Beginning
यहूदा पइ अजर्याह क हुकूमत
15 यहूदा क राजा अमस्याह क पूत अजर्याह इस्राएल क राजा यारोबाम क राज्जकाल क सत्ताइसवें बरिस मँ राजा बना। 2 हुकूमत करब सुरू करइ क समइ अजर्याह सोलह बरिस क रहा। अजर्याह यरूसलेम मँ बावन बरिस तलक हुकूमत किहस। अजर्याह क महतारी यकोल्याह यरूसलेम स रही। 3 अजर्याह ठीक अपने बाप अमस्याह क तरह उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा अच्छा बताए रहा। अजर्याह ओन सबहिं कामन क अनुसरण किहस जेनका ओकर बाप अमस्याह किहे रहा। 4 मुला उ ऊँच ठउरन क नस्ट नाहीं किहस। लोगन हुआँ बलियन चढ़ावत रहे अउर धूप जरावत रहे।
5 यहोवा राजा अजर्याह क नोस्कान करइवाले कोढ़ रोग क रोगी बनाइ दिहस। उ मरइ क दिन तलक इहइ रोग स पीड़ित रहा। अजर्याह एक अलग महल मँ रहत रहा। राजा क पूत योताम राजमहल क देखभाल अउर जनता क संग निआव करत रहा।
6 अजर्याह जउन काम किहस उ सबइ, यहूदा क राजा लोग क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। 7 अजर्याह मरा अउर अपने पुरखन क संग दाऊद क नगर मँ दफनावा गवा। अजर्याह क पूत योताम ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
इस्राएल पइ जकर्याह क अल्पकालीन सासन
8 यारोबाम क पूत जकर्याह सोमरोन मँ इस्राएल पइ छ: महीने तलक हुकूमत किहस। जकर्याह यहूदा क राजा अजर्याह क राज्जकाल क अड़तीसवें बरिस मँ राजा भवा। 9 जकर्याह उ सबइ कारज किहेस जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। उ उ सबइ ही कारज किहेस जउन ओकरे पुरखन किहे रहेन। उ नबात क पूत यारोबाम क पापन क करब बंद नाहीं किहेस जउन इस्राएल क पाप करइ बरे मजबूर किहस।
10 याबेस क पूत सल्लूम जकर्याह खिलाफ जोजना बनाएस अउर लोगन क बीच मँ ओह पइ हमला कइके ओका इब्लैम मँ मार डाएस। फुन सल्लूम ओकरे जगह पइ नवा राजा भवा। 11 जकर्याह जउन दूसर कारज किहेस उ सबइ इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। 12 इ तरह यहोवा क कथन फुरइ सिद्ध भवा। यहोवा येहू स कहे रहा कि ओकरे संतानन क चार पीढ़ियन इस्राएल पइ राजा क तरह राज करब्या।
सल्लूम क इस्राएल पइ अल्पकालीन सासन
13 याबेस क पूत सल्लूम यहूदा क राजा उज्जिय्याह क राज्जकाल क उनतालीसवें बरिस मँ इस्राएल क राजा बना। सल्लूम सोमरोन मँ एक महीने तलक सासन किहस।
14 गादी क पूत मनहेम तिर्सा स सोमरोन आइ पहोंचा। मनहेम याबेस क पूत सल्लूम क मार डाएस। तब ओकरे पाछे मनहेम नवा राजा भवा।
15 सल्लूम जकर्याह क खिलाफ सडयंत्र करइ सहित जउन कारज किहेस, उ सबइ सबहिं इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे गएन अहइँ।
इस्राएल पइ मनहेम क हुकूमत
