Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 6

सौमिनिथ सैली क तार वाद्य क संग निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु गीत।

हे यहोवा, जब तू किरोध मँ होब्या तउ मोका सज़ा मत द्या।
    मोका मत सुधारा जब तू बहोत कोहाइ भवा ह्वा।
हे यहोवा, मोहे प दाया करा।
    मइँ रोगी अउ दुर्बल अहउँ।
मोरे बेरामियन क हर ल्या।
    मोर हाड़ काँपत हीं।
    मोर समूचा देह थर-थर काँपत ह।
हे यहोवा, मोर भारी दुःख तू कब तलक रखब्या।
हे यहोवा, मोका फुन स बलवान करा।
    तू महा दयावान अहा, मोर रच्छा करा।
मरे भए लोग तोका आपन कब्रन मँ याद नाहीं करतेन।
    मउत क देस मँ उ पचे तोहार स्तुति नाहीं करतेन। एह बरे मोका बचावा।

हे यहोवा, सारी रात मइँ तोहका पुकारत रहत हउँ।
    मोर बिछउना मोरे आँसुअन स भीज गवा ह।
मोरे बिछउना स आँसू टपकत रहत हीं।
    तोहरे बरे मइँ रोवत भवा छीन होइ गवा हउँ।
मोर दुस्मनन मोका बहुतेरा दुःख दिहन।
    इ मोका सोक मँ डाइके अउर बहोत दुःखी कइ डाएन अउर अब मोर अँखियन बिलखइ स थकी भइ हारी अउर दुर्बल अहइँ।

अरे ओ दुर्जन लोगो, तू मोसे दूर हटा।
    काहेकि यहोवा मोका रोवत भवा सुनि लिहस ह।
मोर बिनती यहोवा क काने तलक पहोंच चुकी बाटइ
अउर मोरी पराथना क सुनिके यहोवा जवाब दइ दिहस ह।

10 मोर सबहिं दुस्मनन डर जाईं अउ निरास होइहीं।
    कछू अचानक ही घटित होइ अउर उ फुन स अपमानित कीन्ह जाइहीं।

भजन संहिता 12

सौमिनिथ क संगत पइ संगीत निर्दसक बरे दाऊद क एक ठु पद।

हे यहोवा, मोका बचावा,
    काहेकि सबहिं वफ़ादार अउ दयालु जन चला गवा अहइँ।
    लोग वफ़ादारी क अरथ भूलि गवा बाटइ।
लोग आपन साथी संगियन स झूठ बोलत हीं।
    हर कउनो आपन पड़ोसियन क झूठ बोलिके चापलूसी करत रहत हीं।
यहोवा ओन ओंठन क सी देइ जउन झूठ बोलत हीं।
    यहोवा, ओन जिभियन क काट जउन आपन ही बारे मँ डींग हाँकत हीं।
अइसे जन सोचत हीं, “हमार झूठ हमका बड़का मनई बनइहीं।
    कउनो भी मनई हमरी जीभ क कारण हमका जीत नाहीं पाई।”

मुला यहोवा कहत ह:
    “बुरे मनइयन दीन दुर्बलन स चिजियन चुराइ लिहन ह।
उ पचे असहाय दीन जनन स ओनकर चिजियन लइ लिहन ह।
    मुला अब मइँ ओन हारे थके लोगन
    क रच्छा ठाड़ होइके करब।”

यहोवा क वचन फुरइ अहइँ अउर ऍतना सुद्ध जइसे आगी मँ टेघराइ भइ सफेद चाँदी।
    उ सबइ वचन उ चाँदी क तरह सुद्ध अहइँ,
    जेका टेघराइ टेघराइ के सात दाई सुद्ध बनावा गवा अहइँ।

हे यहोवा, बेसहारा जन क सुधि ल्या।
    ओनकइ रच्छा अब अउर सदा सर्वदा करा।
सबइ दुर्जन अकड़त हीं अउ बना ठना घूमत हीं।
    मुला उ पचे अइसेन होत हीं जइसे कउनो नकली आभूसण धारन करत ह।
    जउन लखइ मँ कीमती लागत हीं, मुला असलियत मँ बहोतइ सस्ता होत हीं।

