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Beginning

Read the Bible from start to finish, from Genesis to Revelation.
Duration: 365 days
Saral Hindi Bible (SHB)
Version
प्रकाशन 1-3

प्राक्कथन

मसीह येशु का प्रकाशन, जिसे परमेश्वर ने उन पर इसलिए प्रकट किया कि वह अपने दासों पर उन घटनाओं का प्रकाशन करें जिनका जल्द ही घटित होना तय है. इसे परमेश्वर ने अपने स्वर्गदूत के माध्यम से अपने दास योहन को पहुँचाया. योहन प्रमाणित करते हैं कि वह सब, जो उन्होंने देखा है, परमेश्वर की ओर से दिया गया सन्देश तथा मसीह येशु के साक्षी है. धन्य है वह, जो इस भविष्यवाणी को पढ़ता है तथा वे सब, जो इस भविष्यवाणी को सुनते हैं तथा इसमें लिखी हुई बातों का पालन करते हैं क्योंकि इसके पूरा होने का समय निकट है.

सम्बोधन, नमस्कार तथा स्तुति

योहन की ओर से उन सात कलीसियाओं को, जो आसिया प्रदेश में हैं.

तुम्हें उनकी ओर से अनुग्रह और शान्ति मिले, जो हैं, जो सर्वदा थे और जो आनेवाले हैं और सात आत्माओं की ओर से, जो उनके सिंहासन के सामने हैं तथा मसीह येशु की ओर से, जो विश्वासयोग्य गवाह, मरे हुओं से जी उठनेवालों में पहिलौठे तथा पृथ्वी के राजाओं के हाकिम हैं.

गौरव तथा अधिकार हमेशा-हमेशा उन्हीं का हो, जो हम से प्रेम करते हैं तथा जिन्होंने अपने लहू द्वारा हमें हमारे पापों से छुड़ाया और हमें अपनी प्रजा, अपने परमेश्वर और पिता के सामने याजक होने के लिए चुना. आमेन.

याद रहे:
वह बादलों में आ रहे हैं.
    हर एक आँख उन्हें देखेगी—यहाँ तक कि वे भी,
जिन्होंने उन्हें बेधा था.
    पृथ्वी के सभी मनुष्य उनके लिए विलाप करेंगे.
सच यही है! आमेन.

“सर्वशक्तिमान, जो है, जो हमेशा से था तथा जो आनेवाला है,” प्रभु परमेश्वर का वचन है, “अल्फ़ा और ओमेगा मैं ही हूँ.”

ईश्वरीय दर्शन का प्रारम्भ

मनुष्य के पुत्र समान व्यक्ति

मैं योहन, मसीह में तुम्हारा भाई तथा मसीह येशु के लिए दुःख सहने, परमेश्वर के राज्य की नागरिकता तथा लगातार कोशिश करने में तुम्हारा सहभागी हूँ, परमेश्वर के सन्देश के प्रचार के कारण मसीह येशु के गवाह के रूप में मैं पतमॉस नामक द्वीप में भेज दिया गया था. 10 प्रभु के दिन आत्मा में ध्यानमग्न की अवस्था में मुझे अपने पीछे तुरही के ऊँचे शब्द के समान यह कहता सुनाई दिया, 11 “जो कुछ तुम देख रहे हो, उसे लिखकर इन सात कलीसियाओं को भेज दो: इफ़ेसॉस, स्मुरना, पेरगामॉस, थुआतेइरा, सारदेइस, फ़िलादेलफ़ेइया और लाओदीकेइया.”