16 सल्लूम क मरइ क पाछे मनहेम तिप्सह, एहमाँ रहइवाले सबइ लोगन क अउर तिर्सा स सुरू होइवालन छेत्रन क हराई दिहेस। लोग ओकरे बरे नगर दुआर क खोलब मना कइ दिहन। एह बरे मनहेम ओनका हराइ दिहस अउर नगर क सबहिं गरभवती मेहररूअन क गरभ क चीर गिराएस।
17 गादी क पूत मनहेम यहूदा क राजा जकर्याह क राज्जकाल क उनतालीसवें बरिस मँ इस्राएल क राजा भवा। मनहेम सोमरोन मँ दस बरिस हुकूमत किहस। 18 मनहेम उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। मनहेम पूरी जिन्नगी, नबात क पूत यारोबाम क पापन क करब बंद नाहीं किहेस, जउन इस्राएल स पाप कराएस।
19 अस्सूर क राजा पूल इस्राएल क खिलाफ जुद्ध करइ आवा। मनहेम पूल क पचहत्तर हजार पौण्ड चाँदी दिहस। उ इ एह बरे किहस कि पूल मनहेम क बल प्रदान करी अउर जेहसे राज्ज पइ ओकर अधिकार सुदृढ़ होइ जाइ। 20 मनहेम सबहिं धनी अउर सक्तीसाली लोगन स करन क भुगतान करवाइके धन बटोरेस। मनहेम हर मनई पइ चाँदी क पचास सेकेल कर लगाएस। तब मनहेम अस्सूर क राजा क धन दिहस। एह बरे अस्सूर क राजा चला गवा अउर इस्राएल मँ नाहीं ठहरा।
21 मनहेम जउन कारज किहेस उ सबइ इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। 22 मनहेम मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। मनहेम क पूत पकह्याह ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
इस्राएल पइ पकह्याह क हुकूमत
23 मनहेम क पूत पकह्याह यहूदा क राजा अजर्याह क राज्जकाल क पचासवें बरिस मँ सोमरोन मँ इस्राएल क राजा भवा। पकह्याह दुइ बरिस तलक राज्ज किहस। 24 पकहयाह नबात क पूत यारोबाम क पापन क करब बन्द नाहीं किहस जउन इस्राएल क पाप करइ बरे मजबूर किहे रहा।
25 पकह्याह क फउज क सेनापति रमल्याह क पूत पेकह रहा। पेकह पकहयाह क मार डाएस। उ ओका सोमरोन मँ राजा क महल मँ मारेस। पेकह जब पकहयाह क मारेस, ओकरे संग अरगोब अरीआह अउर गिलाद क पचास मनसेधू रहेन। तब पेकह ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
26 पकहयाह जउन काम किहस उ सबइ इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ।
इस्राएल पइ पेकह क हुकूमत
27 रमल्याह क पूत पेकह यहूदा क राजा अजर्याह क राज्जकाल क बावनेवे बरिस मँ इस्राएल पइ हुकूमत करब सुरू किहेस। पेकह बीस बरिस तलक सासन किहस। 28 पेकह उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। पेकह इस्राएल क पाप करइ बरे मजबूर करइवाले नबात क पूत यारोबाम क पाप करमन क करब बंद नाहीं किहस।
29 अस्सूर क राजा तिग्लत्पिलेसेर इस्राएल क खिलाफ लड़इ आवा। इ उहइ समइ रहा जब पेकह इस्राएल क राजा रहा। तिग्लत्पिलेसेर इय्योन अबेल्बेत्माका, यानोह, केदेस, हासोर, गिलाद, गालील अउर नप्ताली क सारे छेत्र पइ अधिकार कइ लिहस। तिगलत्पिलेसेर एन जगहन पइ लोगन क बन्दी बनाइके अस्सूर लइ गवा।