भजन संहिता 94

यहोवा तू परमेस्सर अहा जउन कि निआव लिआवत ह।
    निआव क परमेस्सर आपन क परगट करा।
उठा, हे धरती क निआउकर्त्ता।
    तू घमण्डी लोगन क उचित सजा देत ह।
हे यहोवा, दुट्ठ जन कब तलक मजा मारत रइहीं?
    केतॅना देरी तलक?
उ सबइ दुट्ठ-जन कब तलक आपन बुरे कामन क बारे मँ
    डीगं हाँकत अउर सेखी बघारत रइहीं?
हे यहोवा, उ सबइ लोग तोहार लोगन क मुसीबत मँ डालेन ह।
    उ पचे तोहरे आपन लोगन क सतावा करत हीं।
उ पचे राँड़ अउरतन अउर ओन मेहमानन क जउन ओनके देस मँ ठहरा अहइँ, मारत हीं।
    उ पचे ओन अनाथ गदेलन क कतल करत हीं।
उ पचे कहत हीं, यहोवा ओनकर बुरा करम करत भए नाहीं लखि सकत।
    अउर कहत हीं, ‘इस्राएल क परमेस्सर ओन बातन क नाहीं समुझत जउन घटति अहइँ।’

ओ बुद्धिहीन लोग,
    तू कब आपन पाठ सिखब्या?
अरे मूरख लोगो,
    जतन करा अउर समुझ्या।
परमेस्सर हमार कान बनाएस ह,
    तउ निहचय ही उ सुन सकिहीं।
परमेस्सर हमार आँखिन बनाएस ह,
    तउ निहचय ही देख सकत हीं।
10 उ रास्ट्रन क सम्मान करत हीं, तउ निहचय ही उ तोहार निआव कइ सकत ह।
    उ ओन लोगन क ओन सबहिं बातन क सिच्छा देइ जउन ओनका करइ चाही।
11 तउ जउन बातन क लोग सोचत अहइँ यहोवा जानत अहइ।
    उ इ जानत अहइ कि ओकर जोजनन हवा क झोंका अहइँ।

12 तू लोग धन्न अहा जेका तू सम्मान देत ह, हे यहोवा।
    तू ओन लोगन क आपन कानून सिखावत ह।
13 तू ओनका ओकरे विपत्तियन मँ सांत होइके सहायक करत ह,
    जब तलक दुट्ठ लोग कब्र मँ नाहीं दफनाइ दीन्ह जइहीं।
14 यहोवा आपन लोगन क कबहुँ नाहीं तजी।
    उ बिना सहारे ओका रहइ नाहीं देइ।
15 निआउ लउटब अउर इमानदारी लिआइ।
    फुन लोग खरा बनिहीं।

16 मोका दुट्ठन क खिलाफ जुद्ध करइ मँ कउनो मनई सहारा नाहीं दिहस।
    कुकर्मियन क खिलाफ जुद्ध करइ मँ कउनो मोर संग नाहीं दिहस।
17 यहोवा मोर सहायक नाहीं होत,
    तउ मोर जिन्नगी मउत क दुआरा सांत होइ जाइतेन।
18 जब मइँ गिरइ क रहेउँ,
    तोहार पिरेम मोका उठाएस, हे यहोवा।
19 जब मइँ बहोतइ चिंतित अउ बियाकुल रहेउँ,
    तोहार सुख मोका आनन्दित किहस।

20 हे परमेस्सर, तू कुटिल निआउ क मदद नाहीं करत्या,
    जउन परीसानी पइदा करइ बरे नेमन क घेर लेत ह।
21 उ पचे नीक लोगन पइ हमला करत ह
    अउर निर्दोख व्यक्ति क कसूरवार कहत ह।
22 मुला यहोवा मोर सुरच्छा क ठउर बाटइ।
    परमेस्सर मोर चट्टान अउर मोर सरण क ठउर अहइ।
23 परमेस्सर ओनका ओकरे बुरा करमन बरे सजा देइ।
    उ ओका ओकरे पाप क कारण खतम कइ देइ।
    हमार परमेस्सर यहोवा ओनका नस्ट कइ देइ।

विलापगीत 1:17-22

17 सिय्योन मदद बरे आपन हाथ पसारे अहइ।
    कउनो अइसा मनई नाहीं रहा जउन ओका ढाढ़स देत।
यहोवा याकूब क दुस्मनन क ओका घेर लेइ क आग्या दिहे रहा।
    यहोवा यरूसलेम असुद्ध मेहरारु क नाईं होइ गइ रहीं।

