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Revised Common Lectionary (Semicontinuous)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with sequential stories told across multiple weeks.
Duration: 1245 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 125

आरोहण गीत।

जउन लोग यहोवा क भरोसे रहत हीं, उ पचे सिय्योन क पहाड़ जइसे होइहीं।
    ओनका कबहुँ कउनो डुगाइ नाहीं पाई।
    उ पचे सदा ही अटल रइहीं।
यहोवा आपन लोगन क वइसे ही आपन आस्रय मँ लिहस ह, जइसे यरूसलेम चारिहुँ कइँती पहाड़न स घिरा बाटइ।
    यहोवा सदा-सर्वदा आपन लोगन क रच्छा करी।
बुरे लोग भले लोगन क धरती क ऊपर राज्ज नाहीं कइ सकिहीं,
    अगर बुरे लोग अइसा करइ लग जाइँ तउ होइ सकत ह सज्जन लोग भी बुरा काम करइ लागइँ।

हे यहोवा, भले लोगन क संग भला करा,
    जेनकर मन बेकसूर अहइँ।
मुला यहोवा ओन लोगन क सज़ा देइ
    जउन दुट्ठ मनई क संग ओनका मानइ तजि दिहस ह।

हुवाँ इस्राएल मँ सान्ति रहइ द्या।

1 राजा 18:1-18

एलिय्याह अउ बाल क नबी

18 अनावृस्टि क तीसरे बरिस यहोवा एलिय्याह स कहेस, “जा अउर राजा अहाब स मिला। मइँ हाली ही बर्खा पठउब।” एह बरे एलिय्याह अहाब क लगे गवा।

उ समइ सोमरोन मँ भोजन नाहीं रह गवा रहा। एह बरे राजा अहाब ओबधाह स अपने लगे आवइ क कहेस। ओबधाह राजमहल क अधिकारी रहा। (ओबधाह यहोवा क सच्चा अनुयायी रहा। एक दाईं ईज़बेल यहोवा क सबहिं नबियन क जान स मारत रही। एह बरे ओबधाह सौ नबियन क लिहस अउर ओनका दुइ गुफन मँ छुपाएस। ओबद्याह एक गुफा मँ पचास नबी अउ दूसर गुफा मँ पचास नबी रखेस। तब ओबधाह ओनके बरे पानी अउ भोजन लिआएस।) राजा अहाब ओबधाह स कहेस, “मोरे संग आवा। हम लोग इ प्रदेस क हर एक सोता अउर नाला क खोज करब। हम लोग पता लगाउब कि का हम अपने घोड़न अउ खच्चरन क जिअत रखइ बरे पर्याप्त घास कहीं पाइ सकित ह। तब हम क आपन कउनो जनावर खोउब नाहीं पड़ी।” हर एक मनई देस क एक ठु हींसा चुनेस जहाँ उ पचे पानी क खोज कइ सकइँ। तब दुइनउँ। मनई पूरे देस मँ घूमेन। अहाब एक दिसा मँ अकेले गवा। ओबधाह दूसर दिसा मँ अकेले गवा। जब ओबधाह जात्रा करत रहा तउ उ समइ उ एलिय्याह स मिला ओबधाह जब ओका लखेस एलिय्याह क पहचान लिहस। ओबधाह एलिय्याह क समन्वा प्रणाम करइ निहुरा उ केहेस, “एलिय्याह का सुआमी फुरइ आप अहइ?”

एलिय्याह जवाब दिहेस, “हाँ, मइँ ही हउँ। जा अउर आपन सुआमी राजा स कहा कि मइँ हिआँ अहउँ।”

