनों आंखी के रहत, तोला नरक म डारे जावय, 48 जिहां कीरा ह कभू नइं मरय अऊ आगी ह कभू नइं बुथावय।[c] 49 काबरकि हर एक मनखे आगी के दुवारा नूनचूर करे जाही।
50 नून ह बने ए। पर कहूं एह अपन सुवाद ला गंवा देथे, त तुमन एला फेर कइसने नूनचूर कर सकथव? एकर खातिर सुध जिनगी जीये के दुवारा अपन म नून के सुवाद रखव, अऊ एक-दूसर के संग मिल जुरके रहव।”
यीसू के रूप बदलथे
(मत्ती 17:1-8; मरकुस 9:2-8)
28 यीसू के ए कहे के करीब आठ दिन के बाद, ओह पतरस, यूहन्ना, अऊ याकूब ला अपन संग लीस अऊ एक ठन पहाड़ म पराथना करे बर गीस। 29 जब ओह पराथना करत रिहिस, त ओकर चेहरा के रूप ह बदल गीस अऊ ओकर कपड़ा ह पंडरा होके बहुंत चमके लगिस। 30 अऊ दू झन मनखे मूसा अऊ एलियाह महिमा म परगट होईन अऊ यीसू संग गोठियावत रिहिन। 31 ओमन यीसू के मरे के समय के बारे म बातचीत करत रिहिन, जऊन ला यीसू ह यरूसलेम म पूरा करइया रिहिस। 32 पतरस अऊ ओकर संगवारीमन बहुंत नींद म रहंय, पर जब ओमन जागिन, त ओमन यीसू के महिमा अऊ दू झन मनखे ला ओकर संग ठाढ़े देखिन। 33 जब दूनों मनखे ओकर करा ले जाय लगिन, तब पतरस ह यीसू ला कहिस, “हे मालिक, हमन के इहां रहई बने ए। हमन तीन ठन मंडप बनाथन – एक तोर बर, एक मूसा बर अऊ एक ठन एलियाह बर।” (ओह नइं जानय कि ओह का कहत रिहिस।)
34 जब ओह गोठियावत रिहिस, त एक बादर आईस अऊ ओमन ला ढांप लीस अऊ ओमन डर्रा गीन जब ओमन बादर म हमाईन। 35 बादर म ले ए अवाज आईस, “एह मोर बेटा ए, जऊन ला मेंह चुने हवंव; एकर बात ला सुनव।” 36 जब अवाज ह बंद हो गीस, त ओमन यीसू ला एके झन पाईन। चेलामन ए बात ला अपन म रखिन, अऊ जऊन कुछू ओमन देखे रिहिन, ओला ओ समय कोनो ला नइं बताईन।
यीसू ह परेत आतमा धरे एक टूरा ला बने करथे
(मत्ती 17:14-18; मरकुस 9:14-27)
37 दूसर दिन जब ओमन पहाड़ ले उतरिन, त एक बड़े भीड़ ह यीसू ले मिलिस। 38 भीड़ म ले एक मनखे ह चिचियाके कहिस, “हे गुरू, मेंह तोर ले बिनती करत हंव कि मोर बेटा ला देख; ओह मोर एके झन लइका ए। 39 एक परेत आतमा ओला पकड़थे अऊ ओह अचानक चिचियाथे; ओह ओला अइसने अइंठथे कि ओकर मुहूं ले झाग निकरथे; ओह ओला मुसकुल से छोंड़थे अऊ ओह ओला नास करत हवय। 40 मेंह तोर चेलामन ले बिनती करेंव कि ओमन ओला निकार देवंय, पर ओमन ओला नइं निकार सकिन।”
41 यीसू ह जबाब दीस, “ए अबिसवासी अऊ ढीठ पीढ़ी के मन, कब तक मेंह तुम्हर संग रहिहूं अऊ तुम्हर सहत रहिहूं? तोर बेटा ला इहां लान।”
42 जब छोकरा ह आवत रिहिस, त परेत आतमा ह ओला भुइयां म पटकके अइंठिस। पर यीसू ह परेत आतमा ला दबकारिस अऊ ओ छोकरा ला बने करिस अऊ ओला ओकर ददा ला सऊंप दीस। 43 अऊ ओमन जम्मो झन परमेसर के महान सामरथ ला देखके चकित हो गीन।
जब जम्मो झन यीसू के काम ला देखके अचम्भो करत रिहिन, त ओह अपन चेलामन ला कहिस, 44 “जऊन बात मेंह तुमन ला कहइया हंव, ओला धियान देके सुनव: मनखे के बेटा ह मनखेमन के हांथ म सऊंपे जवइया हवय।” 45 पर ओमन नइं जानिन कि एकर का मतलब ए। एला ओमन ले छुपाय गे रिहिस, ताकि ओमन एला झन समझंय अऊ ओमन एकर बारे म यीसू ले पुछे बर डर्रावत रिहिन।
सबले बड़े कोन ए?