18 यरूसलेम कहा करत ह, “मइँ यहोवा क खिलाफ बिद्रोह किहस हउँ
    यह बरे उ जउन बात मोहे बरे करत ह उ उत्तिम बाटइ।
तउ, हे सबहिं लोगो, सुना।
    तू मोर कस्ट लखा।
मोर जवान मेहरारू अउर मनसेधू
    बन्दी बनाइ लइ गवा अहइँ।
19 मइँ आपन पिरेमियन क गोहराएउँ।
    किन्तु उ पचे मोका धोका दिहस।
नगर क याजक अउर बुजुर्ग
    मर गएन काहेकि उ पचे
खइया खोजेस किन्तु
    कछु नाहीं पाएन।

20 “हे यहोवा, मोका लखा।
    मइँ दुःखे मँ पड़ी अहउँ।
मोर अन्तरंग बेचैन अहइ।
    मोर हिरदइ दुःखे मँ अहइ
काहेकि मइँ बिद्रोह किहा रहिउँ।
    गलियन मँ मोरे गदेलन क तरवार काट डाए अहइ।
घरन क भितरे मउत क बास रहा।

21 “मोर सुना, काहेकि मइँ कराहत हउँ।
    मोरे लगे कउनो नाहीं अहइ जउन मोक ढाढ़रस देइ,
मोर सब दुस्मनन मोरे दुःखन क बात सुनि लिहेन ह।
    उ पचे बहोत खुस अहइँ
काहेकि तू मोरे संग अइसा सलूक किहस।
    अब उ दिन क लइ आवा जेकर तू घोसणा किहे रह्या।
उ दिन तू मोरे दुस्मनन क वइसा ही बनाइ द्या
    जइसी मइँ अब ही अहउँ।

22 “मोरे दुस्मनन क बुरा करम क आपन समन्वा आवइ द्या।
    फिन ओनके संग तू वइसा ही करब्या
    जइसा मोरे अपराध क बदले मँ तू मोरे संग किहा।
अइसा करा काहेकि बार बार कराहत रहेउँ।
    अइसा करा काहेकि मोर हिरदइ निरास अहइ।”

2 कुरिन्थियन 1:8-22

भाइयो, हम चाहित ह कि तू ओन यातना क बारे मँ जाना जउन हमका एसिया[a] मँ झेलइ क पड़ी रही। उहाँ हम, हमार सहन सक्ति क सीमा स कहूँ बहुत बोझन क तरे दबाइ गवा रहे। इहाँ तक कि हमका जिअइ क कउनउ आसा नाहीं रही ग रही। हाँ अपने अपने मने मँ हमका अइसेन लागत रह जइसेन हमका मऊत क सजा दीन्ह गइ रही। ताकि हम अपने ऊपर अउर जियादा भरोसा न कइके परमेस्सर पइ भरोसा करी जउन मरे हुए क फिन से जिआई देई। 10 हमका उ भयंकर मऊत से उहइ बचाएस अउर हमार आजु क परिस्थितियन मँ उहइ हमका बचावत रहा। हमार आसा उहइ पर टिकी बा। उहइ हमका आगेउ बचाइ। 11 अउर तूहऊ हमरे तरफ स पराथना कइके मदद देब्या तउ हमका बहुत जने क पराथना क कारण परमेस्सर क अनुग्रह मिला बा, ओकरे बरे बहुत मनइयन क हमरे तरफ स धन्यवाद देई बरे मिली जाई।

पौलुस क योजनन मँ बदलाव

12 हमका ऐकर गरब बा कि हम इ बात साफ मने स कहि सकित ह कि हम इ जगत क साथे अउर खासकर तू लोगन क साथे परमेस्सर क अनुग्रह क एकदम्मई उहइ रुप क व्यवहार किहे अही। हम उ सरलपन अउर सच्चाई क साथे बहुत खातिदारी किहे रहेन। जउन परमेस्सर से मिलत ह न कि दुनियावी बुद्धि स। 13 हाँ! इहीं बरे हम ओका छोड़िके तू सबन क बस अउर कछू नाहीं लिखत अही। जेसे तू मोका एकदंमई वइसेन ही समझ लेब्या। 14 जइसेन तू हमका थोड़ेन मँ समझे अहा। तू हमरे बरे वइसेन ही गरब कई सकत ह। जब हमार पर्भू ईसू फिन आइ।