12 यह देखने के लिए कि कौन मुझसे बातें कर रहा है, मैं पीछे मुड़ा. पीछे मुड़ने पर मुझे सात सोने के दीपदान दिखाई दिए 13 और मैंने दीपदानों के बीच एक “मनुष्य के पुत्र,” के समान एक पुरुष को पैरों तक लम्बा वस्त्र तथा छाती पर सोने का पटुका बांधे हुए देखा. 14 उनका सिर और बाल ऊन के समान सफ़ेद हिम जैसे उजले, आँख आग की ज्वाला से, 15 पैर भट्टी में तपा कर चमकाए हुए काँसे की तरह तथा उनका शब्द प्रचण्ड लहरों की गर्जन-सा था. 16 वह अपने दायें हाथ में सात तारे लिए हुए थे. उनके मुँह से तेज़ दोधारी तलवार निकली हुई थी. उनका चेहरा दोपहर के सूर्य जैसे दमक रहा था.

17 उन्हें देख मैं उनके चरणों पर मरा हुआ सा गिर पड़ा. उन्होंने अपना दायाँ हाथ मुझ पर रखकर कहा: “डरो मत. पहिला और अन्तिम मैं ही हूँ. 18 और जीवित मैं ही हूँ; मैं मृत था किन्तु देखो, अब मैं हमेशा के लिए जीवित हूँ. मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ मेरे अधिकार में हैं.

19 “इसलिए तुमने जो देखा है, जो इस समय घट रहा है और जो इसके बाद घटने पर है, उसे लिख लेना. 20 इन सात तारों का, जो तुम मेरे दायें हाथ में देख रहे हो तथा सात सोने के दीपदानों का गहरा अर्थ यह है: ये सात तारे सात कलीसियाओं को भेजे हुए दूत तथा सात दीपदान सात कलीसियाएँ हैं.”

इफ़ेसॉस की कलीसिया को

“इफ़ेसॉस नगर की कलीसिया के लिए चुने हुए दूत को लिखो:

जो अपने दायें हाथ में साथ तारे लिए हुए है तथा जो सात सोने के दीपदानों के बीच चल रहा है, उसका कहना यह है ‘मैं तुम्हारे कामों, तुम्हारे परिश्रम तथा तुम्हारे धीरज से भली-भांति परिचित हूँ और यह भी जानता हूँ कि बुराई तुम्हारे लिए असहनीय हैं. तुमने उनके दावों को, जो स्वयं को प्रेरित कहते तो हैं, किन्तु हैं नहीं, परखा और झूठा पाया और यह भी कि तुम धीरज धरे रहे. तुम मेरे नाम के लिए दुःख सहते रहे, किन्तु तुमने हार स्वीकार नहीं की.’

परन्तु तुम्हारे विरुद्ध मुझे यह कहना है कि तुम में वह प्रेम नहीं रहा, जो पहले था. याद करो कि तुम कहाँ से कहाँ आ गिरे हो. इसलिए पश्चाताप करो और वही करो जो तुम पहले किया करते थे; नहीं तो, अगर तुम पश्चाताप न करोगे तो मैं तुम्हारे पास आकर तुम्हारा दीपदान उसके नियत स्थान से हटा दूँगा. हाँ, तुम्हारे विषय में प्रशंसा के योग्य सच्चाई ये है कि तुम भी निकोलॉस के शिष्यों के स्वभाव से घृणा करते हो, जिससे मैं भी घृणा करता हूँ.

जिसके कान हों, वह सुन ले कि कलीसियाओं से पवित्रात्मा का संबोधन क्या है. जो जयवन्त होगा, उसे मैं जीवन के पेड़ में से, जो परमेश्वर के परादीस (स्वर्गलोक) में है, खाने के लिए दूँगा.”

स्मुरना की कलीसिया को

“स्मुरना नगर की कलीसिया के लिए चुने हुए दूत को लिखो:

जो पहिला और अन्तिम है, जिसकी मृत्यु ज़रूर हुई किन्तु अब वह जीवित है, उसका कहना यह है मैं तुम्हारी पीड़ा और कंगाली से परिचित हूँ—किन्तु वास्तव में तुम धनी हो! मैं उनके द्वारा तुम्हारे लिए इस्तेमाल अपशब्दों से भी परिचित हूँ, जो स्वयं को यहूदी कहते तो हैं किन्तु हैं नहीं. वे शैतान का सभागृह हैं. 10 तुम पर जो कष्ट आने को हैं उनसे भयभीत न होना. सावधान रहो: शैतान तुम में से कुछ को कारागार में डालने पर है कि तुम परखे जाओ. तुम्हें दस दिन तक ताड़ना दी जाएगी. अन्तिम साँस तक सच्चे बने रहना और मैं तुम्हें जीवन का मुकुट प्रदान करूँगा.