(मत्ती 18:1-5; मरकुस 9:33-37)
46 चेलामन के बीच म ए बहस होय लगिस कि ओमन म सबले बड़े कोन होही? 47 यीसू ह ओमन के मन के बिचार ला जानके, एक छोटे लइका ला लीस अऊ अपन बाजू म ठाढ़ करिस 48 अऊ ओमन ला कहिस, “जऊन कोनो ए छोटे लइका ला मोर नांव म गरहन करथे, ओह मोला गरहन करथे; अऊ जऊन कोनो मोला गरहन करथे, ओह ओला गरहन करथे, जऊन ह मोला पठोय हवय। काबरकि जऊन ह तुम्हर जम्मो झन के बीच म सबले छोटे ए, ओही ह सबले बड़े ए।”
49 यूहन्ना ह कहिस, “हे मालिक, हमन एक मनखे ला तोर नांव म परेत आतमामन ला निकारत देखेन अऊ हमन ओला अइसने करे बर मना करेन, काबरकि ओह हमन म ले नो हय।”
50 यीसू ह कहिस, “ओला झन रोकव, काबरकि जऊन ह तुम्हर बिरोध म नइं ए, ओह तुम्हर कोति हवय।”
सामरी मनखेमन यीसू के बिरोध करथें
51 जब यीसू के स्वरग म उठाय जाय के दिन ह लकठा आईस, त ओह यरूसलेम जाय बर पूरा ठान लीस, 52 अऊ ओह अपन आघू संदेसियामन ला पठोईस। ओमन सामरीमन के एक ठन गांव म गीन कि यीसू बर जम्मो चीज ला तियार करंय[a], 53 पर मनखेमन उहां यीसू ला स्वीकार नइं करिन, काबरकि ओह यरूसलेम जावत रिहिस। 54 जब यीसू के चेला याकूब अऊ यूहन्ना एला देखिन, त ओमन कहिन, “हे परभू, का तेंह चाहथस कि हमन हुकूम देवन कि अकास ले आगी गिरय अऊ ए सामरीमन ला नास कर देवय।” 55 पर यीसू ह पलटिस अऊ ओमन ला दबकारिस, 56 अऊ ओमन आने गांव ला चल दीन।
यीसू के पाछू चले के कीमत
(मत्ती 8:19-22)
57 जब ओमन डहार म जावत रिहिन, त एक मनखे ह यीसू ला कहिस, “तेंह जहां कहूं घलो जाबे, मेंह तोर पाछू-पाछू चलहूं।”
58 यीसू ह ओला कहिस, “कोलिहामन के बिल अऊ अकास के चिरईमन के बसेरा हवय, पर मनखे के बेटा के मुड़ ला थेबे बर घलो जगह नइं ए।”
59 यीसू ह आने मनखे ला कहिस, “मोर पाछू हो ले।”
पर ओ मनखे ह जबाब दीस, “हे परभू, पहिली मोला जावन दे कि मेंह अपन मरे ददा ला माटी दे देवंव।”
60 यीसू ह ओला कहिस, “मुरदामन ला छोंड़ कि ओमन अपन मरे मन ला माटी देवंय, पर तेंह जा अऊ परमेसर के राज के परचार कर।”
61 एक अऊ मनखे ह कहिस, “मेंह तोर पाछू चलहूं, परभू; पर पहिली मोला जावन दे कि मेंह अपन परिवार के मनखेमन ले बिदा होके आवंव।”
62 यीसू ह ओला कहिस, “जऊन कोनो नांगर जोते के सुरू करथे अऊ बार-बार पाछू ला देखथे, ओह परमेसर के राज के लइक नो हय।”
Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.