तब ओबधाह कहेस, “जदि मइँ ओहाब स कहब कि मइँ जानत हउँ कि तू कहाँ अहा, तउ उ मोका मार डाइ। मइँ तोहार कछू नाहीं बिगाड़ेउँ ह। तू काहे चाहत अहा कि मइँ मरि जाउँ? 10 यहोवा, तोहरे परमेस्सर क जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि राजा तोहार खोज करइ बरे हरेक देस मँ मनइयन क भेज दिहेस ह। जदि कउनो देस क राजा इ कहेस कि तू ओकरे देस मँ नाहीं अहा, तउ अहाब ओका इ किरिया खाइ क मजबूर किहस कि तू सच मुच मँ ओकरे देस मँ नाहीं अहा। 11 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर आपन सुआमी स कहउँ कि तू हुआँ अहा? 12 जदि मइँ जाउँ अउर राजा अहाब स कहउँ कि तू हिआँ अहा, तउ यहोवा क आतिमा तोहका कउनो दूसर जगह पइ पहोंचाइ सकत ह। राजा अहाब हिआँ आई अउर उ तोहका नाहीं पाइ सकी। तब उ मोका मार डाइ। मइँ यहोवा क अनुसरण तब स किहेउँ ह जब मइँ एक बालक रहा। 13 तू सुन्या ह कि मइँ का किहे रहेउँ। ईज़ेबेल यहोवा क नबियन क मारत रही अउर मइँ सौ नबियन क गुफन मँ छुपाए रहेउँ। मइँ एक गुफा मँ पचास नबियन अउर दूसर गुफा मँ पचास नबियन क रखे रहेउँ। मइँ ओनके बरे अन्न-पानी लिआएउँ। 14 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर राजा स कहउँ कि तू हिआँ अहा। राजा मोका मार डाइ।”

15 एलिय्याह जवाब दिहेस, “जेतनी सर्वसक्तीमान यहोवा क सत्ता निहचित अहइ, ओतना ही निहचित इ अहइ कि मइँ आजु राजा क समन्वा खड़ा होउँ।”

16 एह बरे ओबधाह राजा अहाब क लगे गवा। उ बताएस कि एलिय्याह हुवाँ अहइ। राजा अहाब एलिय्याह स भेंटइ गवा।

17 जब अहाब एलिय्याह क लखेस तउ उ पूछेस, “का इ तू अहा? का तू ही उ मनई अहा जउन इस्राएल पइ बिपत्ति का कारण अहा?”

18 एलिय्याह जवाब दिहेस, “मइँ इस्राएल पइ बिपत्ति क कारण नाहीं अहउँ। तू अउर तोहरे बाप क परिवार इ सारी बिपत्ति क कारण अहा। जब तू यहोवा क आदेसन क पालन करब बन्द कइ दिहा अउर लबार देवतन क अनुसरण सुरु किहा।

इफिसियन 6:10-17

पर्भू क अभेघ कवच धारण करा

10 मतलब इ कि पर्भू मँ स्थित होइके ओकर असीम सक्ती क साथे आपन आपक सक्तिसाली बनावा। 11 परमेस्सर क सम्पूर्ण कवच क धारण करा। ताकि तू राच्छस (दुस्टन) क सबइ योजन क सामने टिक सका। 12 काहेकि हमार संघर्ष मनइयन स नाहीं बा, बल्कि सासकन, अधिकारियन, एक अन्धकार भरा जुग क आकास क सक्तियन अउर अम्बर क दुस्टात्मिक सक्तियन क साथे बा। 13 इही बरे परमेस्सर क सम्पूर्ण कवच क धारण करा ताकि जब बुरा दिन आवइ तउ जउन कछू संभव बा ओका कइ चुकइ क बाद तू दृढतापूर्वक अडिग रहि सका।

14 तउ आपन करिहाउँ पइ सत्य क फेंटा कसिके नेकी क झिलम पहिन क 15 अउर गोड़न मँ सान्ति क सुसमाचार सुनावइ क तत्परता क पनही धारण कइके तू लोग अटल खड़ा रहा। 16 इ सबसे बड़ी बात इ बा कि विस्व क ढाल क रूप मँ लइ ल्या। जेकरे द्वारा तू ओन दुस्टन (सइतान) क समस्त अग्नि बाणन का बुझाई सका, जउन बन्दी क द्वारा छोड़ा गवा अहइँ। 17 उद्धार क बरे क सिरस्त्राण पहिन ल्या अउर परमेस्सर क सँदेसा रूपी आतिमा क तलवार उठाइ ल्या।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.