30 एला क पूत होसे रमल्याह क पूत पेकह क खिलाफ सड्यंत्र किहस। होसे पेकह क मार डाएस। तब होसे पेकह क पाछे नवा राजा बना। इ यहूदा क राजा उज्जिय्याह क पूत योताम क राज्जकाल क बीसवें बरिस मँ भवा।
31 पेकह जउन सारे कारज किहस उ सबइ इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ।
यहूदा पइ योताम हुकूमत करत ह
32 उज्जिय्याह क पूत योताम यहूदा क राजा बना। उ इ इस्राएल क राजा रमल्याह क पूत पेकह क राज्जकाल क दूसरे बरिस मँ भवा। 33 योताम जब राजा बना, उ पच्चीस बरिस क रहा। योताम यरूसलेम मँ सोलह बरिस तलक हुकूमत किहस। योताम क महतारी सादोक क बिटिया यरूसा रही। 34 योताम अपने बाप उज्जियाह क तरह उ सबइ काम किहेस, जेनका यहोवा ठीक बताए रहा। 35 मुला उ ऊँच ठउरन क नस्ट नाहीं किहेस। लोग ओन पूजा ठउरन पइ तब भी बलि चढ़ावत अउर सुगन्धि बारत रहेन। योताम यहोना क मन्दिर क उपरी दुआर बनवाएस। 36 सबहिं कारज जउन योताम किहस उ सबइ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क पुस्तक मँ लिखे अहइँ।
37 उ समइ यहोवा अराम क राजा रसीन अउर रमल्याह क पूत पेकह क यहूदा क खिलाफ लड़इ पठएस।
38 योताम मरा अउर अपने पुरुखन क संग दफनावा गवा। योताम अपने पुरूखन दाऊद क नगर मँ दफनावा गवा। योताम क पूत आहाज ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
आहाज यहूदा क राजा बनत ह
16 योताम क पूत आहाज इस्राएल क राजा रमल्याह क पूत पेकह क राज्जकाल क सत्रहवें बरिस मँ यहूदा क राजा बना। 2 आहाज जब राजा बना उ बीस बरिस क रहा। आहाज यरूसलेम मँ बीस बरिस तलक राज्ज किहस। आहाज उ सबइ काम नाहीं किहेस जेनका यहोवा अच्छा बताए रहा। उ परमेस्सर क आग्या क पालन अपने पुरखा दाऊद क तरह नाहीं किहेस। 3 आहाज इस्राएल क राजा लोगन क तरह रहा। उ अपने पूत क बलि आगी मँ दिहस। उ ओन रास्ट्रन क घोर पापन क किहेस जेनका यहोवा देस छोड़इ क मजबूर तब किहे रहा जब इस्राएली लोग हुवाँ आए रहेन। 4 आहाज ऊँची जगहन, पहाड़ियन अउर हर एक हरे पेड़ क नीचे बलि चढ़ाएस अउ सुगन्धि बारेस।
5 अराम क राजा रसीन अउर इस्राएल क राजा रमल्याह क पूत पेकह, दुइनउँ यरूसलेम क खिलाफ लड़इ आएन। रसीन अउ पेकह आहाज क घेरि लिहन किन्तु उ पचे ओका हराइ नाहीं सकेन। 6 उ समइ अराम क राजा अराम क बरे एलत क वापस लइ लिहस। रसीन एलत मँ रहइवाले सबहिं यहूदा क निवासियन क जबरदस्ती निकारेस। अरामी लोग एलत मँ बस गएन अउर उ पचे आजु भी हुवाँ रहत अहइँ।
7 अहाज अस्सूर क राजा तिगलत्पिलेसेर क लगे संदेसवाहक पठएस। सँदेसा इ रहा: “मइँ आपक सेवक हउँ। मइँ आपके पूत क तरह हउँ। आवइँ, अउर मोका अराम क राजा अउर इस्राएल क राजा स बचावइँ। उ पचे मोहसे जुद्ध करइ आए अहइँ।” 8 आहाज यहोवा क मन्दिर अउ राजमहल क खजाने मँ जउन सोना अउर चाँदी रहा ओका भी लइ लिहस। तब आहाज अस्सूर क राजा क भेंट पठएस। 9 अस्सूर क राजा ओकर बात मान लिहस। उ दमिस्क क खिलाफ लड़इ बरे गवा। राजा उ नगर पइ अधिकार कइ लिहस अउर लोगन क किर क बन्दी बनाइके लइ गवा। उ रसीन क भी मार डाएस।
