Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 50

आसाफ क भक्ति गीतन मँ स एक ठु पद।

देवतन क देवता यहोवा कहेस ह।
    पूरब स पच्छिम तलक धरती क सब मनइयन क उ बोलाएस।
सिय्योन स परमेस्सर क सुन्नरता प्रकासित होत बाटइ।
हमार परमेस्सर आवत अहइ, अउर उ चुप नाहीं रही।
    ओकरे समन्वा बरत ज्वाला बा,
    ओका एक ठु बड़का तूफान घेरे बाटइ।
हमार परमेस्सर आकास अउ धरती क गोहराइके
    आपन निजी लोगन क निआउ करइ बोलावत ह।
“मोर मनवइयो, मोरे लगे बटुरा।
    मोर उपासको आवा हम आपुस मँ एक ठु करार किहे अही।”

परमेस्सर निआउ क जज अहइ
    अकास ओकरी धार्मिक भावना क घोसणा करत ह।

परमेस्सर कहत ह, “सुना मोरे भक्तो!
    इस्राएल क लोगो, मइँ तू पचन्क खिलाफ साच्छी देबउँ।
    मइँ परमेस्सर हउँ, तोहार परमेस्सर।
मोका तोहरी बलियन स सिकाइत नाहीं।
    इस्राएल क लोगो, तू पचे सदा होम बलियन मोका चढ़ावत रहा।
    तू पचे हर रोज अर्पित करा।
मइँ तोहरे घरे स कउनो बर्धा नाहीं लेब।
    मइँ तोहरे गोरू घरे स कउनो बोकरा नाहीं लेब।
10 मोका तोहरे ओन गोरुअन क जरूरत नाहीं।
    मइँ ही तउ वन क सबहिं गोरुअन क सुआमी हउँ।
    हजारन पहाड़न पइ जउन गोरू विचरत हीं, ओन सबन क मइँ सुआमी हउँ।
11 जिन चिरइयन क बसेरा सब स ऊँच पहाड़ पइ अहइ, ओन सबन क मइँ जानत हउँ।
    अचलन पइ जउन सचल अहइँ उ सबइ सब मोरे ही अहइँ।
12 मइँ भुखान नाहीं हउँ, अगर मइँ भूखा होतउँ, तउ भी तू पचन्स मोका भोजन नाहीं माँगइ क पड़त।
    मइँ जगत क सुआमी हउँ अउर ओकर भी हर चीज जउन इ जगत मँ बाटइ।
13 मइँ बर्धा क गोस नाहीं खावा करत हउँ।
    बोकरन क खून नाहीं पिअत हउँ।”

14 फुरइ जउन बलि क परमेस्सर क प्रसन्न करत ह धन्यवाद क भेंटन होइ
    अउर उ प्रतिग्या क पूरा करत ह जउन तू सर्वोच्च परमेस्सर क समन्वा किहे रह्या।
15 परमेस्सर कहत ह, “मोका पुकारा जब तू मुसीबत मँ रह्या,
    मइँ तू पचन्क खतरा स निकारब, अउर तब तू पचे मोर मान कइ सकब्या।”

16 दुट्ठ लोगन स परमेस्सर कहत ह,
    “तू पचे मोर व्यवस्था क बातन करत अहा,
    तू पचे मोरे करार क भी बातन करत अहा।
17 फुन जब मइँ तू पचन्न्क सुधारत हउँ, तब भला तू पचे मोसे बैर काहे करत अहा?।
    तू पचे ओन बातन क उपेच्छा काहे करत अहा जेनका मइँ तू पचन्क बतावत हउँ?
18 तू पचे चोर क लखिके ओसे मिलइ बरे दौड़ जात अहा।
    तू पचे ओनके संग बिछउना मँ कूद पड़त अहा जउन बिभिचार करत हीं।
19 तू पचे बुरा वचन अउ झूठ बोलत अहा।
20 तू पचे दूसर लोगन क हिआँ तलक कि
    आपन भाइयन क निन्दा करत अहा।
21 तू पचे बुरा करम करत अहा, अउर तू सोचत अहा मोका चुप रहइ चाही।
    तू कछू नाहीं कहत अहा अउर सोचत अहा कि मोका चुप रहइ चाही।
लखा, मइँ चुप नाहीं रहब, तोहका स्पस्ट कइ देब।
    तोहरे ही मुँहे पइ तोहार दोख बताउब।
22 तू लोग परमेस्सर क बिसरि गवा अहा।
    एकरे पहिले कि मइँ तोहका चीर डावउँ,
अच्छी तरह समुझ ल्या।
    जब वइसा होइ कउनो भी मनई तू पचन्क बचाइ नाहीं पाई।
23 अगर कउनो मनई स्तुति अउ धन्यवादन क बलि चढ़ावइ, तउ उ सचमुच मोर मान करी।
    अगर कउनो मनई आपन जिन्नगी बदल डावइ तउ ओका मइँ परमेस्सर क सक्ति देखाँउब जउन बचावत हीं।”