11 जिसके कान हों, वह सुन ले कि कलीसियाओं से पवित्रात्मा का कहना क्या है. जो जयवन्त होगा, उस पर दूसरी मृत्यु का कोई प्रहार न होगा.”

पेरगामॉस की कलीसिया को

12 “पेरगामॉस नगर की कलीसिया के लिए चुने हुए दूत को लिखो:

जिसके पास तेज दोधारी तलवार है, उसका कहना यह है 13 मैं जानता हूँ कि तुम्हारा घर कहाँ है—जहाँ शैतान का सिंहासन है—फिर भी मेरे नाम के प्रति तुम्हारी सच्चाई बनी रही और तुमने मेरे प्रति अपने विश्वास का त्याग नहीं किया—उस समय भी, जब मेरे गवाह, मेरे विश्वासयोग्य अन्तिपास की तुम्हारे नगर में, जहाँ शैतान का घर है, हत्या कर दी गई.

14 किन्तु मुझे तुम्हारे विरुद्ध कुछ कहना है तुम्हारे यहाँ कुछ व्यक्ति हैं, जो बिलआम की शिक्षा पर अटल हैं, जिसने राजा बालाक को इस्राएलियों को भरमाने के लिए, मूर्तियों को भेंट वस्तुएं खाने तथा वेश्यागामी के लिए उकसाया. 15 तुम्हारे यहाँ भी कुछ ऐसे ही व्यक्ति हैं, जिनकी जीवनशैली निकोलस शिष्यों के समान है. 16 इसलिए पश्चाताप करो. नहीं तो मैं जल्द ही तुम्हारे पास आकर उस तलवार से, जो मेरे मुख में है, उससे युद्ध करूँगा.

17 जिसके कान हों, वह सुन ले कि कलीसियाओं से पवित्रात्मा का कहना क्या है. जो जयवन्त होगा, मैं उसे गुप्त रखे गए मन्ना में से दूँगा तथा एक सफेद पत्थर भी, जिस पर एक नया नाम उकेरा हुआ होगा, जिसे उसके अलावा, जिसने उसे प्राप्त किया है, अन्य कोई नहीं जानता.”

थुआतेइरा की कलीसिया को

18 “थुआतेइरा नगर की कलीसिया के लिए चुने हुए दूत को लिखो:

परमेश्वर के पुत्र का, जिसकी आँखें अग्नि की ज्वाला समान तथा पैर भट्टी तपा कर चमकाए गए काँसे के समान हैं, कहना यह है 19 मैं तुम्हारे कामों, तुम्हारे प्रेम, विश्वास सेवकाई तथा धीरज को जानता हूँ तथा इसे भी कि तुम अब पहले की तुलना में अधिक काम कर रहे हो.