10 राजा आहाज अस्सूर क राजा तिगलत्पिलेसेर स भेंटइ गवा। आहाज दमिस्क मँ वेदी क लखेस। राजा आहाज इ वेदी क एक ठु नमूना अउर ओकर व्यापक रूपरेखा, याजक ऊरिय्याह क पठएस। 11 तब याजक उरिय्याह राजा आहाज क जरिये दमिस्क स पठए गए नमूने क समान ही एक ठु वेदी बनाएस। याजक उरिय्याह इ प्रकार क वेदी राजा आहाज क दमिस्क स लउटइ क पहिले बनाएस।
12 जब राजा दमिस्क स लउटा तउ उ वेदी क लखेस। उ वेदी पइ भेंट चढ़ाएस। 13 वेदी पइ आहाज होमबलि अउ अन्नबलि चढ़ाएस। उ आपन पेयबोलि डाएस अउर आपन मेलबलि क खून क इ वेदी पइ छिछकारेस।
14 आहाज उ काँसे क वेदी क जउन यहोवा समन्वा रही मन्दिर क समन्वा क जगह स हटाएस। इ काँसे क वेदी आहाज क वेदी अउर यहोवा क मन्दिर क बीच रही। आहाज काँसे क वेदी क अपने वेदी क उत्तर कइँती रखेस। 15 आहाज याजक ऊरिय्याह क आदेस दिहस। उ कहेस, “बिसाल वेदी क उपयोग भिंसारे क होमबलियन क बारइ क बरे, साँझ क अन्नबलि क बरे अउर इ देस क सबहिं लोगन क पेयबलि बरे करा। होमबलि अउ बलियन क सारा खून बिसाल वेदी पइ छिछकारा। किन्तु मइँ काँसे क वेदी क उपयोग परमेस्सर स सवाल पूछइ बरे करब।” 16 याजक ऊरिय्याह उ सबइ किहस जेका करइ बरे राजा आहाज आदेस दिहस।
17 हुवाँ पइ काँसे क कवचवाली गाड़ियन अउ याजकन क हाथ धोवइ बरे चिलमचियन रहिन। तब राजा आहाज मन्दिर मँ प्रयुक्त काँसे क गाड़ियन क काट डाएस अउर ओनसे पल्लन निकार लिहस। उ गाड़ियन मँ स चिलमचियन क लइ लिहस। उ बिसाल टंकी क भी काँसे क ओन बर्धन स हटाइ लिहस जउन ओकरे नीचे खड़ी रहिन। उ बिसाल टंकी क एक ठु पाथर क चबूतरे पइ रखेस। 18 कारीगरन सबित क सभा बरे मन्दिर क अंदर एक ठु ढकी जगह रहेन। आहाज सबित बरे ढकी जगह क भी हटाइ लिहस। आहाज इ सबइ चिजियन यहोवा क मन्दिर स लिहस। इ सबइ उ अस्सूर क राजा क कारण किहस।
19 आहाज जउन कारज किहस उ सबइ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। 20 आहाज मरा अउ अपने पुरखन क संग दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। आहाज क पूत हिजकिय्याह ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
होसे इस्राएल पइ हुकूमत करब सुरू करत ह
17 एला क पूत होसे सोमरोन मँ इस्राएल पइ हुकूमत करब सुरू किहस। इ यहूदा क राजा आहाज क राज्जकाल क बारहवें बरिस मँ भवा। होसे नौ बरिस तलक सोमरोन मँ हुकूमत किहस। 2 होसे उ सबइ कारज किहेस जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। मुला होसे इस्राएल क ओतना बुरा राजा नाहीं रहा जेतने उ पचे राजा रहेन जउन ओकरे पहिले सासन किहे रहेन।