भजन संहिता 59-60

संगीत निर्देसक बरे “नास जिन करा” धुन पइ दाऊद क उ समइ क एक ठु भक्ति गीत जब साऊल लोगन क दाऊद क घर पइ निगरानी राखत भए ओका मारि डावइ क जुगुत करइ बरे पठए रहा।

हे परमेस्सर, तू मोका मोरे दुस्मनन स बचाइ ल्या
    मोर मदद ओनसे विजयी बनवइ मँ करा जउन मोरे खिलाफ जुद्ध करइ आवा अहइँ।
अइसे ओन लोगन स, तू मोका बचाइ ल्या।
    तू ओन हत्यारन स मोका बचाइ ल्या। जउन बुरे कामन क करत रहत हीं।
लखा! बलवान लोग मोका घात लगाए अहइँ।
    उ पचे मोका मारि डावइ क बाट जोहन अहइँ।
    एह बरे नाहीं कि मइँ कउनो पाप किहेउँ ह या मोसे कउनो अपराध बन पड़ा अहइ।
उ पचे मोरे पाछे पड़ा अहइँ, मुला मइँ कउनो भी बुरा करम नाहीं किहेउँ ह।
    हे यहोवा, आवा! तू खुद अपने आप लख ल्या!
हे परमेस्सर! इस्राएल क परमेस्सर! तू सर्वसक्तिसाली अहा।
    तू उठा अउर ओन लोगन क दण्डित करा।
    ओन बिस्सासघातियन ओन दुर्जन लोगन पइ तनिकउ भी दया जिन देखाँवा।

उ सबइ दुर्जन साँझ क होत ही सहर मँ घुसि आवत हीं।
    उ सबइ लोग गुर्रात कूकुरन स
    सहर क बीच मँ घूमत रहत हीं।
तू ओनकर धमकियन अउर अपमानन क सुना।
    उ पचे अइसी क्रूर बातन कहा करत ही।
    उ सबइ इ बात क चिंता तलक नाहीं करतेन कि ओनकर कउन सुनत ह।

हे यहोवा, तू ओनकर उपहास कइके
    ओन सबहिं लोगन क मजाक बनाइ द्या।
हे परमेस्सर, तू मोर सक्ति अहा, मइँ तोहार बाट जोहत हउँ।
    हे परमेस्सर, तू ऊँचे पहाड़न पइ मोर सुरच्छा क ठउर अहा।
10 परमेस्सर मोहसे पिरेम करत ह, अउर उ जीतइ मँ मोर सहायक होइ।
    उ मोरे दुस्मनन क हरावइ मँ मोर मदद करी।
11 हे परमेस्सर, बस ओनका जिन मार डावा, नाहीं तउ होइ सकत ह मोर लोग बिसरि जाइँ।
    हे मोर सुआमी अउ संरच्छक, तू आपन सक्ती स ओनका छितराइ द्या अउर हराइ द्या।
12 उ सबइ बुरे लोग कोसत अउ झूठ बोलत रहत हीं।
    ओन बुरी बातन क सजा ओनका द्या, जउन उ पचे कहे अहइँ।
    ओनका आपन अभिमान मँ फँसइ द्या।
13 तू आपन किरोध स ओनका बरबाद करा।
    ओनका पूरी तरह बरबाद करा।
लोग तबहिं जनिहीं कि परमेस्सर,
    याकूब क लोगन क अउर उ सारे संसार क राजा अहइ।