15 अउ इहीं बिसवास क कारण मइँ पहिले तोहरे पास आवइ बरे ठाने रहेउँ। ताकि तोहका दुसरीउ बार से आसीर्बाद क लाभ मिल सकइ। 16 मइँ सोचित ह कि मैसीडोनिया से लऊटिउँ उ फिन तोहरे पास जाउँ। अउर फिन तोहरे से ही यहूदिया क जाइ बदे बिदा कीन्ह जाउँ। 17 मइँ जब इ जोजना बनाए रहेउँ, तउ मोका कउनो संदेह नाहीं रहा। का तू बिना अच्छी तरह से सोच्या ह। मइँ जउन जोजना बनाइत ह, ओक ओ संसारी ढंग से बनाइत ह कि एक्कइ समइ “हाँ, हाँ” कहत रही अउर “न, न” कहत रही।

18 यदि तू परमेस्सर मँ बिसवास कइ सकत ह तउ तू बिसवास कइ सकत ह कि अउर उ ऍनके सास्छी देई कि तोहरे बरे हमार जउन बचन बा एक साथे “हाँ” अउर “ना” नाहीं कहत। 19 काहेकि तोहरे बिचवा मँ जउन परमेस्सर क पूत ईसू मसीह क हम यानि सिलवानुस, तीमुथियुस अउर मइँ प्रचार किहे अही, उ “हाँ” अउर “ना” दुइनँउ एक साथे नाहीं बल्कि ओनके कारण एक चिरन्तन “हाँ” का घोसणा कही गइ बा। 20 काहेकि परमेस्सर जउन अनन्त प्रतिज्ञा किहे अहइ उ ईसू मँ सबके बरे “हाँ” बनि जात ह। इही बरे हम ओकरे द्वारा जउन “आमीन” कहत अही उ परमेस्सर क ही महिमा बरे होत ह। 21 उ जउन तोहका मसीह क मनई क रुप मँ हमरे साथे सुनिस्चित करत ह अउर मइँ क अभिसेक किहे बा उ परमेस्सर ही अहइ। 22 जउन हम पइ आपन स्वामी क मोहर लगाए अहइ अउर हमरे भीतर बयाना क नाई उ पवित्तर आतिमा दिहेस जउन इ बात क आस्वासन बा कि जउन देइ क बचन उ हमका दिहे अहइ, ओका उ हमका देई।

मरकुस 11:27-33

यहूदी नेतन क ईसू क अधिकारे प संदेह

(मत्ती 21:23-27; लूका 20:1-8)

27 फिन उ पचे यरूसलेम लउट आएन। ईसू जब मन्दिर मँ टहरत रहा तउ मुख्ययाजकन, धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन ईसू क लगे आएन। 28 उ पचे ईसू स कहेन, “हमका बतावा! तू इ कामन क कउने अधिकार स करत बाट्या? कउन तोहका अधिकार दिहेस ह?”

29 ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे एक सवाल पूछत हउँ। तू मोरे सवाल क जबाव द्या? तउ मइँ तोहका बताउब कि कउने अधिकारे स मइँ इ काम करत हउँ। 30 मोका बतावा: यूहन्ना जउन बपतिस्मा देत रहा, का ओहका सोझे सरगे स या मनई स मिला रहा?”

31 ईसू क सवाले प उ सब बिचारत बिचारत आपुस मँ कहइ लागेन कि, “जदि हम पचे इ कहित ह, ‘ओका इ सरगे स मिला रहा,’ तउ ईसू कही, ‘फिन तू पचे ओह प बिसवास काहे नाहीं करत्या?’ 32 अउर जदि हम पचे इ कही, ‘उ मनई स पाए रहा’ तउ सब मनई हम प रिसियाइ जइहीं।” (ई नेतन लोग मनइयन स डेरात रहेन। सब मनइयन क बिसवास रहा कि यूहन्ना नबी अहइ।)

33 एह बरे यहूदी नेतन ईसू स कहेन, “हम पचे जानित नाहीं।”

ऍह पइ ईसू ओनसे कहेस, “तउ फिन मइँ तोहका नाहीं बतावत अही कि इ काज मइँ कउने अधिकारे स करत हउँ।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.