3 अस्सूर क राजा सल्मनेसेर होसे क खिलाफ जुद्ध करइ आवा। सल्मनेसेर होसे क हराएस अउर होसे सल्मनेसेर क सेवक बन गवा। होसे सल्मनेसेर क अधीनस्थ कर देइ लाग।
4 मुला पाछे अस्सूर क राजा क पता चला कि होसे ओकरे खिलाफ सड्यंत्र रचेस ह। होसे मिस्र क राजा क लगे मदद मँगइ बरे राजदूत पठएस। उ बरिस होसे अस्सूर क राजा क नाहीं पठएस जइसे उ हर बरिस पठवत रहा। एह बरे अस्सूर क राजा होसे क बन्दी बनावा अउर ओका कैद मँ डाइ दिहस।
5 तब अस्सूर क राजा इस्राएल क सबहिं प्रदेसन पइ आक्रमण किहस। उ सोमरोन पहोंचा। उ तीन साल तलक सोमरोन क घेरे राखेस। 6 अस्सूर क राजा इस्राएल पइ होसे क राज्जकाल क नवे बरिस मँ, सोमरोन पइ अधिकार जमाएस। अस्सूर क राजा इस्राएलियन क बन्दी क रूप मँ अस्सूर लइ गवा। उ ओनका हलह, हाबोर नदी क तट पइ जउन गोजान क नदी अहइ अउर मादियन क नगरन मँ बसाएस।
7 इ सबइ घटना घटी काहेकि इस्राएलियन अपने परमेस्सर यहोवा क बिरूद्ध पाप किहे रहा। यहोवा इस्राएलियन क मिस्र स बाहेर लिआवा। यहोवा ओनका राजा फिरौन क चंगुल स बाहेर निकारेस। किन्तु इस्राएलियन दूसर देवतन क पूजब सुरू किहे रहेन। 8 इस्राएली उहइ सब करइ लगे रहेन जउन दूसर रास्ट्र करत रहेन। यहोवा ओन लोगन क आपन देस छोड़इ क मजबूर किहे रहा जब इस्राएली आए रहेन। इस्राएलियन भी राजा लोगन स सासित होब पसन्द किहन, परमेस्सर स सासित होब नाहीं। 9 इस्राएलियन गुप्त रूप स अपने यहोवा परमेस्सर क विरुद्ध काम किहस। जेका ओनका नाहीं करइ चाही रहा।
इस्राएलियन अपने सब स नान्ह नगर स लइके सब स बड़के नगर तलक, अपने सबहिं नगरन मँ ऊँच जगह बनाएस। 10 इस्राएलियन हर एक ऊँची पहाड़ी पइ अउर सबहिं हरियर बृच्छ क खाले स्मृति पाथर अउ असेरा स्तम्भ लगाएस। 11 इस्राएलियन पूजा क ओन सबहिं जगहन पइ सुगन्धि बारेस। उ पचे इ सबइ सबहिं कारज ओन रास्ट्रन क तरह किहस जेनका यहोवा ओनके समन्वा देस तजइ क मजबूर किहे रहा। इस्राएलियन उ सबइ कारज किहेन जउन यहोवा क कोहाइ दिहस। 12 उ पचे देवमूरतियन क सेवा किहन अउर यहोवा इस्राएलियन स कहे रहा, “तू पचन्क इ नाहीं करइ चाही।”
13 यहोवा हर एक नबी अउर हर एक द्रस्टा क उपयोग इस्राएल अउ यहूदा क चितउनी देइ बरे किहस। यहोवा कहेस, “तू पचे बुरे करमन स दूर हटा। मोरे आदेसन अउर नेमन क पालन करा। ओन सबहिं नेमन क पालन करा जेनका मइँ तोहरे पुरखन क दिहेउँ ह। मइँ अपने सेवक नबियन क उपयोग इ नेम तू पचन क देइ बरे किहेउँ।”
14 मूला लोग एक नाहीं सुनेन। उ पचे आपन पुरखन क तरह बड़े हठी रहेन। ओनके पुरखा यहोवा, अपने परमेस्सर मँ पतियात नाहीं रहेन। 15 लोग अपने पुरखन क संग यहोवा क कीन्ह गइ वाचा क रद्द कइ दिहस। अउर यहोवा क नेमन क मानइ स इन्कार किहन। उ पचे यहोवा क चितउनियन क सुनइ स इन्कार किहन। उ पचे व्यर्थ देवमूरतियन क अनुसरण किहन अउर खुद व्यर्थ बन गएन। उ पचे अपने चारिहुँ कइँती क रास्ट्रन क अनुसरण किहन। इ सबइ रास्ट्र उ करत रहेन जेका न करइ क चितउनी इस्राएल क लोगन क यहोवा दिहे रहा।