14 फुन अगर उ सबइ लोग संझा क एहर ओहर टहरत
    गुर्रातन कूकुरन स सहर मँ आवइँ,
15 तउ उ सबइ खाइ क कउनो क चीज हेरत फिरिहीं,
    अउर खाइ क कछू भी नाहीं पइहीं अउर न ही सोवइ क कउनो ठउर पइहीं।
16 मुला मइँ तोहार बड़कई क गीत गाउब।
    हर भिन्सारे मइँ तोहरे पिरेम मँ आनन्दित होब।
काहेकि तू पर्वतन क ऊपर मोर सरणस्थल अहा मइँ तोहरे लगे आइ सकत हउँ,
    जब मोका विपत्तियन घेरिहीं।
17 मइँ आपन गीतन क तोहरी बड़कइ मँ गाउब
    काहेकि पर्वतन क ऊपर तू मोर सरणस्थल अहा।
    तू परमेस्सर अहा, जउन मोका पिरेम करत ह।

संगीत निर्देसक बरे “वाचा क कुमुदिनी” धुन पइ उ समइ क दाऊद क एक कलात्मक जब दाऊद अरमहरैन अउ अरमसोबा स जुद्ध किहेस अउर जब योआब लउटा अउर उ नोन क घाटी मँ बारह हजार एदोमी फउजियन क मार डाएस।

हे परमेस्सर, तू हमका बिसराइ दिहा।
    तू हमका तितर-बितर कइ दिहा, तू हम पइ कोहाइ गवा।
    तू कृपा कइके वापस आवा।
तू धरती कँपाया अउर ओका फारि दिहा।
    हमार जगत बिखरत अहइ
    कृपा कइके ओका जोर द्या।
तू आपन लोगन क बहोतइ यातना दिहा ह।
    हम दाखरस पिए लोग जइसे लड़खड़ात रहेन अउर भहरात अही।
मुला तू आपन बिस्सासी मानइवालन क चेताइ बरे
    कि उ पचन क अब आपन दुस्मन क धनुस चलाइवालन दुआरा तितर-बितर होइ क पाछे कहाँ जमा होइ चाही।

तू आपन महासक्ति क प्रयोग कइके हमका बचाइ लिहा।
    मोर पराथना क जवाब द्या अउर उ मनई क बचाइ ल्या जउन तोहका पियारा अहइ।

परमेस्सर आपन मन्दिर मँ कहेस:
    “मोर विजय होइ अउर मइँ विजय पइ खुस होब।
मइँ इ धरती क आपन लोगन क बीच बाँटब।
    मइँ सकेम अउ सुक्कोत घाटी क बँटवारा करब।
गिलाद अउ मनस्से मोर बनिहीं।
    एप्रैम मोरे मूँड़े क टोप (हेलमेट) बनी।
    यहूदा मोर राजदण्ड बनी।
मइँ मोआब क अइसा बनाउब, जइसा कउनो मोर गोड़ धोवइ क पात्र।
    एदोम एक दास जइसा जउन मोर पनहियन उठावत ह।
    मइँ पलिस्ती लोगन क हराउब अउर विजय क उद्घोस करब।”

कउन मोका ओकरे खिलाफ जुद्ध करइ क सुरच्छित मजबूत सहर मँ लइ जाइ?
    मोका कउन एदोम तलक लइ जाइ?
10 हे परमेस्सर, बस तू ही इ करइ मँ मोर मदद कइ सकत ह।
    मुला तू तउ मोका बिसराइ दिहा।
    परमेस्सर हमरे साथे नाहीं जाइ अउर उ हमरी सेना क संग नाहीं जाइ।
11 हे परमेस्सर, तू ही हमका इ संकट क भुइँया स उबार सकत ह।
    मनई हमार रच्छा नाहीं कइ सकतेन।
12 मुला हमका परमेस्सर ही मजबूत बनाइ सकत ह।
    परमेस्सर हमार दुस्मनन क पराजित कइ सकत ह।