20 किन्तु मुझे तुम्हारे विरुद्ध यह कहना है तुम उस स्त्री ईज़ेबेल को अपने बीच रहने दे रहे हो, जो स्वयं को भविष्यद्वक्ता कहते हुए मेरे दासों को गलत शिक्षा देती तथा उन्हें मूर्तियों को भेंट वस्तुएं खाने तथा वेश्यागामी के लिए उकसाती है. 21 मैंने उसे पश्चाताप करने का समय दिया किन्तु वह अपने व्यभिचारी कामों का पश्चाताप करना नहीं चाहती. 22 इसलिए देखना, मैं उसे बीमारी के बिस्तर पर डाल दूँगा और उन्हें, जो उसके साथ व्यभिचार में लीन हैं, घोर कष्ट में डाल दूँगा—यदि वे उसके साथ के दुष्कर्मों से मन नहीं फिराते. 23 इसके अलावा मैं महामारी से उसकी सन्तान को नाश कर दूँगा, तब सभी कलीसियाओं को यह मालूम हो जाएगा कि जो मन और हृदय की थाह लेता है, मैं वही हूँ तथा मैं ही तुम में हर एक को उसके कामों के अनुसार प्रतिफल दूँगा. 24 किन्तु थुआतेइरा के शेष लोगों के लिए, जो इस शिक्षा से सहमत नहीं हैं तथा जो शैतान के कहे हुए गहरे भेदों से अनजान हैं, मेरा सन्देश यह है मैं तुम पर कोई और बोझ न डालूँगा. 25 फिर भी मेरे आने तक उसे, जो इस समय तुम्हारे पास है, सुरक्षित रखो.

26 जो जयवन्त होगा तथा अन्त तक मेरी इच्छा पूरी करेगा, मैं उसे राष्ट्रों पर अधिकार प्रदान करूँगा. 27 वह उन पर लोहे के राजदण्ड से शासन करेगा और वे मिट्टी के पात्रों के समान चकनाचूर हो जाएँगे ठीक जैसे मुझे यह अधिकार अपने पिता से मिला है. 28 मैं उसे भोर के तारे से सुशोभित करूँगा. 29 जिसके कान हों, वह सुन ले कि कलीसियाओं से पवित्रात्मा का कहना क्या है.”

सारदेइस की कलीसिया को

“सारदेइस नगर की कलीसिया के लिए चुने हुए दूत को लिखो:

जो परमेश्वर की सात आत्माओं का, जो उनकी सेवा में है, हाकिम है तथा जो सात तारे लिए हुए है, उसका कहना यह है: मैं तुम्हारे कामों से परिचित हूँ. तुम कहलाते तो हो जीवित, किन्तु वास्तव में हो मरे हुए! इसलिए सावधान हो जाओ! तुम में जो कुछ बाकी है, वह भी मृतक समान है, उसमें नए जीवन का संचार करो क्योंकि मैंने अपने परमेश्वर की दृष्टि में तुम्हारे अन्य कामों को अधूरा पाया है. इसलिए याद करो कि तुमने क्या शिक्षा प्राप्त की तथा तुमने क्या सुना था. उसका पालन करते हुए पश्चाताप करो; किन्तु यदि तुम न जागे तो मैं चोर के समान आऊँगा—तुम जान भी न पाओगे कि मैं कब तुम्हारे पास आ पहुंचूंगा.

सारदेइस नगर की कलीसिया में अभी भी कुछ ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने अपने वस्त्र अधर्म से अशुद्ध नहीं किए. वे सफ़ेद वस्त्रों में मेरे साथ चलने योग्य हैं. जो जयवन्त होगा, उसे मैं सफ़ेद वस्त्रों में सुसज्जित करूँगा. मैं उसका नाम जीवन-पुस्तक में से न मिटाऊँगा. मैं उसका नाम अपने पिता के सामने तथा उनके स्वर्गदूतों के सामने संबोधित करूँगा. जिसके कान हों, वह सुन ले कि कलीसियाओं से पवित्रात्मा का कहना क्या है.”

फ़िलादेलफ़ेइया की कलीसिया को

“फ़िलादेलफ़ेइया नगर की कलीसिया के लिए चुने हुए दूत को लिखो:

वह, जो पवित्र है, जो सच है, जिसके पास दाविद की कुंजी है, जो वह खोलता है, उसे कोई बन्द नहीं कर सकता, जो वह बन्द करता है, उसे कोई खोल नहीं सकता, उसका कहना यह है मैं तुम्हारे कामों से परिचित हूँ. ध्यान दो कि मैंने तुम्हारे सामने एक द्वार खोल रखा है, जिसे कोई बन्द नहीं कर सकता. मैं जानता हूँ कि तुम्हारी शक्ति सीमित है फिर भी तुमने मेरी आज्ञा का पालन किया है और मेरे नाम को अस्वीकार नहीं किया. सुनो! जो शैतान की सभा के हैं और स्वयं को यहूदी कहते हैं, किन्तु हैं नहीं, वे झूठे हैं. मैं उन्हें मजबूर करूँगा कि वे आएँ तथा तुम्हारे पावों में अपने सिर झुकाएं और यह जान लें कि मैंने तुम से प्रेम किया है. 10 इसलिए कि तुमने मेरी धीरज रूपी आज्ञा का पालन किया है, मैं भी उस विपत्ति के समय, जो पृथ्वी के सभी निवासियों पर उन्हें परखने के लिए आने पर है, तुम्हारी रक्षा करूँगा.

11 मैं शीघ्र आ रहा हूँ. जो कुछ तुम्हारे पास है, उस पर अटल रहो कि कोई तुम्हारा मुकुट छीनने ना पाए. 12 जो जयवन्त होगा, उसे मैं अपने परमेश्वर के मन्दिर का खम्भा बनाऊँगा. वह वहाँ से कभी बाहर ना जाएगा. मैं उस पर अपने परमेश्वर का नाम, अपने परमेश्वर के नगर, नए येरूशालेम का नाम, जो मेरे परमेश्वर की ओर से स्वर्ग से उतरने वाला है तथा अपना नया नाम अंकित करूँगा. 13 जिसके कान हों, वह सुन ले कि कलीसियाओं से पवित्रात्मा का कहना क्या है.”

लाओदीकेइया की कलीसिया को

14 “लाओदीकेइया नगर की कलीसिया के लिए चुने हुए दूत को लिखो:

जो आमेन, विश्वासयोग्य, सच्चा गवाह और परमेश्वर की सृष्टि का आधार है, उसका कहना यह है: 15 मैं तुम्हारे कामों से परिचित हूँ—तुम न तो ठण्ड़े हो और न गर्म—उत्तम तो यह होता कि तुम ठण्ड़े ही होते या गर्म ही. 16 इसलिए कि तुम कुनकुने हो; न गर्म, न ठण्ड़े, मैं तुम्हें अपने मुख से उगलने पर हूँ. 17 तुम्हारा तो यह दावा है, ‘मैं धनी हूँ, मैं समृद्ध हो गया हूँ तथा मुझे कोई कमी नहीं है,’ किन्तु तुम नहीं जानते कि वास्तव में तुम तुच्छ, अभागे, अंधे तथा नंगे हो. 18 तुम्हारे लिए मेरी सलाह है कि तुम मुझसे आग में शुद्ध किया हुआ सोना मोल लो कि तुम धनवान हो जाओ; मुझसे सफ़ेद वस्त्र लेकर पहन लो कि तुम अपने नंगेपन की लज्जा को ढ़ाँप सको. मुझसे सुर्मा लेकर अपनी आँखों में लगाओ कि तुम्हें दिखाई देने लगे.

19 अपने सभी प्रेम करनेवालों को मैं ताड़ना देता तथा अनुशासित करता हूँ. इसलिए बहुत उत्साहित होकर पश्चाताप करो. 20 सुनो! मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता रहा हूँ. यदि कोई मेरा शब्द सुनकर द्वार खोलेगा, मैं उसके घर में प्रवेश करूँगा तथा मैं उसके साथ और वह मेरे साथ भोजन करेगा.

21 जो जयवन्त होगा, उसे मैं अपने साथ अपने सिंहासन पर बैठने का अधिकार दूँगा—ठीक जैसे स्वयं मैंने विजय प्राप्त की तथा अपने पिता के साथ उनके सिंहासन पर आसीन हुआ. 22 जिसके कान हों, वह सुन ले कि कलीसियाओं से पवित्रात्मा का क्या कहना है.”

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