16 लोग यहोवा, अपने परमेस्सर क आदेसन क पालन करब बंद कइ दिहस। उ पचे बछवन क दुइ मूरतियन बनाएन। उ पचे असेरा स्तम्भ बनाएन। उ पचे आकास क सबहिं नछत्रन क पूजा किहन अउर बाल क सेवा किहन। 17 उ पचे अपने बेटवन-बिटियन क बलि आगी मँ दिहन। उ पचे जादू अउ प्रेत बिद्या क उपयोग भविस्स क जानइ बरे किहेन। उ पचे आपन क ओन चिजियन क करइ बरे बेचेस जेका यहोवा कहे रहा दुस्ट अहइ, जउन यहोवा क क्रोधित कई दिहेन। 18 एह बरे यहोवा इस्राएल पइ बहोत कोहाइ गवा अउर ओनका अपनी निगाह स दूर लइ गवा। यहूदा क परिवार समूह क अलावा कउनो इस्राएली बचा नाहीं रहा।
यहूदा क लोग भी अपराधी अहइँ
19 मुला यहूदा क लोग भी यहोवा, अपने परमेस्सर क आदेसन क पालन नाहीं किहन। यहूदा क लोग भी इस्राएल क लोगन क तरह ही रहत रहेन।
20 यहोवा इस्राएल क सबहिं लोगन क अस्वीकार किहस। उ ओन पइ बहोत बिपत्तियन ढाएस। उ लोगन क ओनका लूटइ दिहस अउर अन्त मँ उ ओनका अपनी निगाह स लोकाए दिहस। 21 यहोवा दाऊद क परिवार स इस्राएल क निकार दिहेस। इस्राएलियन नबात क पूत यारोबाम क अपना राजा बनाएस। यारोबाम इस्राएलियन क यहोवा क अनुसरण करइ स दूर कइ दिहस। यारोबाम इस्राएलियन स एक भीसण पाप कराएस। 22 इ तरह इस्राएलियन ओन सबहिं पापन क अनुसरण किहन जेनका यारोबाम किहे रहा। उ पचे एन पापन क करब तब तलक बंद नाहीं किहन। 23 जब तलक यहोवा इस्राएलियन क अपनी निगाह स दूर नाहीं हटाएस। लोगन क बतावइ क बरे कि इ होइ, उ अपने नबियन क पठएस। एह बरे इस्राएली अपने देस स बाहेर अस्सूर पहोंचाए गएन अउर उ पचे आज तलक हुँवइ अहइँ।
सोमरोनी लोगन क आरम्भ
24 अस्सूर क राजा बाबेल, कूता, अव्वा, हमात अउर सपवैम स लोगन क लिआवा। उ इस्राएलियन क हटावइ बरे ओन लोगन क सोमरोन मँ ठहरा दिहेस। ओन लोग सोमरोन पइ अधिकार किहन अउर ओकरे चारिहुँ कइँती क नगरन मँ रहइ लागेन। 25 जब लोग सोमरोन मँ रहइ लागेन तउ उ पचे यहोवा क सम्मान नाहीं किहन। एह बरे यहोवा सिहंन क एन पइ आक्रमण क बरे पठएस। एन सिंहन ओनके कछू लोगन क मार डाएन। 26 कछू लोग इ बात अस्सूर क राजा स कहेन। “उ सबइ लोग जेनका तू लइ गएन अउर सोमरोन क नगरन मँ बसाएन, उ देस क परमेस्सर क नेमन क नाहीं जानतेन। एह बरे उ पचे सिंहन क ओका मारइ दिहेन।”
27 एह बरे अस्सूर क राजा इ आदेस दिहस: “तू कछू याजकन क सोमरोन स लिहे रह्या। मइँ जिन याजकन क बन्दी बनाएस रहेउँ ओनमाँ स एक क सोमरोन क वापस पठइ द्या। उ याजक क जाइ अउर हुवाँ रहइ द्या। तब उ याजक लोगन क उ देस क देवता क नेम सिखाइ सकत ह।”