भजन संहिता 93

यहोवा सासन करत ह!
    उ महिमा अउर सक्ति क पहिर लिहस
ताकि धरती स्थिर रहइ
    अउर गिरे नाहीं।
हे परमेस्सर, तोहार साम्राज्य अनादि काल स टिका भवा अहइ।
    तू सदा जिअत अहा।
हे यहोवा, नदियन क गर्जन बहोत तीव्र बा।
    ओनकर लहरन क
    नस्ट करइया अहइ।
समुद्र क पछारा खात भइ लहरन गरजत हीं, अउर उ सबइ सक्तिसाली अहइँ।
    मुला ऊपर वाला यहोवा जियादा सक्तिसाली अहइ।
हे यहोवा, तोहार कानून बहोत स्थिर अहइ।
    तोहार पवित्तर मन्दिर लम्बी समई तलक खड़ा रही।

भजन संहिता 96

यहोवा बरे एक ठु गीत गावा।
    हे समस्त ब्रह्माण्ड यहोवा बरे गीत गावा।
यहोवा बरे गावा, ओकरे नाउँ क धन्न कहा।
    हर दिन इ ओकरे उद्धार क बारे मँ सुसमाचार क सुनावा।
दूसर रास्ट्रन क बतावा कि यहोवा फुरइ अद्भुत बाटइ।
    सब कतहूँ क लोगन मँ ओन अद्भुत बातन क जेनका उ करत ह बखान करा।
यहोवा महान बा अउर बड़कई क जोग बा।
    उ कउनो “देवतन” स जियादा स्रद्धालु बा।
दूसर रास्ट्रन क सबहिं “देवतन” सिरिफ मूर्तियन अहइँ,
    मुला यहोवा अकासन क रचेस।
ओकरे समन्वा सुन्दर महिमा दमकत बा।
    परमेस्सर क पवित्तर मन्दिर सामरथ अउ सुरन्दरता अहइँ।
हे वंसो, अउर रास्ट्रो,
    यहोवा बरे महिमा अउर बड़कई क गीत गावा।
यहोवा क नाउँ क गुणगान करा।
    आपन भेंटन उठावा अउ मन्दिर मँ जा।
    यहोवा क ओकर भव्य, मन्दिर मँ उपासना करा।
अरे ओ धरती क मनइयो, यहोवा क उपासना करा।
10     रास्ट्रन क जानइ द्या कि यहोवा राजा अहइ।
निहचय ही उ उहइ अहइ जउन जगत क स्थिर अउर अखण्ड बनाएस ह।
    यहोवा मनइयन पइ निआउ स सासन करी।
11 अरे अकास, खुस ह्वा, हे धरती, आनन्द मनावा।
    हे सागर, अउर ओहमाँ क सबइ चिजियन क आनन्द स ललकारा।
12 अरे ओ खेतो अउर ओहमाँ उगइवाली हर वस्तु आनन्द स भरपूर होइ जा।
    हे जंगल क बृच्छो गावा अउर आनन्द मनावा।
13 आनन्द स भरपूर होइ जा
    काहेकि यहोवा आवत अहइ।
यहोवा जगत क सासन करइ आवत अहइ,
    उ खरेपन स निआउ करी।

1 राजा 18:1-19

एलिय्याह अउ बाल क नबी

18 अनावृस्टि क तीसरे बरिस यहोवा एलिय्याह स कहेस, “जा अउर राजा अहाब स मिला। मइँ हाली ही बर्खा पठउब।” एह बरे एलिय्याह अहाब क लगे गवा।

उ समइ सोमरोन मँ भोजन नाहीं रह गवा रहा। एह बरे राजा अहाब ओबधाह स अपने लगे आवइ क कहेस। ओबधाह राजमहल क अधिकारी रहा। (ओबधाह यहोवा क सच्चा अनुयायी रहा। एक दाईं ईज़बेल यहोवा क सबहिं नबियन क जान स मारत रही। एह बरे ओबधाह सौ नबियन क लिहस अउर ओनका दुइ गुफन मँ छुपाएस। ओबद्याह एक गुफा मँ पचास नबी अउ दूसर गुफा मँ पचास नबी रखेस। तब ओबधाह ओनके बरे पानी अउ भोजन लिआएस।) राजा अहाब ओबधाह स कहेस, “मोरे संग आवा। हम लोग इ प्रदेस क हर एक सोता अउर नाला क खोज करब। हम लोग पता लगाउब कि का हम अपने घोड़न अउ खच्चरन क जिअत रखइ बरे पर्याप्त घास कहीं पाइ सकित ह। तब हम क आपन कउनो जनावर खोउब नाहीं पड़ी।” हर एक मनई देस क एक ठु हींसा चुनेस जहाँ उ पचे पानी क खोज कइ सकइँ। तब दुइनउँ। मनई पूरे देस मँ घूमेन। अहाब एक दिसा मँ अकेले गवा। ओबधाह दूसर दिसा मँ अकेले गवा। जब ओबधाह जात्रा करत रहा तउ उ समइ उ एलिय्याह स मिला ओबधाह जब ओका लखेस एलिय्याह क पहचान लिहस। ओबधाह एलिय्याह क समन्वा प्रणाम करइ निहुरा उ केहेस, “एलिय्याह का सुआमी फुरइ आप अहइ?”

एलिय्याह जवाब दिहेस, “हाँ, मइँ ही हउँ। जा अउर आपन सुआमी राजा स कहा कि मइँ हिआँ अहउँ।”

तब ओबधाह कहेस, “जदि मइँ ओहाब स कहब कि मइँ जानत हउँ कि तू कहाँ अहा, तउ उ मोका मार डाइ। मइँ तोहार कछू नाहीं बिगाड़ेउँ ह। तू काहे चाहत अहा कि मइँ मरि जाउँ? 10 यहोवा, तोहरे परमेस्सर क जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि राजा तोहार खोज करइ बरे हरेक देस मँ मनइयन क भेज दिहेस ह। जदि कउनो देस क राजा इ कहेस कि तू ओकरे देस मँ नाहीं अहा, तउ अहाब ओका इ किरिया खाइ क मजबूर किहस कि तू सच मुच मँ ओकरे देस मँ नाहीं अहा। 11 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर आपन सुआमी स कहउँ कि तू हुआँ अहा? 12 जदि मइँ जाउँ अउर राजा अहाब स कहउँ कि तू हिआँ अहा, तउ यहोवा क आतिमा तोहका कउनो दूसर जगह पइ पहोंचाइ सकत ह। राजा अहाब हिआँ आई अउर उ तोहका नाहीं पाइ सकी। तब उ मोका मार डाइ। मइँ यहोवा क अनुसरण तब स किहेउँ ह जब मइँ एक बालक रहा। 13 तू सुन्या ह कि मइँ का किहे रहेउँ। ईज़ेबेल यहोवा क नबियन क मारत रही अउर मइँ सौ नबियन क गुफन मँ छुपाए रहेउँ। मइँ एक गुफा मँ पचास नबियन अउर दूसर गुफा मँ पचास नबियन क रखे रहेउँ। मइँ ओनके बरे अन्न-पानी लिआएउँ। 14 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर राजा स कहउँ कि तू हिआँ अहा। राजा मोका मार डाइ।”

15 एलिय्याह जवाब दिहेस, “जेतनी सर्वसक्तीमान यहोवा क सत्ता निहचित अहइ, ओतना ही निहचित इ अहइ कि मइँ आजु राजा क समन्वा खड़ा होउँ।”

16 एह बरे ओबधाह राजा अहाब क लगे गवा। उ बताएस कि एलिय्याह हुवाँ अहइ। राजा अहाब एलिय्याह स भेंटइ गवा।

17 जब अहाब एलिय्याह क लखेस तउ उ पूछेस, “का इ तू अहा? का तू ही उ मनई अहा जउन इस्राएल पइ बिपत्ति का कारण अहा?”