28 एह बरे अस्सूरियन क जरिये सोमरोन स लिआए भए याजकन मँ स एक ठु बेतेल मँ रहइ आवा। उ याजक लोगन क सिखाएस कि ओनका यहोवा क सम्मान कइसे करइ चाही।
29 मुला ओन सबहिं रास्ट्रन अपने निजी देवता बनाएन अउर ओनका सोमरोन क लोगन क जरिये बनाए गए ऊँची जगहन पइ पूजा ठउरन मँ रखेस। ओन रास्ट्र इहइ किहन, जहाँ कहूँ भी उ पचे बसेन। 30 बाबेल क लोग लबार देवता सुक्कोतबनोत बनाएन। कूत क लोग लबार देवता नेर्गल क बनाएन। हमात क लोगन असत्य देवता असीम क बनाएन। 31 अव्वी लोग लबार देवता निभज अउर तर्त्ताक बानएन अउर सपवमी लोग लबार देवतान अद्रम्मेलेक अउर अनम्मेलेक क सम्मान बरे आपन बच्चन क आगी मँ बारेन।
32 मुला ओन लोग यहोवा क भी उपासना किहन। उ पचे अपने लोगन मँ स ऊँची जगहन बरे याजक चुनेन। इ सबइ याजक ओन पूजा क ठउरन पइ लोगन बरे बलि चढ़ावत रहेन। 33 उ पचे यहोवा क सम्मान करत रहेन, मुला उ पचे अपने देवतन क भी सेवा करत रहेन। उ सबइ लोग अपने देवता क वइसी ही सेवा करत रहेन जइसी उ पचे ओन देसन मँ करत रहेन जहाँ स उ पचे लाए गए रहेन।
34 आजु भी उ सबइ लोग वइसे ही रहत हीं जइसे उ पचे पहिले रहत रहेन। उ पचे यहोवा क सम्मान नाहीं करत अहइँ। उ पचे यहोवा क आदेसन अउर नेमन क पालन नाहीं करत हीं। उ पचे ओन नेमन या आदेसन क पालन नाहीं करत रहेन जेनका यहोवा याकूब (इस्राएल) क सन्तानन क दिहे रहा। 35 यहोवा इस्राएल क लोगन क संग एक वाचा किहे रहा। यहोवा ओनका आदेस दिहस, “तू पचन्क दूसर देवतन क सम्मान नाहीं करइ चाही। तू पचन्क ओनकर पूजा या सेवा नाहीं करइ चाही या बलि भेंट नाहीं करइ चाही। 36 किन्तु तू पचन्क यहोवा क अनुसरण करइ चाही। यहोवा उहइ परमेस्सर अहइ जउन तू पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आवा। यहोवा आपन महान सक्ती क उपयोग तू पचन्क बचावइ बरे किहस। तू पचन्क यहोवा क सम्मान, उपासना करइ चाही अउर उहइ क बलि भेंट करइ चाही। 37 तू पचन्क ओकरे ओन नेमन, विधियन, उपदेसन अउर आदेसन क पालन करइ चाही जेनका उ तोहरे पचन्क बरे लिखेस। तू पचन्क एनकर पालन सदा ही करइ चाही। तू पचन्क दूसर देवतन क सम्मान नाहीं करइ चाहीं। 38 तू पचन्क उ वाचा क नाहीं बिसरइ चाही, जउन मइँ तोहरे संग किहेउँ। तू पचन्क दूसर देवतन क आदर नाहीं करइ चाही। 39 तू पचन्क सिरिफ यहोवा, अपने परमेस्सर क ही सम्मान करइ चाही। तब उ तू पचन्क तोहरे पचन्क सबहिं दुस्मनन स बचाइ।”
40 मुला इस्राएलियन एका नाहीं सुनेन। उ पचे उहइ करत रहेन जउन पहिले करत चले आवत रहेन। 41 एह बरे अब तउ उ सबइ दूसर रास्ट्र यहोवा क सम्मान करत हीं, किन्तु उ पचे अपनी देवमूरतियन क भी सेवा करत हीं। ओनकर पुत्र-पौत्र उहइ करत हीं, जउन ओनकर पुरखन करत रहेन। उ पचे आजु तलक उहइ काम करत हीं।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.