18 एलिय्याह जवाब दिहेस, “मइँ इस्राएल पइ बिपत्ति क कारण नाहीं अहउँ। तू अउर तोहरे बाप क परिवार इ सारी बिपत्ति क कारण अहा। जब तू यहोवा क आदेसन क पालन करब बन्द कइ दिहा अउर लबार देवतन क अनुसरण सुरु किहा। 19 अब सारे इस्राएलियन क कर्म्मेल पर्वते पइ मोहसे भेंटइ क कहा। उ ठउरे पइ बाल क चार सौ पचास नबियन क भी लिआवा अउर लबार देबी असेरा क चार सौ नबियन क लिआवा। रानी ईज़ेबेल ओन नबियन क समर्थन करत ह।”

फिलिप्पियन 2:12-30

परमेस्सर क इच्छा क अनुसार बना

12 एह बरे मोर पिआरे दोस्तो, तू पचे मोरे निर्देशन क जइसेन ओह समइ पालन किहा करत रह्या जब मइँ तू पचन क साथे रहेउँ, अब जब कि मइँ तू पचन क साथे नाहीं हउँ तब तू अउर अधिक लगन स ओकर पालन करा। परमेस्सर बरे पूरा आदर एवं भय क साथे अपने उद्धार क पूरा करइ बरे तू सभे काम करत जा। 13 काहेकि उ परमेस्सर ही अहइ जउन उ कामना क इच्छा अउर ओन्हे पूरा कररइ क करम, जउन परमेस्सर क भावत ह, तोहमें पइदा करत ह।

14 बिना कउनउ सिकायत या लड़ाई-झगड़ा किहे सब काम करत रहा। 15 ताकि तू भोले-भोले अउर पवित्तर बनि जा। अउर इ कुटिल अउर पथभ्रस्ट पीढ़ी क लोगन क बीच परमेस्सर क निहकलंक बालक बनि जा। ओनके बीच अँधियारी दुनिया मं तू पचे ओह समइ तारा बनिके चमका 16 जब तू ओनका जीवनदायी उपदेस सुनावत ह। तू अइसा ही करत रहा ताकि मसीह क फिन स लउटइ क दिन मइँ इ देखिके कि मोरे जीवन क भाग दौड़ बेकार नाहीं भइ। तू पचन गरब कइ सकी।

17 तोहार सबन क बिसवास परमेस्सर क सेवा मँ एक बलि क रूप मँ बा अउर अगर मोर लहू तोहरे बलि प दाखरस क समान उँड़ेल दीहा भी जाइ तउ मोका खुसी अहइ। तोहरे सबन क खुसी मँ हमरउ सहभाग बा। 18 उही तरह तूहउ खुस रहा अउर मोरे साथे आनन्द मनावा।

तीमुथियुस अउर इपफ्रुदीतुस

19 पर्भू ईसू क सहायता स मोका तीमुथियुस क तू लोगन क लगे जल्दी भेज देइ क आसा बा ताकि तोहरे समाचारन स मोर भी उत्साह बढ़ सकइ। 20 काहेकि मोरे पास दुसर कउनउ तीमुथियुस अइसा मनई नाहीं बा जेकर भावना मोरी जइसी होइ अउर जउन तोहरे कल्यान क बरे सच्चे मने स चिंतित होइ। 21 काहेकि अउर सभन अपने अपने कामन मँ लगा बाटेन। ईसू मसीह क कामन मँ केऊ नाहीं लाग बा। 22 तू पचे ओकरे चरित्र क जानत अहा कि सुसमाचार क प्रचार मँ मोरे साथ उ वइसे ही सेवा क किहे अहइ, जइसे एक बेटवा अपने बापे क साथे करत रहत ह। 23 तउ मोका जइसेन इ पता चली कि मोरे साथे का कछू होइ जात बा। मइँ ओका तू सबन क लगे भेज देइ क आसा रखत अहउँ। 24 अउर मोर बिसवास बा कि पर्भु क सहायता स मइँ भी जल्दी ही अउबइ।

25 मइँ इ जरूरी समझत हउँ कि इपफ्रुदीतुस क तोहरे लगे पठवउँ, जउन मोर भाई अहइ, अउर साथ ही काम करइवाला बा अउर सहयोगी कर्म-वीर अहइ अउर मोका जरूरत पड़इ पइ मोर सहायता बरे तोहार प्रतिनिधि रहा, 26 काहेकि उ तोहे सबन क बरे बियाकुल रहा करत रहा अउर ऍहसे बहुत खिन्न रहा कि तू इ सुने रह्या कि उ बेमार पड़ि गवा रहा। 27 हाँ, उ बेमार तउ रहा अउर उहउ ऍतना कि जइसे मरि ही जाई। परन्तु परमेस्सर ओह पर अनुग्रह किहेस (न सिरिफ ओह पइ बल्कि मोपे प भी) ताकि मोका दुखे पर दुख न मिलइ। 28 इही बरे मइँ ओक अउर उ लगन स पठवत हउँ ताकि जब तू ओका देखा तउ एक बार फिन खुस होइ जा अउर तोहरे बारे मँ चिन्ता करब छोड़ देउँ। 29 इही बरे पर्भू मँ बड़ी खुसी क साथे ओकर सुवागत करा अउर अइसेन लोगन क जियादा स जियादा आदर करत रहा। 30 काहेकि मसीह क काम क बरे उ लगभग मरि गवा रहा ताकि तोहरे द्वारा कीन्ह गइ मोर सेवा मँ जउन कमी रही गइ रही, ओका उ पूरा कइ देइ, एकरे बरे उ अपने प्राण क बाजी लगाइ दिहेस।

मत्ती 2:13-23

ईसू क लइके माता-पिता क मिस्र जाब

13 जब उ पचे चल दिहन तउ यूसुफ क सपने मँ पर्भू क दूत परगट होइके कहेस, “उठा, बचवा क अउर ओकर महतारी क चुप्पे स लइके मिस्र भागि जा। जब ताई मइँ तोसे न कहउँ, हुवाँ ठहर्‌या। काहेकि हेरोदेस इ बचवा क जान स मरवावई बरे खोजी।”

14 तउ यूसुफ खड़ा भवा अउर बचवा अउर ओकर महतारी क रातोरात मिस्र क बरे चलि पड़ा। 15 फिन हुवाँ हेरोदेस क मउत तलक रुकि गवा। इ एह बरे भवा कि पर्भू जउन नबी स कहवाए रहा, उ पूरा होइ जाइ, “मइँ आपन पूत क मिस्र स बाहेर आवइ बरे कहेउँ।”(A)

बैतलहम क सब लरिकन क हेरोदेस जान स मरवाइ दिहस

16 हेरोदेस जबहिं इ देखेस कि तारा गियानी ओकरे संग इ चाल चलेन ह, तउ उ बहोत गुस्साइ गवा। जइसा तारा गियान क पण्डितन क बताइ भए क अनुसार उ हुकुम दिहस कि बैतलहम अउर ओकरे नगिचे क पहँटा मँ दुइ साल या एसे छोटवार लरिकन क जान स मरिवाइ दीन्ह जाइ। 17 नबी यिर्मयाह क कहा भवा बचन पूरा होइ ग:

18 “रामाह मँ दुःख भरा सब्द सुना गवा,
    रोवइ अउर विलपइ क सुना।
राहेल रोवत रही आपन बचवन बरे
    उ नाहीं चाहेस कि कउनो धीरा धखावइ
    काहेकि ओकर सबइ बचवन मरि गवा रहेन।” (B)

ईसू क लइके यूसुफ अउर मरियम क मिस्र लउटब

19 फिन हेरोदेस क मउत क पाछे मिस्र मँ यूसुफ क सपन आवा ओहमाँ पर्भू क एक ठु दूत परगट भवा। 20 अउर सरगदूत ओसे कहेस, “उठि जा, बचवा अउर ओकर महतारी क लइके इस्राएल क धरती प जा काहेकि जउन बचवा क मार डावइ चाहत रहेन उ सबइ मर बिलाइ गएन।”

21 तब यूसुफ उठि गवा अउर बचवा अउर ओकर महतारी क लइके इस्राएल गवा। 22 मुला यूसुफ जब इ सुनेस कि यहूदिया प आपन बाप हेरोदेस क जगह प अरखिलाउस राज्य करत अहइ तउ उ हुवाँ जाइ स डेराइ गवा। किन्तु सपने मँ परमेस्सर स हुकुम मिले क पाछे उ गलील पहँटा बरे चल दिहस 23 अउर हुवाँ नासरत नाउँ क नगर मँ घर बनाइके रहइ लाग; एह बरे नबियन क कहा भवा बचन पूरा होइ जाइ, “उ नासरी” कहा जाइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.